Daily hadith
बेशक अल्लाह तआला ने तुम पर मां की नाफरमानी, बेटियों को जिंदा दफ़न करने और दूसरो का हक़ मारने को हराम
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:-
अपने वालिदैन के साथ अच्छा सुलूक करो, तुम्हारी औलाद भी तुम्हारे साथ अच्छा सुलूक करेंगी।
मुस्तदरक 7258
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया:-'
"मेरी उम्मत के सत्तर हज़ार लोग बे हिसाब जन्नत में जाएँगे। ये वो लोग होंगे जो(शिर्क या ) झाड़ फूँक नहीं कराते न शगून लेते हैं, और अपने रब ही पर भरोसा रखते हैं।''
(सहीह बुखारी हदीस न .6472 )
अल्लाह तआला फ़रमाता है -
और कामयाब वही हैं जो अल्लाह और रसूल की फ़रमाँबरदारी करें और अल्लाह से डरें और उसकी नाफ़रमानी से बचें।
सूरह नूर आयत न. 52
लोगों की औरतों से दूर रहो
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया तुम लोगों की औरतों से दूर रहो, तुम्हारी औरतें भी महफूज़ रहेंगी।
(मुस्तदरक 7258)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया :-
वह आदमी मेरी उम्मत मे से नही है जो हमारे बड़ों की इज़्ज़त नही करता है, छोटों पर रहम नही करता और हमारे अहले-इल्म (पढ़े लिखे लोग ) का हक़ नही पहचानता
( मुसनद अहमद हदीस न .239 )
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया:
मेरी उम्मत के आख़िरी ज़माने में ऐसे लोग होंगे जो तुम्हारे सामने ऐसी हदीसें बयान करेंगे जो न तुमने सुनी होंगी न तुम्हारे बाप-दादा ने। तुम इस चाल-चलन के लोगों से दूर रहना। सहीह मुस्लिम हदीस न. 15
जुमा की नमाज़ हरगिज़ ना छोड़े
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:-
"लोग जुमा की नमाज़ छोड़ने से बाज़ आ जाएं, वरना अल्लाह तआला उनके दिलों पर मोहर लगा देगा, फिर वो गाफिलो में से हो जाएंगे।
अल सिलसिला 720
अल्लाह तआला फरमाता है
बेशक तुम्हारे लिए अल्लाह के रसूल ﷺ की जिंदगी एक बेहतर नमूना है।
सूरह अल-अहज़ाब आयत न. 21
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:-
जब आदमी अपनी बीवी को पानी पिलाता है तो उस पर भी सवाब दिया जाता है।
📗(मुस्नदे अहमद 17155)
अल्लाह तआला फरमाता है
क्या ये लोग देखते नहीं कि ये हर साल एक दो मर्तबा किसी आज़माईश में मुब्तला होते हैं, फिर भी न ये तौबा करते हैं और न कोई सबक़ हासिल करते हैं।
सूरह तौबा आयत न. 126
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
अल्लाह बगैर तहारत की नमाज़, और चोरी के माल से सदका कबूल नहीं फरमाता
(सुनन इब्ने माजा हदीस न .273)
रसूल अल्लाह ﷺ को फ़रमाया
चुगली करने वाला जन्नत में दाख़िल नहीं होगा.
सहीह बुखारी हदीस न.6056 )
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया :-
“जो शख़्स जन्नत में दाख़िल होगा ना तो इसका लिबास पुराना होगा और ना इसकी जवानी ख़त्म होगी”
मिश्कात 5621)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया:-
वह आदमी जन्नत में दाखिल नहीं होगा जिसके जुल्म व सितम से उसके पड़ोसी महफूज़ ना हो
(सहीह मुस्लिम हदीस न. 172 )
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया :- “नमाज़ पढ़ने वाले और मुसाफ़िर के अलावा किसी के लिए रात का जागना दुरुस्त नहीं”
(सिलसिला 450)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया=
जो अपने माल की हिफाज़त करते हुए मारा जाए वोह शहीद है और जो अपनी जान बचाते हुए मारा जाए वोह भी शहीद है और जो शख़्स अपने घरवालों का बचाव करते हुए मारा जाए वोह भी शहीद है.
( सुनन निसाई शरीफ़ हदीस नं .4099 )
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया
क़यामत के दिन मैं उस शख्स के खिलाफ़ होउंगा जो मज़दूर से पूरा काम ले और उसकी मज़दूरी ना दे।
📗(सहीह बुखारी 2777)
अल्लाह तआला फ़रमाता है :
यक़ीन रखो हम ही हैं जो ज़िन्दगी भी देते हैं और मौत भी, और आख़िरकार सब को हमारे पास ही लौटना है।
(सूरह काफ आयत न. 43 )
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया :- “जिस शख़्स ने सुबह (फ़ज़्र) की नमाज पढ़ी वो अल्लाह त’आला की ज़िम्मेदारी में है”
(मुस्लिम 1493)
अल्लाह फरमाता है:
जिसने किसी इनसान को ख़ून के बदले या ज़मीन में फ़साद फैलाने के सिवा किसी और वजह से क़त्ल किया, उसने मानो तमाम इनसानों को क़त्ल कर दिया और जिसने किसी की जान बचाई उसने मानो तमाम इनसानों को ज़िन्दगी बख़्श दी
(सूरह मायदा आयत न. 32 )
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:- तुम क़यामत की रोज़ सबसे बदतरीन उस शख्स को पाओगे, जो दोगला है इधर लोगों से कुछ बात करता है उधर लोगो से कुछ बात करता है।
📗(मिशकात 4822)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:-
"अल्लाह से डरो, और अपनी औलाद के बीच इंसाफ को क़ायम रखो।
(सहीह बुखारी 2587)
अल्लाह के रसूल ﷺ ने फरमाया:
“मुसलमान, मुसलमान का भाई है, न उसपर जुल्म करे न उसे किसी जालिम के सुपुर्द करे और जो शख्स अपने किसी भाई की जरूरत पूरी करने में लगा होगा, अल्लाह उसकी जरूरत और हाजत पूरी करेगा।"
सहीह बुखारी हदीस न .6951)
“जिसने किसी एक बेक़सूर का क़त्ल किया, उसने सारी इंसानियत का क़त्ल किया.”
(सूरा अल-मायदा 32)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:-
"एहसान ये है कि तुम अल्लाह की इस तरह इबादत करो, गोया तुम उसे देख रहे हो, अगर ऐसा ना कर सको तो कम अजऱ कम ये ख़याल करो वो तुम्हे देख रहा है।
📗(सहीह बुखारी 4777)
नबी करीम ﷺ ने फ़रमाया:-
"जो कोई किसी औरत को उसके शौहर के खिलाफ करे, वो हम मे से नही है।
अबू दाऊद 2175)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया:-
अल्लाह तआला ज़ालिम को चंद रोज़ दुनिया में मोहलत देता रहता है लेकिन जब पकड़ता है तो फिर नहीं छोड़ता।
सहीह बुखारी हदीस न .4686 )
अल्लाह त'आला फरमाता है -
फिर ज़रूर उस रोज़ तुमसे इन नेमतों के बारे में सवाल किया जाएगा।
अल कुरआन 102:8
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया:-
“लोगों को अपने शर (बुराई/evil) से महफ़ूज़ रखो, यह भी एक सदक़ा है जो तुम ख़ुद पर करते हो”
(बुख़ारी 2518)
अल्लाह तआला फ़रमाता है -
अल्लाह की रस्सी को मज़बूती से थाम लो,और फिरक़ों में न बँटो ...!!!
सूरह आले इमरान 103
अल्लाह तआला फ़रमाता है :
यक़ीन रखो हम ही हैं जो ज़िन्दगी भी देते हैं और मौत भी, और आख़िरकार सब को हमारे पास ही लौटना है।
(सूरह काफ (50) आयत न. 43 )
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया:
जिस शख़्स के साथ कोई भलाई की गई और उसने भलाई करने वाले से जज़ाकल्लाह खैर(अल्लाह ताला तुमको बेहतर बदला दे) कहा, उसने उसका पूरा पूरा बदला अदा कर दिया।
(जामे तिरमिजी हदीस न . 2035)
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया :-
“अल्लाह त’आला का इरशाद है के मेने अपने अपने नेक बंदो के लिए वह चीज़ तय्यार कर रखी है जिन्हें ना आँखो ने देखा, ना कानों ने सुना और ना किसी इंसान के दिल में इनका ख़्याल गुज़रा है”
(बुख़ारी 3244)
हजरत मुहम्मद ﷺ ने फरमाया:-
मेरी उम्मत में मुझसे सबसे ज्यादा मोहब्बत रखने वाले वो लोग है जो मेरे बाद आयेंगे, उनकी आरजू होगी वो अपना घर और माल कुरबान करके मुझे देख लें।
📓(सहीह मुस्लिम : 7145)
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया:-
“जब अल्लाह तुम में से किसी को माल अता करे तो उसे चाहिए कि वह पहले अपनी ज़ात और अपने घर वालों पर ख़र्च करे”
(मिश्कात 3343)
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया:-
“जिसको बेटियों की (तरबियत और परवरिश) की वजह से मामूली सी भी तकलीफ़ उठानी पड़ी, तो यह बेटियाँ इसके लिये दोज़ख़ से बचाव के लिए आड़ बन जाएगी”
(बुख़ारी 1418)
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया
अल्लाह तआला उस शख़्स को खुश रखे जिसने मेरी कोई हदीस सुनी और उसे दूसरों तक पहुंचा दिया इसलिए की बहुत से वो लोग जिन्हें हदीस पहुंचाई जाती है वो सुन ने वालों से ज़्यादा याद रखने वाले होते हैं
(सुनन इब्ने माजा हदीस न.232)
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया: “तुम में सब से अच्छे वह लोग हैं, जो अपनी बीवियों के साथ अच्छा बरताओ करते हैं”
(तिर्मिजी 1162)
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Contact the business
Website
Address
Vill Bhajulien P. O Bakani. Teh Chamba Distt Chamba
Chamba
welcome to my page follow and like jarur kare thanks to watch you🙏
Vill. Dharwai. Po. Khargat. Tesh. Sihunta. Disst. Chamba
Chamba, 176207
me Facebook se pasia kamna chahta hun kunki mujhe pasiaon ki bahut jarurt hai mujhe help karen
Himachalpradesh
Chamba, 176323
please need your help 🚩 support me //#Follow 👇me 5k 🙏🙏🙏🚩🚩🚩 Review jarur Dena