Krishna Aazad
बाबा साहेब अम्बेडकर और मान्यवर साहेब के मिशन को समर्पित एक कार्यकर्ता।
पता हैं...
जब कोई मिलता है और पूछता है कि कैसे हो तुम ? ये सवाल तो पूछना आसान है लेकिन इसका जवाब देना बेहद मुश्किल होता हैं... हम लोग कितनी आसानी से कह देते हैं कि ठीक हूँ भले ही सब ठीक ना हो लेकिन कहते यही है। ये नहीं कहते कि ठीक नहीं हूँ और जिंदगी में परेशान हूँ, सपनों से लड़ाई चल रही है और अपने ही समाज के साथ जंग। दिन कब निकल जाता है कुछ पता ही नहीं चलता और रात में मन कितना परेशान है और दिल कितना बेचैन... 😑
खुद में कितना अकेलापन लगता हैं...😔
और खुद में कितना मन भारी।
कुछ नहीं बताते बस कहते कि सब ठीक चल रहा हैं, जय भीम 💙🙏🏻
ये साल खत्म होने से पहले उन लोगो को शुक्रिया जिन्होंने यह सबक सिखाया कि भविष्य मे उन जैसे लोगो से दूर रहना है...........!!
मेरे अनुभव...... Krishna Aazad...✍️🏻
बाबा साहब ने कहा था कि सौ दिन बकरी की तरह जीने से अच्छा एक दिन शेर की तरह जिया जाए, यहाँ तो बकरे की श्रेणी को भी त्याग दिए और अब चूहे की तरह जीना शुरु कर दिया बिल में जाकर घुस गए।
अच्छा एक बात बताओ जितने जुल्म और अत्याचार चन्द्र शेखर रावण पर पुलिस वालों ने किए फिर भी वह मिशन छोड़कर भागे नहीं अगर चन्द्र शेखर रावण की जगह आकाश आनंद होता तो क्या करता ? बताओ लगी मिर्ची 😆
बग़ावत हमेशा ईमानदार और स्वाभिमानी लोग ही करते हैं, चालाक लोग तो चापलूसी और तलवे चाट कर अपना काम निकालते हैं... जय भीम।
सबको फोन लगा लेता हूँ सबसे बाते हो जाती हैं ऐ करुणा के सागर भगवान तथागत गौतम बुद्ध तुम अपना नंबर भी देना मुझे बाबा साहेब जी से बात करनी हैं। 😞
विज्ञान का दिया मोबाईल लेकर धर्म की पोस्ट डालते हैं और कहते हैं कि विज्ञान से बड़ा धर्म है।
Krishna Aazad...✍️🏻
शिक्षा वह दरवाजा हैं जिसे खोलकर आप तरक्की के सारे रास्ते खोल सकतें हों किताबें खुद चुप रहती हैं, लेकीन जिसनें पढ लिया उसकों बोलना और लिखना सिखा देती हैं..!!
— बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी !!!
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शीशा टूटने के बाद बिखर जाए वो ही बेहतर है क्योंकि दरारे न जीने देती हैं और न ही मरने देती हैं
केसे बुल जाए बाबा साहब आपको
आपने अपना बलिदान देकर हमे जीना सिखाया है ! जय भीम 🙏
Miss You Baba Sahab...😭
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ✊️
#भारतीय_संविधान
जो डर गया सो मर गया
अगर आप लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध करने के लायक नहीं हो तो चूड़ियां डालकर घरों में बैठ जाओ।
क्या आप जानते हैं कि यदि आप 100 काली चींटियाँ और 100 लाल चींटियाँ एक जार में डाल दें, तो कुछ नहीं होगा ? लेकिन अगर आप जार को जोर से हिलाते हैं, तो चींटियाँ एक-दूसरे को मारना शुरू कर देती हैं। लाल चींटियाँ काली चींटियों को अपना दुश्मन मानती हैं और काली चींटियाँ लाल चींटियों को अपना दुश्मन मानती हैं। सच्चा शत्रु वह है जो जार को हिला रहा है अनुसूचित जाति समाज में भी यही होता है, इसलिए, एक-दूसरे पर हमला करने से पहले हमें यह सोचना चाहिए कि जार कौन हिला रहा है ?
आज ही 13 दिसंबर 1945 के दिन नागपुर परिषद मे पहली बार ीम बोलने की शुरुआत हुई थी।
आज आप भी जय भीम बोले...!
हां मालिक आपके BJP Office ही आ रहा हूं।
वो CBI IT ED को नही भेजना काहे कि नए मुर्गे को कुर्सी दी है वो थोड़ा मूर्ख है अभी उसमें समझ नही है।
बड़ी मंजिलों के मुसाफ़िर छोटे दिल नहीं रखतें!
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सभी सम्मानित साथियों को #जयभीम
बाबासाहेब ने कहा, "पहले रानी के पेट से ही राजा जन्म लेता था, लेकिन मैने अब यह व्यवस्था की है कि राजा अब रानी के पेट से नहीं, मतदान पेटी से पैदा होगा
10 लाख का दहेज़
5 लाख का खाना
घड़ी पहनायी
अंगूठी पहनाई
मंडे का खाना
फिर सब सुसरालियो को कपड़े देना ।
बारात को खिलाना फिर बारात को जाते हुए भी साथ में खाना भेजना
बेटी हो गई कोई सज़ा हो गई।
और यह सब जब से शुरू होता है जबसे बातचीत यानी रिश्ता लगता है
फिर कभी नन्द आ रही है, जेठानी आ रही है
कभी चाची सास आ रही है मुमानी सास आ रही है टोलीया बना
बना के आते हैं और बेटी की मां चेहरे पे हलकी सी मुस्कराहट लिए सब
को आला से आला खाना पेश करती है सबका अच्छी तरह से वेलकम
करती है फिर जाते टाइम सब लोगो को 500-500 रूपे भी दिए जाते
है फिर मंगनी हो रही है बियाह ठहर रहा है फिर बारात के आदमी तय
हो रहे है 500 लाए या 800
बाप का एक एक बाल कर्ज में डूब जाता है और बाप जब घर आता है
शाम को तो बेटी सर दबाने बैठ जाती है कि मेरे बाप का बाल बाल मेरी
वजह से कर्ज में डूबा है
भगवान के वास्ते इन गंदे रस्म रिवाजों को खत्म कर दो ताकि हर बाप, कर्ज में डूबा ना हो व
अपनी बेटी को इज़्ज़त से विदा कर सके।
बदलाव की एक कोशिश आप भी जरूर करें 🙏🏻
लेख अच्छा लगे तो फॉलो करे
Krishna Aazad
मेरे FACEBOOK एकाउंट में जितने भी अंबेडकरवादी
भाई बहन है..!
सभी को सादर "जयभीम" ❤️🙏
Jai Bhim 💙
सवर्णों को जाति वर्ण व्यवस्था से प्यार है, लेकिन उन्हें आरक्षण से नफरत है.
सवर्ण मुखर होकर आरक्षण खत्म करने के विषय में लिखते हैं लेकिन जाति वर्ण व्यवस्था को खत्म करने के बारे में ना लिखते ना ही बोलते हैं.
डॉ बाबा साहेब आंबेडकर ने HINDU धर्म सुधारवाद की डॉक्ट्रिन दी, इसी कारण सवर्ण डॉ आंबेडकर से नफरत करते हैं.
भारतीय समाज में जो भी HINDU धर्म में जाति विनाश और सुधारवाद की बात करेगा सवर्ण उससे नफरत ही करेंगे.
मौत मंजूर हैं पर अंबेडकरवाद की विचारधारा से समझौता नहीं.. संघर्ष आखिरी सांस तक जारी रहेगा।
🙏🏻Jai Bhim🙏🏻
Krishna Aazad...✍️🏻
बाबा साहब का नारा संगठित रहो को भूल कर बहुजन शासक नहीं बन सकता !
जब तक समाज एक नहीं होता भूल जाओ की कभी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बना पाओगे !!
अलग अलग राजनीतिक पार्टियों संगठनों से सबसे ज़्यादा समाज को नुक़सान हो रहा है इस बटवारे से हमारा भला कभी नहीं हो सकता !!
शिक्षा रोजगार उन्हीं के छीन जाते हैं छुआछूत भेदभाव जातिवाद उन्हीं से होता है जो सत्ता से बेदखल होते हैं समझो तुम्हारी मंजिल कहां है तुम्हें जाना कहां है।
मनुवाद मनु वादियों के ज्ञान पर नहीं अनुसूचित जाति के अज्ञान पर टिका हुआ है जिस दिन उन्हें ज्ञान का दीपक मिल गया उस दिन मनुवाद मनुवादी दोनों खत्म हो जाएंगे।
अगर तुम्हारी टांगें तुम्हें स्कूल और कॉलेज नहीं जाने देते तो याद रखना तुम कभी कामयाब इंसान नहीं बन सकते तुम हमेशा मजदूर ही कहलाओगे इसलिए स्कूल कॉलेज जाओ आने वाला कल तुम्हारा इंतजार कर रहा है।
जितना समय तुम धार्मिक प्रपंचों पर लगाते हो उतना ध्यान किताबों पर लगाओ शिक्षा ग्रहण करो शिक्षा ही तुम्हें एक दिन इस देश का शासक बनाएगी।
क्या सभी स्कूलों में अलग से संविधान पढ़ाना चाहिए
Yes/No 👇
अगर शिक्षा ग्रहण करोगे और इतिहास पढ़ोगें, ना दावे से कह रहा हूँ। तुम्हें कोई यमराज नहीं मिलेगा, कोई तुम्हें तेल, या कढ़ाई, में नहीं तालेगा, तुम्हें कोई स्वर्ग नरक नहीं मिलेगा, अगर शिक्षा ग्रहण कर ली तो शिक्षा ही स्वर्ग हैं, और अनपढ़ रहें, तो नर्क हैं यमराज भी तुम्हें जरूर मिलेगा, यह जीवन का सबसे बड़ा मंत्र हैं यह कोई साधु, बाबा, पंडित आपको नहीं बताने वाला क्योंकि उसे तो अपने भक्त तैयार करने हैं जय भीम।
अंबेडकरवादी होने पर शर्म नही गर्व कीजिए ,,
शान से बोले जय भीम...🙏🙏
एक आदमी एक मुर्गा खरीद कर लाया। एक दिन वह मुर्गे को मारना चाहता था, इसलिए उस ने मुर्गे को मारने का बहाना सोचा और मुर्गे से कहा, "तुम कल से बाँग नहीं दोगे, नहीं तो मै तुम्हें मार डालूँगा।"
मुर्गे ने कहा, "ठीक है, सर, जो भी आप चाहते हैं, वैसा ही होगा !"
सुबह , जैसे ही मुर्गे के बाँग का समय हुआ, मालिक ने देखा कि मुर्गा बाँग नहीं दे रहा है, लेकिन हमेशा की तरह, अपने पंख फड़फड़ा रहा है।
मालिक ने अगला आदेश जारी किया कि कल से तुम अपने पंख भी नहीं फड़फड़ाओगे, नहीं तो मैं वध कर दूँगा।
अगली सुबह, बाँग के समय, मुर्गे ने आज्ञा का पालन करते हुए अपने पंख नहीं फड़फड़ाए, लेकिन आदत से, मजबूर था, अपनी गर्दन को लंबा किया और उसे उठाया।
मालिक ने परेशान होकर अगला आदेश जारी कर दिया कि कल से गर्दन भी नहीं हिलनी चाहिए। अगले दिन मुर्गा चुपचाप मुर्गी बनकर सहमा रहा और कुछ नहीं किया।
मालिक ने सोचा ये तो बात नहीं बनी, इस बार मालिक ने भी कुछ ऐसा सोचा जो वास्तव में मुर्गे के लिए नामुमकिन था।
मालिक ने कहा कि कल से तुम्हें अंडे देने होंगे नहीं तो मै तेरा वध कर दूँगा।
अब मुर्गे को अपनी मौत साफ दिखाई देने लगी और वह बहुत रोया।
मालिक ने पूछा, "क्या बात है?"
मौत के डर से रो रहे हो?
मुर्गे का जवाब बहुत सुंदर और सार्थक था।
मुर्गा कहने लगा:
"नहीं, मै इसलिए रो रहा हूँ कि, अंडे न देने पर मरने से बेहतर है बाँग देकर मरता...
बाँग मेरी पहचान और अस्मिता थी ,
मैंने सब कुछ त्याग दिया और तुम्हारी हर बात मानी , लेकिन जिसका इरादा ही मारने का हो तो उसके आगे समर्पण नहीं संघर्ष करने से ही जान बचाई जा सकती है, जो मैं नहीं कर सका..."
अपने अस्तित्व, अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए संघर्ष करना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए...!!
मैं यहां मुर्गे कर सिर्फ उदाहरण दे रहा हूं लेकिन सच्चाई यह है कि दलितों का यही हाल है धीरे-धीरे अधिकार समाप्त हो रहे हैं अब वक्त आ गया है संभल जाओ।
भीम आर्मी कौन-कौन पसंद करता है, मेरी तो दिल की धड़कन है भीम आर्मी और आपकी...?
🌹💐❤️🙏🥀
सोशल मीडिया पर बिना आपसी जान पहचान के एक दूसरे से " जय भीम " कहना यही बहुजन एकता की पहचान है..!
"जय भीम 🙏 साथियों...
यादि हमे अपने पैरों पर खडे़ होना हैं, अपने अधिकारों के लिए लडना हैं, तो अपनी ताकत और अपने बल को पहचानो। क्योंकि शक्ति और प्रतिष्ठा संघर्ष से ही मिलती हैं।" जयभीम।
मनुवाद की छाती पर बिरसा फुले अंबेडकर
दहाड़ दो जय भीम 💙✊🏼
फोन उठाने के बाद हम अंग्रेजी में हेलो कहते हैं यदि हम इसे बदलना चाहे तो जय भीम के साथ संबोधन कर सकते हैं।
जय भीम 💙🙏🏻
06 दिसम्बर 1956, आने वाले हैं ये वही दिन हैं जिस दिन बाबा साहेब अम्बेडकर हमारे बीच नहीं रहे थे, दूनिया को अलविदा कह गए थे..!
Miss You Baba Shaab...😭😭
21वी सदी में फूले,शाहू, पेरियार, ललई, अंबेडकर जी की विचारधारा को मजबूती से चलने वाले आंदोलनकारी, संघर्ष शील, व आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय
एड. चन्द्रशेखर आजाद जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई व मंगलकामनाएं।
जिसका दिल करे वही
"जय भीम" लिखे
लगा दो दहाड़ 🙏🏻✊
गरीबों की झोपड़ी में शिक्षा नहीं पहुंचती शराब पहुँच जाती हैं तो आप खुद समझ लें गरीबों के बच्चों को कौन बर्बाद कर रहा हैं ?
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Ghaziabad
I was always mesmerised with the Femina Miss India contest while growing up. I love the glamour world and I will give this contest my 100%. Participating in this contest is a dream...
Ghaziabad
ye page mere sabhi hindu bhaiyo ke liye h taki unhe jo khabar nhi mil pati wo yha mile apne desh ki.
Ghaziabad
I am Neelam Goel and here I will share my recipes Website:https://www.facebook.com/Neelams-kitchen-100363728686302/ you tube :https://youtube.com/channel/UCQLduLbruKgDfXCwG1F4Xag ...
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