Soil Multiplier : Shortcut to Natural Farming : Nitin Doiphode, Kolhapur Videos

Videos by Soil Multiplier : Shortcut to Natural Farming : Nitin Doiphode in Kolhapur. The modern technology for agriculture is 'multiplier technique' to make your farm completely chemical-free. This technique, which triples the income and saves 80% on investment costs, is being used across the country.

केले के एक घड का वजन 50 किलो से भी उपर है !

केले की खेती,
मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।
१) किसान भाई का नाम-श्री राजनीदेवी कृषि फ़ार्म जगदलपुर छत्तीसगढ़।
२) मल्टीप्लायर विक्रेता तथा मार्गदर्शक- "ऑर्गेनिक भारत के शिल्पकार" पुरस्कार विजेता श्री हिमांशु मिश्रा सर।
३) केले की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया।
४) यह फसल मुरुम की जमीन पर उगाई गई है, जिस जमीन पर साधारण फसल नहीं हो सकती, वहां मल्टीप्लायर तकनीक से केले की शानदार फसल ली गई है।
५) केले के घड में फनी की संख्याओं ने रिकॉर्ड ब्रेक किया है, केले का साइज भी जंबो मिला है।

खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए l

क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है?
1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि
2) उत्पादन में गिरावट
3) फसल वृद्धि का रूकना
4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता
5) उत्पादन लागत में वृ

Other Soil Multiplier : Shortcut to Natural Farming : Nitin Doiphode videos

केले के एक घड का वजन 50 किलो से भी उपर है ! केले की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम-श्री राजनीदेवी कृषि फ़ार्म जगदलपुर छत्तीसगढ़। २) मल्टीप्लायर विक्रेता तथा मार्गदर्शक- "ऑर्गेनिक भारत के शिल्पकार" पुरस्कार विजेता श्री हिमांशु मिश्रा सर। ३) केले की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया। ४) यह फसल मुरुम की जमीन पर उगाई गई है, जिस जमीन पर साधारण फसल नहीं हो सकती, वहां मल्टीप्लायर तकनीक से केले की शानदार फसल ली गई है। ५) केले के घड में फनी की संख्याओं ने रिकॉर्ड ब्रेक किया है, केले का साइज भी जंबो मिला है। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए l क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृ

मक्का का उत्पादन रिकार्ड ब्रेक करेगा। मक्का की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम-श्री मुन्ना सिंह पटेल ग्राम जादवपुर जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश। २) मल्टीप्लायर विक्रेता तथा मार्गदर्शक- श्री संजय कुमार सर। ३) मक्का की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया। ४) किसान भाई का कहना है की, दो भुट्टे तो सभी पौधों में हैं, कुछ पौधों में तीन और चार भुट्टे भी लगे हैं। ५) गांव में सबसे अच्छी मक्का की फसल है, उत्पादन रिकार्ड ब्रेक करेगा। खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए l क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) *कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि* 2) *उत्पादन में गिरावट* 3) *फसल वृद्धि का रूकना* 4) *मिट्टी का सख्त होना/बंजरता* 5) *उत्पादन लागत में वृद्धि* 6) *कम पानी में फसल उगाना* 7) *बाढ़, बेमौसम बारिश, ज्यादा बारिश...

ज्यादा कल्लों की संख्या के साथ बालियां भी बहोत मिली।* धान की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ. १) किसान भाई का नाम-श्री विवेक गिरहीपुंजे ग्राम पोहरा तहसील लाखनी जिला भंडारा महाराष्ट्र. २) मल्टीप्लायर विक्रेता तथा मार्गदर्शक- श्री देवेंद्र विकासराव जावरे सर. ३) धान की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया. ४) फसल की ग्रोथ अच्छी हुई है. ५) कल्लों की संख्या ज्यादा मिली सभी कल्लों में बालियां लगी हैं. ६) कलर डार्क ग्रीन है, पत्तियों का आकार जम्बो है. ७) किसान भाई का कहना है की, उत्पादन बढ़कर मिलेगा. . . . .क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम पानी में फसल उगाना 7) *बाढ़, बेमौसम बारिश, ज्यादा बारिश... आदि। में हानि। * 8) * आप रासा

खीरा के खेत में दूसरे किसान भाइयों के मुकाबले,मल्टिप्लायर की उपयोग से उत्पादन बढ़कर मिल रहा है। खीरा ककड़ी की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री शुभम पाटीदार ग्राम मांडवी तहसील मनावर जिला धार मध्य प्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री जयेन्द्र पाटीदार सर Bsc Agriculture. ३) खीरा काकड़ी की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। ४) फसल की ग्रोथ अच्छी है, पत्तों का आकार जम्बो है। ५) कलर डार्क ग्रीन है, किड रोग समस्या नहीं है। ६) उत्पादन दूसरे किसान भाइयों के मुकाबले बढ़कर मिल रहा है। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम

मक्का कि फसल देखकर दूसरे किसान भाई मल्टिप्लायर के बारे मे पूछ रहे है। मक्का की खेती की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री श्रीमती सीमा मरकाम ग्राम मसोरा तहसील कोंडागांव जिला कोंडागांव छत्तीसगढ़। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्रीमती माहेश्वरी देवांगन मेडम। ३) मक्का की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। ४) फसल की ग्रोथ अच्छी हुई है, कलर डार्क ग्रीन है। ५) भुट्टे जम्बो आकार के लग रहे हैं। ६) फसल देखकर दूसरे किसान भाई पूछ रहे हैं। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम पानी में फस

मक्का कि फसल देखकर दूसरे किसान भाई मल्टिप्लायर के बारे मे पूछ रहे है। मक्का की खेती की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री श्रीमती सीमा मरकाम ग्राम मसोरा तहसील कोंडागांव जिला कोंडागांव छत्तीसगढ़। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्रीमती माहेश्वरी देवांगन मेडम। ३) मक्का की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। ४) फसल की ग्रोथ अच्छी हुई है, कलर डार्क ग्रीन है। ५) भुट्टे जम्बो आकार के लग रहे हैं। ६) फसल देखकर दूसरे किसान भाई पूछ रहे हैं। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम पानी में फस

प्याज का आकार जम्बो मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री रमेश लेंडे ग्राम खांदरमाळवाडी तहसील संगमनेर जिला अहमदनगर महाराष्ट्र। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री रमेश लेंडे सर स्वयं कंपनी प्रतिनिधि हैं। ३) प्याज की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ४) किसान भाई वीडियो में प्याज दिखा रहे हैं, बहुत अच्छा उत्पादन मिला है। ५) सभी प्याज का आकार जम्बो मिला है। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम पानी में फसल उगाना 7) *बाढ़, बेमौसम बारिश, ज्यादा बारिश... आदि। में हानि। * 8) * आप रासायनिक खेती से थक चुके हैं, आप 100% जैविक ख

पीले होकर खेत में गिर चुके पौधे मल्टीप्लायर तकनीक की वजह से खड़े हो गए । लहसुन (लस्सन) की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री अनिल राठौर गाम नाहरखेड़ा तहसील हातोद जिला इंदौर मध्य प्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्री लोकेश गुर्जर सर। ३) लहसुन की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ४) फसल का ऊपर का भाग सुखकर पूरी फसल पीली होकर जमीन पर गिर गई थी, उत्पादन मिलने की सम्भावना समाप्त हो गई थी। ५) लोकेश गुर्जर सर के मार्गदर्शन अनुसार, किसान भाई ने मल्टीप्लायर मिटटी में मिलाकर खेत में बराबर से फेंककर पानी चला दिया। ६) कुछ ही दिन में सुधार नजर आने लगा, फिर एक पानी और दे दिया। ७) उसके बाद मल्टीप्लायर, ऑल क्लियर, स्प्रे प्लस और नारायणअस्त्र का छिड़काव किया। ८) पीले होकर खेत में गिर चुके पौधे खड़े ह

गन्ने की खेती में मल्टीप्लायर से आया बदलाव। १) किसान भाई का नाम श्री रणजीत ग्राम हरचंदपुर जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता श्री आशीष मंडल सर. ३) मार्च और अप्रेल की गन्ने की फसल में मल्टीप्लायर तकनीक के इस्तेमाल से आया बदलाव स्वयं देखिये. खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पादन लागत में वृद्धि 6) कम पानी में फसल उगाना 7) *बाढ़, बेमौसम बारिश, ज्यादा बारिश... आदि। में हानि। * 8) * आप रासायनिक खेती से थक चुके हैं, आप 100% जैविक खेती करना चाहते हैं, लेकिन आपको कम लागत, कम मेहनत, 100% परिणाम का सही तरीका नहीं मिल रहा है। * 9) कृषि घाटे का धंधा बन गया है। (खर्च बढ़ा है, उत्प

करेले की खेती में जहरीली दवाओं पर होनेवाले खर्च की बचत। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री अम्बेलाल पटेल ग्राम खडका मलमुला जिला कोंडागांव छत्तीसगढ़। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्री अमल चंद्र बैद्य सर। ३) करेले की खेती में "मल्टीप्लायर तकनीक" का इस्तेमाल किया गया है। ४) किसान भाई ने बताया की यह जमीन बंजर थी, इस खेत में कोई भी फसल से अच्छा उत्पादन नहीं मिलता था। ५) पिछले साल खेत में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया था, फसल जोरदार मिली, इस साल पिछले साल के बढे हुए उत्पादन से बढ़कर उत्पादन मिलेगा। ६) जब रासायनिक खेती करते थे, किड रोग समस्या ज्यादा आती थी, मल्टीप्लायर तकनीक की खेती में किड रोग समस्या से मुक्ति मिली है, जहरीली दवाओं पर होनेवाले खर्च की बचत हुई है। ७) इस साल बरसात में केंचुए देखने को मिले, उनका

आलू की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री राम मूरत पटेल ग्राम पंडित का पूरा तहसील सोरांव जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री संजय कुमार सर। ३) आलू की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ४) किसान भाई स्वयं बता रहे हैं की, मल्टीप्लायर तकनीक की खेती में रासायनिक खाद की मात्रा आधी डालने के बावजूद फसल पुरे गांव में सबसे अच्छी है। ५) फसल की ग्रोथ रेकॉर्ड ब्रेक हुई है, सभी पत्ते निरोगी हैं, रासायनिक दवाओं पर खर्च होने वाले पैसों की बचत हुई, नामात्र भी किड रोग नहीं है। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरावट 3) फसल वृद्धि का रूकना 4) मिट्टी का सख्त होना/बंजरता 5) उत्पा

30% उत्पादन बढ़कर मिला। धान की नर्सरी, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री जागेश्वर टेमरे ग्राम परकलकसा तहसील डौंडी जिला बालोद छत्तीसगढ़। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- "आर्गनिक भारत के शिल्पकार" पुरस्कार विजेता श्री जीवनलाल साहू सर। ३) किसान भाई ने बरसात में धान की आर्गनिक खेती की थी, रासायनिक खाद का एक दाना भी नहीं डाला था, बावजूद धान का उत्पादन 30 की जगह 40 क्विंटल, मतलब दो एकर में 10 बढ़कर मिला। ४) कंपनी का सजेशन धीरे-धीरे रासायनिक कम करने का था, परन्तु किसान भाई ने दूसरे किसान भाइयों से मल्टीप्लायर तकनीक की खेती के विषय में सुना था, इसलिए रिस्क लेकर पहले साल से आर्गनिक खेती की। खेती की समस्या हमेशा के लिए दूर कर के, आपना उत्पादन दुगुना कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि 2) उत्पादन में गिरा

गेहू के कल्लों की संख्या बढ़ गई, रासायनिक फसल और मल्टीप्लायर की फसल का फरक देख सकते है | १) किसान भाई का नाम श्री सुनील तिवारी ग्राम बिछुआ तहसील केवलारी जिला सिवनी मध्य प्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री राकेश ठाकुर सर। ३) गेहूं की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ४) किसान भाई स्वयं बता रहे हैं, फसल छोटी और पीले कलर की थी, मल्टीप्लायर देने के बाद काफी अच्छा सुधार हुआ। ५) फसल का कलर डार्क ग्रीन बन गया, ग्रोथ में तेजी आ गई, कल्लों की संख्या बढ़ गई। खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) *कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि* 2) *उत्पादन में गिरावट* 3) *फसल वृद्धि का रूकना* 4) *मिट्टी का सख्त होना/बंजरता* 5) *उत्पादन लागत में वृद्धि* 6) *कम पानी में फसल उगाना* 7) *बाढ़, बेमौसम ब

*मल्टीप्लायर से बीजोपचर याने 95% से ज्यादा बीजों का पौधों में रूपांतर!* फसलों के रोग मुख्यतः बीज, मिट्टी तथा हवा के माध्यम से फैलते हैं। फसलों को बीज-जनित एवं मृदा-जनित रोगों से बचाने के लिए बीजों को बोने से पहले कुछ रासायनिक दवाओं एवं पोषक तत्वों की उपलब्धता बढाने के लिए कुछ जैव उर्वरकों से उपचारित किया जाता है। इसे बीजोपचार कहते हैं | बीज उपचार गुणवत्तायुक्त भरपूर फसल उत्पादन प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है, कि उन्नत और रोग प्रतिरोधी किस्मों के स्वच्छ, स्वस्थ और पुष्ट बीज से बुआई की जाये, बीज को निरोग एवं स्वस्थ बनाने के लिए उसे अनुशंसित रसायन या जैव रसायन से उपचारित करना होता है। मल्टीप्लायर से बीजोपचार के फायदे: 1.अगर आप मल्टीप्लायर से बीजोपचार करते हो तो पीको के अनुसार जल्द से जल्द ज्यादा मात्रा में कल्ले निकलते है। 2. मल्टीप्लायर से बीजोपचार करने पर 95 प्रति

*मल्टीप्लायर तकनीक से सुख रही फसल में सुधार आया, फसल डार्क ग्रीन बन गई !* Post no-2682 बैंगन की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री सोहनसिंग राजपूत ग्राम राहतातले जिला हरदा मध्यप्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री लोकेश गुर्जर सर। ३) बैंगन की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया है। ४) किसान भाई की बैंगन की फसल में पत्ते सुख रहे थे, उत्पादन बहोत कम मिल रहा था। ५) मल्टीप्लायर तकनीक के इस्तेमाल के बाद कुछ ही दिनों में फसल में सुधार आया, फसल ग्रीन बन गई, नए फूल आने लगे, उत्पादन बढ़ गया। खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) *कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि* 2) *उत्पादन में गिरावट* 3) *फसल वृद्धि का रूकना* 4) *मिट्टी का सख्त होना/बंजरता* 5) *उत्पादन लागत में वृद

जहाँ कुछ भी उत्पादन मिलने की संभावना नहीं थी, वहां मल्टीप्लायर का प्रयोग सक्सेस रहा। Post no-2703 धान की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री राजकुमार रघुवंशी ग्राम लोखड़ तलाई तहसील सिवनी मालवा जिला होशंगाबाद मध्य प्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- डॉक्टर महेश जाट सर। ३) धान की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया है। ४) किसान भाई ने बताया की धान की फसल ख़राब हो गई थी, कुछ भी उत्पादन मिलने की सम्भावना नहीं थी। ५) रासायनिक खाद की पूरी मात्रा के साथ और भी अलग-अलग उत्पाद डालने से भी रिजल्ट नहीं मिलने पर 10 एकड़ क्षेत्र में पांच किलो मल्टीप्लायर का प्रयोग सक्सेस रहा। ६) जहाँ कुछ भी उत्पादन मिलने की संभावना नहीं थी, वहां बढ़कर उत्पादन मिलेगा। खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए क्या आपके खेत में निम्न

मल्टिप्लायर की फसल ख़राब वातावरण में भी फसल तेजी से बढ़ रही थी, फसल की ग्रीनरी लगातार बनी रही। Post no-2689 चने की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री सोहनसिंग राजपूत ग्राम राहतातले जिला हरदा मध्यप्रदेश। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- श्री लोकेश गुर्जर सर। ३) चने की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया है। ४) किसान भाई ने बीज उपचार के साथ चने की बुवाई की थी, इसलिए ख़राब वातावरण में भी फसल तेजी से बढ़ रही थी, फसल की ग्रीनरी लगातार बनी रही। ५) जहाँ मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल नहीं हुआ था, उन खेतों में वातावरण ख़राब हो जाने के कारण फसल के पत्ते सूख रहे थे, पत्ते पीले पड़ रहे थे, ग्रोथ रुक गई थी। खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) *कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद

*उत्पादन 18 क्विंटल पर्यंत मिळत होते, मल्टीप्लायर तंत्राने 24 क्विंटल पर्यंत मिळत आहे.* Post no-2675 भाताची शेती, मल्टीप्लायर तंत्रासोबत. १) शेतकरी मित्राचे नाव श्री भुनेश्वर साहू ,गाव सुखरी,तालुका डोंगरगाव,जिल्हा राजनांदगांव, छत्तीसगढ़. २) मार्गदर्शक तसेच मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्री अंजोर सिंह साहू सर. ३) भाताच्या शेतीमध्ये मल्टीप्लायर तंत्राचा वापर केला आहे. ४) शेतकरी मित्र पूर्वी जेवढे खत टाकत होते, त्याच्या तुलनेत ५० टक्के पर्यंत कमी खत टाकून सुद्धा पिक पूर्वीपेक्षा चांगले आहे. ५) मातीमध्ये सुधारना होत आहेत, माती नरम होत आहे. ६) रासायनिक खताने उत्पादन 18 क्विंटल पर्यंत मिळत होते, आता 24 क्विंटल पर्यंत मिळत आहे. शेतीतील *समस्या कायमच्या दूर करून*, आपले *उत्पादन दुप्पट* करा. तुमच्या शेती मध्ये खालील समस्या आहेत का? १) *कीड-रोगांचे प्रमाण

मल्टीप्लायर तकनिक 1) मल्टिप्लायर की मदत से पहले ही साल 30% से 50% तक उत्पादन बढ़कर मिलता हैं। 2) 7 साल में उत्पादन तीन गुना तक बढ़ सकता है। उस के बाद मल्टिप्लायर की भी जरूरत नहीं रहती। 3) मल्टिप्लायर के इस्तेमाल से मिलनेवाली फल और सब्जी १००% सेंद्रीय/ऑर्गेनिक होगी तो फिर बाहरी देशो से आपके फल,सब्जी की मांग बढेगी । 4) मल्टिप्लायर से कम खर्च में उत्पादन बढत मिलती हैं। उत्पादन खर्चा ८०% तक कम होता हैं। 5) मिट्टी प्राकृतिक हो जाती है । 6) उत्पादन की गुणवत्ता (रंग,आकार, चव,वजन) बदल जाती है । खेती की *समस्या हमेशा के लिए दूर कर के*, आपना *उत्पादन दुगुना* कीजिए क्या आपके खेत में निम्न में से कोई समस्या है? 1) *कीड़ और रोगों के प्रकोप में वृद्धि* 2) *उत्पादन में गिरावट* 3) *फसल वृद्धि का रूकना* 4) *मिट्टी का सख्त होना/बंजरता* 5) *उत्पादन लागत में वृद्धि* 6) *कम पानी में फसल उगाना* 7) *बाढ़, बेमौसम बारिश,

किड रोग की समस्या नहीं आने से खर्च में बचत हुई है। Post no-2646 धान की खेती। मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। १) किसान भाई का नाम श्री जितेंद्र बनछोड़ ग्राम मोकाशी तहसील पाटन जिला दुर्ग छत्तीसगढ़। २) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता- विक्रमवीर पुरस्कार विक्रेता श्री नागेंद्र कुमार वर्मा सर। ३) धान की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया है। ४) किसान भाई ने DAP सिर्फ 25 किलो तथा यूरिया खाद तथा पोटाश की मात्रा भी आधी करने के बावजूद उत्पादन बढ़कर मिलेगा। ५) किड रोग की समस्या नहीं आने से खर्च में बचत हुई है। अधिक जानकारी के लिये आगे दि गयी लिंक के उपर क्लिक करके व्हिडिओ देख लिजिये :- https://youtu.be/3Qu5aOL6CVs . . . . . #उत्पादन #मल्टीप्लायर #farm #farmer #farmlife #india #farmersmarket #organic #muqltiplier #multi #उत्पादन #धान #मल्टीप्लायर #उत्पादनबढ़ोतरी #opium #shoko #bcn #acids #eikas #oduz #pupie #grym #carve #dieks #monsta #phomen #ruen #zodiac #akm #tues #crunch #darn #skelta #pubes #dumbo #slops #astro #unko #charm #akms #akmz #blingbling #barcelon