Chaudhary Charan Singh University, Meerut
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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग व इतिहास संकलन समिति मेरठ प्रांत के संयुक्त तत्वाधान में इतिहास लेखन समस्या विविध आयाम विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया
29.2.2024 तक संपन्न हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए चार पदक प्राप्त किए।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में चल रहे सीसीएसयू हॉस्टल फेस्ट 2024 के अंतर्गत वीर शिरोमणि छात्रावास के तत्वाधान में इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ यशवेंद्र वर्मा तथा डॉ अनिल कुमार यादव की देखरेख में बालक व बालिका वर्ग में बैडमिंटन तथा टेबल टेनिस के एकल और युगल मैच खेले गए। बालिका वर्ग में एकल टीटी मैच में दुर्गा भाभी छात्रावास की खिलाड़ी प्रतिभा ने रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास के खिलाड़ी निकिता को करीबी मैच मे हराया । वही बालिका वर्ग के ही युगल मैच में दुर्गा भाभी छात्रावास की खिलाड़ियों दिव्या व प्रतिभा ने रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास की खिलाड़ियों पलक और निकिता को हराकर विजय प्राप्त की।
बालक वर्ग के टीटी में केपी हॉस्टल के आर्यन पवार ने प्रथम एपीजे हॉस्टल के दुष्यंत शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया , बालक वर्ग के युगल टीटी मैच में एपीजे अब्दुल कलाम छात्रावास की मनु दुष्यंत की जोड़ी ने वीएसएमपी हॉस्टल की मयंक वैभव की जोड़ी को करीबी मैच में हराया।
बालक वर्ग के एकल *बैडमिंटन* मैच में केपी हॉस्टल के कुश गोस्वामी एमपी छात्रावास के वैभव को हराकर विजय रहे । युगल मैच में केपी हॉस्टल की जोड़ी ने सफलता हासिल की ।
बैडमिंटन में बालिका वर्ग में सिंगल्स मैच के दौरान दुर्गा भाभी छात्रावास की निशिता ने रानी लक्ष्मीबाई हॉस्टल की प्रतिभा को हराकर मैच जीता वही बालक बालिका वर्ग के डबल्स बैडमिंटन में दुर्गा भाभी छात्रावास की जोड़ी विजय रही।
प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सभी प्रतिभागियों में दर्शकों को धन्यवाद ज्ञापित कर खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी ।आज की प्रतियोगिता- बैडमिंटन मैचों में श्री आशीष पंवार व टेबल टेनिस मैचों में श्री राजन मैच रेफरी रहे। मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर अल्पना अग्रवाल , डॉक्टर आलोक कुमार उपस्थित रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर जितेंद्र ,श्री रविंद्र, सभी छात्रावासों के छात्रावास अधीक्षक में सहायक अधीक्षक, स्पोर्ट्स विभाग से डॉक्टर गुलाब सिंह रुहेल ,डॉक्टर ओमपाल का सहयोग रहा ।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में साइंस डे को सेलिब्रेट किया गया। आल इंडिया मेडिकल साइंस न्यू दिल्ली से आई रिसर्च ऑफिसर डॉक्टर स्वाति वार्ष्णेय ने अनकवरिंग हिडेन वर्ल्ड ऑफ़ हॉस्पिटल फैब्रिक्स टॉपिक पर व्याख्यान दिया और बताया कि किस तरह से डॉक्टर के लैब कोट और वहा प्रयोग में आने वाले कपड़ो के फैब्रिक में किस प्रकार जीवाणु अटैच रहते है और संक्रमण कर सकते है। डॉक्टर स्वाति हॉस्पिटल में प्रयोग में आने वाली फैब्रिक्स पर जीवाणुओं का अध्यन कर रही है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जितेंद्र सिंह ने विभाग के छात्रों को नेशनल साइंस डे की शुभकामनाएं दी और साइंस डे की विस्तृत जानकारी दी और सेनिटाइजेशन, स्टेरलाइजेशन और डिसिंफेक्टेंट के प्रयोग के बारे में बताया। संयोजक डॉक्टर देवेंद्र कुमार ने हॉस्पिटल से होने वाले इन्फेक्शन से छात्रों को सावधान किया और बताया कि किस प्रकार से हम सावधानी बरते कि संक्रमण से बच सके। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉक्टर अश्वनी शर्मा, डॉक्टर कपिल स्वामी, डॉक्टर दिलशाद अली, डॉक्टर दिनेश शर्मा, डॉक्टर लक्ष्मण नागर और डॉक्टर पायल मौजूद रहे।
आज दिनांक 1.3.2024 प्रातः 10:00 बजे से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में 10 दिवसीय "सीसीएसयू हॉस्टल फेस्ट 2024 " का बृहस्पति भवन सभागार में प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता ,प्रोफेसर वीरपाल सिंह ,प्रोफेसर दिनेश कुमार ,प्रोफेसर विजय जायसवाल, प्रोफेसर अजय विजय कौर , डॉ सुदेष्णा ,डॉक्टर विवेक कुमार त्यागी, डॉ सरु कुमारी ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर विधिवत शुभारंभ किया । शुभारम्भ सत्र की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता व मुख्य अतिथि प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों का चहुंमुखी विकास होता है। इस 10 दिवसीय हॉस्टल फेस्ट 2024 के अंतर्गत प्रतिदिन किसी एक छात्रावास के तत्वाधान में तथा वहां के छात्रवास प्रशासन व इवेंट कोऑर्डिनेटरों की देखरेख में किसी न किसी एकेडमिक अथवा क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है।
शुभारम्भ के पश्चात पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास के तत्वाधान में इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ विवेक कुमार त्यागी, डॉक्टर सीपी सिंह की देखरेख में एक्टेंपोर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। एक्टेंपोर प्रतियोगिता के दौरान एक बाउल में टॉपिक लिखकर कुछ डाली जाती हैं ,प्रतिभागी आता है एक पर्ची चुनता है तथा मंच से निर्धारित दो मिनट के अंदर हिंदी अथवा अंग्रेजी भाषा में उस टॉपिक के विषय में अपने विचार प्रस्तुत करता है ,निर्णायक मंडल कुछ नियमों के आधार पर सभी को अंक देते हैं और उसी के आधार पर विजेता घोषित किया जाता है। इन्हीं प्रक्रिया के अंतर्गत परिसर स्थित आठ छात्रावासों से लगभग 16 छात्र-छात्राओं ने एक्टेंपोर प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों जैसे महिला सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान के चमत्कार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इत्यादि पर एक से बढ़कर एक विचार रखें तथा दर्शकों व उपस्थित अतिथियों को मंत्रमुग्ध किया ।
परिणाम के दौरान डीडीयू छात्रावास के अभिषेक शर्मा ने प्रथम स्थान ,केपी छात्रावास के संदीप मिश्रा ने द्वितीय स्थान , रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास छात्रावास की पायल रावल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
फेस्ट के दूसरे सत्र में दुर्गा भाभी छात्रावास के तत्वाधान तथा इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सरू कुमारी की देखरेख में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ इस प्रतियोगिता में आठ छात्रावासों की अलग अलग टेबल बनाई गई जहां पर बजर की व्यवस्था की गई ,स्क्रीन पर प्रश्न दिए गए जो सबसे पहले बजर बजा देता उसे ही पहले जवाब देने का अवसर मिलता सही जवाब होने पर सकारात्मक अंक तथा गलत जवाब होने पर नकारात्मक अंक दिए जाते, अंततः स्कोर द्वारा मुख्य अतिथि व स्कोरर के रूप में उपस्थित डॉक्टर पवित्र देव द्वारा अंकों के आधार पर परिणाम घोषित किए गए जिसमें टीम वीर शिरोमणि महाराणा छात्रावास ने प्रथम स्थान , टीम केपी छात्रावास ने द्वितीय स्थान तथा टीम दुर्गा भाभी छात्रावास ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सभी अतिथियों प्रतिभागियों तथा आयोजको धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि निश्चित रूप से ही इन प्रतियोगिताओं का छात्रावास में रह रहे हैं आवासीय छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण पर सकारात्मक प्रभाव होगा। फेस्ट के पहले दिन कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्रावासों के वार्डन डॉक्टर संजीव कुमार , डॉक्टर वाई पी सिंह ,इंजीनियर प्रवीण कुमार ,डॉक्टर सचिन कुमार , डॉक्टर अजय कुमार , डॉक्टर अनिल यादव, श्री रविंद्र, श्री मणि सिंह , रमिता, रुखसाना, शिवम इत्यादि उपस्थित रहे।
विधि अध्ययन संस्थान चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ में आज दिनांक 29-02-2024 को बी0ए0एल0एल0बी0 पाठ्यक्रम के तृतीय वर्ष (2022-23) एवं चतुर्थ वर्ष (2022-23) के विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना, Digiशक्ति के अन्तर्गत स्मार्ट फोन वितरित किये गये।
कार्यकम का उद्घाटन मा0 कुलपति, प्रो0 संगीता शुक्ला, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, मुख्य अतिथि मा0 विधायक श्री अमित अग्रवाल, मेरठ कैन्ट, विशिष्ट अतिथि प्रो0 दिनेश कुमार, चीफ वार्डन एवं डॉ0 विवेक कुमार, समन्वयक, विधि अध्ययन संस्थान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ ने माँ सरस्वती वंदना कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय विधायक श्री अमित अग्रवाल, मेरठ कैन्ट ने कहा सरकार की योजनाओं तथा भारत सरकार द्वारा किये गये नये कानूनी बदलाव के बारे में बताया। साथ ही साथ उन्होंने वर्तमान सरकार द्वारा 01 जुलाई 2024 से लागू होने वाले नये कानून जैसे भारतीय न्याय संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के द्वारा अंग्रेजी कानूनों को बदलकर भारतीय कानून व्यवस्था लागू करने का महत्व बताया। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश काल के कानूनों को मोदी सरकार द्वारा परिवर्तित किया गया है तथा 1200 पुरानों कानूनों को भी समाप्त करने का नया आयाम स्थापित किया है। उन्होंने विधि के विद्यार्थियों को आर्शिवचन देते हुये कहा कि आप नये केस लॉ का गहरायी से अध्ययन करें। मा0 सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा दिये गये निर्णयों का निर्वचन करना विधि के छात्र-छात्राओं का आना चाहियें।
कार्यक्रम में माननीय कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला जी द्वारा छात्र-छात्राओं को आर्शिवाद देते हुये कहा कि विधि के छात्र-छात्राओं को केस लॉ का व्यापक रूप से अध्ययन करना चाहियें और उन्होंने विधि के नवीन ज्ञान का अजृन करना चाहिये और समाज के उत्थान में अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहिये। जिससे वह अच्छे अधिवक्ता, न्यायधीश, शिक्षक एवं अच्छे नागरिक सिद्ध हो सके।
कार्यक्रम में प्रो0 दिनेश कुमार, चीफ वार्डन ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि आर्टिफिशयल इंटेलीजेन्स एक नयी पद्धति है, इस पर विधि के विद्यार्थियों को गहन अध्ययन करना चाहिए।
इस अवसर पर विधि अध्ययन संस्थान के समन्वयक डॉ0 विवेक कुमार जी ने स्वागत भाषण दिया एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही छात्र-छात्राओं को अपने उदबोधन में विभाग की उपलब्धियां बताते हुये कहा कि हमारे संस्थान के विद्यार्थी उत्तर प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों में उच्चतर न्यायिक सेवा (एचजेएस), प्रदेशिक न्यायिक सेवा, (पीसीएस-जे), अभियोजन अधिकारी (एपीओ) एवं अन्य उपक्रमों में अपनी सेवा दे रहे है तथा संस्थान के पुरातन छात्र भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में विधि शिक्षक के रूप में भी कार्य कर रहे है। साथ ही साथ उन्होंने स्मार्ट फोन का सदउपयोग, अद्यतन काूननी ज्ञान का महत्व बताते हुये छात्र-छात्राओं से इसके संतुलित उपयोग की अपेक्षा की।
कार्यक्रम का संचालन डा0 अपेक्षा चौधरी ने किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ0 कुसुमा वती, श्री आशीष कौशिक, डॉ0 विकास कुमार, डॉ0 महिपाल सिंह, डॉ0 सुशील शर्मा, डॉ0 मीनाक्षी, श्री अरशद, उपासना गौतम, श्री अपूर्व मित्तल, श्री सोहन वीर, श्री तरूण कुमार, श्री अंकित लोधी, श्री पुष्पेन्द्र सिंह, श्री अक्षय कुमार एवं संस्थान के छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित रहें।
तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में चल रही फिल्म मेकिंग कार्यशाला का गुरुवार को समापन हो गया इस कार्यशाला में 7 दिन में छात्राओं को फिल्म की बारीकियां से रूबरू कराया गया एक अच्छी फिल्म बनाने के लिए किस प्रकार से हम स्क्रिप्ट राइटिंग करें फिल्म का डायरेक्शन कैसा हो एक्टिंग कैसे की जाए किस सीन में अभिनेता द्वारा कैसे इमोशंस दिखाई जाए यह सभी चीज इस साथ दिवसीय कार्यशाला में अभिनेता रवि कर्णवाल और फिल्म निर्देशक शुभम शर्मा ने छात्र-छात्राओं को सिखाया। गुरुवार को तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के छात्र-छात्राओं ने समापन के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित साहित्य कुटीर पर एक लघु नाटक मानव विकास क्रम पर प्रस्तुत किया। यह नाटक बिना बोले छात्रों ने दर्शकों को बताया कि किस प्रकार से मानव का विकास हुआ वर्तमान समय में एक मानव किस प्रकार से एक मशीन के तौर पर काम कर रहा है इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर के सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने जमकर तालियां बजाई छात्र-छात्राओं द्वारा किए गए नाटक की प्रशंसा की। समापन के अवसर पर तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में पश्चिमी उत्तर प्रदेश फिल्मों का हब बनने वाला है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नोएडा में फिल्म सिटी का निर्माण कराया जा रहा है जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवाओं को फिल्मी क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर मिलेंगे फिल्मी क्षेत्र में जाने वाले या फिर स्क्रिप्ट राइटिंग डायरेक्शन प्रोडक्शन करने वालों के लिए मिल का पत्थर साबित होगी। इस दौरान डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव डॉ दीपिका वर्मा लव कुमार बीनम यादव मितेंद्र कुमार गुप्ता ज्योति वर्मा आदि मौजूद रहे।
तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में फिल्म निर्माण पर चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन विभाग के विद्यार्थियों द्वारा निर्देशित फिल्म "सामान" की शूटिंग की गई |
बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ #सीसीएसयूमेरठ एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में *राष्ट्रीय विज्ञान दिवस* के उपलक्ष्य में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, लखनऊ (यूपी) द्वारा प्रायोजित माननीय कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी की अध्यक्षता एवं प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह गौरव के निर्देशन में *बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) प्रवर्तन और नीतियों* पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
#सीसीएसयू_मेरठ परिवार की ओर से महान स्वतंत्रता सेनानी, संविधान सभा के अध्यक्ष एवं भारत के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।
Happy National Science Day!
Let's celebrate the incredible advancements in science and technology that have transformed our world and continue to shape our future. 📡🔭🧪
#सीसीएसयू के भौतिक विज्ञान विभाग में एमएससी की छात्रा अंशिका गुप्ता शोध करने डोंगगुक विश्वविद्यालय सियोल दक्षिण कोरिया जा रही हैं । माननीय कुलपति प्रो संगीता शुक्ला,डायरेक्ट एसेडमिक्स प्रो संजीव शर्मा , डायरेक्टर रिसर्च प्रो बीरपाल सिंह, प्रो संजीव कुमार ने शुभकामनाएं प्रेषित की।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वनस्पति विज्ञान विभाग में दो दिवसीय कार्यशाला का आज हुआ सफल समापन।
कार्यक्रम संयोजक: प्रो विजय मालिक
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय स्थित सर छोटू राम इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में हैकेथान के पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का आरंभ मां शारदे के समक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा डायरेक्टर एकेडमिक्स, प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह डीएसडब्ल्यू, प्रोफेसर नीरज डायरेक्टर एस. सी. आर. आई. इ. टी., डा0 गौरव त्यागी समन्वयक हैकेथान, इंजीनियर प्रियांक सिरोही समन्वयक हैकेथान, मिस दिव्या शर्मा सह समन्वयक हैकेथान, इंजीनियर अर्पित छाबड़ा, डाॅ मानव बंसल, डाॅ शिवम गोयल, डाॅ लक्ष्मी शंकर सिंह, इंजीनियर जीएसकांत द्वारा दीप प्रज्वलित करके हुआ। हैकेथान में देवांग एवं टीम, उदित एवं टीम, सत्यानंद एवं टीम को कमशः प्रथम (2500/ रुपये) द्वितीय (2000/रुपये) एवं तृतीय पुरस्कार (1500/ रुपये) प्राप्त हुआ। हैकेथान में 26 टीमों में बट कर कुल 106 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। मंच संचालन मिस दिव्या शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में हरि गोपाल, कंचन वर्मा ने टेक्निकल सहयोग एवं स्टूडेंट वॉलिंटियर मोहम्मद अहमद, सौम्या त्यागी, अवशेष भारतीय, सौरभ सरोज, पीयूष भारद्वाज, सत्यानंद आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।
कर्तव्य मार्ग पर चलकर ही होगी अधिकारों की प्राप्ति: डॉक्टर गौरव प्रधान
कर्तव्य भूलकर अधिकारों को प्राप्त नहीं किया जा सकता
कर्तव्य मार्ग से हम ला सकते हैं बड़ा परिवर्तन
मेरठ। कर्तव्य पथ पर चलकर ही अधिकारों की प्राप्ति होगी कर्तव्य को भूलकर अधिकारों को प्राप्त नहीं किया जा सकता कर्तव्य मार्ग पर चलने से ही हम बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं भगवान श्री राम ने कर्तव्य पालन धैर्य और धर्म की व्याख्या की थी धर्म का मूल अर्थ ही कर्तव्य है यह बात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के अटल सभागार में आयोजित कार्यक्रम ए जर्नी ऑफ इंडिया टू भारत के दौरान मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर गौरव प्रधान ने कही।
डॉ गौरव प्रधान ने कहा कि भारत आज का नाम नहीं है सतयुग वेदों से यह नाम चल रहा है भारत का मूल आधार ज्ञान है और वेदों में ही सारा ज्ञान है जो देश अपनी सभ्यता अपनी जड़ को भूल जाता है उसका समाप्त होना निश्चित है भारत फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है इसके लिए सभी का साथ चाहिए विश्व गुरु बनने का मतलब यह है नहीं है कि किसी पर राज करना हमारी सभ्यता दूसरों को दबाकर राज करना नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर सबका सम्मान करते हुए चलना है उन्होंने कहा कि जब तक संघर्ष नहीं करोगे तो सफलता नहीं मिलेगी जीत जरूरी नहीं है बल्कि सच्चे मन से संघर्ष जरूरी है अपने पास जो संसाधन है उन्ही उपलब्ध संसाधनों से ही संघर्ष करना है। कहां की यदि आदमी के अंदर से बाहर निकल जाए तो उसको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता यदि हमें कुछ करना है तो सबसे पहले सीखने की आदत को अपने अंदर डालें जहां पर ज्यादा सीखने को मिले वहीं पर पहले जाना चाहिए 1000 साल की गुलामी नहीं हमें सहना सिखा दिया था। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि यदि मैनेजमेंट सीखना है तो चार किताबें को जरूर पढ़ें रामायण महाभारत चाणक्य नीति और कौटिल्य अर्थशास्त्र हमने ग को केवल पढ़ने के लिए रखा कभी उन्हें समझा नहीं यदि जीवन को सुधारना है तो लिखे गए ग को पढ़ने के साथ-साथ समझना भी पड़ेगा आज का युवा इंडिया पर नहीं भारत पर ज्यादा विश्वास करता है कभी दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए अपने पास जो है उसी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अनेक प्रकार से कार्य कर रहा है युवाओं के गुणवत्ता परक शोध के लिए विश्वविद्यालय उन्हें हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है देश का भविष्य उन पर निर्भर करता है वह हर स्तर पर इसका प्रतिनिधित्व करते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ विवेक कुमार त्यागी ने किया इस अवसर पर भास्कर जैन कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा रिसर्च डायरेक्टर प्रोफेसर वीरपाल सिंह प्रोफेसर हरे कृष्णा प्रोफेसर जयमाला प्रोफेसर अनिल मलिक प्रोफेसर दिनेश कुमार प्रोफेसर प्रशांत कुमार डॉ धर्मेंद्र कुमार प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता दीपक त्यागी आदि मौजूद रहे।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वाणिज्य विभाग (बीकॉम ऑनर्स )में विद्यार्थियों हेतु "सीoएमoए में कैरियर बनाने के अवसर " विषय पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वनस्पति विज्ञान विभाग में दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में आयोजित स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी तथा अकादमिक डायरेक्टर प्रो0 संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियो इस फोन का उपयोग अपनी शिक्षा का समृद्ध करने के लिए करना।
*एकदिवसीय वर्कशॉप "फोटोनिकस फॉर नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी" का हुआ आयोजन*
दिनांक 22 फरवरी 2023 को भौतिक विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया। यह आयोजन सर छोटू राम इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी के अटल सभागार में आयोजित हुआ। इस एकदिवसीय कार्यक्रम में डा. श्रीगणेश प्रभु(टी आई एफ आर, मुंबई), डा. मुकेश जेवरिया (एन पी एल, नई दिल्ली), डा. रंजन सिंह (एन टी यू, सिंगापुर), डा. राजन झा (आई आई टी, भुवनेश्वर), डा. सतीश कुमार दुबे (आई आई टी, दिल्ली) सम्मानित वक्ता के रूप में आमंत्रित हुए।
वर्कशॉप के शुभारंभ में विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार मलिक ने बताया की आने वाला युग प्रकाश युग होगा। शोध निदेशक प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने विश्वविद्यालय द्वारा गत वर्ष में प्राप्त की गई उपलब्धियां के बारे में जानकारी दी। डीन ऑफ़ साइंस प्रोफेसर जयमाला द्वारा मुख्य अतिथि और वक्ताओं का स्वागत किया गया। शैक्षणिक निदेशक डॉ संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि शोध का उद्देश्य आर्थिक नहीं बल्कि मनुष्य के जीवन को सुखमय बनाने का होना चाहिए।
वर्कशॉप के पहले सत्र में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च से डॉ. श्री गणेश प्रभु और राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला से डा. मुकेश जेवरिया द्वारा अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। डा प्रभु और डॉ जेवरिया ने टेराहर्ट्ज विषय पर अपने शोध प्रस्तुत किए। डा. प्रभु ने अपने वक्तव्य में टेराहर्ट्ज स्पेक्ट्रोस्कॉपी से जुड़े तथ्यों के बारे में जानकारी दी वही डॉ. जेवरिया ने टेरा हर्ट्ज के माध्यम से भविष्य की संभावनाओं को उजागर किया। पहले सत्र में प्रतिभागियों को बताया गया कि किस प्रकार टेरा हर्ट्ज स्वास्थ्य, संचार, सुरक्षा, खाद्य संदूषण अधिक क्षेत्रों में किस प्रकार सहयोगी है।वर्कशॉप के दूसरे सत्र में एन टी यू सिंगापुर से डा. रंजन सिंह, आई आई टी भुवनेश्वर से डा. राजन झा और आई आई आई टी दिल्ली से डा. सतीश कुमार दुबे ने अपने शोध प्रस्तुत किए।डा. रंजन सिंह ने संचार माध्यम में फोटोनिक्स विषय की संभावनाओं को उजागर किया। डा. झा द्वारा एकल फोटोन व उसके माध्यम से क्वांटम जगत के तथ्यों के बारे में जानकारी दी। वहीं डा. दुबे ने मेडिकल के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन ऑप्टिक सेंसिंग के बारे में बताया।वर्कशाप का संचालन भौतिक विभाग के संकाय सदस्य डॉ. कविता शर्मा के द्वारा किया गया। यह वर्कशॉप भौतिक विज्ञान के सभी संकाय सदस्य और आयोजक समिति प्रो अनिल कुमार मलिक, प्रो बीरपल सिंह, प्रो अनुज कुमार, प्रो संजीव कुमार शर्मा, डा. अनिल कुमार यादव, डा. योगेंद्र कुमार गौतम, डा. कविता शर्मा और डा. विवेक कुमार नौटियाल द्वारा किया गया। वर्कशॉप में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने दिया। इस एकदिवसीय वर्कशाप में पीएचडी शोधार्थी, एमएससी,बीएससी और बीटेक के छात्रों ने प्रतिभाग किया।
शरीर के भाव से अपनी बात कह सकते हैं: रवि कर्णवाल
यह आंगिक कला का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होता है
तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में सात दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
मेरठ। हम शरीर के अंगों के माध्यम से अपनी भावनाओं को प्रकट कर सकते हैं हम सामने वाले तक अपनी बात को पहुंचा सकते हैं यह एक नाट्यशास्त्र का एक रूप है यह चार प्रकार के होते हैं उनमें से एक कला है आंगिक कला यह बात तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में फिल्म मेकिंग पर गुरुवार को शुरू हुई सात दिवसीय कार्यशाला में एक्सपर्ट रवि कर्णवाल ने कही।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला में पहले दिन फिल्म एक्टर एवं डायरेक्टर रवि कर्णवाल शुभम शर्मा ने छात्रों को फिल्म मेकिंग से जुड़ी छोटी-छोटी बातों से रूबरू कराया पहले दिन बताया कि आंगिक कला के माध्यम से हम किस प्रकार से अपनी बातों को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं इससे पूर्व गुरुवार को कार्यशाला का शुभारंभ हुआ तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कहा कि फिल्म बनाने के लिए एकाग्रता बहुत जरूरी है। छोटी-छोटी बातों का फिल्म बनाते समय ध्यान रखा जाता है तब जाकर एक फिल्म तैयार होती है इसके पीछे केवल डायरेक्टर और हीरो ही नहीं बल्कि सैकड़ो लोगों की टीम काम करती है फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य अमरीश पाठक ने कहा कि फिल्म निर्माण करना इतना आसान दिखता है उतना होता नहीं है। किसी भी फिल्म को बनाने के लिए एक अच्छी स्क्रिप्ट का होना तथा अच्छे हीरो अच्छे निर्देशक तथा उनकी टीम का एकजुट होकर काम करना होता है तब जाकर एक अच्छी फिल्म तैयार होती है।
शुभम शर्मा ने बताया कि कला से वही नहीं जुड़ा जो उसका प्रदर्शन करता है , बल्कि वह भी पूरी तरह कला से जुड़ा है जो उस प्रदर्शन का दर्शक बनता है |
भरत ने चार प्रकार का अभिनय माना है –
आंगिक, (Body language)
वाचिक, (Tone of Voice)
आहार्य और (make-up)
सात्विक।(Plain Emotions)
आंगिक अभिनय
आंगिक अभिनय का अर्थ है शरीर, मुख और चेष्टाओं से कोई भाव या अर्थ प्रकट करना। सिर, हाथ, कमर वक्ष(Breast), पार्श्व(back) और चरण द्वारा किया जानेवाला अभिनय या आंगिक अभिनय कहलाता है और आँख, भौंह(eyebrow), अधर(lips), कपोल और ठोढ़ी से किया हुआ मुखज अभिनय, उपांग अभिनय कहलाता है। चेष्टाकृत अभिनय उसे कहते हैं जिसमें पूरे शरीर की विशेष चेष्टा के द्वारा अभिनय किया जाता है जैसे लँगड़े, कुबड़े, या बूढ़े की चेष्टाएँ दिखाकर अभिनय करना। ये सभी प्रकार के अभिनय विशेष रस, भाव(tone) तथा संचारी (communication) भाव के अनुसार किए जाते हैं।
शरीर अथवा आंगिक अभिनय में सिर के तरह, दृष्टि के छत्तीस, आँख के तारों के नौ, पुट के नौ, भौंहों के सात, नाक के छह, कपोल के छह, अधर(lips) के छह और ठोढ़ी के आठ अभिनय होते हैं। व्यापक रूप से मुखज चेष्टाओं(facial gestures)में अभिनय छह प्रकार के होते हैं। भरत ने कहा है कि मुखराग से युक्त शारीरिक अभिनय थोड़ा भी हो तो उससे अभिनय की शोभा दूनी हो जाती है। यह मुखराग चार प्रकार का होता है—स्वाभाविक(neutral), प्रसन्न(smile), रक्त(Anger) और श्याम(sad)। ग्रीवा का अभिनय भी विभिन्न भावों के अनुसार नौ प्रकार का होता है।
आंगिक अभिनय में तेरह प्रकार कासंयुक्त(combined) हस्त अभिनय, चौबीस प्रकार का असंयुक्त(inscribed) हस्त अभिनय, चौंसठ प्रकार का नृत्त(draw) हस्त का अभिनय और चार प्रकार का हाथ के कारण का अभिनय बताया गया है। इसके अतिरिक्त वक्ष(breast) के पाँच, पार्श्व(back) के पाँच, उदर(belly) के तीन, कटि(loin) के पाँच, उरु के पाँच, जंघा(thigh) के पाँच और पैर(leg) के पाँच प्रकार के अभिनय बताए गए हैं। भरत ने सोलह भूमिचारियों और सोलह आकाशचारियों का वर्णन करके दस आकाशमंडल और उस भौम मंडल के अभिनय का परिचय देते हुए गति के अभिनय का विस्तार से वर्णन किया है कि किस भूमिका के व्यक्ति की मंच पर किस रस में, कैसी गति होनी चाहिए, किस जाती, आश्रम, वर्ण और व्यवसाय वाले को रंगमंच पर कैसे चलना चाहिए तथा रथ, विमान, आरोहण, अवरोहण, आकाशगमन आदि का अभिनय किस गति से करना चाहिए। गति के ही समान आसन या बैठने की विधि भी भरत ने विस्तार से समझाई है। जिस प्रकार यूरोप में घनवादियों (क्यूब्रिस्ट्स) ने अभिनयकौशल के लिए व्यायाम का विधान किया है वैसे ही भरत ने भी अभिनय का ऐसा विस्तृत विवरण दिया है कि अभिनय के संबंध में संसार में किसी देश में अभिनय कला का वैसा सांगोपांग निरूपण नहीं हुआ। इस अवसर पर डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव लव कुमार, डॉक्टर दीपिका वर्मा, बीनम यादव, प्रशासनिक अधिकारी मितेंद्र कुमार गुप्ता, ज्योति वर्मा, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वंश भाटी ने किया।
आज दिनांक 22 फरवरी 2024 को, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ गणित विभाग के द्वारा सांख्यिकी, डेटा एनालिसिस और मार्कोव श्रृंखलाएँ" विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस विशेष व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ दूतिका वत्स उपस्थित रहीं जो वर्तमान में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के गणित और सांख्यिकी विभाग में सहायक प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ गणित विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर शिवराज सिंह, मुख्य वक्ता डॉक्टर दूतिका वत्स तथा विभाग के अन्य प्रोफेसर्स के द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके बाद डॉक्टर सरू कुमारी ने मुख्य वक्ता डॉक्टर दूतिका वत्स का परिचय देते हुए उनकी उपलब्धियां से सभी को अवगत कराया। इसके बाद सीनियर प्रोफेसर मृदुल गुप्ता और डीन ऑफ साइंस प्रोफेसर जयमाला ने इस कार्यक्रम की व्याख्या की और महिला छात्रों को गणित में उनकी भूमिका के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ वत्स ने अपने व्याख्यान में सांख्यिकी, डेटा विज्ञान और मार्कोव श्रृंखलाओं के विषय पर विस्तृत में जानकारी दी और छात्राओं को इन क्षेत्रों में अध्ययन और करियर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने गणित में महिलाओं की भूमिका के महत्व की भी जानकारी दी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस व्याख्यान में, मुख्य वक्ता ने अपने विस्तृत अनुभवों के माध्यम से विभिन्न शोधार्थियों को प्रेरित किया और डाटा एनालिसिस और मार्कोव चैन के महत्व से सभी को अवगत कराया। डॉ वत्स ने बताया कि हमारे द्वारा यूज किए जाने वाले विभिन्न एप्स जैसे अमेजॉन, गूगल स्कॉलर, जोमेटो आदि भी रिकमेंडेशन के थ्रू किस प्रकार से डाटा कलेक्ट करते हैं और उसे डाटा के बेस पर ही हमारे इंटरेस्ट के अनुसार हमें प्रोडक्ट्स, फूड आदि का डाटा प्रदान करते हैं।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला छात्रों को गणित के क्षेत्र मे उच्च शिक्षा और करियर में प्रेरित करना था। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर संदीप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में गणित और सांख्यिकी विभाग के छात्र - छात्राये तथा शोधार्थी गण उपस्थित रहे।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिवार की ओर से सभी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
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