R.k. suman singh

R.k. suman singh

जय श्री राम

24/04/2024

अच्छे लड़के

23/04/2024

Spend your life with people who make you smile, laugh, and feel loved & be aware from ........ People.

😊

18/04/2024

**रौशनी की चाहत ** (part -1)

एक प्यारी सी butterfly थी जिसका नाम इंशु था । वो बहुत ही सुन्दर और कमाल की थी। अपने दोस्तों के साथ खेलना मस्ती करना उसे बेहद पसंद था।उसकी एक bestfriend थी mayfly, जिसको सब प्यार से may बोलते थे वो भी बेहद प्यारी थी उसको भी खेलना कूदना मस्ती करना बहुत पसंद था लेकिन इसे रात मे दूर एक चमकने वाली रौशनी से प्यार था वो हमेशा ही रौशनी के पीछे भागने को तैयार रहती थी वो रोज रात को इंशु को भी रौशनी दिखाती है और बोलती है एक दिन उस रौशनी के पास जरूर जाएंगे । जिसे देख इंशु भी आकर्षित हो जाती है लेकिन उसके पापा हमेशा मना करते थे रौशनी के पीछे भागने से वो कहते थे की वहा जाना बहुत खतरनाक है जो भी जाता है वापस नही आता है जिसको सुन इंशु तो मान जाती है लेकिन may फिर भी नही मानती है हलाकि इंशु भी डरती नही थी बस वो अपने पापा से बहुत प्यार करती थी।
लेकिन जैसे ही रात होता है may फिर से रौशनी को दिखाने लगती है और बोलती है की बस एक बार चलो फिर सुबह होने से पहले आ जाएंगे। बार - बार बोलने पर इंशु भी जाने को तैयार हो जाती है।
आधी रात होते ही इंशु और may सबसे छुपते छुपाते निकल जाते है उस एक रौशनी के पीछे काफी देर तक उड़ने के बाद भी वो रौशनी इनसे उतना ही दूर लग रहा था जितना की जब इन्होने start किया था लेकिन ये भी हार नही मानते है। may को अब थोड़ा बहुत जंगली जानवर का डर भी लग रहा था लेकिन इंशु बहुत ही निडर और बहादुर थी वो एक बार जो ठान लेती है वो कर के ही रहती है। उसने may के वजह से ही सही पर मन बना लिया था रौशनी तक जाने का अब उसे कोई भी बाधा नही रोक सकती थी । वो दोनो लगातार काफी देर से उड़ रहे थे रौशनी के पीछे लेकिन दूरी जो थी कम होने का नाम ही नही ले रही थी की तभी उनपर एक कबूतर की नजर पड़ती है वो उन्हे खाने को पिछा करने लगता है अब इंशु और may की भी हालत खराब होने लगती है उन्हे लगने लगता है की अब वो नही बचेंगे लेकिन फिर भी कबूतर से बचने का पुरा प्रयास करने लगते है लेकिन वो सारे प्रयास असफल होने लगता है उन दोनो को लगने लगता है मानो आज उनका बचना नामुमकिन है की तभी एक जुगनू वहा पर आता है और वो इंशु और may को अपने घर पे छुपा लेता है जिससे इंशु के जान मे अब जान आती है।

जुगनू जैसे ही ध्यान से देखता है इंशु की ओर तो वो देखता का देखता ही रह जाता है कोई इतनी खूबसूरत इतनी प्यारी कैसे हो सकता है वो एक पल मे ही अपना सबकुछ खो बैठता है ।तभी बाहर का माहौल थोड़ा शांत लगता है वो कबूतर अब चला जाता है जिससे इंशु और may भी relax महशुश करने लगते है तभी इंशु जुगनू के तरफ देखती है और उसे धन्यवाद करती है और उससे दोस्ती का हाथ बढाती है फिर ये छोटा सा प्यारा सा जुगनू भी उससे दोस्ती कर लेता है और उन्हे आज रात वही रुकने को कहता है इंशु और may को भी सही लगता है और वो रुक जाते है फिर रात भर इंशु और वो जुगनू काफी बाते करते है इंशु अपने बारे बताती है अपने परिवार के बारे मे तभी उस जुगनू को पता चलता है की वो रौशनी के पीछे पीछे इतनी दूर निकल आयी थी तो वो थोड़ा बहुत समझाने की कोसिस करता है कि कुछ नही है उस रौशनी के पास जितना दूर हो सके दूर ही रहो जुगनू रौशनी की सचाई जानता था की रौशनी के पास अंधकार(problems) के अलावे कुछ नही है और वो ये भी जानता था की अगर अगली बार इंशु रौशनी के पीछे गयी तो वो हमेशा के लिए इंशु को खो देगा इसीलिए वो बहुत कोसिस करता है की उसका रौशनी के भागने का पागलपन को ख़तम करे और एक हद तक वो कामयाब भी हो जाता है लेकिन वो ये भी जानता है की may जबतक इंशु के साथ रहेगी वो फिर से कोशिश जरूर करेगी इसीलिए वो चाहता है की अब वो may से भी वो थोड़ी दूरी बना ले ताकि वो पुरी तरह से सफे हो जाये और होता भी कुछ ऐसा ही है इंशु खुद ही जुगनू के घर से जाने के may से थोड़ा दूरी बनाकर रखती है। अब सबकुछ सही चल रहा होता है जुगनू और इंशु हमेशा मिलते है खेलते है घूमते है ।

To be continued. ....

आगे की कहानी जल्द आएगी
कैसे अभी बहुत सारी problems इंशु और राहुल(जुगनू) के life मे आने वाली है ,कैसे इंशु उजाले की चाहत मे अपने जीवन को संकट मे डालने वाली है और भी बहुत कुछ है अभी बाकी so wait & watch(I mean read)
तब तक के लिए अलविदा

Photos from Knowledge Is Power's post 10/04/2024
28/03/2024

श्री राम जी को श्री राम बनाने मे सबसे बड़ी भूमिका किसकी थी?
या फिर हम उनके जैसे कैसे बन पाएंगे?
ऐसी कौन सी शक्ति थी जिसके वजह से श्री राम,श्री राम बन पाये ..
अपने पिता की आज्ञा पालन करने के वजह से या फिर रावण का वध करने के वजह से ,
अपने पिता के सिर्फ एक बार कहने पर चौदह वर्षो के लिए जंगल चले गये थे इसलिए या फिर इसलिए की अपनी पत्नी को दुनिया के सबसे ताकतवर व्यक्ति के द्वारा अपहरण किये जाने के बाद भी बिना डरे उससे मुकाबला कर उसे पराजित करने के कारन,
ऐसा कौन सा वजह था जिसके कारन वो एक आम इंसान से भगवान बन गये ?
इस सवाल का जवाब अगर आपसे पूछा जाये तो क्या जवाब देंगे आप ...
भिन्न भिन्न प्रकार के लोग रहते है यहां और सबका जवाब अलग हो सकता है कुछ लोग उनको शक्तिशाली मानकर भी भगवान मान सकते है या फिर सीधे ये कह सकते है की वो भगवान श्री विष्णु के अवतार थे इसलिए या फिर कुछ लोग इसलिए भी भगवान मान सकते है की वे किसी को भी कष्ट मे नही देख सकते थे,वे मर्यादा पुरुषोत्तम थे।
तरह तरह के जवाब हो सकते है आपके।
आप अपने सोच के हिसाब से सही भी हो सकते है किन्तु सिर्फ ऊपर के किन्ही कारणों के वजह से आप उनकी पूजा करते है या मानते है तो ये गलत है आप सही से समझ ही नही पाये की श्री राम जी आखिर श्री राम क्यू बने!
उनका तो अस्तित्व ही इसलिए आया कि वो सबको ये बता सके कि कोई भी व्यक्ति चाहे तो श्री राम जैसा अर्थात श्री राम बन सकता है ना की इसलिए सिर्फ हम उनका पूजा पाठ कर सके।

उनके द्वारा दिखाये गये मार्गो पर चलकर यदि हम भी चाहे तो उनके जितना का तो पता नही लेकिन उनके जैसा बन सकते है ..
जिनमे सबसे महत्वपूर्ण दो बाते ये है ...
1.त्याग और ,2. दृढ संकल्प
त्याग जैसा की श्री राम जैसा चाहे कुछ भी हो कितना भी प्रिये हो आपके लिए एक क्षण मे उसे त्यागने की क्षमता होनी चाहिए आपमें, चाहे सारी सुख सुविधाओं से भरा हुआ राजमहल हो या फिर अपनों प्राणो से भी प्रिये स्वयं माता सीता हो अगर जरूरत हो तो एक क्षण मे त्यागने की क्षमता होनी चाहिए आपमें ।
और दूसरी है दृढ संकल्प यानी एक बार अगर कुछ करने के लिए ठान लिया तो चाहे कितनी भी बाधा कितनी भी अड़चन क्यू ना आये सबको पार करते हुए उस काम को करना है चाहे रास्ते मे समुद्र ही क्यू ना हो।

बाकी आप क्या सोचते है अपनी राय जरूर रखे।

23/03/2024

सब समय का खेल है
मेरी life अच्छे से चल रही थी दस ग्यारह बजे उठना फिर ब्रश करना मन करे तो खाना बनाना या फिर बाहर होटल मे खाना खा लेना movies देखना, web series देखना, cartoons देखना ,रात को एक बजे दो बजे या कभी कभी चार बजे तक बिना मतलब के जागे रहना हा बिना मतलब के ना किसी से बात करना होता था और ना ही कुछ काम बस रात भर उल्लुओं की तरह जागने की आदत हो गयी थी। और काम की बात करे तो जो आर्डर रहता बस उसे ही कम्पलीट करता ,अच्छा चल रहा था मेरा I mean कट रहा था , लेकिन फिर एक दिन मेरी मुलाक़ात शुभम जी से हुई और उस दिन से मेरी life 360° बदल गयी दस ग्यारह बजे उठने वाला लड़का अब पांच बजे से पहले उठ जाता है exercise ना करने वाला लड़का डेली दो घंटे योगा और exercise करता है और बिना नहा के पूजा किये तो एक अन्न का दाना भी ग्रहण नही करता है और फिर दस बजे तक तैयार होकर अपने काम पर निकल जाता है जिस सपने की वजह से घर - परिवार,दोस्ती यारी और भी किसी खाश से दूरी बनायीं थी उस सपने को भूल ही गया था यहां तक की खुद पर से भी ये भरोसा उठ गया था की मै शायद कभी सफल नही हो पाऊंगा मेरे सपने शायद सपने ही रह जाएंगे लेकिन जब शुभम जी से मुलाक़ात हुई एक ऐसे शख्श से जो की मै शुरु से ही बनना चाहता था हर एक चीज चाहे उनकी तरह super fit body या successful business. वो भी एक मध्यम वर्गीय से थे।
तो एक बार फिर से खुद पर भरोसा होने लगा मुझे मेरे सपनो पे भरोसा होने लगा कि मै जो चाहू वो कर सकता हु मेरे सपने चाहे कितने भी बड़े क्यू ना हो मै अगर चाहू तो उसे पुरा कर सकता हु। तो फिर क्या था मै हो लिया उनके साथ और आज की ये तस्वीर हमारी सोलहवीं दिन के शुभारम्भ की है ।

07/03/2024

इनकी शादी 12 जुलाई को है। 6 महीने पहले ही प्री वेडिंग का नया तमाशा शुरू हो गया है। इन लोगों की देखा देखी कुछ उच्च वर्ग के लोग भी इसी तरह का पैटर्न अपना लेंगे और धीरे-धीरे मध्यम वर्ग तक जो इस चीज को आर्थिक रूप से झेलने के लिए भी तैयार नहीं है, उन लोगों के अंदर भी यह बात पहुंच जाएगी कि शादी इस तरह से होती है। पहले ही शादी का खर्चा बहुत गैर जिम्मेदाराना तरीके से गैर जरूरी चीजों ने बढ़ा दिया है।
इससे पहले एकता कपूर के वाहियात सीरियलों ने नए नए अजीबो-गरीब रीति रिवाज चला दिए हैं, जिनके देखा देखी आज मध्यम वर्ग भी उनकी नकल कर रहा है और पानी की तरह पैसा बहा रहा है, चाहे कर्ज ही क्यों ना लेना पड़े, यह बड़ा चिंता का विषय है...

01/03/2024

आज एक विचित्र शादी मे जाने का मौका मिला, शादी मे जो जो दृश्य था अतिमनमोहक, जो लाइटिंग थी बेमिशाल,दिल को बाग बाग कर देने वाला या फिर जो भोजन का प्रबंधन था अतिउत्तम, कुल मिलाकर बोलू तो मुझे ऐसा प्रतित हो रहा था जैसे कोई राजा महाराजा की शादी मे आया हु,
दूल्हा को गाड़ी से मंडप की ओर ले जाने वाला दृश्य देखकर तो मै स्तब्ध रह गया। कुछ क्षण के लिए तो मै वही पे जम सा गया था किन्तु तभी डी जे वाली सुकन्या ने मुझे होश मे लाते हुए वर का अभिवादन किया ।
मुझे तो ये दृश्य देखकर ऐसा लग रहा था मानो मै स्वयं इंद्रलोक मे भगवान इंद्र की शादी मे आया हु और ये अनेको खूबसूरत खूबसूरत परिया खुद इंद्र को मंडप के पास ले जा रही है ।
फिर आसपास के लोगो पर मेरी नजर पड़ी तो सहसा मुझे अहसास हुआ कि मै अभी पृथ्वीलोक पर ही हु। तब मुझे अंदर से ये बात जानने की जिज्ञासा हुई की आखिर किनकी शादी मे मै आ गया हु ।
मै जिनके साथ आया हुआ था उनसे पूछा की ये किस देश के राजा की शादी है तो वो मुझे नही सही तरीके से नही बता पाये तभी मुझे एक आवाज़ आयी कि ये "कोई राजा महाराजा की शादी नही है बल्कि हमारे ही विधालय के एक शिक्षक के भतीजे की शादी है जो की माध्यम वर्गीय परिवार से है।"
वे इतना बोले ही की मै उनसे पूछ बैठा कि "उनके पापा क्या करते है जो इतना पैसा खर्च कर रहे है "
मेरे इस सवाल पे उनका जो जवाब आया वो मेरे लिए थोड़ा आश्चर्यजनक था वे बोले की पिताजी का पता नही लेकिन लड़का और लड़की दोनो डॉक्टर है खूब पैसा कमाते है तो उनके लिए ये खर्चा एक साल का कमाई भी नही है ।
मै जिस रिसोर्ट मे था उस रिसोर्ट का सिर्फ एक दिन का किराया चार से पांच लाख था खाना एक्स्ट्रा डेकोरेशन परिया का आना ये सब अलग से,

मै उनसे फिर पूछा की क्या ये बहुत बड़े और नामी डॉक्टर है
तब मुझे पता चला की आजकल आपका नाम बड़ा है या नही फर्क नही पड़ता है, अगर आपको समाज मे इज्जत बढ़ानी है नाम बढ़ानी है तो आपको इस तरह से पैसो को खर्च करना ही पड़ेगा वरना आपके आसपास के लोग आपको तुक्ष्य समझने लगेंगे ।
और लोगो के नजर मे बड़ा दिखने के चक्कर मे ही इतना खर्च वाला शादी होता है जिसमे शादी का रस्म कम और दिखावा ज्यादा होता है ।
आज जिस लड़के और लड़की की शादी है वे और उनके माता पिता बस अपने आपको बड़ा शाबित करने के लिए ये दिखावा वाली शादी करने को मजबूर है ।

इतना सब होने के बाद मेरे मन मे एक सवाल और आया की ये पैसा आएगा कहा से जो अभी ये थोड़ा सा तारीफ पाने और अपनी शान बढ़ाने पे खर्च किया जा रहा है ।
तो उन्होंने बताया की ये सब पैसा हमलोग भरेंगे आजकल जो अस्पतालों मे इतना पैसा लिया जाता है प्राइवेट अस्पतालों को मॉल की तरह बना दिया गया है ये किसलिए है, बीमारी के इलाज के नाम पर लाखो करोड़ो लिया वो किस लिए है।
इन्ही चकाचौंध मे फंसकर कुछ डॉक्टर आजकल मरीज के परिवारवालो के लिए यामदूत बने बैठे है जिन्हे सबने भगवान का दर्जा दिया था
खैर जो भी हो गाजर का हलवा बहुत अच्छा था और रही बात ये सब की तो ये सब ऐसे ही चलता रहेगा और हर कोई अपने जगह सही है बाकी मिलते है फिर से एक नये पोस्ट पे नये सोच के साथ तब तक के लिए
जय श्री राम 🙏🙏

24/12/2023

जय माँ छीन्नमस्तिके (welcome to Rajrappa)

24/10/2023

ज़ब दुनिया कहे लड़के से
लड़के रोते नहीं
ज़ब लड़के खुद कहे लडके से
लड़के रोते नहीं

तब हे स्त्री तुम थामना किसी लड़के का हाथ
कहना उस से लड़के भी रोते हैं।
तुम कंधा देना उसे रोने के लिए
उसे प्यार से गले लगाना और
उसे कहना तुम स्त्री के सामने
जितनी मर्ज़ी आँसू बहाओ
मैं तुम्हे कायर नहीं समझूंगी
न ही कमजोर
उसे हिम्मत देना दुनिया के सामने रोने का
अपनी आपबीती बताने का
हे स्त्री तुम रचयिता हो इस सृष्टि की
किसी को टूट कर बिखड़ने से बचाना
और कहना किसी पुरुष से
ज़ब मन करे
जितना मन करे
तब आँसू जरूर बहाना।।

~उज्ज्वल वाणी

जबरदस्त बोले है भैया 👌👌

04/08/2023

*इस भाव भरी सच्ची घटना को भाव में डूबकर पढ़ें ....!!*

*🕉️🌄🌅 सुप्रभात🌅🌄🕉️*
*मेरी छोटी बुआ...!!*

*रक्षाबंधन का त्यौहार पास आते ही मुझे सबसे ज्यादा जमशेदपुर (झारखण्ड )वाली बुआ जी की राखी के कूरियर का इन्तेज़ार रहता था.*

*कितना बड़ा पार्सल भेजती थी बुआ जी.*

*तरह-तरह के विदेशी ब्रांड वाले चॉकलेट,गेम्स, मेरे लिए कलर फूल ड्रेस , मम्मी के लिए साड़ी, पापाजी के लिए कोई ब्रांडेड शर्ट.*

*इस बार भी बहुत सारा सामान भेजा था उन्होंने.*

*पटना और रामगढ़ वाली दोनों बुआ जी ने भी रंग बिरंगी राखीयों के साथ बहुत सारे गिफ्टस भेजे थे.*

*बस रोहतास वाली जया बुआ की राखी हर साल की तरह एक साधारण से लिफाफे में आयी थी*

*पांच राखियाँ, कागज के टुकड़े में लपेटे हुए रोली चावल और पचास का एक नोट.*

*मम्मी ने चारों बुआ जी के पैकेट डायनिंग टेबल पर रख दिए थे ताकि पापा ऑफिस से लौटकर एक नजर अपनी बहनों की भेजी राखियां और तोहफे देख लें...*

*पापा रोज की तरह आते ही टी टेबल पर लंच बॉक्स का थैला और लैपटॉप की बैग रखकर सोफ़े पर पसर गए थे.*

*"चारो दीदी की राखियाँ आ गयी है...*

*मम्मी ने पापा के लिए किचन में चाय चढ़ाते हुए आवाज लगायी थी...*

*"जया का लिफाफा दिखाना जरा...*

*पापा जया बुआ की राखी का सबसे ज्यादा इन्तेज़ार करते थे और सबसे पहले उन्हीं की भेजी राखी कलाई में बांधते थे....*

*जया बुआ सारे भाई बहनो में सबसे छोटी थी पर एक वही थी जिसने विवाह के बाद से शायद कभी सुख नहीं देखा था.*

*विवाह के तुरंत बाद देवर ने सारा व्यापार हड़प कर घर से बेदखल कर दिया था.*

*तबसे फ़ूफा जी की मानसिक हालत बहुत अच्छी नहीं थी. मामूली सी नौकरी कर थोड़ा बहुत कमाते थे .*

*बेहद मुश्किल से बुआ घर चलाती थी.*

*इकलौते बेटे श्याम को भी मोहल्ले के साधारण से स्कूल में डाल रखा था. बस एक उम्मीद सी लेकर बुआ जी किसी तरह जिये जा रहीं थीं...*

*जया बुआ के भेजे लिफ़ाफ़े को देखकर पापा कुछ सोचने लगे थे...*

*'गायत्री इस बार रक्षाबंधन के दिन हम सब सुबह वाली पैसेंजर ट्रेन से जया के घर रोहतास (बिहार )उसे बगैर बताए जाएंगे...*

*"जया दीदी के घर..!!*

*मम्मी तो पापा की बात पर एकदम से चौंक गयी थी...*

*आप को पता है न कि उनके घर मे कितनी तंगी है...*

*हम तीन लोगों का नास्ता-खाना भी जया दीदी के लिए कितना भारी हो जाएगा....वो कैसे सबकुछ मैनेज कर पाएगी.*

*पर पापा की खामोशी बता रहीं थीं उन्होंने जया बुआ के घर जाने का मन बना लिया है और घर मे ये सब को पता था कि पापा के निश्चय को बदलना बेहद मुश्किल होता है...*

*रक्षाबंधन के दिन सुबह वाली धनबाद टू डेहरी ऑन सोन पैसेंजर से हम सब रोहतास पहुँच गए थे.*

*बुआ घर के बाहर बने बरामदे में लगी नल के नीचे कपड़े धो रहीं थीं....*

*बुआ उम्र में सबसे छोटी थी पर तंग हाली और रोज की चिंता फिक्र ने उसे सबसे उम्रदराज बना दिया था....*

*एकदम पतली दुबली कमजोर सी काया. इतनी कम उम्र में चेहरे की त्वचा पर सिलवटें साफ़ दिख रहीं थीं...*

*बुआ की शादी का फोटो एल्बम मैंने कई बार देखा था. शादी में बुआ की खूबसूरती का कोई ज़वाब नहीं था. शादी के बाद के ग्यारह वर्षो की परेशानियों ने बुआ जी को कितना बदल दिया था.*

*बेहद पुरानी घिसी सी साड़ी में बुआ को दूर से ही पापा मम्मी कुछ क्षण देखे जा रहे थे...*

*पापा की आंखे डब डबा सी गयी थी.*

*हम सब पर नजर पड़ते ही बुआ जी एकदम चौंक गयी थी.*

*उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो कैसे और क्या प्रतिक्रिया दे.*

*अपने बिखरे बालों को सम्भाले या अस्त व्यस्त पड़े घर को दुरुस्त करे.उसके घर तो बर्षों से कोई मेहमान नहीं आया था...*

*वो तो जैसे जमाने पहले भूल चुकी थी कि मेहमानों को घर के अंदर आने को कैसे कहा जाता है...*

*बुआ जी के बारे मे सब बताते है कि बचपन से उन्हें साफ सफ़ाई और सजने सँवरने का बेहद शौक रहा था....*

*पर आज दिख रहा था कि अभाव और चिंता कैसे इंसान को अंदर से दीमक की तरह खा जाती है...*

*अक्सर बुआ जी को छोटी मोटी जरुरतों के लिए कभी किसी के सामने तो कभी किसी के सामने हाथ फैलाना होता था...*

*हालात ये हो गए थे कि ज्यादातर रिश्तेदार उनका फोन उठाना बंद कर चुके थे.....*

*एक बस पापा ही थे जो अपनी सीमित तनख्वाह के बावजूद कुछ न कुछ बुआ को दिया करते थे...*

*पापा ने आगे बढ़कर सहम सी गयी अपनी बहन को गले से लगा लिया था.....*

*"भैया भाभी मन्नू तुम सब अचानक आज ?*

*सब ठीक है न...?*

*बुआ ने कांपती सी आवाज में पूछा था...*

*'आज वर्षों बाद मन हुआ राखी में तुम्हारे घर आने का..*

*तो बस आ गए हम सब...*

*पापा ने बुआ को सहज करते हुए कहा था.....*

*"भाभी आओ न अंदर....*

*मैं चाय नास्ता लेकर आती हूं...*

*जया बुआ ने मम्मी के हाथों को अपनी ठण्डी हथेलियों में लेते हुए कहा था*

*"जया तुम बस बैठो मेरे पास. चाय नास्ता गायत्री देख लेगी."*

*हमलोग बुआ जी के घर जाते समय रास्ते मे रूककर बहुत सारी मिठाइयाँ और नमकीन ले गए थे......*

*मम्मी किचन में जाकर सबके लिए प्लेट लगाने लगी थी...*

*उधर बुआ कमरे में पुरानी फटी चादर बिछे खटिया पर अपने भैया के पास बैठी थीं....*

*बुआ जी का बेटा श्याम दोड़ कर फ़ूफा जी को बुला लाया था.*

*राखी बांधने का मुहूर्त शाम सात बजे तक का था.मम्मी अपनी ननद को लेकर मॉल चली गयी थी सबके लिए नए ड्रेसेस खरीदने और बुआ जी के घर के लिए किराने का सामान लेने के लिए....*

*शाम होते होते पूरे घर का हुलिया बदल गया था*

*नए पर्दे, बिस्तर पर नई चादर, रंग बिरंगे डोर मेट, और सारा परिवार नए ड्रेसेस पहनकर जंच रहा था.*

*न जाने कितने सालों बाद आज जया बुआ की रसोई का भंडार घर लबालब भरा हुआ था....*

*धीरे धीरे एक आत्म विश्वास सा लौटता दिख रहा था बुआ के चेहरे पर....*

*पर सच तो ये था कि उसे अभी भी सब कुछ स्वप्न सा लग रहा था....*

*बुआ जी ने थाली में राखियाँ सज़ा ली थी*

*मिठाई का डब्बा रख लिया था*

*जैसे ही पापा को तिलक करने लगी पापा ने बुआ को रुकने को कहा*

*सभी आश्चर्यचकित थे...*

*" दस मिनट रुक जाओ तुम्हारी दूसरी बहनें भी बस पहुँचने वाली है. "*

*पापा ने मुस्कुराते हुए कहा तो सभी पापा को देखते रह गए....*

*तभी बाहर दरवाजे पर गाड़ियां के हॉर्न की आवाज सुनकर बुआ ,मम्मी और फ़ूफ़ा जी दोड़ कर बाहर आए तो तीनों बुआ का पूरा परिवार सामने था....*

*जया बुआ का घर मेहमानों से खचाखच भर गया था.*

*महराजगंज वाली नीलम बुआ बताने लगी कि कुछ समय पहले उन्होंने पापा को कहा था कि क्यों न सब मिलकर चारो धाम की यात्रा पर निकलते है...*

*बस पापा ने उस दिन तीनों बहनो को फोन किया कि अब चार धाम की यात्रा का समय आ गया है..*

*पापा की बात पर तीनों बुआ सहमत थी और सबने तय किया था कि इस बार जया के घर सब जमा होंगे और थोड़े थोड़े पैसे मिलाकर उसकी सहायता करेंगे.*

*जया बुआ तो बस एकटक अपनी बहनों और भाई के परिवार को देखे जा रहीं थीं....*

*कितना बड़ा सरप्राइस दिया था आज सबने उसे...*

*सारी बहनो से वो गले मिलती जा रहीं थीं...*

*सबने पापा को राखी बांधी....*

*ऐसा रक्षाबन्धन शायद पहली बार था सबके लिए...*

*रात एक बड़े रेस्त्रां में हम सभी ने डिनर किया....*

*फिर गप्पे करते जाने कब काफी रात हो चुकी थी....*

*अभी भी जया बुआ ज्यादा बोल नहीं रहीं थीं.*

*वो तो बस बीच बीच में छलक आते अपने आंसू पोंछ लेती थी.*

*बीच आंगन में ही सब चादर बिछा कर लेट गए थे...*

*जया बुआ पापा से किसी छोटी बच्ची की तरह चिपकी हुई थी..*

*मानो इस प्यार और दुलार का उसे वर्षों से इन्तेज़ार था*
*बातें करते करते अचानक पापा को बुआ का शरीर एकदम ठंडा सा लगा तो पापा घबरा गए थे...*

*सारे लोग जाग गए पर जया बुआ हमेशा के लिए सो गयी थी....*

*पापा की गोद में एक बच्ची की तरह लेटे लेटे वो विदा हो चुकी ..*

*पता नही कितने दिनों से बीमार थीं....*

*और आज तक किसी से कही भी नही थीं...*

*आज सबसे मिलने का ही आशा लिये जिन्दा थीं शायद...!!*

*अपनों का ध्यान रखें। जो समर्थ है वो अपने असमर्थ रिश्तेदारों की सहायता करें।*
🚩🚩🚩🙏🙏🙏
*🌸हम बदलेंगे,युग बदलेगा।🌸*
आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो।
*जय श्री कृष्णा🙏

28/07/2023

Register as soon as possible.....
Join our event on 5th august at "wat a burger" boring road,patna

28/06/2023

❤️❤️

17/06/2023

एक बार जरूर पढ़े, मेरा इत्तेफ़ाक़ 🥺

15/06/2023

बिहारी ईमानदारी पर आजतक क्यू नही दिखाया?

13/06/2023

😘😘😅😅

12/06/2023

"औरों को ढूंढते - ढूंढते मैंने खुद को पा लिया दुनिया के इस भीड़ में"
Thank you ज़िंदगी ......
For everything ❣️❣️
गर तुम ना आयी होती ज़िंदगी मे तो मेरे life का ये सबसे सुनहरा chapter मै शायद खो देता (सुनहरा chapter ~ poetry) & (ज़िंदगी means only you tsk)

❤ ❤️

09/06/2023

इतनी तेज धुप है बाहर फिर भी लोगो को मुझसे ही
जलना है😜

08/06/2023

😂😂

26/05/2023

अभी का ताजा खबर
आज तेज आंधी और बारिश आने के कारन कुछ आम बिना पके ही पेड़ से गिर गये जिसके गम मे मेरे गांव के बिजली विभाग ने 12 घंटा बिजली बंद करने का फैसला लिया।
😅😅 हसना मना है।।😂😂

Photos from R.k. suman singh's post 23/05/2023

राधा और कृष्ण सा मैने भी एक बार प्यार किया था,
महलों से लेकर बरसाने तक अकेले ही तुम्हारा इंतजार किया था ।
तुम तो अपने जीवन में काफी आगे बढ़ गई हो,
मुझेसे दूर जाने वाली हर सीढ़ियों को खुशी खुशी चढ़ गईं हो।
मैं तो सालो बैठा था उसी चौखट पे और तेरा इंतजार किया था,
जब ढूंढा जा रहा था कोई और मेरे लिए तो उन सब को इनकार किया था।
दिल एक बार ठहरा जरूर था जब खुद सामने से रूखमणी ने इजहार किया था।
लेकिन क्या करू,
लेकिन क्या करू..
मैंने तो तुझसे राधा और कृष्ण सा प्यार किया था ||12||

❤️❤️

Photos from R.k. suman singh's post 22/05/2023

इस मतलबी दुनिया में कोई किसी का नहीं होता यकीन ना हो तो फोटो टच करके देख लो 😆😆😆😆

22/05/2023

नकली विज्ञान ने हमसे 400 प्रकार के टमाटर छीन कर हमें एक अंडे के आकार का टमाटर जो बिल्कुल गुणहीन है चिपका दिया ।
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आजकल आपने देखा होगा कि बाजार में मिलने वाले अधिकतर फल और सब्जियों में स्वाद बिल्कुल नहीं होता । लेकिन दिखने में वह एकदम लाजवाब होगी जैसे कि जामुन ,टमाटर । हाइब्रिड बीज से तैयार होने वाली जामुन इतनी मोटी मोटी ,गोलमटोल होती हैं कि देखते ही खाने के लिये मुहं में पानी आ जाता है । औऱ देशी जामुन बेचारी देखने में बिल्कुल पतली सी । एक कोने में दुबक कर पड़ी रहती कि कोई हम गरीब का भी मोल डाल दे । लेकिन जब आप hybird जामुन को खायो तो स्वाद बिल्कुल फीका फीका सा बेस्वाद सा होता है। हाइब्रिड मोटी मोटी जामुन गले में एक अजीब तरह की खुश्की करती है । खाने के बाद आपको पानी पीना पड़ता है । दूसरी और देशी जामुन मुहं में रखते सार ही रस घोल देती है ।आनंद आ जाता है कोई गले में खारिश नहीं होती । देशी जामुन जिनकी किस्मत और समझ अच्छी हो कभी कभार मिल जाती है ।

आज का दूसरा मुद्दा है टमाटर । अंग्रेजी टमाटर देखने में अंडे जैसे लगते हैं इसलिये मैं इनको अंडे वाले टमाटर कहता हूं । यह अंडे वाले टमाटर खाने में देशी टमाटरों (जोकि बिल्कुल गोल होते हैं ) के मुकाबले बिल्कुल असरदार और स्वादिष्ट नही होते । देशी टमाटर जहाँ एक पड़ेगा और सब्जी में रस घोल देगा ।अंडे वाले हाइब्रिड टमाटर तीन पड़ेंगे और सब्जी की ऐसी तैसी कर देंगे वो अलग ।
कैसे हाइब्रिड गेंहू में कैसे ग्लूटामेट की मात्रा अधिक होती है जिससे आजकल तथाकथित विकसित देश अमेरिका जिसकी 25% जनसंख्या मुधमेह नामक रोग से ग्रसित है । दूसरी और देशी गेहूं जैसे शरबती में ग्लूटामेट की मात्रा संतुलित मात्रा में होती है ।
यह लेख लिखने का उद्देश्य है कि आप भी ना केवल जैविक बल्कि प्रकृति की बनाये हुए फल सब्ज़ियां अनाज ही खरीदें क्योंकि इंसान गलती कर सकता है प्रक्रति नहीं । कुदरती बीजों द्वारा उत्पन्न फल सब्जियां ही आपके स्वास्थ्य के लिये उत्तम हैं ।

20/05/2023

मुरझाई हुई उस फुल पर बरसात की एक बुंद क्या पड़ी,
वो तो फिर से खिल गयी है।
वो देखो उस पागल आशिक को सालो बाद मुस्कुरा रहा है,
वो देखो उस पागल आशिक को सालो बाद मुस्कुरा रहा है,
लगता है उसे अपनी महबूब की तस्वीर मिल गयी है।
अरे कोई तो समझाओ उसे कि यु रास्ते पे नाचा गाया ना करे,
कोई तो जाओ और समझाओ उसे कि यु रास्ते पे नाचा गया ना करे,
झूम तो ऐसे रहा है कि उसे उसकी तकदीर मिल गयी है ||11||

15/05/2023

सीखते होंगे लोग इश्क़ करना राधा और श्याम से,
सीखते होंगे लोग इश्क़ निभाना सीता और राम से,
पर मेरी गुरु तो मीरा हो गयी,
जिसने ऐसा प्रेम किया उससे जिसे पाना तक मुमकिन नहीं,
पर पुरी दुनिया उसके प्रेम कि दिवानी हो गयी,
रुखमणि होंगी कृष्णा की पत्नी,
रुखमणि रही होंगी कान्हा की जीवंसंगिनी,
लेकिन आज उनसे भी बड़ी मीरा की कहानी हो गयी,
अब मुझे भी इश्क़ मीरा सा होने लगा है,
वो तो महान थी पुरी ज़िंदगी बिना देखे ही प्यार करती रही,
सबने किया था विरोध फिर भी कान्हा पे ही मरती रही,
मुझे तो अभी कुछ चंद साल ही हुए है तुम्हे देखे बिना,
और आँखे अभी से यादो की बरसात मे भिगोने लगा है,
हसता खेलता सा एक रूप था मेरे पास भी जो न जाने कहा खोने लगा है,
एक ही तो दिल तो था मेरे पास,
कि एक ही तो दिल तो था मेरे पास,
अब वो भी तुम्हे याद करके रोने लगा है ||10||

13/05/2023

#साइकिल की सवारी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था (GDP) के लिए बेहद हानिकारक है....!

सुनने में ये हास्यास्पद लग सकता है , परन्तु सत्य है....

एक साइकिल चलाने वाला देश के लिए बहुत बड़ी आपदा है, क्योंकि.......

वो गाड़ी नहीं खरीदता,
वो लोन नहीं लेता,
वो गाड़ी का बीमा नहीं करवाता,
वो तेल नहीं खरीदता,
वो गाड़ी की सर्विसिंग नहीं करवाता,
वो पैसे देकर गाड़ी पार्किंग नहीं करता,
वो ट्रैफ़िक फाइन नहीं देता ,
और तो और
वो मोटा (मोटापा) नहीं होता।

जी हां .....यह सत्य है कि एक स्वस्थ व्यक्ति
अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है, क्योंकि...

वो दवाईयां नहीं खरीदता,
वो अस्पताल व चिकित्सक के पास नहीं जाता
वो राष्ट्र की GDP में कोई योगदान नहीं देता।

ठीक इसके विपरित एक फ़ास्ट फूड की दुकान 30 नौकरी पैदा करती है........

10 हृदय चिकित्सक,
10 दंत चिकित्सक,
10 वजन घटाने वाले...!



नोट :-पैदल चलना इससे भी अधिक ख़तरनाक होता है, क्योंकि पैदल चलने वाला व्यक्ति तो साइकिल भी नहीं खरीदता...................!!

11/05/2023

सुना है कि कबूतर ली हो तुम,
सुना है कि कबूतर ली हो तुम,
मुझे भी एक खत लिखोगी क्या !
लो कह दिया कि बेइंतहा इश्क़ है तुझसे,
तुम भी मुझसे प्यार करोगी क्या!09!

10/05/2023

जब जब आती है यादों की बारात रोंना चाहता हूँ ,
अब तो बस इश्क़ की वादियों मे खोना चाहता हूँ।
यु तो चेहरे पे हमेशा मुस्कान बनाये रखता हु,
लेकिन जब थक जाता हूँ इस जबरदस्ती के मुस्कुराहट से तो तुम्हारी गोद मे बस सोना चाहता हु।। 08 ।।

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