MSG spiritual guru
Sacha sauda p drid viswas rkhe
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए।
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए।
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।
Dhan dhan satguru tera hi aasra
Jiski aankhon me kaate the saal....usne saalo ki judai di h
MERI ARDAAS HAI SACCHE RAB AGGEY,
SAB NU PYAR DA MUH DIKHAI RABBA,
HUN HOR VICHORA NAHI SEH HUNDA,
KITE MERA V YAAR MILAI RABBA,
PREMI HUNDE NE ROOP RABB DA,
SEH SAKDE NA EH JUDAI RABBA!!!!
Happy independence day
" होती नहीं है मोहब्बत सूरत से
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी
क़दर जिनकी दिल में होती है "
'sलव
🎸🎸🎸🎸🎸🎸
Na jaane kyu bhool jata hu.... hr tinka teri rehmat se hi hilta h
Jo chamak tere didaar m h wo chamak is diwali m kha..
Jb bhi toot ta tha wo smbhaal leta tha, bs isiliye liye bikhra hua hu.
kaise smja lu m khud ko, jb mere ander kuch mera hi nhi .
Ek lamha kat ta nhi tere bina, or log bolte h bdi tk door tk jana h
aksar mayus ho jata hu logo ko diwali ki khushi manate dekhkar,
hmari diwali to us din hogi jb hmara apna chirag dekh lenge.
Dhan dhan satguru tera hi aasra ... world record
Dhan dhan satguru tera hi aasra ji
Dhan dhan satguru tera hi aasra
Dhan dhan satguru tera hi aasra .
कमर में दर्द ओर काली पट्टी ! पूरी दुनिया का पापों का बोज कोई उठा सकता है तो वो होता है एक सच्चा संत जो सिर्फ़ ओर सिर्फ़ लोगों के लिए आते है । उन की पहचान सिर्फ़ एक पूर्ण संत ही करते है, जेसे की शाह सतनाम महाराज जी ने एक पेरों की पैड देख कर बोल दिया था की “आओ आप सब को रब की पैड दिखाते है” जब सब दोड कर शाह सतनाम जी महाराज जी के पास आए तो बोले गुरु जी यह तो मंगर सिंह के बेटे की पैड है तो शाह सतनाम महाराज जी बोले “यह तो नहीं पता पर यह रब की पैड है “ मतलब इशारा पिता जी की तरफ़ सीधे सीधे था। ओर बात करे गुरगद्दी की तो जब गुरमीत राम रहीम को गद्दी पर बिठाया तो वचन किए की “एसा बब्बर शेर बिठा कर चले है जेकर इनके सामने पहाड़ भी आएगा वो भी चकनाचूर हो जाएगा”। ओर बात आती है अब 25 august की तो लोगों ने पता नहीं क्या क्या बोला क्या क्या सुनाया।ओर जब वो गया तो जाता जाता भी “स्माइल ओर गुड लक” बोल कर चला गया ओर बता गया की हम एसे युग की शुरुआत करने जा रहे है जिस के बारे में कभी किसी ने नहीं सोचा होगा। “काली पट्टी” कोई नहीं जनता की उस मालिक काली पट्टी क्यूँ बाँध कर क्यूँ गया।उस दिन जो हुआ वो कोई नहीं भूल सकता ओर उस मालिक ने पता नहीं किस किस का भार किस किस पाप कर्म ओर ख़ुद काल के नाम से कहलाने वाला कलयुग अपनी कमर से बाँध लिया। उस दिन जितने भी प्रेमी सहीद हुए है उन का नाम इतिहास के पन्नो ओर उस मालिक की स्वर्ग कहलाने वाली दरगा में हमेशा हमेशा के लिए दर्ज हो गया। उस दिन मालिक ओर काल के बीच क्या हुआ यह ख़ुद मालिक जानते है,क्या हुआ केसे हुआ वो ख़ुद आ कर बताएगा।
Saari sadh ne nara lgana h ji....... Dhan dhan satguru tera hi aasra.
एक नदिया है मजबूरी की
उस पार हो तुम इस पार हैं हम !
#बरसती #रहे #तेरी #आँखों #से #मस्ती ।
Do good have good
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