Dr Kuldip Solanki
Let's Make our Country Better
भावुक हूँ,
आनंदित हूँ,
संतृप्त हूँ,
निःशब्द हूँ,
मर्यादित हूँ,
शरणागत हूँ।
मैं बस ‘राममय’ हूँ !!
मेरे राम आ गए हैं...
🏹 जय श्री राम 🏹
🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
श्री राम जन्म भूमि मंदिर
प्राण प्रतिष्ठा पर्व की
आप सभी को हार्दिक बधाई
एवं शुभकामनाएं
जय श्रीराम🚩🚩
*Chhattisgarh: तमाम एग्जिट पोल को पछाड़कर सटीक अनुमान में खरा उतरा छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी का सर्वे*
Chhattisgarh: तमाम एग्जिट पोल को पछाड़कर सटीक अनुमान में खरा उतरा छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी का सर्वे - Chhattisg तमाम एग्जिट पोल को पछाड़ते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी के चुनावी सर्वे इस बार सबसे सटीक साबित हुआ है। सोसायटी ने प...
बेल न केवल हमें लू से बचाता है बल्कि यह पाचन तंत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ फल है।
अजीर्ण, अपचन तथा GERD में इसका सेवन अत्यंत लाभकारी है।
https://youtu.be/0_6qeEQTCTU
बेल पाचन तंत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ फल है: Wood Apple #DrKuldipSolanki DM GASTRO, SGEC, Raipur SGEC फाउंडेशन द्वारा जनहित में जारीDR KULDIP SOLANKI SOLANKI GASTRO AND ENDO CENTRE, KATORA TALAB,RAIPUR - CHHATTISGARH INDIA+91 90390 44026गैस, एसिडिटी, अपच...
*आज महावीर जयंती है आप सबको कोटि कोटि बधाई।*
जैन दर्शन का हमारे जीवन पर कुछ अति महत्वपूर्ण प्रभाव दिखता है ।
1 जैन दर्शन एवं जैन मुनि शायद मानव समाज के पहले *Microbiologist (माइक्रोबायोलॉजिस्ट) एवं Epidemiologist (एपिडेमियोलॉजिस्ट) थे*।
*जिन्होंने बीमारी फैलने के दो मुख्य मार्ग हवा मार्ग (अर्थात Aerosol route) एवं पानी मार्ग अर्थात (Waterborne diseases) से फैलाव को सफलतापूर्वक रोकने का उपाय दिया। ये आज 2500 से 3000 साल बाद भी ज्यों का त्यों फॉलो किया जा रहा है।*
बीमारी के फैलने के दो मुख्य रास्ते हैं
*A एरोसॉल के माध्यम से*--
जैसा कि *कोविड-19 महामारी में देखा गया, इसके रोकथाम के लिए हम सब मास्क लगा रहे थे ताकि वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ना जाएं। यह कंसेप्ट सदियों से जैन साधु संत मुंहपत्ती लगाकर तथा शावकों को मुंह पर कपड़ा रखकर बात करने की सलाह देकर फॉलो कर रहे हैं।*
*B महामारी का दूसरा मुख्य मार्ग पानीजनित बीमारियां हैं। इसके लिए जैन दर्शन में पानी को उबालकर एवं कपड़े से छानकर पीने का नियम हजारों सालों से पालन किया जा रहा है।*
यही नियम कॉलरा, आंत्रशोथ जैसी महामारी को रोकने में आज भी इस्तेमाल होता है।
2 जैन दर्शन का जो सिद्धांत हमारे जीवन में गहराई तक जुड़ा है वह है *अपरिग्रह अर्थात जितनी जरूरत हो उतना ही संचय करना गैर जरूरी चीजों का त्याग करना।*
3 *जैन दर्शन में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है।* इस हेतु विभिन्न क्रियाएं जैसे केवल शाकाहारी भोजन करना, रात्रि भोजन ना करना, उपवास की महत्ता एवं उनका पालन कड़ाई से करना, विभिन्न मंत्रोचार को दैनिक जीवन में फॉलो करना। *लोकस, भक्तांबर एवं नवकार मंत्र अत्यंत ही शक्तिशाली मंत्र वह स्रोत है;* जिन्हें बचपन से ही जैन समाज में कंठस्थ कराया जाता है।
4 एक मजेदार बात और है *महावीर स्वामीजी ने अपनी तपस्या के दौरान आसाम के जंगलों में चाय की खोज की थी।* उन्होंने तपस्या के दौरान चाय की पत्तियों का सेवन कर यह पाया था कि इससे शरीर में ऊर्जा बढ़ती है। जबकि हम सब यह समझते हैं कि चायपत्ती की खोज चीन में पहले हुई।
पुनः सभी को महावीर जयंती की शुभकामनाएं।
डॉ कुलदीप सोलंकी संयोजक
*छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी*
*छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी, रायपुर*
कल दिनांक 9 अप्रैल को बेमेतरा के पास स्थित नवागढ़ के विशाल चैत्र नवरात्र महोत्सव 2022 में श्री शमी गणेश महामाया शारदा पर्यटन समिति के अध्यक्ष के विशेष निमंत्रण पर छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि मंडल ने महोत्सव में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद जी महाराज थे । मां महामाया के दर्शन उपरांत आयोजक मंडल द्वारा आत्मीय स्वागत सत्कार किया गया एवं मंच पर सभी अतिथियों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ कुलदीप सोलंकी ने अपने व्याख्यान में नवरात्रि की महिमा, शाकाहार एवं हवन की वैज्ञानिक व्याख्या एवं नशा मुक्ति के बारे में अपने सारगर्भित विचार प्रकट किए । हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने इन विचारों को बहुत पसंद किया एवं सराहा।
हमें उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में भी जन जागरण हेतु मील के पत्थर साबित होंगे और हमारे अधिक से अधिक सदस्य ग्रामीण अंचल में भी अधिक से अधिक जन जागरण के कार्यक्रमों में शामिल होते रहेंगे ।
धन्यवाद
जय मां जगदंबे
जय श्री राम
भारत माता की जय ।
छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी
#वीरबालदिवस
छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के निरंतर प्रयास से मिली साहिबजादों के अदम्य साहस को पहचान
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