3 Days Gandhi Utsaw is going to organise in Baijani village of Bhagalpur district from 02 to 04 Octo
आदरणीय,
ये छठा वर्ष है हम गाँधी उत्सव के तैयारी में है, तैयारी के लिए सब अनुकूल है, ऐसा नहीं कह सकते पर एक निश्चिन्तता है | जबकि सब कुछ बदला-बदला सा है | स्थान भागलपुर से 40 किलोमीटर दूर है, ऐसे जगह है जहाँ के समाज से मेरा और मेरे गाँधी का सम्पर्क केवल 10 महीना पुराना है, जबकि पूर्व में यह दोस्ताना 25-30 वर्षो से था, यहं 90 प्रतिशत साख पे काम हो जाता था पर वहां शायद ऐसा न हो पर फिर भी एक निश्चिन्त
ता है | आखिर क्यों ? क्योंकि आप के विश्वास को मैंने पाया है, आपसे सहयोग मैंने लिया है और मैं आज निश्चिंतता का अनुभव कर रहा हूँ | आपका सहयोग ही है कि केवल दो वर्षो के आयोजन के उपरांत इस कार्यक्रम को अपनी मिट्टी होना नसीब हुआ है | बांका जिले के अमरपुर प्रखंड, के सोभानपुर पंचायत में हमारे इस कार्यक्रम की उद्देश्य के पूर्ति के लिए 10 बीघा जमीन भी आप सबों के सहयोग से उपलब्ध हुआ है | ये नहीं कहता कि ये असंभव था पर मुश्किल तो था ही भाइयों| आज के इस मारा-मारी के आर्थिक युग में गाँधी के नाम पे 10 बीघा जमीं दान में मिले, शायद गाँधी के नाम पे ही संभव था | और उससे भी मुश्किल था उस गांव और उस समाज को समझाना और उसे समझाना जिसे मेरा और मेरे गाँधी का कोई सम्पर्क न था | न शारीरिक और न मानसिक | पर पिछले 10 महीने में उस समाज ने जो सहयोग दिया है वो अवर्णनीय है | मैंने उस गांव में रियल हिंदुस्तान देखा है | जहाँ राम-रहीम का कुनबा एक साथ वर्षो से गुजर-बसर कर रहा है | और उस कुनबे ने मुझे बेझिझक स्वीकार ही न किया अपने में आत्म-सात कर लिया ऐसे जैसे मैं वहीँ का था, वही का हूँ | उन्हौने हमें कहा हम आप के सारे प्रयोगों के साथ है, हम गरीब लोग है, धन नहीं है पर हम आप के साथ तन, मन और अन्न के साथ हैं | आइये इस अन्न की धरती पे आपका स्वागत करने को न केवल मेरा गाँधी-उत्सव बल्कि रियल हिंदुस्तान भी आप का स्वागत कर रहा है |
हम यहाँ गाँधी के सब से मारक अहिंसक यंत्र चरखे और झाड़ू से शुरुआत कर रहे हैं | यहाँ झाड़ू, हम झाड़ू को सफाई मात्र नहीं मानते है, झाड़ू से हम वर्ण व्यवस्था पे चोट करना चाहते हैं, झाड़ू किसी एक वर्ण के लिए अभिशाप न होक संडास से सड़क तक वर्ण रहित हाथों में पहुंचे, यहाँ ऐसे गाँधी-समाज की संरचना का नीव रखना चाहता हूँ | चरखा इसलिए केवल नहीं कि वो रोजगार का माध्यम बने बल्कि इसलिए भी की मानव जीवन में श्रम की महत्ता को समझे | इसके उपरांत श्रम आधारित स्कुल और ग्राम आधारित उद्देयोग की स्थापना आप और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से करेंगे |
आप सभी अपने बंधु-बांधव के साथ इस आवासीय उत्सव में सादर आमंत्रित हैं |
10/10/2023
Gandhi Yatra - Gandhi Utsaw 2023
10/10/2023
Glimpse of Gandhi Utsaw 2023 - Baijani
10/10/2023
Gandhi Samman - 2023
10/10/2023
Glimpse of Gandhi Utsaw - 2023 - Baijani
10/10/2023
Nukkad Natak Play during Gandhi Utsaw 2023 - Baijani