Bhagwat Ganga
प्रिय भक्तो, भागवत गंगा के माध्यम से हम आपको सनातन धर्म से जुड़े अनेकों रहस्य की जानकारी प्रदान करेंग
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा होती है।
https://www.ekadashi.org/2023/11/dhanteras-pujan-vidhi.html
धनतेरस पर किसी पूजा करते है? धनतेरस पूजन विधि? धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा होती है।
सनातन धर्म में अनेको देवी-देवता हैं जिनकी पूजा करके मनुष्य अपनी इच्छाओं की पूर्ति करता है।
https://www.ekadashi.org/2023/11/kuber-kaun-hai.html
कुबेर कौन है? | कुबेर की पूजा कैसे और कब की जती है? | कुबेर पूजन विधि क्या है? | कुबेर पूजन मंत्र क्या आज हम जानेंगे की कुबेर कौन है? उन्हें यह उपाधि किसने दी और उनकी पूजा क्यों की जाती है? मनुष्य की अनगिनत इच्छाएं हैं ज....
रमा एकादशी की पावन कथा | रामा एकादशी महात्म कथा | रमा एकादशी की पौराणिक कथा | रमा एकादशी
YouTube-https://youtu.be/6Z2r0eg-J5s
प्रिय भक्तों पुराणों में बहुत से व्रतों का विस्तार पूर्वक वर्णन मिलता है जिनको करने से मनुष्य अपने कल्याण को प्राप्त होता है परन्तु जिस व्रत का सर्वाधिक महत्व बताया गया है उसे एकादशी का व्रत कहते हैं।
#रमा_एकादशी #एकादशी_व्रत_कथा #एकादशी #एकादशी_व्रत #रमा #एकादशी_कथा
जब हनुमान जी ने लंका को अग्नि के हवाले कर दिया तो तब परमेश्वर की इच्छा से समस्त 49 मरुत हवाएं अपने चरम पर चलने लगी, जिस कारण लंका धू-धू करके जलने लगी।
https://www.ekadashi.org/2021/12/Unchaas-marudgan.html
उनचास मरुत का क्या अर्थ है ? | वायु कितने प्रकार की होती है? जब हनुमान जी ने लंका को अग्नि के हवाले कर दिया तो तब परमेश्वर की इच्छा से समस्त 49 मरुत हवाएं अपने चरम पर चलने लगी, जिस ...
आज की कथा में हम आपको पाशांकुश एकादशी जिसे पापांकुशा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है कि कथा सुनाएंगे।
https://www.ekadashi.org/2021/10/papankusha-ekadashi-vrat-katha.html
पापांकुशा एकादशी महात्म्य कथा | पाशांकुश एकादशी महात्म्य | Papankusha Ekadashi Vrat Katha 26 एकादशियों और कई पौराणिक कथाओं का सम्पूर्ण ज्ञान
क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि के दूसरे दिन की देवी कौन है? | नवरात्रि द्वितीय दिवस मां ब्रह्मचारिणी
YouTube -https://youtube.com/shorts/ZAF_TfEx5_o?feature=share
प्रिय भक्तो, आज हम आपको नवरात्रि के द्वितीय दिवस की देवी माता ब्रह्मचारिणी के विषय में बताएंगे। माता ब्रह्मचारिणी कौन है?
इन सभी प्रश्नों के उत्तर आज हम आपको देंगे।
#नवरात्रि #माता #ब्रह्मचारिणी #नवरात्रि_द्वितीय_दिवस_माता_ब्रह्मचारिणी ुर्गा #दुर्गा #आदिशक्ति #पूजन_विधि #मातारानी
क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि के द्वितीय दिन किस देवी की पूजा का विधान है? | मां ब्रह्मचारिणी क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि के दूसरे दिन की देवी कौन है? | नवरात्रि द्वितीय दिवस मां ब्रह्मचारिणीYouTube -https://youtube.com/shorts/ZAF_TfE...
गायत्री मंत्र, प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों से निकला एक पवित्र मंत्र है, जो समय को पार करने और हमें परमात्मा से जोड़ने की शक्ति रखता है।
https://www.ekadashi.org/2023/10/gayatri-mantra-anant-kal-pavitra-dhwani.html
#माता_का_स्वागत
गायत्री मंत्र: अनंत काल से परे पवित्र ध्वनि की खोज गायत्री मंत्र, प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों से निकला एक पवित्र मंत्र है, जो समय को पार करने और हमें परमात्मा से जोड़न.....
आज हम हनुमान जी को ही समर्पित सुंदरकांड के दिव्य महत्व के बारे में जानेंगे जिसको महाकवि तुलसीदास जी ने अपनी रचना रामचरितमानस में संकलित किया।
https://www.shrikainchidham.org/2023/10/sunderkand-dharmik-mahatva.html
#सुंदरकांड
सुंदरकांड का धार्मिक महत्त्व क्यों ? Shrikainchidham.org is website on Shri Neem Karoli Baba of Shri Kainchi Dham. It's a holy place where devotees get peace with Maharaj ji's blessings .
संपूर्ण वृंदावन कृष्ण की भूमि है। कृष्ण का जन्म स्थान है क्योंकि वृंदावन में मथुरा बसा हुवा है और मथुरा में वृंदावन।
https://www.ekadashi.org/2023/10/vrindavan-premanand-ji-maharaj-adhyatmik-yatra.html
वृन्दावन में प्रेमानंद जी महाराज की आध्यात्मिक यात्रा का अनावरण: भक्ति और ज्ञान प्रेमानंद जी महाराज की आध्यात्मिक यात्रा की अविश्वसनीय कहानी है, जो भक्ति और ज्ञान से प्रकाशित मार्ग है। श्री प्र....
प्रिय मित्रों कल है इंदिरा एकादशी जिसका पितृपक्ष में विशेष महत्व होता है। अतः आज हम आप सबके समक्ष कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी की कथा का वर्णन करेंगे।
https://www.ekadashi.org/2021/09/indira-ekadashi-mahatma-ki-durlabh-katha.html
#इन्दिरा_एकादशी_माहात्म्य
Indira Ekadashi Mahatma Ki Durlabh Katha प्रिय मित्रों आज हम आप सबके समक्ष कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी की कथा का वर्णन करेंगे। इंदिरा एकादशी की कथा का क्या ....
पितृपक्ष विशेष में आज हम जानेंगे कि संसार में किसी भी प्राणी के मरने के बाद उसका तर्पण क्यों किया जाता है? तर्पण करने से मृतक के ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है।
https://www.ekadashi.org/2023/10/mritak-ka-tarpan-kyon.html
#तर्पण #पितरों_का_तर्पण
पितृपक्ष विशेष: मृतक का तर्पण क्यों? पितृपक्ष विशेष में आज हम जानेंगे कि संसार में किसी भी प्राणी के मरने के बाद उसका तर्पण क्यों किया जाता है? तर्पण करन...
पितृपक्ष विशेष में जानेंगे की पिंडदान करने की परंपरा क्यों है और इसके क्या लाभ हैं? क्या पिंडदान अनिवार्य होता है? पिंडदान न करने से क्या होता है?
https://www.ekadashi.org/2023/10/pinddaan-karne-ki-parampara-kyon.html
पितृपक्ष विशेष: पिंडदान करने की परंपरा क्यों? पितृपक्ष विशेष में जानेंगे की पिंडदान करने की परंपरा क्यों है और इसके क्या लाभ हैं? क्या पिंडदान अनिवार्य होता है? ....
पिंडदान, श्राद्ध आदि कर्म पुत्र द्वारा ही क्यों?
आज के इस लेख के माध्यम से आपको ज्ञान होगा कि पितृपक्ष में पुत्र द्वारा किए गए श्राद्ध से पितरों को प्रसन्न का क्यों होती है? पुत्र के द्वारा श्राद्ध किए जाने से क्या लाभ है?
https://www.ekadashi.org/2023/09/pinddaan-shradh-karma-putra-dwara-kyon.html
#पितृ #श्राद्ध #श्राद्ध_कर्म #पितृ_पक्ष_नियम #गणपति_बप्पा_मोरया
पिंडदान, श्राद्ध आदि कर्म पुत्र द्वारा ही क्यों? आज के इस लेख के माध्यम से आपको ज्ञान होगा कि पितृपक्ष में पुत्र द्वारा किए गए श्राद्ध से पितरों को प्रसन्न का क्यों ...
पूर्वजों का श्राद्धकर्म करना आवश्यक क्यों ?
पितृपक्ष अर्थात वह समय जो हमे उनके लिए कुछ करने का अवसर प्रदान करता है जिनकी वजह से आज हमारा अस्तित्व है अर्थात हमारे पूर्वज।
https://www.ekadashi.org/2023/09/purvajo-ka-shraddha-karna-avashyak-kyon.html
#श्राद्ध #श्राद्ध_कर्म #पितृ #पितृ_पक्ष_नियम
पूर्वजों का श्राद्धकर्म करना आवश्यक क्यों ? पितृपक्ष अर्थात वह समय जो हमे उनके लिए कुछ करने का अवसर प्रदान करता है जिनकी वजह से आज हमारा अस्तित्व है अर्थात हमा....
हिंदूधर्म में किसी भी शुभकार्य का आरंभ करने के पूर्व गणेशजी की पूजा करना आवश्यक माना गया है क्योंकि उन्हें विघ्नहर्ता व् ऋद्धि-सिद्धि का स्वामी कहा जाता है। इनके स्मरण, ध्यान, जप, आराधना से कामनाओं की पूर्ति होती है व् विघ्नो का विनाश होता है।
https://www.ekadashi.org/2023/09/ganesh-pratham-puja-kyu.html
#देवी_देवता #सनातन_धर्म
Ganesh Ji Ki Pratham Puja Kyu Hoti Hai | सर्वप्रथम गणेश पूजन क्यों | गणेश जी की आरती 26 एकादशियों और कई पौराणिक कथाओं का सम्पूर्ण ज्ञान
॥ अथ वामन (परिवर्तिनी ) एकादशी माहात्म्य ॥
प्रिय भक्तो भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी, जलझूलनी एकादशी या वामन एकादशी भी कहते है। इस एकादशी की पौराणिक कथा इस प्रकार है।
https://www.ekadashi.org/2021/09/parivartani-ekadashi-vrat-katha.html
#सनातन_धर्म
Parivartani Ekadashi Vrat Katha | Jal Jhulni Ekadashi Vrat Katha प्रिय भक्तो भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी, जलझूलनी एकादशी या वामन एकादशी भी कहते है। ...
भगवद गीता एक पवित्र ग्रंथ है जो जीवन, आध्यात्मिकता और आत्म-प्राप्ति में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। इस प्राचीन ग्रंथ को पढ़ने और अध्ययन करने से व्यक्ति जीवन में अपने उद्देश्य और अर्थ की गहरी समझ प्राप्त कर सकते हैं।
https://arjunkigita.blogspot.com/2017/10/gita-reading-benefits.html
क्या आपको गीता पढ़ने के फायदे पता है ? Explore the profound teachings of the Bhagavad Gita, Vedas, Puranas, and Upanishads with Arjuna's Gita. Begin the spiritual journey of Sanatana Dharma
विष्णु स्तोत्र की शक्ति: दिव्य आशीर्वाद को प्राप्त करें
विष्णु स्तोत्र हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक, भगवान विष्णु को समर्पित एक शक्तिशाली प्रार्थना है। ऐसा माना जाता है कि विष्णु स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कई लाभ और आशीर्वाद आते हैं।
https://www.shrikainchidham.org/2023/06/vishnu-stotram-lyrics-in-hindi.html
Vishnu Stotram Lyrics In Hindi विष्णु स्तोत्र की अविस्मरणीय शक्ति को ग्रहण कर अपने जीवन में दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें। यह मार्गदर्शिका आपको व...
॥ अथ देवशयनी (पद्मा) एकादशी माहात्म्य ॥
धर्मराज युधिष्ठिर बोले कि हे भगवान आषाढ़ माह के शुक्लपक्ष की एकादशी का क्या नाम है, उस दिन कौन से देवता की पूजा होती है तथा उसकी विधि क्या है? सो सविस्तार पूर्वक कहिये।
https://www.ekadashi.org/2021/07/devshayani-ekadashi-chaturmas-vrat-katha.html
#शास्त्र
Devshayani Ekadashi Vrat Katha | Chaturmas Vrat Katha 26 एकादशियों और कई पौराणिक कथाओं का सम्पूर्ण ज्ञान
योगिनी एकादशी कथा | अपरा एकादशी कथा | आषाढ़ एकादशी व्रत कथा #सनातन #एकादशी #योगिनी
YouTube-https://youtu.be/eM51rJ3PBkg
प्रिय भक्तो, आज की कथा में हम आपको आषाढ़ माह में पड़ने वाली में योगिनी एकादशी की दुर्लभ कथा का श्रवण कराएंगे।
#सनातन #सनातन_धर्म #एकादशी_व्रत_कथा
Yogini ya Apra Ekadashi Mahatma
॥ अथ योगिनी एकादशी माहात्म्य ॥
धर्मराज युधिष्ठिर बोले- हे जनार्दन! अब आप कृपा करके आषाढ़ माह के कृष्णपक्ष की एकादशी का नाम तथा माहात्म्य क्या है? सो सब वर्णन कीजिये।
https://www.ekadashi.org/2021/07/yogini-ekadashi-mahatma-ki-durlabh-katha.html
#सनातन_धर्म #रहस्य #केदारनाथ_मंदिर
Yogini Ekadashi Mahatma Ki Durlabh Katha | Apra Ekadashi Katha 26 एकादशियों और कई पौराणिक कथाओं का सम्पूर्ण ज्ञान
यूं तो संसार में अनेकों अनेक व्रत बतलाए गए हैं परंतु सनातन धर्म के पुराणों में जिस व्रत को सबसे विशिष्ट रूप में माना गया है उसे एकादशी के नाम से जाना जाता है।
https://www.ekadashi.org/2022/05/apra-ekadashi-vrat-katha.html
अपरा एकादशी व्रत कथा | अपरा एकादशी की दुर्लभ कथा | अचला एकादशी महात्म कथा श्रीयुधिष्ठिर बोले- हे भगवान! ज्येष्ठ मास की कृष्णपक्ष की एकादशी का नाम तथा माहात्म्य क्या है? सो कृपा कर कहिये। ज्....
बुद्ध पूर्णिमा अर्थात बुद्ध की पूर्णिमा" बुद्ध पूर्णिमा का महत्व बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत खास है क्योंकि पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था ,पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था और पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध ने महापरिनिर्वाण लिया था।
https://buddhaupdesh.blogspot.com/2018/04/blog-post_30.html
बुद्ध पूर्णिमा उत्सव विशेष "बुद्ध पूर्णिमा अर्थात बुद्ध की पूर्णिमा" बुद्ध पूर्णिमा का महत्व बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत खास है क्यो...
नरसिंह जयंती की शुभ कामनाएं
नमस्कार दोस्तों आज हम आप सभी के समक्ष नरसिंह कवच की महिमा को दर्शाएंगे। हम सभी ने कभी ना कभी नरसिंह कवच का नाम अवश्य सुना होगा परंतु नरसिंह कवच की महिमा उसके उच्चारण और उसके विषय में हम में से बहुत कम लोगों को ज्ञान है।
https://www.ekadashi.org/2022/09/narsingh-kavach-mahima-stotra.html
Narsingh Kavach Mahima Stotra | संपूर्ण नरसिंह कवच स्तोत्र आज हम आप सभी के समक्ष नरसिंह कवच की महिमा को दर्शाएंगे। भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के ही अवतारों में से एक अवतार हैं....
धर्मराज युधिष्ठिर बोले-हे कृष्ण! वैशाख माह की शुक्लपक्ष की एकादशी का क्या नाम तथा क्या कथा है? इसकी व्रत करने की कौन सी विधि है? सो सब विस्तार पूर्वक कहिए।
https://www.ekadashi.org/2022/05/Mohini-Ekadashi-Vrat-Katha.html
#मोहिनी_एकादशी_व्रत_महात्म #महात्म #एकादशी #विधि #मोहिनीएकादशी #मोहिनी_एकादशी_व्रत_कथा #उत्तराखंड_देव_भूमि
मोहिनी एकादशी व्रत कथा | मोहिनी एकादशी की दुर्लभ कथा | मोहिनी एकादशी महात्म कथा वैशाख माह के शुक्लपक्ष में एकादशी होती है उसका नाम मोहिनी है। इस एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के समस्त पाप तथा दुः....
मोहिनी एकादशी महात्म कथा | शुक्ल पक्ष मोहिनी एकादशी कथा | वैशाख शुक्ल मोहिनी एकादशी व्रत कथा
YouTube-https://youtu.be/e2Qtzs2LSKs
प्रिय भक्तो, आज की एकादशी का नाम मोहिनी एकादशी है। ये एकादशी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष मे पड़ती हैं। इसकी कथा सुनने और सुनाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
#मोहिनीएकादशी #एकादशी #एकादशी_व्रत_कथा #वैशाख_मास_की_कथा #शुक्ल_पक्ष_एकादशी_व्रत_कथा
वरूथिनी एकादशी क्या है? | वरूथिनी एकादशी की कथा सुनिए? | वरुथिनी एकादशी का क्या महात्म है? #एकादशी
YouTube-https://youtu.be/riYkncxj4pc
प्रिय भक्तो, आज हम आपको वरुथिनी एकादशी की पवन कथा के विषय में सुनाएंगे। वरुथिनी एकादशी क्या है और इसकी पावन कथा क्या है?
आज की कथा में हम इन्ही सारे रहस्यों की कथा सुनाएंगे।
#वरुथिनी_एकादशी_व्रत_कथा #वरुथिनी #एकादशी #कथा #व्रत #सनातन #सनातन_धर्म #महात्म #कथा
॥ अथ बरूथिनी एकादशी महात्म ॥
प्रिय भक्तों आज हम आप सभी के समक्ष वरुथिनी एकादशी के महात्म कथा को लेकर आए हैं। वरुथिनी एकादशी सर्वप्रथम किसने किससे कहीं और इसकी कथा सुनने का क्या लाभ होता है, इस व्रत को करने से कौन-कौन से पुण्य लाभ प्राप्त होते हैं, इन समस्त बातों का विवरण आज हम आप सभी के समक्ष यहां विस्तार पूर्वक रखेंगे।
https://www.ekadashi.org/2022/04/Varuthini-Ekadashi-durlabh-katha.html
वरूथिनी एकादशी की दुर्लभ कथा | बरूथिनी एकादशी महात्म कथा | बरूथिनी एकादशी व्रत कथा 26 एकादशियों और कई पौराणिक कथाओं का सम्पूर्ण ज्ञान
Maa Kalratri: Navratri Saptam Diwas
नवरात्रि के सप्तम दिवस की अधिष्ठात्री देवी मां कालरात्रि है। मां कालरात्रि माता दुर्गा का सप्तम स्वरूप माना जाता है। मां कालरात्रि परम दयालु और करुणामई है।
Navratri seventh Day : Maa Kalratri Shrikainchidham.org is website on Shri Neem Karoli Baba of Shri Kainchi Dham. It's a holy place where devotees get peace with Maharaj ji's blessings .
Maa Katyayani: 6th Day Of Navratri
ममतामयी मां दुर्गा के षष्ठम स्वरूप का नाम मां कात्यायनी है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर माता आदिशक्ति ने उनके गृह में अवतार धारण किया।
https://www.shrikainchidham.org/2021/04/6th-day-navratri-maa-katyayani.html
#नवरात्रिस्पेशल #माता_कात्यायनी #कात्यायनी
6th Day Of Navratri: Maa Katyayani Shrikainchidham.org is website on Shri Neem Karoli Baba of Shri Kainchi Dham. It's a holy place where devotees get peace with Maharaj ji's blessings .
Navratri Pujan: Skandamata
प्रिय भक्तों नवरात्रि के पंचम दिवस में माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता, माता आदिशक्ति के ही पांचवें स्वरूप को कहा जाता है।
https://www.shrikainchidham.org/2021/04/Navratri-fifth-day-skanda-mata.html
#नवरात्रिspecial #माता #नवरात्रिस्पेशल #स्कंदमाता #सनातन
Navratri Fifth Day : Maa Skandamata Shrikainchidham.org is website on Shri Neem Karoli Baba of Shri Kainchi Dham. It's a holy place where devotees get peace with Maharaj ji's blessings .
Navratri Fourth Day Pujan Mata Kushmanda
प्रिय भक्तों नवरात्रि के चतुर्थ दिवस में आप सभी का स्वागत है। नवरात्रि के चतुर्थ दिवस में हम माता आदिशक्ति की जिस स्वरूप की पूजा करते हैं उसे हम सभी माता कुष्मांडा के नाम से जानते हैं।
https://www.ekadashi.org/2022/10/navdurga-fourth-day-mata-kushmanda.html
नवरात्रि चतुर्थ दिवस माता कूष्मांडा पूजन | नव दुर्गा का चौथा स्वरूप माता कूष्मांडा नवरात्रि के चतुर्थ दिवस में हम माता आदिशक्ति की जिस स्वरूप की पूजा करते हैं उसे हम सभी माता कुष्मांडा के नाम से जान....
Navratri Third Day Pujan Mata Chandraghanta
प्रिय मित्रों नवरात्रि के तृतीय दिवस में आप सभी का स्वागत है। आप सभी को जानकर हर्ष होगा कि नवरात्रि के तीसरे दिन हम सभी माता चंद्रघंटा की उपासना करते हैं।
https://www.ekadashi.org/2022/10/navdurga-third-swaroop-mata-chandraghanta.html
#माता_चंद्रघंटा #नवरात्रिspecial ुर्गा #दुर्गा_पूजा
नवरात्रि तृतीय दिवस माता चंद्रघंटा पूजन | नव दुर्गा का तीसरा स्वरूप माता चंद्रघंटा नवरात्रि के तीसरे दिन हम सभी माता चंद्रघंटा की उपासना करते हैं। माता चंद्रघंटा का यह स्वरूप माता आदिशक्ति के ही 9 र....
Navdurga-Dwitiya-Swaroop-Mata-Brahmacharini
प्रणाम भक्तों, नवरात्रि के द्वितीय दिवस में आप सभी का स्वागत है। नवरात्रि के दूसरे दिन माता आदिशक्ति के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा का विधान है। माता ब्रह्मचारिणी माता पार्वती का ही एक रूप है।https://www.ekadashi.org/2022/09/Navdurga-Dwitiya-Swaroop-Mata-Brahmacharini.html
#नवरात्रि #नवरात्रिspecial #माता_ब्रह्मचारिणी #ब्रह्मचारिणी ुर्गा #दुर्गा_पूजा #नवदुर्गा #नवरात्रि_द्वितीय_दिवस
नवरात्रि द्वितीय दिवस माता ब्रह्मचारिणी पूजन | नव दुर्गा का दूसरा स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी नवरात्रि के दूसरे दिन माता आदिशक्ति के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा का विधान है। माता ब्रह्मचारिणी माता पार्वती क...
Navdurga-Pratham-Swaroop-Mata-Shailputri
नमस्कार मित्रों, नवरात्रि के प्रथम दिवस में आप सभी का स्वागत है। नवरात्रि माता आदिशक्ति को समर्पित उनके नौ स्वरूपों का दिन माना जाता है।
https://www.ekadashi.org/2022/09/Navdurga-Pratham-Swaroop-Mata-Shailputri.html
#नवरात्रि #नवरात्रिspecial #शैलपुत्री #नवरात्रि_माता_शैलपुत्री #माता_शैलपुत्री_महात्म #माता_शैलपुत्री_पूजन_दिवस #नवरात्रि_माता_महात्म #नवरात्रि_status
नवरात्रि प्रथम दिवस माता शैलपुत्री पूजन | नव दुर्गा का प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री माता आदिशक्ति का प्रथम स्वरूप जिसे हम माता शैलपुत्री के रूप में जानते हैं उन्हीं की उपासना नवरात्रि के पहले दिवस प...
जया एकादशी की पौराणिक कथा | जया एकादशी महात्म कथा | Jaya Ekadashi Vrat Katha Hindi
YouTube-https://youtu.be/tImbzzWbxfQ
प्रिय भक्तों, आज हम आप सभी को माघ शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली जया एकादशी की उस दुर्लभ कथा को ले कर आए है जिसका श्रावण करने से और जिसका व्रत करने से मनुष्य को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
आप सभी से प्रार्थना है की भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली इस कथा को अपने इस्ट मित्रो तक अवश्य पहुंचाए।
#माघ_शुक्ल_पक्ष #जया #जयाएकादशी #जया_एकादशी #व्रतकथा #व्रत_त्योहार_उपाय #सनातन_धर्म #सनातन #एकादशी_व्रत_कथा #एकादशी_व्रत #एकादशी
पौष मास की पुत्रदा एकादशी व्रत कथा | पौष मास पुत्रदा एकादशी व्रत कथा विधि | पुत्र प्राप्ति एकादशी
YouTube-https://youtu.be/unVDtxyIVd8
प्रिय भक्तों, आज हम आप सभी को पौष मास में पड़ने वाली पुत्रदा एकादशी की उस दुर्लभ कथा को ले कर आए है जिसका श्रावण करने से और जिसका व्रत करने से मनुष्य को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
आप सभी से प्रार्थना है की भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली इस कथा को अपने इस्ट मित्रो तक अवश्य पहुंचाए।
#पौषमास #पुत्रदा #पुत्रदाएकादशी #पुत्रदा_एकादशी #व्रतकथा #व्रत_त्योहार_उपाय #सनातन_धर्म #सनातन #एकादशी_व्रत_कथा #एकादशी_व्रत #एकादशी
कृष्ण जन्मभूमि की रज में स्नान करते विदेशी भक्त | वृंदावन धाम की रज को प्रणाम करते विदेशी भक्त
YouTube-https://youtu.be/bFR9jua9Hh8
प्रिय भक्तो,आज के इस वीडियो में आप देखेंगे की विदेशी भक्तों ने पार की कृष्ण भक्ति की सभी सीमा । कृष्ण जन्मभूमि की रज से श्रृंगार करते विदेशी भक्तो ने ये सिद्ध कर दिया की परम तत्व का अनुभव होने पर भक्त और भगवान का विलय हो जाता है ।
#वृंदावन #राधे #कृष्ण_जन्मभूमि #रज #कृष्ण_जन्मभूमि_की_राज #विदेशी_भक्त #भगवान #धाम #इस्कॉन #वृंदावन_की_गलिया
रमा एकादशी की दुर्लभ कथा | रमा एकादशी व्रत कथा महात्म | पापो को नष्ट करने वाली रमा एकादशी की कथा
YouTube-https://youtu.be/xwWyxxKuMHU
प्रिय भक्तों पुराणों में बहुत से व्रतों का विस्तार पूर्वक वर्णन मिलता है जिनको करने से मनुष्य अपने कल्याण को प्राप्त होता है परन्तु जिस व्रत का सर्वाधिक महत्व बताया गया है उसे एकादशी का व्रत कहते हैं। एकादशी का व्रत मनुष्य को उसके पापों से तार देता है ,मुक्त कर देता है, उसका परलोक सुधार देता है।
आज की कथा में हम आपको रमा एकादशी कि कथा सुनाएंगे। हमें पूर्ण आशा और विश्वास है कि आप सब इस एकादशी के व्रत को ध्यान पूर्वक सुनेंगे, इसकी विधि को समझेंगे, तत्पश्यात इसको करेंगे और अपने कल्याण को प्राप्त होंगे।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
#रमा_एकादशी #एकादशी_व्रत_कथा #एकादशी #एकादशी_व्रत #रमा #एकादशी_कथा
अहोई अष्टमी की पावन कथा🙏🙏🙏
एक किसान था | उसके सात बेटे थे और एक बेटी | सातो लड़कों का ब्याह हुआ | सातो भाभिया अपनी सुंदर सी, प्यारी सी ननद से बहुत प्यार करती थी | सबसे अधिक प्यार बड़ी बहु किया करती थी |
कार्तिक मास की पहली सप्तमी का दिन था | उस दिन सातो बहुएं अपनी ननद को साथ ले, चूल्हा-चौके के लिए मिट्टी लेने गयी | खदान से मिट्टी खोदने लगी | नन्हीं ननद सबसे आगे खदान के कोने में मिट्टी खोद रही थी | दुर्भाग्य से उसकी खुरपी से होई के सात बच्चे कट गये | होई ने लड़की का पल्ला पकड़ लिया और बोली – “ तुमने मेरे बच्चे काटे हैं | मैं तुम्हें शाप दूंगी |”
सभी हैरान थे | नन्ही लड़की रोने लगी | वह बहुत डर गई थी | ननद की यह दशा देखकर बड़ी भाभी आ आयी बड़े नम्र भाव से उसने होई माता के चरण छुये और उसे प्रणाम करके बोली – “ हे होई माता! तू बड़ी दयालु है | मेरी नन्ही ननद को क्षमा कर दें |”
होई माता क्रोध में पागल सी हो गई थी | उसके सात बच्चों की हत्या जो हुयी थी | वह गरजकर बड़ी भाभी से बोली – “ मैं इस हत्यारी को क्षमा नहीं करूंगी | इसने मेरे सात बच्चों को काट डाला |”
थोड़ी देर के लिये सभी चुप हो गयी | तभी बड़ी बहु ने पैर पकड़कर होई माता से निवेदन किया – “ मां! ननद का पला छोड़ दो | दोष मेरा है | मैं ही इसे साथ ले आयी यह तो अबोध है, बच्ची है | आप मुझे शाप दे दे |”
“ तो सुन सारा जीवन तुझे संतान का सुख देखने को नहीं मिलेगा | तू बांझ बनकर जीवन गुजारेगी |” इतना कहकर होई माता वहां से अंतर्ध्यान हो गयी |
सभी बहुये तथा ननद वहां से लौट आयी | समय बीतता गया | सभी बहुओं के घर में बाल गोपालो की पैजनियो की गूंज थी | लेकिन बड़ी बहू का आंगन सुना था | सभी उसे बांझ कहा करते थे |
बड़ी बहू न तो किसी से कुछ बोलती और न ही जवाब देती | वह एक लंगडी गाय की सेवा में लीन रहने लगी | उसे पुचकारती, सहलाती तथा चारा खिलाती | लंगडी गाय बड़ी बहू की सेवा देख कर बड़ी प्रसन्न हुयी | उससे बड़ी बहू का दु:ख देखा नहीं जाता था |
एक दिन उसने उससे पूछ ही लिया | बहु ने बताया “ होई माता ने मेरी कोख छीन ली | गौ माता | मेरी ननद से होई माता के बच्चे की हत्या हुई थी |” इस प्रकार उसने सारी बात बता दी | लंगडी गाय बड़ी बहू की करुण-कथा सुनकर आत्म विभोर हो गयी | वह सोचने लगी ‘ कितनी महान है | यह औरत! जिसने ननद के लिए अपनी कोख का बलिदान कर दिया |’
लंगडी गाय ने मन ही मन एक संकल्प लिया | बड़ी बहू के लिए कुछ करना चाहिये | लंगडी गाय अपनी बहन होई माता के पास गयी | इधर-उधर की बात के बाद होई माता ने आने का कारण पूछा –
“ मैं एक काम से आयी हूं, छोटी तेरे पास |” लंगडी गाय बोली |
“ कहो न बहन! जो भी तुम्हारा आदेश होगा, पालन करूंगी |”
“ तो सुन छोटी तूने जिसकी कोख छीनी है | उसकी कोख वापस कर दे |” लंगड़ी गाय दृढ़तापूर्वक बोली |
“ क्या तुम बड़ी बहु की बात कर रही हो |” होई माता ने पूछा |
“ हां छोटी मैं उसी महान स्त्री की बात कर रही हूं | जिसने ननद की कोख के लिए अपनी कोख का बलिदान कर दिया | इतने वर्षों उसने मुझ अपंग की सेवा की | वह नारी नहीं करुणा तथा ममता की मूरत है |” लंगडी गाय कहती गयी |
होई माता को लगा | जैसे उसने बड़ी बहु को शाप देकर अपराध किया है | उसे अपने आप से गलानी होने लगी | वह बोली – “ बहन! मुझे क्षमा कर दो | मैं बड़ी बहू की कोख लौटा देती हूं |” दस महीने बाद होई माता का पर्व आया | वहीं कार्तिक की पहली सप्तमी बड़ी बहू के आंगन में भी पैजनियो की झुनझुन थी | घर को लिप-पोत कर सजाया गया |
उधर सांस बेखबर | उसे कुछ पता ही नहीं था | सांस नौकरानी से बोली – “ जा री ! होई माता का त्यौहार है | एक तेल की पल्ली और गुड़ की डली उस बांझ के घर भी देआ |”
नौकरानी बड़ी बहू के घर गयी तो देखकर चकित रह गयी | नन्हा सा शिशु खेल रहा था | सारे गांव में है शुभ समाचार फैल गया | बधाई गीत गाये जाने लगे | लंगडी गाय आंगन में चारा खाते हुये मन ही मन प्रसन्न थी | उसने होई माता का धन्यवाद किया
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Contact the business
Website
Address
Vrindavan
281121