Vicky_yoga
Hari om my self vikas chamoli and thanks to all for visit my page.
This page is all about yoga-health-body strength - fitness - positive energy - meditation- anatomy-peace of mind...
parivrtta janu sirsasana
जानुशीर्षासन परिवृत्त( parivrtta janu sirsasana) छाती की मांसपेशियों की स्ट्रैचिंग के लिए किया जाने वाला योगाभ्यास है
parivrtta janu sirsasana benefits.
यह आसन यकृत , गुर्दा व बढ़े हुए वृषणकोशों को रोगमुक्त करता है ।
पुरुषों के प्रमेह तथा स्त्रियों के प्रदर रोगों में लाभदायक है।
यह आसन किडनी व लीवर की कार्य क्षमता में वृद्धि करता है।
ब्रह्मचर्य रक्षा , ज्वर निवारण , कुण्डलिनी माता जागरण में लाभ देता है ।
पाचन संस्थान को भी पर्याप्त प्रभावित करता है।
टखनों एवं घुटनों में मोच हो तो इस आसन को करने से लाभ होता है।
कूबड़ के उपचार में लाभदायक सिद्ध होता है
मोटे पाँवों व नितम्बों को सुन्दर व सुडौल बनाता है एवं शरीर को कान्तिमय रखता है।
पूरे शरीर की कठोरता दूर करता है।
शिश्न ग्रंथियों की वृद्धि से पीड़ित व्यक्तियों को इस आसन में अधिक समय तक ठहरने से लाभ होता है । उन्हें चाहिए कि सर्वांगासन के साथ इस आसन का अभ्यास करें ।
पीठ दर्द में लाभदायक है ; क्योंकि यह आसन रीढ़ में रक्त प्रवाह उत्तेजित करता है
Thanku.....🙏 be safe .Be healthy
Skeletal system....... something about all bones...
Something important about eyes.... always be caring about your eyes.
Om🕉️🙏🙏
Treat by yoga......
How to keep healthy our skeleton system...
Twisting actions stimulate the blood circulation and release tension in the muscles of the abdomen. When you do a Yoga twist, it creates an intra-abdominal compression, and the digestive organs will experience fresh blood flow rich in oxygen and nutrients....
Placing warm palm on eyes is very beneficial for our healthy eyes and also for healthy soul and mind.....its gives a wonderful relaxation to eyes and mind.... generate positive energy .. positive vibes......its gives positivity also....
Hari om ❤️
For the all high bp ,,&,, hypertension patients practice with the calmness softness... peace mind om ❤️🙏🙏
Nadi is Sanskrit word that can be translated as “tube,” “channel” or “flow.” It refers to the network of channels through which energy travels through the body. The number of nadis that the body is believed to contain varies depending on the tradition, but there are three principal nadis that weave through the spinal cord and the intense energy centers known as chakras.
Ida nadi – Called the left channel, ida nadi starts in the muladhara (root) chakra, flowing to the left and weaving in and out of the chakras before ending in the left nostril. This nadi represents mental energy.
Pingala nadi – Referred to as the right channel, pingala nadi also starts in the root chakra, but flows to the right, weaving in and out of the chakras in a mirror image of ida nadi and ending in the right nostril. Pingala nadi is the origin of prana.
Sushumna nadi – The central channel, sushumna nadi runs straight up the spine and through the chakras from just below the root chakra to the sahasrara (crown) chakra. This is the nadi of spiritual awareness.
Om ❤️
By Vicky_yoga
योग: कर्मसु कौशलम्’
Aum 🙏❤️
Jai shree hanumaan ji maharaaj
alwyes belive in your self but also never should leave the hand of psitivity .. one day you will become a better then others.
Yoga is the spritual process that involves body , mind and sprit together. 🙏🙏❤️
om
मंत्रयोग
मुख्य लेख: मन्त्र योग
'मंत्र' का समान्य अर्थ है- 'मननात् त्रायते इति मन्त्रः'। मन को त्राय (पार कराने वाला) मंत्र ही है। मन्त्र योग का सम्बन्ध मन से है, मन को इस प्रकार परिभाषित किया है- मनन इति मनः। जो मनन, चिन्तन करता है वही मन है। मन की चंचलता का निरोध मंत्र के द्वारा करना मंत्र योग है। मंत्र योग के बारे में योगतत्वोपनिषद में वर्णन इस प्रकार है-
योग सेवन्ते साधकाधमाः।
( अल्पबुद्धि साधक मंत्रयोग से सेवा करता है अर्थात मंत्रयोग उन साधकों के लिए है जो अल्पबुद्धि है।)
मंत्र से ध्वनि तरंगें पैदा होती है मंत्र शरीर और मन दोनों पर प्रभाव डालता है। मंत्र में साधक जप का प्रयोग करता है मंत्र जप में तीन घटकों का काफी महत्व है वे घटक-उच्चारण, लय व ताल हैं। तीनों का सही अनुपात मंत्र शक्ति को बढ़ा देता है। मंत्रजप मुख्यरूप से चार प्रकार से किया जाता है।
(1) वाचिक (2) मानसिक (3) उपांशु (4) अणपा।
om
Om ❤️❤️
मेडिटेशन............
मेडिटेशन एक अभ्यास है जिसमें कोई व्यक्ति एक तकनीक का उपयोग करके, जैसे माइंडफुलनेस, किसी विशेष वस्तु, विचार या गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करता है ताकि फोकस और अवेयरनेस को बढ़ाया जा सके। इसका अभ्यास एक व्यक्ति को मानसिक रूप से स्पष्ट बनाता है और भावनात्मक रूप से शांति और स्थिरता प्रदान करता है।
मेडिटेशन के फायदे..........
तनाव को कम करना मेडिटेशन के फायदों में से एक है। यह कोर्टिसोल के स्तर को कंट्रोल करके आराम देता है।
मेडिटेशन एंग्जायटी, डिप्रेशन और निराशा जैसी मानसिक स्थितियों में आपके दिमाग को शांत करके राहत दिलाता है।
मेडिटेशन का नियमित अभ्यास एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षणों को भी कम करता है जैसे कि फोबिया, सोशल एंग्जायटी, पैरानॉइड विचार, कम्पलसिव डिसऑर्डर आदि।
मेडिटेशन एजिंग के प्रोसेस को धीमा करता है और आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है।
मेडिटेशन करने से आप रिलैक्स रहते हैं जिससे आपको अच्छी नींद लेने में मदद मिलती है।
Welcome to all