Nirankari Big FM
सभी महापुरुषों को 🌺धन निरंकार जी 🙏 और अच्छे के foodwear के लिए क्लिक👇 सेव वेबसाइट हे महापुरुषों जी https://sites.google.com/view/bestfoodwear/home
संपूर्ण हरदेव वाणी सरल गायन हिंदी
sampurn Hardev Wadi shabd
अपने आप को कैसे सुधारे
meditation Hardev Vani
संपूर्ण हरदेव वाणी हिन्दी गायन
दुनिया में इंसान की कीमत क्या है
संपूर्ण हरदेव वाणी ऑडियो //पद संख्या 11/12/13/14
संपूर्ण हरदेव वाणी आडियो पद संख्या /7/8/9/10 Nirankari Big FM
कोई ज्ञानी ही बताएगा
कोई ज्ञान ही बता पाएंगे
Dhan nirankar ji 🙏🙏
जमी मैली नहीं होती जमन मैला नहीं होता सतगुरु के दर पर जो आए कभी मेला नहीं होता
🌺धन निरंकार जी 🌺
कोई ज्ञानी ही बता सकता है 😁😁😁 #
आपका क्या जवाब है जी 🌺
देखते हैं कौन-कौन मुझे लाइक करते हैं
परमात्मा की क्या जाति है 😭😭😭
🌺धन निरंकार जी 🌺
महापुरुषों जी सतगुरु कृपा से आप सब ठीक होंगे
🦶🙏🙏
सभी महापुरुषों को प्यार भरा धन निरंकार जी 🦶🌺🌺🌺🌺 🌺
रहमत की है ए बारिश जो सांस चल रही है
सभी महापुरुषों को तनूर तारा का प्यार भरा धन निरंकार जी 🙏🙏🙏
sampurn Avtar Vani 🙏🙏🙏
मां बेटी की कहानी आगे पढ़ें ||❤️❤️ मां और बेटी की कहानी बहुत सुंदर और भावनात्मक हो सकती है। यह एक ऐसे संबंध की कहानी है जो प्यार, त्याग, संघर्ष और समर्पण से भरा होता है।
एक गांव में सविता नाम की एक महिला अपनी छोटी बेटी राधा के साथ रहती थी। सविता विधवा थी और अपनी बेटी को अकेले ही पाल रही थी। उसने अपने जीवन को अपनी बेटी के लिए समर्पित कर दिया था।
सविता दिन रात मेहनत करके घर चलाती थी और राधा को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रयासरत रहती थी। राधा भी अपनी मां के संघर्षों को समझती थी और हमेशा अच्छे अंक लाने की कोशिश करती थी।
एक दिन, राधा ने अपनी मां से कहा, "मां, मैं बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हूं ताकि मैं तुम्हारी और गांव के सभी लोगों की मदद कर सकूं।" सविता की आंखों में आंसू आ गए, लेकिन वे खुशी के आंसू थे। उसने राधा को गले लगाते हुए कहा, "बेटा, मैं तुम्हारे सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करूंगी।"
समय बीतता गया और राधा ने कड़ी मेहनत करके मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा लिया। सविता ने अपनी बेटी की शिक्षा के लिए हर मुश्किल का सामना किया। वह खुद तकलीफें सहकर भी राधा की सभी जरूरतें पूरी करती रही।
राधा ने अपनी मां के त्याग और समर्पण को देखते हुए और भी मेहनत की और आखिरकार डॉक्टर बन गई। जब वह गांव लौटी, तो उसने सबसे पहले अपनी मां के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
राधा ने अपने गांव में एक छोटा सा क्लिनिक खोला और गांव वालों का इलाज करने लगी। सविता की आंखों में गर्व के आंसू थे, क्योंकि उसकी बेटी ने उसका सपना पूरा कर दिया था।
यह कहानी सिर्फ मां-बेटी के अटूट रिश्ते की नहीं, बल्कि हर उस मां की कहानी है जो अपने बच्चों के लिए हर मुश्किल का सामना करती है और हर उस बेटी की कहानी है जो अपनी मां के सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करती है।
हीरो हीरोइन के सभी लोग लाइक करते और गरीब बच्चे को कोई नहीं ❤️❤️❤️
हीरो को तो सभी लाइक करते हैं क्या हम इस परिवार को लाइक नहीं करेंगे❤️❤️❤️
Tu hi nirankar
सद्गुरु मातासुदीक्षा जी गुरु गद्दी पर कब विराजमान हुई थी
बाबा गुरबचन सिंह जी गुरु गद्दी किस सन् में विराजमान हुए थे