School Gyaan

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26/07/2023

1. "आप खुद बदलाव हो जाइए जिसके लिए आप दुनिया को बदलने की आवाज़ कर रहे हैं।" - महात्मा गांधी

26/07/2023
26/07/2023

The Mughal Empire, also known as the Timurid Empire, was an empire that existed in the Indian subcontinent from 1526 to 1857. It was founded by Babur, a Central Asian ruler who descended from the Turco-Mongol conqueror Timur and also from Genghis Khan. The Mughal Empire is known for its rich cultural and architectural heritage, as well as its significant influence on the region's history.

Under the leadership of Babur and his descendants, particularly his grandson Akbar, the Mughal Empire reached its peak of territorial expansion and cultural brilliance. The empire extended over most of the northern and central parts of the Indian subcontinent, including present-day India, Pakistan, and Bangladesh.

The Mughals were known for their administrative policies, which included religious tolerance, a centralized bureaucracy, and revenue systems. They also promoted art, literature, music, and architecture, resulting in the creation of iconic monuments and structures like the Taj Mahal, Red Fort, and Jama Masjid.

However, the empire faced challenges in later years. The decline of the Mughal Empire began in the 18th century due to factors such as weak rulers, invasions by external powers, and internal conflicts. The British East India Company took advantage of the weakening empire and gradually gained control over its territories, eventually leading to the downfall of the Mughal Empire during the Indian Rebellion of 1857.

26/07/2023

The CPU, or Central Processing Unit, is the primary component of a computer responsible for executing instructions and performing calculations. It is often referred to as the "brain" of the computer. The CPU interprets and carries out instructions from the computer's memory and coordinates the activities of other hardware components. It performs basic arithmetic, logical, control, and input/output operations. The CPU consists of an arithmetic logic unit (ALU), control unit, and memory management unit. It is typically composed of one or more microprocessors, which contain millions or billions of transistors and operate at high clock speeds to handle instructions and data.

26/07/2023

Here are some commonly used computer parts names in English:

1. Central Processing Unit (CPU)
2. Motherboard
3. Random Access Memory (RAM)
4. Hard Disk Drive (HDD)
5. Solid State Drive (SSD)
6. Graphics Processing Unit (GPU)
7. Power Supply Unit (PSU)
8. Optical Drive
9. Keyboard
10. Mouse
11. Monitor
12. Speakers
13. Ethernet Card
14. Wi-Fi Card
15. Sound Card
16. USB (Universal Serial Bus) port
17. HDMI port
18. VGA port
19. Bluetooth adapter
20. Cooling fan

25/07/2023

यहां कुछ स्वास्थ्य संबंधी टिप्स हैं, जिनको आप अपने दैनिक जीवन में अपना सकते हैं:

1. नियमित व्यायाम करें: कम से कम 30 मिनट रोज़ाना व्यायाम करने से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। योग, जॉगिंग, या किसी भी पसंदीदा व्यायाम को अपनाएं।

2. स्वस्थ आहार लें: अपनी डाइट में सब्जियां, फल, पूरे अनाज, प्रोटीन ले।

25/07/2023

सूर्य पर निबंध

सूर्य हमारे जीवन का महत्वपूर्ण स्रोत है। यह एक तारा है जो हमारी पृथ्वी के आस-पास चक्कर लगाता है और हमें उजाला देता है। हिन्दू धर्म में सूर्य को भगवान का एक मनीषी स्वरूप माना जाता है। हमारे जीवन के लिए सूर्य की किरणों का एक महत्वपूर्ण योगदान है।

सूर्य हमें तापमान, ऊर्जा और प्रकाश प्रदान करता है। इसके बिना हमारी धरती शीतल हो जाएगी और जीवन संभव नहीं होगा। सूर्य का प्रकाश हमें दिन में सक्रिय रहने की शक्ति प्रदान करता है और हमारी रात्रि निद्रा को प्रकाशित करता है।

सूर्य की ऊर्जा हमें बिजली के साधनों के रूप में भी मिलती है। उर्जा सौर ऊर्जा द्वारा उत्पन्न की जाती है और यह प्राकृतिक और स्वच्छता पूर्ण होती है। सौर ऊर्जा आपूर्ति सुरक्षित और असीमित होती है।

सूर्य की संश्रवण भाषा दिनचर्या का महत्वपूर्ण भाग है। हम दिन में सूर्योदय और सूर्यास्त की परिक्रमा के समय विशेष पूजा और संयम करते हैं। इससे हमारा मन शांत और शुद्ध रहता है। सूर्य पूजा से हमें तापमान के अनुकूल और स्वस्थ रहने का लाभ मिलता है।

सूर्य का महत्व हमारे जीवन में सुनिश्चित है। हमें सूर्य की किरणों को स्वास्थ्य और विशेषता में बनाए रखने की जरूरत होती है। हमें सूर्य के उचित उपयोग के माध्यम से इसकी कीमत को समझना चाहिए। सूर्य प्रकाश को सम्मान देना और उसकी सुरक्षा करना हमारा धर्म होना चाहिए।

संक्षेप में कहें तो, सूर्य हमारे जीवन का मुख्य स्रोत है। हमें सूर्य का सम्मान करना और उसकी सुरक्षा करना चाहिए। इसके बिना हमारी धरती शीतल और निर्जीव हो जाएगी। सूर्य का उचित उपयोग करें और अपने जीवन को उज्ज्वल और ऊर्जावान रखें।

25/07/2023

समय हमारे जीवन का महत्वपूर्ण आयाम है। समय न हमें ठहरने देता है, न हमें पीछे हटने देता है। यह अपनी दूरी बनाकर हमसे हमेशा खेलता रहता है। हर एक क्षण अनमोल होता है और समय को बेहतरीन ढंग से उपयोग करना हमारे हाथ में होता है। जो इंसान समय की कद्र करता है, वही जीवन में सफलता को हासिल करता है। हमें समय को संयमित रूप से प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि अगर हम समय को बर्बाद कर देंगे तो समय भी हमें नष्ट कर देगा। समय को एक महत्वपूर्ण रचनात्मक शक्ति की तरह देखना चाहिए और समय की कीमत को समझना चाहिए। इसलिए समय का सदुपयोग करें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें।

25/07/2023

Here are 20 random words with their meanings in Hindi:

1. स्वागत (Swagat) - Welcome
2. समय (Samay) - Time
3. प्यार (Pyar) - Love
4. शांति (Shanti) - Peace
5. आंदोलन (Andolan) - Protest
6. सच्चाई (Sachai) - Truth
7. मेहनत (Mehnat) - Hard work
8. संघर्ष (Sangharsh) - Struggle
9. सफलता (Safalta) - Success
10. वापसी (Wapsi) - Return
11. अभियांत्रिकी (Abhiyantriki) - Engineering
12. समाज (Samaj) - Society
13. जीवन (Jeevan) - Life
14. उम्मीद (Umeed) - Hope
15. आकाश (Aakash) - Sky
16. प्रिय (Priya) - Beloved
17. अनुभव (Anubhav) - Experience
18. न्याय (Nyay) - Justice
19. स्वास्थ्य (Swasthya) - Health
20. आनंद (Anand) - Happiness

25/07/2023

गाय पर निबंध

गाय, पशु परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। हिन्दू धर्म में गाय को माता माना जाता है और उसे पूजनीय माना जाता है। गाय सदियों से मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह न केवल दूध और घी की प्राप्ति का स्रोत है, बल्की उसके मल को खाद के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।

गाय का दूध बहुत ही पौष्टिक होता है और इसमें विटामिन, प्रोटीन और कैल्शियम की प्राचुर्य होती है। दूध रोज़ाना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इस्तेमाल होता है। इसके अलावा, घी का निर्माण करने के लिए गाय का दूध भी उपयोग किया जाता है।

गाय की मल प्राकृतिक खाद के रूप में प्रयोग की जाती है। इससे खेती में पैदावार बढ़ती है और बीमारियों का नियंत्रण होता है। मल के अलावा, गाय की गोबर काफी उपयोगी होती है। यह धूप-छाव से रक्षा करने के लिए और ईंधन के रूप में इस्तेमाल की जाती है।

गाय को अलग-अलग भारतीय राज्यों में अलग नामों से पुकारा जाता है। जैसे, हिंदी में गाय, गुजराती में गवी, तमिल में पाल, एसाम में मीथुन आदि। इन नामों के अलावा, कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं गाय के साथ।

गाय को धरती की माता मानने की संस्कृति हमारे देश में हजारों सालों से चली आ रही है। यह माता कहलाने वाली गौ माता हमेशा हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखेगी। इसलिए हमें गाय की रक्षा करनी चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए।

अतुल्य गुणों का धनी गाय हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें दूध और घी सब्जियों में स्वाद और पोषण प्रदान करती है। इसके अलावा, गाय अपनी मातृभूमि की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देती है। हमें गाय का सम्मान करना चाहिए और उसकी सेवा करनी चाहिए।

24/07/2023

1. आगे पीछे सवारी लेना (Aage peeche sawaari lena): This idiom means to be indecisive or to sit on the fence, being unable to make a clear choice between two options.

2. अपना उल्लू सीधा करना (Apna ullu seedha karna): This idiom means to correct one's own mistake or to rectify a foolish act.

3. हाथ कंगन को आरसी क्या (Haath kangan ko aarsi kya): This idiom implies that one should not be outwardly boastful about one's possessions or achievements.

4. अंधों में काना राजा (Andhon mein kaana raja): This idiom means that in a group of blind people, the one-eyed is considered the king. It signifies that even a person with limited abilities can excel among those who are less competent.

5. जो दिखता है, वही बिकता है (Jo dikhta hai wahi bikta hai): This idiom means that appearance or presentation plays a crucial role in attracting buyers or gaining success, emphasizing the importance of good marketing and packaging.

6. अपना तौल्य करना (Apna taulya karna): This idiom signifies the act of assessing or measuring one's own worth or capabilities.

7. अधूरा काम करना (Adhoora kaam karna): This idiom means to leave a task unfinished or to do something partially, indicating the incompleteness of the work done.

8. जल में रहकर मगर से बैर (Jal mein rehkar magar se bair): This idiom implies having a grudge or resentment against someone despite being in a compromising or disadvantageous situation.

9. मुख में राम, बगल में छुरी (Mukh mein Ram, bagal mein chhuri): This idiom refers to someone who speaks kindly or politely but carries a hidden agenda or harbors malicious intentions.

10. अँधे की लाठी, उसे भी अपनी तरफ खिचना (Andhe ki laathi, use bhi apni taraf khichna): This idiom means to manipulate or influence someone who is already biased or blind to the truth.

Please note that idioms and phrases can have different interpretations based on context, and these explanations are just general meanings.

24/07/2023

The share market, also known as the stock market or equity market, is a marketplace where individuals and institutions can buy and sell shares of publicly traded companies. It is a platform that facilitates the buying and selling of ownership interests in companies, providing a means for companies to raise capital and for investors to participate in their growth and success.

In the share market, shares or stocks represent ownership in a company. When investors purchase shares, they become shareholders or stockholders and are entitled to a portion of the company's profits, known as dividends, and may also benefit from any increase in the stock's value over time. Conversely, if the company performs poorly, the value of the shares may decline.

The share market operates through stock exchanges, which are regulated marketplaces where buying and selling of securities take place. Examples of well-known stock exchanges include the New York Stock Exchange (NYSE), Nasdaq, London Stock Exchange, and Bombay Stock Exchange (BSE). Trading in the share market can be conducted physically on a trading floor or electronically through computer networks.

Investors participate in the share market with various goals, such as capital appreciation, income generation, or portfolio diversification. They can engage in different trading strategies, such as long-term investing or short-term trading, deciding upon the types of stocks they want to invest in based

24/07/2023

1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद - (26 जनवरी 1950 - 13 मई 1962)
2. सर्वपल्ली राधाकृष्णन - (13 मई 1962 - 13 मई 1967)
3. जाकिर हुसैन - (अधिमुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालते रहे, 20 अगस्त 1967 - 24 अगस्त 1969)
4. वी.वी. गिरी - (24 अगस्त 1969 - 24 अगस्त 1974)
5. फखरुद्दीन अहमद - (अधिमुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालते रहे, 24 अगस्त 1974 – 11 फरवरी 1977)
6. नीलम संजीव रेड्डी - (अधिमुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालते रहे, 25 जुलाई 1977 - 25 जुलाई 1982)
7. गोपालस्वामी वेंकटरमण - (25 जुलाई 1982 - 25 जुलाई 1987)
8. रामस्वरूप वेंकटारामन -
(संयुक्त महामंत्री पद का कार्यभार संभालते रहे, 25 जुलाई 1987 – 25 जुलाई 1992)
9. शंकर दयाल शर्मा - (25 जुलाई 1992 - 25 जुलाई 1997)
10. किर्ती निदिश हाठी -
(संयुक्त महामंत्री पद का कार्यभार संभालते रहे, 22 जनवरी 1997 – 18 जुलाई 2002)
11. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम - (25 जुलाई 2002 - 25 जुलाई 2007)
12. प्रतिभा पाटिल - (25 जुलाई 2007 - 25 जुलाई 2012)
13. प्रणब मुखर्जी - (25 जुलाई 2012 - 25 जुलाई 2017)
14. रामनाथ कोविंद - (25 जुलाई 2017 - 21 जुलाई २०२२)

24/07/2023

यदि आप हिंदी में राजनीति विज्ञान की पुस्तकें ढूंढ़ रहे हैं, तो निम्नलिखित प्रमुख पुस्तकें आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती हैं:

1. "भारतीय राजनीति" - इस पुस्तक में भारतीय राजनीति के मूल सिद्धांतों, संविधान, राज्य संस्थाओं, नीतियों और राजनीतिक प्रक्रियाओं पर विस्तृत चर्चा होती है। लेखक: जे.सी. जोहर

2. "विश्व राजनीति" - यह पुस्तक विश्व स्तर पर राजनीति के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगी। इसमें विश्व संघ, भाषाई मुद्दें, आंतर्राष्ट्रीय संघटनाएं और खेलकूद-राजनीति से संबंधित चर्चा होगी। लेखक: जे.सी. जोहर

3. "राष्ट्रीय राजनीति" - इस पुस्तक में राष्ट्रीय राजनीति के सिद्धांत, राजनितिक पार्टियां, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दे, संघठनात्मक राजनीति और विभिन्न चुनाव प्रक्रियाएँ पर प्रस्तुति है। लेखक: रमेश कुमार अरोड़ा

4. "राजनीति विज्ञान: सिद्धांत और व्यवस्था" - इस पुस्तक में राजनीति विज्ञान के मूल सिद्धांतों, राजनीतिक व्यवस्था, सुशासन, न्यायपालिका, मीडिया का रोल, राजनीतिक एतिका आदि के बारे में चर्चा होती है। लेखक: आचार्य ब्लकबर्न

5. "विचारों की राजनीति" - इस पुस्तक में प्रमुख विचारधाराएँ और राजनीतिक सिद्धांतों की चर्चा की जाती है, जैसे कि विवेकानंद, गांधी, आंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, नेहरू आदि। लेखक: मिलन वैद्य

ये कुछ प्रमुख पुस्तकें हैं, जिनका आप अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा, अन्य हिंदी में लिखी गई राजनीति विज्ञान संबंधित पुस्तकें भी उपलब्ध हैं जो आपके आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं।

24/07/2023

ग्लोबल वार्मिंग के बारे में एक पैराग्राफ:

ग्लोबल वार्मिंग एक चिंता का विषय है जो हमारी पृथ्वी को प्रभावित करने वाली गंभीर समस्या है। इसकी वजह से धरती का तापमान बढ़ रहा है और मौसमी बदलाव हो रहे हैं। यह जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहा है जिसमें धरती पर पैदा होने वाले ग्रीनहाउस गैसों का अधिक मात्रा में उत्पादन होना संभव होता है। इससे बाधित ग्रीनहाउस गैसों में मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड, मिथेन और नाइट्रस ऑक्साइड शामिल हैं, जो तापमान बढ़ाते हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण जलोढ़न और अलगाव आम हो रहे हैं, जिससे समुद्री पानी का स्तर भी बढ़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप जनजीवन पर भी बहुत सारे प्रभाव पड़ रहे हैं, जैसे अनुपयोगी मौसम और खाद्य संकट। हमें इस जटिल समस्या को हल करने के लिए संयुक्त रूप से काम करना चाहिए, जिससे हम जलवायु परिवर्तन को रोक सकें और हमारे आनेवाले पीढ़ी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित तापमान का निर्माण हो सके।

24/07/2023

रवि मोदी पर जीवनी:

रवि मोदी एक उद्यमी और व्यापारी हैं, जिन्होंने अपनी कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने कारोबार को मुकाम तक पहुंचाया है। उन्होंने भारतीय फैशन उद्योग में अपना खुद का नाम बनाया है। उनका जन्म महाराष्ट्र के मुंबई शहर में हुआ, और वह अपने छोटे शहर में ही अपना व्यापार शुरू करने का त्याग करके मुंबई चले गए। वहाँ वह अपने कपड़ा व्यापार को प्रदर्शित करने का नया तरीका ढूंढने के बाद एक ऑनलाइन फैशन ब्रांड बनाने का निर्णय लिया। उनकी कंपनी ने आधुनिक और आकर्षक रियलिटीशो के माध्यम से बहुत प्रसिद्धि प्राप्त की है। रवि मोदी को उच्च उद्योगस्थ और आर्थिक स्थान प्राप्त है, लेकिन उन्होंने हमेशा समाजसेवा में भी कार्य किया है। उन्होंने अपनी संघर्षपूर्ण जीवन की दीक्षा को एक प्रेरणादायक कहानी बनाया है और अपने कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता और सामरिकता के लिए भी प्रशंसा प्राप्त की है। उनकी मेहनत, संघर्ष और सामरिक दृष्टिकोण उन्हें एक सफल और प्रभावशाली व्यक्ति बनाते हैं।

05/06/2023

एम.एस.वर्ड
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सिस्टम को इनस्टॉल तथा एक्टिव करने के पश्चात जब आप पहली बार एम.एस.वर्ड चलाते है तो वर्ड कुछ बेसिक सेटिंग्स आपसे पूछता है और आपके अनुसार सेट कर देता है । वर्ड में सभी निर्देश तथा जानकारी यूजर इंटरफ़ेस के माध्यम से दी गई होती है । अधिकाँश निर्देश वर्ड में मुख्य रिबन पर दिए होते है जो वर्ड में ऊपर की तरफ विस्तृत क्षेत्र होता है । रिब्बन में सभी मुख्य कमांड्स आइकॉन की मदद से दिए होते है ताकि सिर्फ एक क्लिक करके आप उनका किसी भी समय उपयोग कर सकते है ।

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के सभी सॉफ्टवेयर में यह रिब्बन होता है तथा इस रिब्बन के तीन मुख्य भाग है
1. Tab (टैब) - टैब के अंदर साथ मुख्य ऑप्शन है, इनमे से प्रत्येक एक महत्वपूर्ण कार्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है| इनके माध्यम से वर्ड में हर चीज़ कंट्रोल की जा सकती है ।
2. ग्रुप - यह सम्बंधित आइटम्स को एक साथ ग्रुप में दिखाता है ।
3. कमेंट - इसमें कोई भी टिपण्णी तथा जानकारी रखने के लिए मेनू होते है ।

टैब पर प्रत्येक वस्तु, उपयोगकर्ता की गतिविधियों के अनुसार सावधा‍नीपूर्वक चयन की गई है. उदाहरण के लिए, होम टैब पर आपके द्वारा अधिकांश उपयोग की जाने वाली सभी चीजें होती हैं, जैसे फ़ॉन्ट बदलने के लिए फ़ॉन्ट समूह में आदेश: जेसे कट, कॉपी, पेस्ट फॉर्मेट पेंटर, फ़ॉन्ट आकार, बोल्ड, इटैलिक, अन्डरलाइन इत्यादि|

07/05/2023

इंटरनेट - शब्दावली
प्रोटोकॉल- यह एक ऐसी मानक औपचारिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से कम्प्यूटर नेटवर्क में अंकीय संचार किया जाता है।
ब्राउजर- यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से यूजर सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए इंटरनेट में प्रवेश करता है।
वेब सर्वर- यह प्रोग्राम वेब ब्राउजर के द्वारा संसाधनों को प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा दिए गए अनुरोध को पूरा करता है।
नेटवर्क- कई सिस्टमों को एक साथ जोड़कर बनाए गए संजाल को नेटवर्क क हते हैं। इसके द्वारा एक साथ कई जगहों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना संभव है।
आन-लाइन- जब यूजर इंटरनेट पर जान-करियों व सेवाओं का अध्ययन करता है। तब कहा जाता है कि यूजर ऑन लाइन है।
होम पेज- यह किसी भी साइट का शुरूआती प्रदर्शित पेज है। जिसमें सूचनाएं हाईपरलिंक द्वारा जोड़ी जाती है।
ऑफ लाइन- इसमें यूजर इंटरनेट में मौजूद सूचनाओं को अपने अपने सिस्टम में संग्रहित कर इंटरनेट संपर्क काट देता है।

07/05/2023

इंटरनेट
परिचय (Introduction)
इंटरनेट से तात्पर्य एक ऐसे नेटवर्क से है जो दुनिया भर के लाखों करोड़ों कम्प्यूटरों से जुड़ा है। कहने का मतलब यह है कि किसी नेटवर्क का कोई सिस्टम किसी अन्य नेटवर्क के सिस्टम से जुड़ कर कम्यूनिकेट कर सकता है। अर्थात सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकता है। सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिस नियम का प्रयोग किया जाता है उसे ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल या इंटरनेट प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) कहा जाता है।
इंटरनेट की सेवाएं
इसकी सेवाओं में कुछ का जिक्र यहां किया जा रहा है-

फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफ टी पी)- फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल का उपयोग एक कम्प्यूटर नेटवर्क से किसी दूसरे कम्प्यूटर नेटवर्क में फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक मेल ई-मेल- इसको संक्षिप्त रूप से ई-मेल कहा जाता है। इस माध्यम के द्वारा बड़ी से बड़ी सूचनाओं व संदेशों को इलेक्ट्रॅनिक प्रणाली द्वारा प्रकश की गति से भेजा या प्राप्त किया जा सकता है। इसके द्वारा पत्र, ग्रीटिंग या सिस्टम प्रोग्राम को दुनिया के किसी भी हिस्से में भेज सकते हं।

गो-फोर- यह एक यूजर फ्रैंडली इंटरफेज है। जिसके जरिए यूजर, इंटरनेट पर प्रोग्राम व सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सकता है। गोफर के द्वारा इंटरनेट की कई सेवाएं आपस में जुड़ी होती है।

वल्र्ड वाइड वेब (www)- इसके द्वारा यूजर अपने या अपनी संस्था आदि से सम्बंधित सूचनाएं दुनिया में कभी भी भेज सकता है, और अन्य यूजर उससे सम्बंधित जानकारियां भी प्राप्त कर सकता है।

टेलनेट- डाटा के हस्तांतरण के लिए टेलनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा यूजर को रिमोट कम्प्यूटर से जोड़ा जाता है। इसके बाद यूजर अपने डाटा का हस्तांतरण कर सकता है। टेलनेट पर कार्य करने के लिए यूजर नेम व पास वर्ड की जरूरत होती है।

यूजनेट- अनेक प्रकार की सूचनाओं को एकत्र करने के लिए इंटरनेट के नेटवर्क, यूजनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके माध्यम से कोई भी यूजर विभिन्न समूहों से अपने लिए जरूरी सूचनाएं एकत्र कर सकता है।

वेरोनिका- वेरोनिका प्रोटोकॉल गोफर के माध्यम से काम करता है। यूजर, गोफर व वेरोनिका का प्रयोग एक साथ करके किसी भी डाटा बेस पर आसानी से पहुंच सकता है। इनके प्रयोग से जरूरी सूचनाएं तेजी से प्राप्त की जा सकती हैं।

आर्ची- फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी) में स्टोर फाइलों को खोजने के लिए आर्ची का प्रयोग किया जाता है।

04/05/2023

हाई लेवल लैंग्वेज (High Level Languages)
जैसा कि लो-लेवल लैंग्वेज के लिए बताया गया कि प्रोग्राम लिखने के लिए कम्प्यूटर की आंतरिक कार्यप्रणाली का ज्ञान होना जरूरी है। दूसरा प्रत्येक कम्प्यूटर की अपनी अलग मशीनी भाषा और असेम्बली भाषा होती है। अत: एक तरह के कम्प्यूटर के लिए इन भाषाओं में लिखा गया प्रोग्राम दूसरी तरह के कम्प्यूटरों के लिए बेकार हो जाता है। अत: ऐसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास किया गया जो सिस्टम की आंतरिक कार्यप्रणाली पर आधारित न हो और जिनमें लिखे गए प्रोग्रामोंको किसी भी प्रकार के सिस्टम पर चलाना संभव हो। इन भाषाओं को हाई लेवल भाषा कहा जाता है। हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा में इंग्लिश के चुने हुए शब्दों व साधारण गणित में प्रयोग किए जाने वाले चिह्नों का प्रयोग किया जाता है। इन भाषाओं में प्रोग्राम लिखना उनमे गलतियों का पता लगाना और उनको सुधारना लो लेवल भाषा की तुलना में आसान होता है। सभी प्रोग्राम हाई लेवल भाषा मे ही लिखे जाते हैं।

हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषाओं को भी उनकी प्रकृति के अनुसार दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है।

1. विधि अभिमुखी भाषाएं (Procedure Oriented Languages)
2. समस्या अभिमुखी भाषाएं (Problem Oriented Languages)

प्रमुख हाई लेवल लैंग्वेज:
1. बेसिक
2. फोरट्रॉन
3. लोगो
4. कोबोल
5. पास्कल
6. सी
7. सी++
8. अल्गोल
9. कोमाल
10. पायलट
11.स्नोबॉल
12. प्रोलॉग
13. फोर्थ जेनरेशन लैग्वेज (4जीएल)

04/05/2023

महत्वपूर्ण प्रोग्रामिंग भाषाएं
परिचय (Introduction)
कम्प्यूटर एक मशीन है और वह हमारी बोलचाल की भाषा को समझ नहीं सकता। इसके लिए प्रोग्राम, विशेष प्रकार की भाषा में लिखे जाते हैं। इन भाषाओं को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के नाम से जानते हैं। आजकल ऐसी सैकड़ों भाषाएं प्रचलन में हैं। ये भाषाएं कम्प्यूटर और प्रोग्रामर के बीच संपर्क या फिर संवाद स्थापित करने का काम करती हैं। कम्प्यूटर उन्हीं के माध्यम से दिए गए निर्देशों को समझकर काम करता है। कम्प्यूटर द्वारा किए जाने वाले अलग अलग कार्यों के लिए अलग-अलग तरह की लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें कुछ प्रमुख प्रोग्रामिंग लैंग्वेज इस प्रकार हैं-

लो-लेवल लैंग्वेज (Low Level Languages)
वे लैंग्वेज जो कम्प्यूटर की आंतरिक कार्यप्रणाली को ध्यान में रखकर बनाई गई हंै लो लेवल लैंग्वेज कहलाती हैं। इसमें प्रोग्राम लिखने वाले व्यक्ति को कम्प्यूटर की आंतरिक क्रिया प्रणाली की जानकारी होना आवश्यक है। इसको निम्न स्तरीय लैंग्वेज इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोग्राम लिखना पूरी तरह से उस कम्प्यूटर पर निर्भर करता है जिस पर यह लिखा जा रहा है। इस लैंग्वेज को पुन: दो अन्य भाषाओं में बांटा जा सकता है।

1. मशीन लैंग्वेज (Machine Languages)
कम्यूटर एक मशीन है जो केवल विद्युत संकेतों को ही समझ सकती है। इन विद्युत संकेतों को ऑफ या 0(शून्य) व ऑन या 1(एक) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। इन अंको के बायनरी अंक कहते हैं। कम्प्यूटर केवल इन बाइनरी अंकों में दिए गए निर्देशों को समझ सकता है। इन बाइनरी अंको से बनी लैंग्वेज को हम मशीन लैंग्वेज कहते हैं। जैसे- 0100100011100110011

2. असेंबली लैंग्वेज (Assembly Languages) -
अंसेबली लैंग्वेज वे भाषाएं होती हैं जो पूरी तरह से मशीन लैंग्वेज पर आधारित होती हैं। लेकिन इनमें 0 व 1 की सीरीज के स्थान पर अंग्रेजी के कुछ अक्षरों व कुछ चुने हुए शब्दों का कोड के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इन कोडों को नेमोनिक कोड या शाब्दिक कोड के नाम से जाना जाता है।

03/05/2023

मॉनिटर्स
मॉनिटर कंप्यूटर हार्डवेयर का वो डिवाइस है जो लगातार आपको आपका डाटा तथा कंप्यूटर द्वारा की हुई गणना को दिखाता है। ये एक टेलीविज़न की तरह दिखाई देता है और ये आपको आपकी विडियो, आपकी फोटो और आपके डॉक्यूमेंट को स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। मॉनिटर एक पोर्ट के जरिये कंप्यूटर मदरबोर्ड से जुड़ा होता है ताकि ये कंप्यूटर मदरबोर्ड से जानकारी ले सके। इसे पर्सनल कंप्यूटर का अभिन्न भाग माना जाता है क्योंकि सभी आउटपुट को प्रदर्शित करने में इसका ही उपयोग होता है । सरल भाषा में कहा जा सकता है की इसके बिना कंप्यूटर अधुरा है। कंप्यूटर प्रोसेसर कंप्यूटर को दी गई जानकारी को प्रोसेस करने के बाद उसे मॉनिटर पर ही दिखाता है।

मॉनिटर करने के लिए इस्तेमाल किया देखने के लिए स्क्रीन के तीन प्रकार होते हैं.
कैथोड रे टयूब (सीआरटी)
लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (एलसीडी)
प्लाज्मा

03/05/2023

*Computer Me Duplicate Files Ko Remove Kaise Kare?*

1. सबसे पहेले आपको अपने windows pc में c cleaner software को download करके install करना है।


2 अब C Cleaner को open करे, और Tools में जाकर Duplicate Finder वाले option पर click करे।


3 अब आपके सामने बहुत सारे options आ जयिंगे, आप अपने हिसाब से filter कर सकते हो। अब All Setting करने के बाद Search button पर click करे।


4 अब कुछ time में आपकी search complete हो जाएगी, और आपके सामने आपके computer की all duplicates files show हो जयिंगी।


5.अब अगर आप all duplicate files को एक साथ delete करना चाहते हो तो right click करके select all option पर click करे, then delete selected पर click कर दे।


Otherwise, आप अपने हिसाब से एक एक file को check करके आराम से delete कर सकते हो।Files को delete करने से पहेले एक बार check ज़रूर कर ले, कहीं एसा ना हो की आपसे कोई important file delete हो जाए।

*कम्प्यूटर सीखना अब हुआ बहुत ही आसान। कम्प्यूटर सीखिए सिर्फ 15 दिनों में इस सुन्दर एवं उपयोगी एप्प से । हिंदी में सरल भाषा में पूर्ण कम्प्यूटर कोर्स जिसमे एम एस वर्ड, एक्सेल, पावर पॉइंट, फोटो शॉप, प्रिंटर्स एंड हार्डवेयर का अच्छे से उदहारणों के साथ वर्णण है।

03/05/2023

सूचना-प्रौद्योगिकी के मौलिक घटक(Fundamental Ingredient of IT)

संचार प्रक्रिया, कम्प्यूटर नेटवर्क, ई-मेल आदि सूचना-प्रौद्योगिकी के मौलिक घटक हैं। इनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-

संचार-प्रक्रिया (Communication Process)

दो विभिन्न या समान डिवाइसों के मध्य डाटा तथा सूचनाओं के आदान प्रदान को डाटा संचार एवं इस सम्पूर्ण प्रक्रिया को संचार-प्रक्रिया कहते हैं। संचार-प्रक्रिया निम्नलिखित माध्यमों के द्वारा सम्पन्न होती है-
1. संदेश
2. प्राप्तकर्ता
3. प्रेषक
4. माध्यम
5. प्रोटोकॉल

03/05/2023

सूचना-प्रौद्योगिकी
परिचय (Introduction)
कम्प्यूटर का विकास कई दशकों पहले ही हो चुका है, परन्तु आधुनिक युग में कम्प्यूटर की क्षमता, गति, आकार एवं अन्य कई विशेषताओं में आश्चर्यजनक बदलाव हो रहे हैं। इन सभी सूचनाओं में सूचना प्रौद्योगिकी के आविष्कार ने कई असम्भव बातों को सम्भव बना दिया है। हम घर बैठे दूर स्थित अपने किसी मित्र व संबंधी के साथ चैंटिंग करना, रेलवे-वायुयान टिकट आरक्षित करा सकते हैं। कम्प्यूटर के विकास के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी भी विकास के पथ पर अग्रसर है। सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग डाटा संचार के रूप में, व्यपार, घर, बैंकों इत्यादि स्थानों पर मुख्य रूप से किया जाता है। दूसरे शब्दों में ज्ञान की नई शाखा को सूचना प्रौद्योगिकी कहते हैं।

02/05/2023

5- द्रव्यवाचक संज्ञा
जो शब्द किसी पदार्थ, धातु या द्रव्य को दर्शाता है या उनका बोध कराता है वह शब्द द्रव्यवाचक संज्ञा शब्द कहलाता है।
जैसे –
तेल, पानी, दूध, घी, लोहा, सोना, तांबा इत्यादि।
द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण –
गाय का दूध अत्यंत पौष्टिक होता है।
लोहे से बने औजार बहुत मजबूत होते हैं।
पानी ही जीवन है।
इन पंक्तियों में दूध, लोहा और पानी द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण हैं

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