Abhishek Yadav
Serving the life to country....A politician from not
any part.... A politician from india?
A king by gender but a man also king by work.... doing for people who are not able to do.... Specially for boys empowerment
इतने साल से यह क्षेत्र एक अच्छे हॉस्पिटल और कुछ अच्छे स्कूल कॉलेज के इंतजार में है। यहां एक दो सरकारी अस्पताल है जो नाम के लिए है जो सुविधाओ के नाम पर शून्य है। जहां मरीज को ले जाने पर दवा या इलाज नही सिर्फ रेफर मिलता है। और जबतक आप खलीलाबाद तक पहुंचते है तब तक मरीज मर चुका होता है। ऐसे न जाने कितनी मौते हो चुकी है। यहां के लोग अल्ट्रासाउंड कराने भी 30 किमी दूर खलीलाबाद या बस्ती जाते है। आज तक इस पर किसी भी सरकार की नजर ना पड़ी। यहां के विधायक सांसद अपना पेट भरने में लगे है उनको लोगो की मौत से कोई फर्क नही पड़ता।
यहां न ही अच्छे कॉलेज मिलेंगे जहां कम फीस में शिक्षा मिले। अधिकतर कॉलेज प्राइवेट है। स्नातक कॉलेज में सिर्फ नकल होता है। वो शिक्षा का व्यापार कर रहे।
अगर अच्छी शिक्षा और अच्छा स्वास्थ्य सेवा नही मिलेगा तो विकास भंगुर हो जायेगा और यहां के लोग पीछे रह जायेगे।
#प्राथमिकता
सोशल नेटवर्किंग के इस दौर में यह सम्भव है कि आपके पास हज़ारों मित्र हों लेकिन कोई भी वास्तविक मित्रता नहीं । बहुत हैं जो आधी रात को पार्टी में शामिल होने आ जाऐंगे लेकिन उनमें से कितनों पर आप आवश्यकता के समय में मदद पाने के लिए निर्भर रह सकते हैं । हमारे पास बहुत से विकल्प हैं परन्तु हमारी प्राथमिकता कौन है? हम कितने ऐसे लोगों को जानते हैं जो वास्तव में हमारे ऊर्जा के स्तर को, हमारे उत्साह को और हमारे स्वाभिमान को बढ़ाते हैं ।
हमारे प्रतिपल बढ़ते सामाजिक दायरों में, जहाँ दुर्भाग्यवश ऐसा लगता है कि भाईचारे के स्थान पर प्रतियोगिता को वरियता प्राप्त है, कुछ लोग दूसरों से कहीं अधिक हट के दिखते हैं और दूसरों से अधिक सफल हैं । ये वही लोग हैं जो अंकों के स्थान पर हृदय जीतने का लक्ष्य रखते हैं, जो बोलने की अपेक्षा अधिक सुनते हैं, कुछ स्वीकार करने के बजाय कुछ अर्पण करते हैं, और जो आपके लिए और आपके साथ ‘अतिरिक्त दूरी’ तय करने के लिए तैयार हैं, कुछ दिखावा करने के लिए नहीं बल्कि वही उनका असली रूप है – कोई विशेष व्यक्ति!
अपने जीवन में ऐसे लोगों को पा कर हम स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं, लेकिन कितने लोग हमारे बारे में ऐसा कहेंगे?
मुझे किसी के जीवन में प्राथमिकता बनने से पहले स्वयं ही स्वयं का परम मित्र बन कर अपने जीवन को प्राथमिकता देनी होगी; जब मैं अपनी स्वयं की कीमत को पहचानती हूँ तभी मैं दूसरों को महत्व दे सकती हूँ और बदले में वे भी मेरे महत्व को जानेंगे । एक अच्छा मित्र बनने का अर्थ है मुझे आलोचना करने की बजाय सराहना करनी है, तूफान के समय सहारा देना है, अपेक्षा या चाहना को छोड़कर शालीनतापूर्वक स्वागत करना है । इसके लिए बहुत अधिक स्वाभिमान की आवश्यकता है । इस स्वाभिमान से दूसरों से स्वत: ही आदर प्राप्त होगा ।
इसके लिए आवश्यक आंतरिक कार्य करना होगा जैसे – स्वयं को दूसरों से तुलना नहीं करें; अपनी लीग स्वयं तैयार करें । अपने कर्मों के पीछे के इरादों की शुद्धि पर ध्यान दें । ऊँचे सिद्धाँत, स्तर और अनुशासन और अच्छा चरित्र स्थापित करें और इससे स्वत: ही आपको प्रतिष्ठा प्राप्त होगी । प्रचार करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । नेकनीयता और सत्यनिष्ठा स्वयं ही अपने को सिद्ध करेंगी
Abhishek Yadav 'सरकार'
Abhishek yadav ‘सरकार’
Jai Akhilesh Yadav jai samajwadi party