Aman Ki Aawaz
Aman Ki Aawaz Bharat Ki Aawaz.
दोनों एक ही पेड़ पर एक साथ में एक ही डाल पर लगे हैं लेकिन एक पक गया हैं और दुसरा में अभी और वक्त लगेगा 🌝 कुदरत हमे इससे ये सबक सीखा रही है के अगर हमारे साथ वाले को सफलता मिल गई है और हमे सफलता नही मिली है इसका ये मतलब नहीं के हम नाकामयाब है बल्कि अभी हमारा सही वक्त नहीं आया है..!
Just never give up ..life is a journey, and failing makes you learn from yesterday to make you smarter, wiser, and stronger today
इस फोटो में,एक विशालकाय_सर्प,एक गिरगिट को कमजोर समझकर निगलने की कोशिश करने लगा,ये उसकी अपनी समझ थी....
लेकिन अगर गिरगिट भी सोच लेता की,सामने कितना ताकतवर जानवर है,और यह सोच कर वह सरेंडर कर देता तो,शायद हम ये पोस्ट नहीं करते,लेकिन हुआ कुछ उल्टा, गिरगिट उस विशालकाय जहरीले सर्प_को_काटते काटते,आखिरकार चीर_फाड़ के निकल गया.....
,सामने कौन है,मत देखो,अगर बात जिंदगी या सम्मान पर आ जाये तो,आखिरी सांस तक लड़ो और पराजित कर दो।🦅💪
ये उस देश की तस्वीर है, जहाँ विश्व की सबसे उंची सरदार पटेल की मूर्ति है।
एक दिन शोर होगा उसके गांव में,
कि किसी गरीब का लड़का अफसर बनके लौटा है …🫡❤️
RIGHT TO EQUALITY
Every citizen is the same under the law. This means that men and women are equal no matter what religion or caste they belong to. The law will treat a brahmin woman the same way that it would treat a Christian man if they were to break the law.
RIGHT TO FREEDOM
The law allows the citizens of India to criticize the government and its policies. They can organize themselves however they choose and carry out their daily lives in any way they seem fit (within limits of course). In short, people are able to exist without fear of a higher force such as the government.
RIGHT AGAINST EXPLOITATION
To be exploited is to be misused. Children and poor people are especially vulnerable to being exploited. This fundamental right ensures things like education for children and equal pay for equal work.
RIGHT TO FREEDOM OF RELIGION
Every citizen can practice their religion of choice. Everyone is free to do whatever their religion tells them to do. So Muslims fast during Ramzan, Christians during Lent and Hindus during Navaratri. However, in following our religion we should not forget that other people are free to follow theirs and that this is no reason to fight.
CULTURAL AND EDUCATIONAL RIGHTS
These rights are especially laid down to protect minorities. These are groups of people who are less in number or live in remote areas or have been downtrodden by the traditional society. This includes certain castes and tribes who live in forests, away from developed big cities. Even the Dalits or the small religious groups like the Parsis are minorities. They have a fundamental right to enjoy all the benefits that the majority of citizens enjoy.
RIGHT TO CONSTITUTIONAL REMEDIES
Every citizen has equal right to appeal to the court of law for justice if there is a threat to his life or property or to join the government in order to affect this change.
हर मुखालिफ आवाज़ को खामोश कराना तानाशाह की पहली कोशिश होती है!
आज का दौर एमेजेन्सी की याद ताज़ा कर रहा है!
मगर ज़ालिम तब भी हारे थे, ज़ालिम आज भी हारेगा!
हम देखेंगे!!!
✌🏻
Show me your friends I will show your future.
तौहिन ना करना औरतों की इनके बल पर जग चलता है,
मर्द पैदा हो कर तो इन्हीं की गोद मे पलता है!!!💁♂️
😎
AWARENESS : It really does help to pay attention to details when you go online shopping. 😂😂🤣
A man shared his experience of online shopping gone wrong when he used an online shopping platform and received an entirely different package from what he thought he ordered!
He had ordered what was supposed to be an iPhone 7, but what was delivered to him was an adult-sized desk designed to look like a giant iPhone, reported Oriental Daily.
The man admitted that he'd wondered why the cost of shipping was so expensive, and it was only when he received a giant package that he realized he'd made a huge mistake.
Apparently, the man hadn't bothered to check the description of his purchase before checking out – acommonly-made mistake that has resulted in plenty of eyebrow-raising incidents where shoppers have received things they completely didn't expect.
A very good news for aspirants, who didn't have a chance to get a regular degree but have been eyeing to get a degree from this esteemed seat of learning, the Aligarh Muslim University !!
अज़ान मुस्लिमों को जगा नहीं पा रही है..
और गैर मुस्लिमों को सोने नहीं दे रही है...😢
कहीं फेंकी जाती है रोटीयां कचरे के ढेर में,
कहीं चंद निवालों के लिए जान निकल जाती है.., 💔
Free treatment to kidney patients. 🇮🇳
India’s biggest Kidney Dialysis Hospital opened at Balasahib Gurudwara
The Guru Harikshan Institute of Medical Sciences and Research Kidney Dialysis Hospital was opened at Balasahib Gurudwara in Delhi. It will also provide free treatment to kidney patients.
New Delhi: The Delhi Sikh Gurdwara Management Committee on Sunday (March 7) inaugurated the biggest Kidney Dialysis hospital of the country.
The Guru Harikshan Institute of Medical Sciences and Research Kidney Dialysis Hospital was opened at Balasahib Gurudwara in Delhi. It will provide free treatment to kidney patients. In addition to this, patients will also be provided free food.
A part from patients, food and drink will also be free for family members of the patients. The food will be supplied from the gurudwara’s langar.
The 100-bedded hospital is equipped with most technically advanced medical facilities where services will be provided free of cost to the patients.
He speaks the truth! 💯
What are you thoughts...???
Congratulation 👍
Meet Swati Mohan, the Indian-origin Scientist Who Landed the Mars Rover on Red Planet
"Touchdown confirmed! Perseverance is safely on the surface of Mars, ready to begin seeking the signs of past life," exclaimed NASA engineer Dr Swati Mohan.
सरकारी नौकरी की बहाली प्रक्रिया ...😢
किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं, यह समझने के लिए शिमला जाइए।
शिमला में सेब के बाग है और किसानो से छोटे छोटे व्यापारी सेब ख़रीदकर देश भर में भेजते थे। व्यापारियों के छोटे छोटे गोदाम थे। अड़ानी की नज़र इस कारोबार पर पड़ी । हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो अड़ानी को वहाँ ज़मीन लेने और बाक़ी काग़ज़ी कार्यवाही में कोई दिक़्क़त नहीं आयी। अड़ानी ने वहाँ पर बड़े बड़े गोदाम बनाए जो व्यापारियों के गोदाम से हज़ारों गुना बड़े थे ।
अब अड़ानी ने सेब ख़रीदना शुरू किया, छोटे व्यापारी जो सेब किसानो से 20 रुपए किलो के भाव से ख़रीदते थे, अड़ानी ने वो सेब 22 रुपय किलो ख़रीदा। अगले साल अड़ानी ने रेट बढ़ाकर 23 रुपय किलो कर दिया। अब छोटे व्यापारी वहाँ ख़त्म हो गए, अड़ानी से कम्पीट करना किसी के बस का नहीं था। जब वहाँ अड़ानी का एकाधिकार हो गया तो तो तीसरे साल अड़ानी ने सेब का भाव 6 रुपय किलो कर दिया।
अब छोटा व्यापारी वहाँ बचा नहीं था, किसान की मजबूरी थी कि वो अड़ानी को 6 रुपय किलो में सेब बेचे। अब अड़ानी किसान से 6 रुपए किलो सेब ख़रीदता है और उस पर एक-दो पैसे का अड़ानी लिखा स्टिकर चिपका कर 250 रुपए किलो बेच रहा है। बताइए क्या अड़ानी ने वो सेब उगाए?
टेलिकॉम इंडस्ट्री की मिसाल भी आपके सामने हैं। कांग्रेस की सरकार में 25 से ज़्यादा मोबाइल सर्विस प्रवाइडर थे। JIO ने शुरू के दो-तीन साल फ़्री कॉलिंग, फ़्री डेटा देकर सबको समाप्त कर दिया। आज केवल तीन सर्विस प्रवाइडर ही बचे हैं और बाक़ी दो भी अंतिम साँसे गिन रहे हैं। अब JIO ने रेट बढ़ा दिए। रिचार्ज पर महीना 24 दिन का कर दिया। पहले आपको फ़्री और सस्ते की लत लगवाई अब JIO अच्छे से आपकी जेब काट रहा है।
कृषि बिल अगर लागू हो गया तो गेहूँ , चावल और दूसरे कृषि उत्पाद का भी यही होगा। पहले दाम घटाकर वो छोटे व्यापारियों को ख़त्म करेंगे और फिर मनमर्ज़ी रेट पर किसान की उपज ख़रीदेंगे। जब उपज केवल अड़ानी जैसे लोगों के पास ही होगी तो मार्केट में इनका एकाधिकार और वर्चस्व होगा और बेचेंगे भी यह अपने रेट पर। अब सेब की महंगाई तो आप बर्दाश्त कर सकते हो क्यूँकि उसको खाए बिना आपका काम चल सकता है लेकिन रोटी और चावल तो हर आदमी को चाहिए ।
अभी भी वक्त है, जाग जाइए, किसान केवल अपनी नहीं आपकी और देश के 100 करोड़ से अधिक मध्यमवर्गीय परिवारों की भी लड़ाई लड़ रहा है।
जो भी अंधभक्ति में डूबा हुआ व्यक्ति है और किसानों के साथ नहीं उसका सामाजिक बहिष्कार करो।
सरकार का आत्मनिर्भर बिहार बनाने का नारा जुमला मात्र साबित होकर रह गया, क्योंकि सरकार ने अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं लागू की जिस से आमजन आत्मनिर्भर बन सकें।
आप राय क्या होंगी ? ?
Just practising our freedom of expression to