Karnvir A Yadav
दिल दोस्त है अपना, तो सब दोस्त हैं अपने राजस्व लेखपाल (तहसील- करहल, जनपद - मैनपुरी)
वक्त को जिसने नहीं समझा उसे मिटना पड़ा है,
बच गया तलवार से तो फूल से कटना पड़ा है,
क्यों न कितनी ही बड़ी हो, क्यों न कितनी ही कठिन हो,
हर नदी की राह से चट्टान को हटना पड़ा है,
-गोपालदास नीरज
🚣🚣🚣🇮🇳🇮🇳🇮🇳
खोता कुछ भी नहीं यहां पर
केवल जिल्द बदलती पोथी
जैसे रात उतार चांदनी
पहने सुबह धूप की धोती
वस्त्र बदलकर आने वालों! चाल बदलकर जाने वालों!
चन्द खिलौनों के खोने से बचपन नहीं मरा करता है।
-गोपालदास 'नीरज'
जितना कम सामान रहेगा,
उतना सफ़र आसान रहेगा।
जितनी भारी गठरी होगी,
उतना तू हैरान रहेगा।।
-गोपालदास "नीरज"
वक्त को जिसने नहीं समझा उसे मिटना पड़ा है,
बच गया तलवार से तो फूल से कटना पड़ा है।
क्यों न कितनी ही बड़ी हो, क्यों न कितनी ही कठिन हो,
हर नदी की राह से चट्टान को हटना पड़ा है।।
-गोपालदास "नीरज"
🏊♀😎
वैष्णवी यादव को cbse 12th में 97% अंक लाकर कॉमर्स स्ट्रीम में जनपद मैंनपुरी में टॉप करने व सभी वर्गों में जनपद मैंनपुरी में दूसरा स्थान पाने पर बहुत बहुत बधाई व उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।🏆🏅🎉🎉
फ़रिश्ते से बढ़ कर है इंसान बनना,
मगर इस में लगती है मेहनत ज्यादा।
कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुन
फिर इस के बाद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर।।
- निदा फ़ाज़ली
ये वक़्त दुनियाँ में, किसी एक का होकर रहता नहीं,
हमनें जमींदारों को, किरायेदार होते देखा है।
-Karnvir A Yadav
Karnvir A Yadav
नयी-नयी आंखें हों तो हर मंज़र अच्छा लगता है
कुछ दिन शहर में घूमे लेकिन अब घर अच्छा लगता है।
हमने भी सोकर देखा है नये-पुराने शहरों में
जैसा भी है अपने घर का बिस्तर अच्छा लगता है।।
-निदा फ़ाज़ली
कभी हया उन्हें आई कभी ग़ुरूर आया,
हमारे काम में सौ सौ तरह फ़ुतूर आया।।
इस साईकिल की फ्रेम में लगी बच्चे की गद्दी
बता रही है कि परिंदे उड़ चुके है बस यादें शेष है..
उत्तर-दक्खिन, पूरब-पच्छिम
भीतर बाहर, सब जग जाहर
संतों के सौ-सौ तीरथ हैं
मेरे वृन्दावन बस तुम हो!
-गोपाल दास नीरज
खिलने को तैयार नहीं थी, तुलसी भी जिनके आँगन में,
मैंने भर-भर दिए सितारे, उनके मटमैले दामन में,
पीड़ा के संग रास रचाया, आँख भरी तो झूम के गाया,
जैसे मैं जी लिया किसी से, क्या इस तरह जिया जाएगा,
आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा।।
-गोपालदास "नीरज"
एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
~फ़िराक़ गोरखपुरी
रेजांगला के वीर शहीदों को नमन।।
🙏🙏🙏
हजारों ख्वाब समेटे हुए इक तस्वीर।।❣️❣️❣️
फ़ोटो- #साभार_इंटरनेट
जब परीक्षा के एक दिन पहले तक कुछ ना पढ़ा हो तब आखिरी उम्मीद
"इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे"
-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
विनम्र श्रद्घांजलि 🙏🙏🙏
माँ भारती की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर सपूत शहीद श्री नागेन्द्र सिंह निवासी टिकरई पोस्ट सहन तहसील करहल जिला मैनपुरी की पत्नी को तहसील प्रशासन करहल की तरफ से शॉल व फूल माला देकर सम्मानित किया।
🙏🙏🙏