Educator Kapil
XPLOR wid Kapil DG
आइये मेरे साथ मिलकर भारत को और अच्छा ब�
देखो आईटी में कितनी सैलरी मिल रही है।
डॉलर रुपया की बहुत अहमियत है। IT में काम करने वाले अफवाह के शिकार #सॉफ्टवेयर #IT #mnc #jobs #money Share it with people specially who work in IT sector. क्या आपके पड़ोसी रिश्तेदार आपको तब से लखपति समझते है जब आप सिर्फ चंद रुपए पर अपने जीवन का गुजा.....
Chandrayaan 3 soft landing full coverage
https://youtu.be/iebLtAZB63Q?si=eqaxhuqI7gZu7WKw
#चंद्रयान_3
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इस तरह शेयर मार्केट वाले दिखाते हैं सपने
#शेयर
Important questions
https://www.sschelp.in/2022/10/general-knowledge-question-answer-2022.html
General Knowledge Question Answer 2022 These are important questions which can be asked in any government exam also if you are not appearing for any exam then these 2022 GK questi...
5 Richest people in India list 2023
https://youtube.com/shorts/Ef7deMVZL-E?feature=share3
5 richest people in India latest list 2023 #rich #richrecords #india #richest #facts #richestperson 5 richest people in India latest list 2023 queries -RichRichest manRichest man i...
Do you know about Chandrayaan 3?
Latest info
चंद्रयान 3 कब रखेगा चांद पर अपने कदम? #india #चंद्रयान3 #भारत #शॉर्ट्स #shortsyoutube चंद्रयान 3 कब रखेगा चांद पर अपने कदम? #चंद्रयान3 #भारत #शॉर्ट्स 3chandrayaan 3 space missionchandrayan 3 isrochandraya...
This is called precision 😊 Kudos to the engineers.
Are you a Samosa lover? Tell me what can you do to get an Amazing Samosa. Any interesting story in comment box.
समोसे पर बातचीत आज काफी दिन बाद घर में समोसे बने। पुणे में बारिश के वक्त ऐसा कुछ खाने को मिल जाए तो मजा ही आ जाता है। अभी लॉकडाउन में .....
महत्वपूर्ण Important
You must share this awareness. Do check before you ignite your engine.
आप समझ रहे होंगे ये बच्ची इस विरान जगह पर पढ़ाई क्यों कर रही है..?
दरअसल इस बच्ची के गांव में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं आती.. सुनिता ने 12वीं कक्षा में 98% अंक हासिल करने के बाद अब वह गांव की सबसे ऊंची पहाड़ी पर झोपडी बनाकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही है।
सोनाली सुतार, कणकवली महाराष्ट्र..🙏🙏🌹🌹
चार पहियों की गाडी चलाते समय कृपया चार पाँव वाले जानवर ना बने |
Good manners
Pune 2019 Ganapati Celebration Glimpses
Best Pune Ganapati 2019 Mandap covered.
घर बैठे देखो पुणे की इस साल की गणपति यदि आप सब जगह देखने नही जा पाए।
Here is my Pune Ganapati Vlog link
https://youtu.be/FPI6cJvIWDM
4 मिनट में पुणे के सारे महत्वपूर्ण गणपति मंडप। अच्छा लगे तो शेयर जरूर करना ताकि इस वीडियो को बनाने में लगी मेहनत सफल हो जाये. कुछ कमी लगे तो फीडबैक भी दे सकते हैं ।
Do excercise everyday and stay fit.
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2215642525217743&id=100003160517844
True example of success
All the best Team India
Always have a hope of something good can happen anytime.
New stats on poverty
Which I doubt that's fake news. Will update u soon.
Update : Yes it's FAKE
आज का विचार : सिर्फ अपने दुखों को न देखें . अौर लोग आपसे भी ज्यादा दुख से गुजर रहे हो सकते हैं . मुस्कुरा कर चलें . ऐसा करने से दुसरों के चेहरे पर थोडी मुस्कान तो अवश्य आयेगी
दुनिया में कितना गम हैं मेरा गम कितना कम है
May be what you are going through in your life is nothing in front of this kid. So just smile so that you can bring it's reflection on the faces of people besides you.
Recently got chance to contribute in construction of Continuous Contour Trenches (Shramdan) in Udachiwadi village in Purandar Maharashtra. These CCTs will store lot of rainfall water which go waste. This water would be then used for general use of locals and it will also increase the ground water levels. This drive was organised by CybageAsha n Paani Foundation . These CCTs will help villagers for years storing lacks of litres of water.
Awesome Mr. MS Dhoni this is inspirational
People from Jaipur please come to help. Madhuri urgently needs B negative blood. Madhuri (34 year old) is hospitalized in Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital Jaipur. Madhuri is suffering from blood cancer.
If interested contact Pt Lakshmikant Shastri 9897315856. 7906826117
गुडी पाडव्याच्या हार्दिक शुभेच्छा
Happy Gudi Padwa
Thought of the day : Every beginning gives you a new hope. हर शुरुआत आपको नई आशा जगाती है .
My technical tutorials page
Check this Youtube video here https://youtu.be/5CZysqsPbIw
अगर आप ऐसी जगह घूमने जाते है तो वहा पर रहने वाले प्यारे जानवरो के लिए पानी जरुर लेकर जाए बहुत जगह पानी की कमी हो गयी है| पानी का सही हिसाब से इस्तेमाल करे
Do bring water along with you while going to places with lack of water. These animals like this Monkey might be waiting for you. Do conserve water. Spreading Happiness
My New technical video is out >> https://youtu.be/YJL9H0A_qjI
Difference b/w encapsulation & abstraction. Give it your few minutes. & Subscribe to my channel C # Jaguar if you find my videos useful
आँखो के ये घेरे बता रहे होंगे आपको मेरी दास्तां
बिना मेहनत के कुछ भी हांसिल नही होता .
मेहनत जारी रखो सफलता मिलने पर अपने आप चेहरे पर नई चमक आ जायेगी ...
खेर आपका 2018 अब लगभग खत्म हो चुका है एक नये जोश के साथ 2019 का स्वागत करो .
Here comes my another new video on C # Concepts
https://youtu.be/qHKwAOuQODk
Do give it a thumbs up if you feel good about it.
My article on how to keep yourself updated and on path of growth. Do read it completely. You can easily relate to this if you work in IT sector.
Why You Should Always Be Ready To Switch Your Job Keep calm; I will not advise you something wrong but something that will make you a great professional having a lot of knowledge and readiness for the changing world.
Important Military_awards😊😊😊😊😊
🇮🇳Highest Military Award Of India》 Param veer chakra.
🇬🇧 Highest Military Award of Britain》 Victoria Cross.
🇩🇪 Highest Military Award of Germany》 Iron Cross.
🇵🇰Highest Military Award of Pakistan》 Nishan-e-Haider
🇯🇵 Highest Military Award of Japan》 Order Of The Rising Sun.
🇷🇺 Highest Military Award of Russia》 Order Of The Patriotic War.
🇺🇸 Highet Military Award of USA》 Victory Medal.
🇩🇰 Highest Military Award of Denmark》 The Order Of The Elephant.
आज़ाद_हिन्द_फ़ौज
21_अक्टूबर_1943
जब हिंदुस्तान फिरंगियो की गुलामी की जंजीरो में जकड़ा हुआ था तब भारत माता का एक वीर सपूत एक ऐसी सेना का गठन कर रहा था जिसने दुशमनो को घुटने टेकने पर मज़बूर कर दिया। आज ही के दिन 21_अक्टूबर_1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिन्द फ़ौज़ का गठन किया। हवाओ मे लहराते इस तिरंगे मे संघर्ष के बाद त्याग छिपा है। इस तिरंगे मे लंबी गुलामी के बाद हिंदुस्तान की आज़ादी का ऐलान छिपा है। वो तारीख थी 15 अगस्त और साल था 1947 जब दिल्ली मे लहराते तिरंगे को देखकर पूरा हिंदुस्तान खुशी से झूम उठा था। एक हफ्ते तक इस आज़ादी का एहसास करने के लिए पूरा हिंदुस्तान सड़को पर उमड़ आया था। लेकिन हिंदुस्तान को हासिल हुई इस आज़ादी के पीछे कई मतवाले क्रांतिकारियों का बलिदान छुपा हुआ था। ऐसे ही अमर सेनानियो ने आज़ादी से पहले हिंदुस्तान को आज़ादी दिलाई थी।
आज ही के दिन दिल्ली मे आज़ादी से पहले समुंदर के बीच अँग्रेजी सत्ता को उखाड़ भारत माता के वीर सपूतो ने देश का झण्डा ऊंचा किया था। आज ही के दिन आज़ादी की यह महागाथा लिखी गई थी,दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर उस अंडमाण्ड निकोबार मे और अँग्रेजी हुकूमत को करारी चोट दी थी अमर सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने। यह गाथा उस दौर की है जब अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार से लड़ने और आज़ाद हवा मे साँस लेने की हर देशवासी की हसरत थी। देश मे आज़ादी के अंश जगाने के लिए देश के मतवाले घरो से निकलने लगे। भारत माँ का एक सपूत अंग्रेजी हुकूमत को विदेशी सरज़मीं से ललकार रहा था। इस आंदोलन के आगे चल रहे थे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, और उनके पीछे चल रही थी आज़ाद हिन्द फौज की सेना।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सन 1942 में भारत को अंग्रेजों के कब्जे से स्वतन्त्र कराने के लिये आजाद हिन्द फौज या इन्डियन नेशनल आर्मी (INA) नामक सशस्त्र सेना का संगठन किया गया. इसकी संरचना रासबिहारी बोस ने जापान की सहायता से टोकियो में की.
आरम्भ में इस फौज़ में उन भारतीय सैनिकों को लिया गया था जो जापान द्वारा युद्धबन्दी बना लिये गये थे. बाद में इसमें बर्मा और मलाया में स्थित भारतीय स्वयंसेवक भी भर्ती किये गये. एक वर्ष बाद सुभाष चन्द्र बोस ने जापान पहुँचते ही जून 1943 में टोकियो रेडियो से घोषणा की कि अंग्रेजों से यह आशा करना बिल्कुल व्यर्थ है कि वे स्वयं अपना साम्राज्य छोड़ देंगे. हमें भारत के भीतर व बाहर से स्वतंत्रता के लिये स्वयं संघर्ष करना होगा. इससे गदगद होकर रासबिहारी बोस ने 4 जुलाई 1943 को 46 वर्षीय सुभाष को इसका नेतृत्व सौंप दिया. 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'सुप्रीम कमाण्डर' के रूप में सेना को सम्बोधित करते हुए "दिल्ली चलो!" का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इम्फाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया।
21 अक्टूबर 1943 के सुभाष बोस ने आजाद हिन्द फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतन्त्र भारत की अस्थायी सरकार बनायी जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपीन्स, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड ने मान्यता दे दी. जापान ने अंडमान व निकोबार द्वीप इस अस्थायी सरकार को दे दिये. सुभाष उन द्वीपों में गये और उनका नया नामकरण किया. अंडमान का नया नाम शहीद द्वीप तथा निकोबार का स्वराज्य द्वीप रखा गया. 30 दिसम्बर 1943 को इन द्वीपों पर स्वतन्त्र भारत का ध्वज भी फहरा दिया गया. 4 फ़रवरी 1944 को आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजों पर दोबारा भयंकर आक्रमण किया और कोहिमा, पलेल आदि कुछ भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजों से मुक्त करा लिया।
इस संगठन के प्रतीक चिह्न पर एक झंडे पर दहाड़ते हुए बाघ का चित्र बना होता था।
6 जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से गाँधी जी के नाम जारी एक प्रसारण में अपनी स्थिति स्पष्ठ की और आज़ाद हिन्द फौज़ द्वारा लड़ी जा रही इस निर्णायक लड़ाई की जीत के लिये उनकी शुभकामनाएँ माँगीं. 21 मार्च 1944 को 'चलो दिल्ली' के नारे के साथ आज़ाद हिंद फौज का हिन्दुस्थान की धरती पर आगमन हुआ. 22 सितम्बर 1944 को शहीदी दिवस मनाते हुये सुभाष बोस ने अपने सैनिकों से मार्मिक शब्दों में कहा -हमारी मातृभूमि स्वतन्त्रता की खोज में है. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा. यह स्वतन्त्रता की देवी की माँग है।
किन्तु दुर्भाग्यवश युद्ध का पासा पलट गया. जर्मनी ने हार मान ली और जापान को भी घुटने टेकने पड़े. ऐसे में सुभाष को टोकियो की ओर पलायन करना पड़ा और कहते हैं कि हवाई दुर्घटना में उनका निधन हो गया. यद्यपि उनका सैनिक अभियान असफल हो गया, किन्तु इस असफलता में भी उनकी जीत छिपी थी. निस्सन्देह सुभाष उग्र राष्ट्रवादी थे. उनके मन में फासीवादी अधिनायकों के सबल तरीकों के प्रति भावनात्मक झुकाव भी था और वे भारत को शीघ्रातिशीघ्र स्वतन्त्रता दिलाने हेतु हिंसात्मक उपायों में आस्था भी रखते थे. इसीलिये उन्होंने आजाद हिन्द फौज का गठन किया था।
हालात बदल गए, दुनिया के समीकरण बदल गए और जापान जैसा शक्तिशाली देश नेताजी के साथ जा खड़ा हुआ। अंग्रेज़ो को नेताजी और जापान से पहली चोट मिली रंगून मे। नेता जी का सपना था जापान के साथ आगे बढ़ते हुए अंग्रेजी हुकूमत को सीधी टक्कर देना। साल 1943 जापान और आज़ाद हिन्द फौज ने अंडमान निकोबार पर हमला कर दिया और इस संघर्ष मे अँग्रेजी टुकड़ी ने आज़ाद हिन्द फौज के सामने आत्मसमर्पण करने मे जरा भी शर्म महसूस नही की। अंडमान से अँग्रेजी हुकूमत उखड़ चुकी थी और अंडमान की कमान नेता जी के हाथ मे थी। आज भी तस्वीरों मे उन दिनो की यादें जिंदा है जब नेताजी ने हिंदुस्तान की सरज़मीं पर देश का पहला झण्डा लहराया और आजादी की पहली हुंकार भरी थी। आजादी अभी बहुत दूर थी लेकिन अंडमाण्ड मे झण्डा लहराना उस ख्वाब का पहला हिस्सा था, जिसे नेताजी ने देखा था। नेताजी चाहते थे की आजाद हिन्द् फौज की ताकत बढ़ाए और एक बार फिर हिंदुस्तान की तरफ बढ़े। लेकिन इसी बीच हुआ वो हादसा जिसने सबकुछ बदल कर रख दिया।
जय हिन्द
It is almost a victory now. Yesterday went to Pune commissionerate with my suggestion petition. Inspector Bajare who was aligned to this issue by commissioner assured that he will take this to mswipe company and include offence on challan receipt. I specially thank all 148 change makers who signed the petition and others who supported even without signing. At the end what matters is the change which we create. Let's be united and just not say bad words about things. If you can do a bit to change that, tie your laces and come on road. Some people will definitely join you if idea is noble. Thank you all.
Pune Traffic Police
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