Pt. Vishnu Prasad Shastri
Famous Bhagwat Katha Wachak in India, and a successful Astrologer , Lecturer of Sanskrit / Hindi, Wr
Jai Shree Radhe
Kishori Ji ki Jai, Bahut hi Sunder Bhajan
हे सुन, राधिका दुलारी...
Ji radhe radhe.
Radhe Radhe 🙏
Mero man hai gayo lata pata...
श्री शुकताल तीर्थ में श्री मद भागवत कथा का प्रथम दिन एवं कलश यात्रा
भगवत कथा भजन - यशोमति मैया से बोले नन्द लाला
श्री राधा अष्ट्मी की आप सभी को बहुत बहुत बधाइयां...
श्री राधा रानी और कुञ्ज बिहारी जी की सदा ही जय हो
फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी
❤️
Anand hi Anand
Naiya le chal parli paar | Most beautiful bhajan of lord Krishna | Amezing Very famous bhajan by Sourabh Sharma
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has been a cause Close to my Heart. It gave me 13 more years with my wife Medha and I am extremely Thankful to her Donor for it. I Request my Friends & Fans to do the same and be an Organ Donor. Lets Pledge to Give Someone a New Life Together🙏
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है
Radhey Radhey
दे के दर्शन कर दो पूरी, प्रभु मेरे मन की तृष्णा |
कब तक तेरी राह निहारूं, अब तो आओ नटखट कृष्णा ||
नमस्ते साथियों
जीवन में कई विषय ऐसे हैं जो बहुत ही गंभीर हैं और हम हमेशा उनके बारे में बात करने से कतराते हैं या हम उनसे बच के निकल जाते हैं, ऐसा ही एक विषय है अंगदान और देहदान, ये विषय ऐसा हैं जो बहुत ही जटिल हैं| मेरा मानना है की अगर हम अपनी मृत्यु के बाद अपने अंगों को दान कर के किसी को उसके कष्टों से मुक्त कर सकते हैं तो ये काम बहुत ही अद्भुत है.
भजन सम्राट श्री अनूप जलोटा जी ऐसी ही एक संस्था के काम को सराहने और इस विषय पे जागरुकता फैलाने के लिए एक भजन संध्या करने जा रहे हैं, आप सभी Facebook और YouTube के माध्यम से इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं और इस विषय पे जागरूक भी बन सकते हैं. नीचे दी गयी लिंक के माध्यम से आप १३ अगस्त को शाम ७ बजे इस कार्यक्रम का आनंद ले सकते हैं
धन्यवाद
Facebook - https://lnkd.in/dprTwJ6
YouTube - https://lnkd.in/dpwv34e
भूमि सप्त सागर मेखला। एक भूप रघुपति कोसला॥
भुअन अनेक रोम प्रति जासू। यह प्रभुता कछु बहुत न तासू॥
भावार्थ:-अयोध्या में श्री रघुनाथजी सात समुद्रों की मेखला (करधनी) वाली पृथ्वी के एक मात्र राजा हैं। जिनके एक-एक रोम में अनेकों ब्रह्मांड हैं, उनके लिए सात द्वीपों की यह प्रभुता कुछ अधिक नहीं है॥
क्या ऐसा नहीँ हो सकता, की हम प्यार मांगे,
और तुम गले लगा के कहो, और कुछ... ??
यह बिलकुल सत्य है कि कुछ शब्द, कुछ धुनें, कुछ दृश्य, कुछ बातें एक पल भी नहीं लगाती, आपके दिल की गहराइयों में उतरने में।
अगर अभी आप किसी बात से परेशान है, मन अशांत है, पसोपेश में है, सुकून नहीं है? यह भजन सुनें - मन शांत जरूर होगा।
यह बिलकुल सत्य है कि कुछ शब्द, कुछ धुनें, कुछ दृश्य, कुछ बातें एक पल भी नहीं लगाती, आपके दिल की गहराइयों में उतरने मे।
अगर अभी आप किसी बात से परेशान है, मन अशांत है, पसोपेश में है, सुकून नहीं है? यह भजन सुनें - मन शांत जरूर होगा।
राधा ऐसी बावरी, कृष्ण चरण की आस,
छलिया मन ही ले गयो, अब किस पर विश्वास।
तुम शिव की तरह मिलना मुझसे। मैं सती बन जाउंगी। तुम बिल्कुल मस्तमौला...मैं भांग घोटती जाउंगी। तुम जब भी ध्यान लगाओ मैं समीप बैठ जाउंगी ।
मुझे बिछड़ता देख तुम क्रोधित हो जाओगे...मुझे बाहों में लेकर सारी दुनिया से लड़ जाओगे। तुम्हारे हाथों अपनी चिता पर अग्नि पा जाउंगी।
मैं आउंगी तुमसे मिलने...सन्नाटो के शोर में। मुझे याद करते हुए जब तुम्हारी पलकें भीगी होंगी...उन पलकों के कोर में, मैं भीगा बादल बन जाउंगी। तुम बन्द करना आँखों को मैं समंदर सी बह जाउंगी।
तुम्हारा प्रेम शब्दों का मोहताज नहीं होगा, और मेरा प्रेम बस तुम्हारे नाम के साथ जुड़ जाने से ही सार्थक हो जाएगा। मैं तुम्हारे नाम मे बस जाउंगी।
मैं आउंगी तुमसे मिलने, गीतों के शब्दों में। तुम्हारे गुनगुनाए कुछ शब्दों की मैं धुन बन जाउंगी। तुम मुझे सोचना, मैं ख्यालों में भी मुस्कराउंगी।
मैं आउंगी मिलने तुमसे, तुम्हारे मुंडेर की ठंडी हवाओं में। मैं फूल बनकर तुम्हारे गमलों में खिल जाउंगी। जब सूरज होगा तुम्हारे मस्तक पर, मैं तुम्हारे हाथों में 'वही धूप' बन जाउंगी।
मत ढूंढना मुझे तुम सतही जगहों पर...मैं दुनियादारी नहीं निभा पाउंगी। मत आवाज़ लगाना मुझे जाता देखकर, मैं पलट नहीं पाउंगी। जब हूक उठे मेरी और मन मे हो बेचैनी...आँखों को बंद कर के मुझे आवाज़ लगाना, मैं तुम्हारी आँखों मे बस जाउंगी। मैं आवाज़ बनकर तुम्हारे कानो में घुल जाउंगी।
मैं चलूंगी तुम्हारे साथ उन रास्तों पर...जहां तुम चुपचाप से चलते जा रहे हो। मैं वो टहनी बन जाउंगी, जिसे तुम हाथों में थामकर चलते जाओगे। मैं बनूंगी पलाश की सूखी पत्तियां, और तुम्हारे कंधे पर बिखर जाउंगी। मैं चलती जाउंगी पगडंडियों पर तुम्हारे कदमों के साथ। मैं तितली बन तुम्हारी बाहों में इठलाऊंगी।
देखो फागुन में भी सावन सी झड़ी लगी है। मैं बारिश की बूंद बनकर आउंगी। तुम्हारी हथेलियों पर सिमट मैं अस्तित्वविहीन हो जाउंगी।
मैं आउंगी तुमसे मिलने। मैं आउंगी। तुम शिव बन जाना। मैं सती हो जाउंगी।
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Source - @टीशा
होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा॥ 🙏
जिन वेषा मेरो कान्हा रीझे, वो ही वेष धरूंगी .... 😍
अगले बरस फिर आयेंगे, बोलो गणपति बप्पा मोरया :)