UPSC, PSC, SSC GS Preparation, सिविल सेवा तैयारी Infoweb

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Daily update on current affairs, exam related issue, exam preparation suggestions, for both English/Hindi medium aspirants. One stop for all competition.

Timeline photos 24/06/2017

19/06/2017

💥💥💥💥 *_List of Minerals and Their Largest Producing Countries_*💥💥💥💥
🌷 *_Coal_*=== _China(1st)=== _United States(2nd)_
🌷 *_Natural Gas_*=== _United States(1st)=== _Russia(2nd)_
🌷 *_Petrolem_*=== _United States(1st)=== _Saudi Arabia(2nd)_
🌷 *_Uranium_*=== _Kazakhstan(1st)=== _Canada(2nd)_
🌷 *_Flourite_*=== _China(1st)=== _Mexico(2nd)_
🌷 *_Diamond_*=== _Russia(1st)=== _Botswana(2nd)_
🌷 *_Aluminium_*=== _China(1st)=== _Russia(2nd)_
🌷 *_Bauxite_*=== _Australia(1st)=== _China(2nd)_
🌷 *_Bismuth_*=== _China(1st)=== _Mexico(2nd)_
🌷 *_Copper_*=== _Chile(1st)=== _China(2nd)_
🌷 *_Gold_*=== _China(1st)=== _Australia(2nd)_
🌷 *_Iron Ore_*=== _China(1st)=== _Australia(2nd)_
🌷 *_Lithium_*=== _Australia(1st)=== _Chile(2nd)_
🌷 *_Manganese_*=== _South Africa(1st)=== _China(2nd)_
🌷 *_Nickel_*=== _Philippines(1st)=== _Russia(2nd)_
🌷 *_Palladium_*=== _Russia(1st)=== _south Africa(2nd)_
🌷 *_Platinum_*=== _South Africa(1st)=== _Russia(2nd)_
🌷 *_Silver_*=== _Mexico(1st)=== _China(2nd)_
🌷 *_Tin_*=== _China(1st)=== _Indonesia(2nd)_
🌷 *_Titanium_*=== _Australia(1st)=== _South Africa(2nd)_
🌷 *_Zinc_*=== _China(1st)_=== _Australia(2nd)_
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19/06/2017

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💥💥 *States===>Crops===>Soil-Used*💥💥

🔴🔵 *_--Punjab--_*🔵🔴

🌾🌾 _Wheat, Rice, Maize, Barley, Pulses, Rapeseed and Mustard, Sunflower, Oil Seeds, Sugarcane, Cotton, Fruits, Vegetables_🌾🌾

☄️☄️ _Flood plain soil, Loamy soil, Sandy soil, Desert soil, Kandi Soil, Sierozems, Sodic and Saline soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Haryana--_*🔵🔴

🌾🌾 _Sugarcane, Barley, Jowar, Bajra, Gram, Rice, Wheat, Mustard, Cotton_🌾🌾

☄️☄️ _Salt Affected soil, Alkali Soil, Saline soil_☄️☄️

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🔴🔵 *_--Rajasthan--_*🔵🔴

🌾🌾 _Wheat, Sugarcane, Bajra, Baley, Jowar, Maize, Chili, Cotton, Mango, Rice, Vegetables, Groundnut, Oil seeds, Pulses_🌾🌾

☄️☄️ _Sandy soil, Saline soil, Alkaline soil, Chalky soil, Clay soil, Loamy soil, Black Lava soil, Nitrogenous soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Uttar Pradesh--_*🔵🔴

🌾🌾 _Fruits, Vegetables, Spices, Floriculture, Medicinal/aromatic plants, others like Betel vine, Mushroom, Honey production_🌾🌾

☄️☄️ _Alluvium soil, Sandy soil, Clayey Soil, Red & Black soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Bihar--_*🔵🔴

🌾🌾 _Rice, Wheat, Maize, Pulses, Vegetables, Fruits, Sugarcane, Jute_🌾🌾

☄️☄️ _Sandy Loam soil, Loam soil, Clay soil, Clay Loam soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Gujarat--_*🔵🔴

🌾🌾 _Rice, Wheat, Jowar, Bajra, Maize, tur, Gram, Cotton, Groundnuts, Dates, Sugarcane_🌾🌾

☄️☄️ _Black soil, Alluvial soil, Hill soil, Desert soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Madhya Pradesh--_*🔵🔴

🌾🌾 _Wheat, Maize, Jowar, Gram, Tur, Urad, Moong, Soybean, Groundnuts, Mustard, Cotton, Sugarcane_🌾🌾

☄️☄️ _Black soil, Red & Yellow soil, Alluvial soil, Laterite soil, Mixed soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Maharashtra--_*🔵🔴

🌾🌾 _Rice, Jowar, Bajra, Wheat, Pulses, Cotton, Sugarcane, Several Oil Seeds, Sunflower, Groundnuts & Soybean_🌾🌾

☄️☄️ _Black-Cotton soil, Kali soil, Morad soil, Pather soil,_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Chhattisgarh--_*

🌾🌾 _Rice, Maize, Wheat, Niger, Groundnut, Pulses_🌾🌾

☄️☄️ _Red & Yellow soil, Red Sandy soil, Red Loam soil, Black Cotton soil, Laterite soil,_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Jharkhand--_*🔵🔴

🌾🌾 _Rice, Ragi, Maize, Wheat, Redgram, Niger, Fruits_🌾🌾

☄️☄️ _Red soil, Micacious soil, Sandy soil, Black soil, Laterite soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Himachal Pradesh--_*🔵🔴

🌾🌾 _Off-season vegetables, vegetables seeds, potato & ginger besides soybean, oilseeds, pulses, fruits_🌾🌾

☄️☄️ _Sedimentary soil, Brown soil, Brownish soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--Jammu & Kashmir--_*🔵🔴

🌾🌾 _Paddy, Wheat, Maize, Barley, Bajra, Jowar, Gram, Apple, Walnuts_🌾🌾

☄️☄️ _Brown Forest soil, Grey Brown Podzolic soil, Red & Yellow Podzolic soil, Hills Forest soil, Mountain Meadow soil, Saline Alkali soil, Alluvial soil_☄️☄️
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🔴🔵 *_--West Bengal--_*🔵🔴

🌾🌾 _Rice, Jute, Tea, Potatoes, Oilseeds, Betel, Vine, To***co, Wheat, Barley, Maize_🌾🌾

☄️☄️ _Laterite soil, Red soil, Alluvial soil, Coastal soil, Terai soil, Colluvial soil_☄️☄️
--------------------------------------
🔴🔵 *_--Karnataka--_*🔵🔴

🌾🌾 _Paddy, Jowar, Ragi, Maize, Sunflower, sugarcane, Cotton, To***co_🌾🌾

☄️☄️ _Red soil, Lateritic soil, Black soil, Alluvio-Colluvial soil, Forest soil, Coastal soil_☄️☄️

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01/06/2017

कितनी तर्कसंगत है आकस्मिक कार्यबल में हो रही वृद्धि?

सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र– 3: प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन
(खंड– 1: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति तथा रोज़गार से संबंधित विषय)



संदर्भ
वर्तमान समय में डिजिटलीकारण रोज़गारों को कम करने में प्रत्यक्ष भूमिका निभा रहा है क्योंकि इसके कारण सॉफ्टवेयर द्वारा मानव श्रम का प्रतिस्थापन किया जा रहा है। इसके पीछे तर्क यह दिया जाता है कि सॉफ्टवेयर से कार्य पूरा करने में कम समय लगता है। विदित हो कि आज व्यवसायों में वित्तीय दबाव के चलते भी स्टाफ में कमी की जाती है। वास्तविकता यह है कि लोग अपने जीवन काल में कई बार अपने रोज़गारों में परिवर्तन करते हैं। “गिग अर्थव्यवस्था” (Gig economy) को इसी रुझान के विकास के तौर पर देखा जा सकता है।

महत्त्वपूर्ण तथ्य

हालाँकि, आज व्यवसायों में प्रौद्योगिकी का महत्त्व अधिक हो गया है, लेकिन किसी भी संगठन द्वारा इससे संबंधित मुद्दों पर अवश्य विचार किया जाना चाहिये-

→ सभी प्रौद्योगिकियों से संबंधित मुद्दों को एक-साथ सूचीबद्ध करना।
→ लागत के स्थान पर प्रतिभा को एक निवेश के रूप में देखना तथा एक समय पर केवल एक ही लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना।
→ वैश्विक कार्यबल का उद्भव जहाँ किसी कंपनी के स्थान की निकटता अथवा दूरी प्रतिभाशाली व्यक्तियों के कार्य में अवरोध उत्पन्न नहीं कर सकती है।
→ लाखों प्रतिभाशाली श्रमिकों का आगमन।

‘गिग अर्थव्यवस्था’ का किसी संगठन के स्थाई कार्यबल पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। किसी भी संगठन द्वारा महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्रतिभाशाली आकस्मिक श्रमिकों के माध्यम से ही संपन्न कराया जाता है।

क्या हैं चुनौतियाँ?

यद्यपि अस्थाई कामगारों को शिक्षित करना चुनौतीपूर्ण है, तथापि उन्हें शिक्षित किया जाना आवश्यक भी है ताकि वे किसी संगठन में मौज़ूद प्रतिभा अंतराल को समझने में सक्षम हों। यह आवश्यक है कि यह संदेश सभी कामगारों तक पहुँचाया जाए कि कंपनी बाज़ार व्यवस्था से भलीभाँति परिचित है तथा यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि इसके अस्थाई कार्यबल कौशल्युक्त हैं अथवा नहीं। अतः कामगारों को उनके अस्थायी संगठन के साथ सामंजस्य बनाए रखने के लिये प्रोत्साहित किया जाता है।
ऐसे अस्थायी संगठनों के पास कामगारों के पेशेवर कौशल से संबंधित चुनौतियाँ भी अवश्य उपस्थित रहेंगी क्योंकि ये संगठन कुछ निश्चित प्रोजेक्टों के अलावा कभी भी आकस्मिक कामगार की नियुक्ति नहीं करते हैं। तकनीकी मूल्यांकन, बौद्धिक संपदा संरक्षण और वाणिज्यिक वार्ता के संदर्भ में प्रतिभा खरीद को बढ़ावा दिया जाना चाहिये ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों पक्ष (कामगार और संगठन) इस व्यवस्था से संतुष्ट हैं।
आकस्मिक कामगारों के संदर्भ में बनाए गए दिशा-निर्देशों का अनुसरण करना अत्यावश्यक है। चूँकि नियामकीय प्रक्रिया स्वयं ही एक बोझिल प्रक्रिया है, अतः यह देखा गया है कि अर्थव्यवस्था के विशाल स्वरूप और नियामकों को अपनाने (चूँकि इससे जुड़े हुए कानून कई संदर्भों में अपूर्ण और प्राचीन हैं) के मध्य एक बड़ा अंतराल विद्यमान है।
कंपनियों को ऐसी परिस्थितियों को विचारों, उचित प्रक्रिया और प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के माध्यम से विशेष रूप से नियंत्रित करना होता है। सरकार कंपनियों से यह आश्वासन चाहती है कि वे किसी भी परिस्थिति में कानून के विरुद्ध कार्य नहीं करेंगी।

क्या है आकस्मिक कार्यबल?
आकस्मिक कार्यबल श्रमिकों का एक समूह है जिसके सदस्यों को किसी संगठन द्वारा अपनी मांग के अनुसार किराए पर लिया जाता है। इनमें फ्रीलांसर, स्वतंत्र ठेकेदार और सलाहकारों को शामिल किया जाता है। चूँकि इनके नाम कंपनी के भुगतान रजिस्टर में सूचीबद्ध नहीं होते हैं, अतः ये संगठन के पूर्णकालिक कर्मचारी नहीं होते हैं।

आकस्मिक कार्य से तात्पर्य?

आकस्मिक कार्य एक ऐसा रोज़गार संबंध है जिसे ‘अस्थाई’ माना जाता है। ये रोज़गार पार्ट-टाइम प्रकृति के होते हैं तथा इनमें सीमित रोज़गार सुरक्षा होती है। इसके परिणामस्वरूप वेतन का भुगतान प्रत्येक दिन के काम के आधार पर किया जाता है। इस कार्य को करियर (career) अथवा करियर का हिस्सा नहीं माना जाता है।
आकस्मिक कार्य की एक विशेषता यह भी है कि इसमें करियर के विकास की कोई संभावना नही होती है। इन कामगारों को प्रायः फ्रीलांसर, स्वतंत्र पेशेवर,अस्थायी संविदा कर्मी, स्वतंत्र ठेकेदार अथवा सलाहकार आदि कहा जाता है।

क्या है ‘गिग’ अर्थव्यवस्था?
वस्तुतः यह श्रम बाज़ार का ही एक रूप है, जिसमें स्थाई रोज़गार की बजाय अल्पकालिक अनुबंध अथवा फ्रीलांस कार्य को प्राथमिकता दी जाती है।
गिग अर्थव्यवस्था बदलते सांस्कृतिक और कारोबारी परिवेश का एक भाग है, जिसमें शेयरिंग (साझा) इकॉनमी, गिफ्ट अर्थव्यवस्था और बार्टर (वस्तु-विनिमय) अर्थव्यवस्था को भी शामिल किया जाता है।

कितनी प्रभावी है गिग अर्थव्यवस्था?

गिग अर्थव्यवस्था की शुरुआत हो चुकी है। एक अध्ययन में यह पाया गया कि वर्ष 2020 तक 40% अमेरिकी श्रमिक स्वतंत्र ठेकेदार बन जाएंगे। अल्पकालिक रोज़गार की बढ़ती हिस्सेदारी के पीछे कई कारक विद्यमान हैं। डिजिटलिकरण के इस युग में श्रमिकों के पास मोबाइल है तथा कार्य कहीं से भी किया जा सकता है, अतः रोज़गार के स्थल का कोई महत्त्व नहीं रह गया है। तात्पर्य यह है कि फ्रीलांसर विश्व मे अस्थाई रोज़गार अथवा प्रोजेक्टों में से किसी एक को चुन सकते हैं जबकि रोज़गार प्रदाता किसी विशेष प्रोजेक्ट के लिये श्रमिकों के एक बड़े समूह में से उस क्षेत्र में मौजूद किसी भी व्यक्ति को चुन सकते हैं।
हालाँकि इस अर्थव्यवस्था के माध्यम से नई प्रौद्योगिकियों के साथ प्रयोगों, मौजूदा कारोबारों से उनकी प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा दिया जा सकता है परन्तु यह एक जटिल कारोबारी योजना (जिसे सुव्यवस्थित विचारों और रणनीति की समीक्षा के माध्यम से बनाया जाता है) को प्रतिस्थापित नहीं कर सकती है। नए प्रयोगों के नाम पर उच्च कौशल युक्त गिग कामकारों को किराये पर लेने से किसी भी संगठन के अनपेक्षित खर्च में वृद्धि होगी। यह मुख्यतः कंपनी के जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।

निष्कर्ष
अंततः गिग अर्थव्यवस्था में विभिन्न कम्पनियाँ अथवा संगठन अपने संसाधनों को लाभ कमाने व प्रशिक्षण हेतु सुरक्षित रखते हैं। उनके पास विशेष प्रोजेक्टों के लिये विशेषज्ञों से अनुबंध करने की क्षमता होती है। फ्रीलांसरों के दृष्टिकोण से गिग अर्थव्यवस्था कार्य और जीवन में संतुलन स्थापित कर सकती है। आदर्श रूप में, इस मॉडल के तहत स्वतंत्र कामगार उस रोज़गार की तलाश करते हैं जिससे करने की उनकी इच्छा होती है तथा उन्हें किसी भी रोज़गार में बलपूर्वक नहीं लगाया जा सकता है।

स्रोत: द हिंदू

07/05/2017

महिलाओं संबंधी नवीन पहल

1.मातृत्व लाभ संशोधन विधेयक 2016

• मातृत्व अवकाश 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह कर दिया गया।

2. महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को 7% पर ऋण

महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को यह अल्प ब्याज ऋण दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ब्याज अनुदान योजना के तहत उपलब्ध कराया जाएगा।

3. स्टैंड अप इंडिया अभियान

●5 अप्रैल 2016 को बाबू जगजीवन राम की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने नोएडा से स्टैंड अप इंडिया अभियान की शुरुआत की।

●इस योजना के तहत प्रत्येक बैंक शाखा द्वारा SC/ST एवं महिलाओं को ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे।

4.प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना

●1 मई 2016 को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने बलिया (उत्तर प्रदेश) में BPL परिवार की महिलाओं को निशुल्क एलपीजी कनेक्शन प्रदान कर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का शुभारंभ किया।

●थीम: स्वच्छ ईंधन बेहतर जीवन।

5. बीजू कन्या रत्न योजना

●ओडिशा सरकार ने राज्य में लड़कियों के विकास के लिए बीजू कन्या रत्न योजना की शुरुआत की
●योजना पायलट रूप में गंजाम,धेकनल,अंगुल जिले में शुरू की गई ।
योजना का उद्देश्य जन्म के समय लिंगानुपात एवं बाल लिंगानुपात में सुधार करना है।

6. हौसला पोषण योजना

●उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव ने श्रावस्ती जिले में इसकी शुरुआत की।
●इसके अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को एक समय के पौष्टिक भोजन के साथ-साथ सप्ताह में 3 दिन दूध के साथ हर दिन फल दिए जाएंगे ।
●साथ ही 6 साल तक के अति कुपोषित बच्चों को भी पौष्टिक खाना दिया गया।

7.तेजस्विनी योजना

विश्व बैंक ने झारखंड की इस योजना हेतु 65 मिलियन डॉलर स्वीकृत किए हैं ।
इस योजना के तहत 14 वर्ष से 24 वर्ष की बालिकाओं को सामाजिक आर्थिक रुप से सशक्त किया जाए।

8. महिला समृद्धि आवास योजना

रियलिटी कंपनी मॉर्फियस समूह ने यह योजना शुरू की।

9. लालिमा

●मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चों लड़कियों व महिलाओं को एनीमिया (खून की कमी) की समस्या से निजात दिलाने हेतु ।
●इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों अकादमिक संस्था एवं अस्पताल से मुक्त आयरन एवं फोलिक एसिड की गोलियां बांटी जा रही हैं।

10. मां (MAA)अभियान

●MAA : Mother's Absolute Affection
●स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए। ●इस अभियान की ब्रांड एम्बेसडर बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को बनाया गया है ।

11.शक्ति परियोजना

●उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव द्वारा उच्च शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाली छात्राओं को शक्ति परी बनाकर विशेष पुलिस अधिकारी का दर्जा दिया ।
●यह योजना ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की अशिक्षित महिलाओं को सहायता देने के लिए प्रारंभ की गई

12.निर्भया बस : राजस्थान सरकार द्वारा

13.भारतीय वायु सेना में महिला फाइटर पायलट

●अवनी चतुर्वेदी (मध्य प्रदेश)
●मोहना सिंह (राजस्थान)
●भावना कंठ (बिहार)

14.गैस एजेंसी के आवंटन में महिलाओं को आरक्षण

●महिला- 33 %
●दिव्यांगजन -3 %
●खिलाड़ी -1%

15.महिला ई हाट

●केंद्र सरकार ने महिला उद्यमियों को अपना उत्पाद बेचने के लिए प्रोत्साहित करने हेतू ।

16. वीमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया

●अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2016 की पूर्व संध्या पर नीति आयोग ने शुरुआत की।

200 rupees ka new note, RBI ne diya green signal, jaaniye puri khabar ! 04/04/2017

A Must Watch Video !!!

200 rupees ka new note, RBI ne diya green signal, jaaniye puri khabar ! The Reserve Bank of India (RBI) will introduce banknotes of Rs 200 denomination, according to reports. As per reports, the central bank has already taken a d...

200 rupees ka new note, RBI ne diya green signal, jaaniye puri khabar ! 04/04/2017

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200 rupees ka new note, RBI ne diya green signal, jaaniye puri khabar ! The Reserve Bank of India (RBI) will introduce banknotes of Rs 200 denomination, according to reports. As per reports, the central bank has already taken a d...

09/11/2016

Demonetization is the act of stripping a currency unit of its status as legal tender. Demonetization is necessary whenever there is a change of national currency.

The old unit of currency must be retired and replaced with a new currency unit.

24/10/2016

विश्व की नहरें – सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

● विश्व की सबसे बड़ी नहर कौन-सी है— स्वेज नहर
● स्वेजन नहर कहाँ है— मिस्त्र
● स्वेज नहर का निर्माण कब हुआ— 1869 ई.
● स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण कब हुआ— 1956 ई.
● स्वेज नहर किन दो सागरों को जोड़ती है— भूमध्य सागर व लाल सागर
● स्वेज नहर की लंबाई कितनी है— 169 किमी.
● पनामा नहर किन दो सागरों को जोड़ती है— अटलांटिक सागर व प्रशांत महासागर
● पनामा नहर कहाँ है— अमेरिका
● कील नहर किन दो सागरों को जोड़ती है— उत्तरी सागर व बाल्टिक सागर
● कील नहर किस देश में है— जर्मनी
● ‘सू’ नहर कौन-से दो सागरों/झीलों को जोड़ती है— सुपीरियर व हयूरन को
● ‘क्रा’ नहर किस देश में स्थित है— थाईलैंड
● ईरी नहर कहाँ स्थित है— अमेरिका
● ईरी नहर किन दो झीलों को जोड़ती है— ईरी झील और मिशिगन झील
● गोटा नहर कहाँ है— स्वीडन
● गोटा नहर किस-किस के मध्य है— स्टॉकहोम और गुटेनबर्ग के मध्य
● मैनचेस्टर नहर कहाँ है— ग्रेट ब्रिटेन में
● मैनचेस्टर नहर किस-किस के मध्य में है— मैनेचेस्टर और लिवरपूल के मध्य
● विश्व की सबसे लंबी जहाजरानी नहर कोन-सी है— स्वेज नहर
● पनामा नहर का निर्माण कब हुआ— 1914 में
● पनामा नहर के दक्षिणी सिरे पर कौन-सा पत्तन है— पनामा पत्तन
● बोल्गाडान नहर कहाँ है— रूस में

24/10/2016

ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2016 : भारत के तथाकथित विकास के चेहरे पर दाग

- इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2016 में शामिल 118 देशों में भारत का 97वें नंबर पर आना शर्मसार करने वाला है। यह आंकड़ा हमारे विकास के तमाम दावों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है।

- जिस देश में 15 फीसदी लोग आधा पेट खाने से जीवनयापन करते हों, वह देश वैश्विक ताकत होने का दंभ कतई नहीं भर सकता। जिस देश में 39 फीसदी बच्चे अविकसित हों यानी कुपोषण के शिकार हों, उस देश के भविष्य की कल्पना करना कठिन नहीं है। इन हालात में हम पड़ोसी पाकिस्तान के समकक्ष हैं और अन्य पड़ोसी देशों म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका व बांग्लादेश से पीछे हों तो यह हमारी तमाम उपलब्धियों पर सवालिया निशान लगाने वाला है।

- सवाल खड़े किये जा सकते हैं कि सर्वे करने वाली संस्था ने किस मकसद और किन तौर- तरीकों से सर्वे किया। यह भी कि भारत विशाल आबादी के चलते विकास के आंकड़ों में पीछे नजर आता है। मगर इसके बावजूद स्थिति चिंताजनक तो है ही। ऐसे में भूख के खिलाफ युद्धस्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है।
- दरअसल, वैश्वीकरण और उदार आर्थिक नीतियों ने देश में आर्थिक विषमता का दायरा बढ़ाया है। देश की बहुसंख्यक आबादी कृषि व कुटीर उद्योग-धंधों के जरिये जीविका का उपार्जन करती रही है।

बदलते वक्त के साथ खेती का रकबा कम हुआ, पीढ़ी-दर-पीढ़ी बंटवारे से खेत की जोत संकुचित हुई, चीन के सस्ते माल से गांव-देहात के कुटीर उद्योग-धंधों पर मार पड़ी।

- इन सभी कारणों से गरीबी का दायरा बढ़ा। इसके बावजूद अपनी जड़ों से जुड़े रहने की ललक लोगों को कम आय के बावजूद गांव-देहात से जोड़े रखती है। बेहतर रोजगार के लिये पलायन तभी होता है जब जीवन पर बन आती है।

- दूसरे, देश में गहराये भ्रष्टाचार ने सार्वजनिक अन्न वितरण प्रणाली को घुन की तरह खोखला कर दिया। जिस देश में दो करोड़ के लगभग फर्जी राशनकार्ड हों, वहां न्यायपूर्ण ढंग से अनाज का मिलना संभव नहीं है।

- दलालों, ठेकेदारों व भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से अनाज बाजार में बिक जाता है। कहीं न कहीं अशिक्षा व अज्ञानता भी कुपोषण की वाहक बनती है। मनरेगा जैसी रोजगारपरक विकास योजनाएं भी भ्रष्टाचार से अछूती नहीं हैं। बहरहाल, तमाम राजनीतिक प्रपंचों से मुक्त होकर भूख के खिलाफ युद्ध के ऐलान करने का वक्त आ गया है। यदि ऐसा हुआ तो पीढ़ी-दर-पीढ़ी भूख की हूक चुभती रहेगी।

24/10/2016

=>> "ब्लू इकोनॉमी : सरकार ने तैयार किया 'ब्लू इकोनॉमी' का ब्लूप्रिंट, 'ब्लू इकोनॉमी' के लाभ"

★नीति आयोग ने देश की इकोनॉमी को नया कलेवर देने की दिशा में काम शुरू कर दिया है.

★ इस योजना के तहत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और लंबी समुद्री सीमाओं का भरपूर इस्तेमाल करते हुए देश को 'ब्लू इकोनॉमी' के तौर पर खड़ा करना है. इसमें डिफेंस और आंतरिक सुरक्षा को जोड़ने के लिए 15 साल के एक विजन पर काम हो रहा है.

★केंद्र सरकार ने पहली बार इन विषयों को अपनी योजनाओं का हिस्सा बनाया है. ताकि इन क्षेत्रों में बेहतर तैयारी के लिए लंबी अवधि की प्लानिंग की जा सके.

★ भारत की समुद्री सीमा 7500 किलोमीटर लंबी है और 20 लाख वर्ग किलोमीटर का EEZ है. इसके अलावा 1300 से ज्यादा आइलैंड हैं और नदियों का बड़ा नेटवर्क भी. ऐसे में भारत इस प्राकृतिक और सामरिक समुद्री क्षेत्र का भरपूर फायदा उठाना चाहता है.

★नीति आयोग की कार्ययोजना में भारतीय नौसेना की मारक क्षमता बढ़ाने की योजना भी शामिल है. ऐसा पहली बार है जब नीति आयोग को डिफेंस सेक्टर की कार्ययोजना तैयार करने का अधि‍कार मिला है.

★हिंद महासागर का इलाका दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा महासागरीय क्षेत्र है और वैश्विक व्यापार बड़ा हिस्सा इसी क्षेत्र से गुजरता है.

★भारत के कुल व्यापार का 90 फीसदी समुद्री मार्ग से ही होता है. ऐसे में ब्लू इकोनॉमी का दोहन भारत के लिए सामरिक नजरिये से फायदेमंद है.
=>>क्या है ब्लू इकोनॉमी?

★साल 2010 में आई गुंटर पॉली की किताब 'The Blue Economy: 10 years, 100 innovations, 100 million jobs' में पहली बार ब्लू इकोनॉमी के कॉन्सेप्ट को महत्व मिला.

1. ब्लू इकोनॉमी के तहत अर्थव्यवस्था समुद्री क्षेत्र पर आधारित होती है. इसमें पर्यावरण की सुरक्षा को भी ध्यान में रखते हुए डायनैमिक बिजनेस मॉडल तैयार किए जाते हैं.

2. 'ब्लू ग्रोथ' के जरिये संसाधनों की कमी और कचरे के निपटारे की समस्या का समाधान किए जाने की कोशि‍श होती है.

3. इसमें टिकाऊ विकास को भी सुनिश्चित किया जाता है जो बड़े पैमाने पर मानव कल्याण की ओर केंद्रित होता है.

4. ब्लू इकोनॉमी के तहत समुद्र भी साफ-सुथरा रहे और बड़े पैमाने पर उत्पादन हो.

5. इस वक्त ब्लू इकोनॉमी के तहत मुख्य फोकस खनिज पदार्थों समेत समुद्री उत्पादों पर है.

6. ब्लू इकोनॉमी का कॉन्सेप्ट कहीं ज्यादा व्यापक है और इसमें नौवहन जैसी समुद्री गतिविधियां भी शामिल हैं.

7. ब्लू इकोनॉकी का ढांचा पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि बड़े-बड़े कारगो सामान समुद्री क्षेत्र में एक जगह से दूसरी जगह ले जाए जा सकते हैं और वह भी ट्रकों या रेलवे की मदद के बिना. इस एजेंडे के तहत समुद्र में पर्यावरण के अनुकूल इंफ्रास्टक्चर तैयार करना होगा.

★भारत में भूमि अधि‍ग्रहण को लेकर आए दिन बवाल होते रहते हैं, ऐसे में कुछ इंफ्रास्टक्चर को समुद्र की ओर शि‍फ्ट करना अच्छी आर्थिक और राजनीतिक रणनीति है. यह भारत में मुमकिन भी है.

Kindly share with serious upsc aspirats.

10/10/2016

>>ऑपरेशन जिंजर"



★ इंडियन आर्मी ने 2011 में पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया था। इसका खुलासा 'द हिंदू' अखबार ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इसमें कहा गया कि इंडियन कमांडोज ने एलओसी पार करके 6 जवानों की शहादत का बदला लिया था। इसे 'ऑपरेशन जिंजर' नाम दिया गया था। इसमें 8 पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया गया था। हमारे जवान तीन के सिर काटकर भारत लाए थे।इस ऑपरेशन के लिए तीन पोस्ट को चुना था...
- 2011 के इस ऑपरेशन के ऑफिशियल डॉक्युमेंट्स, वीडियो और फोटोग्राफ्स के आधार पर पुख्ता सबूत है। इसमें एम्बुश, ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने, सर्जिकल स्ट्राइक और निगरानी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं।
- जिंजर ऑपरेशन के लिए पाकिस्तान की तीन पोस्ट को चुना गया था।
- बता दें कि 18 सितंबर को उड़ी के आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 19 जवान शहीद हो गए थे। चारों आतंकियों को मार गिराया गया।
- इसकी जवाबी कार्रवाई में 28-29 सितंबर की रात भारत ने एलओसी पार कर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया। 38 आतंकी मारे गए। तब से ऐसी कार्रवाई के दावे हो रहे हैं।

=>>क्यों किया गया था यह ऑपरेशन?
- अखबार के मुताबिक, 30 जुलाई, 2011 को कुपवाड़ा की गूगलधर चोटी पर स्थित इंडियन आर्मी पोस्ट पर पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) ने हमला किया था। इस हमले में 5 भारतीय जवान मौके पर शहीद हो गए थे। बीएटी दो भारतीय जवान हवलदार जयपाल सिंह अधिकारी और लांस नायक देवेंंद्र सिंह के सिर काटकर ले गई थी। इसकी जानकारी 19 राजपूत बटालियन के जख्मी जवान ने दी थी। ये जवान भी हॉस्पिटल में शहीद हो गया था।

★आर्मी के किस अफसर ने बनाई थी स्ट्रैटजी
- अखबार के मुताबिक, कुपवाड़ा बेस 28 डिवीजन के चीफ रहे रिटायर्ड मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती ने भारत की सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी। चक्रवर्ती ने कार्रवाई की पुष्टि की है, लेकिन ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।
मंगलवार का दिन चुना था?
- अखबार ने ऑपरेशन जिंजर को अंजाम देने वाले आर्मी अफसर के हवाले से लिखा- "हमने इसके लिए 30 अगस्त को मंगलवार का दिन चुना था, क्योंकि पहले हमने इस दिन कारगिल वॉर समेत हमेशा जीत हासिल की थी। यह ऑपरेशन ईद से एक दिन पहले किया गया, क्योंकि पाकिस्तान को इस वक्त हमले की उम्मीद ना के बराबर थी।"
कैसे दिया इस ऑपरेशन को अंजाम
- इस कार्रवाई को 25 पैरा कमांडो ने अंजाम दिया था। ये लोग उनके लॉन्च पैड पर सुबह 29 अगस्त को 3 बजे पहुंच गए थे और दूसरे दिन 30 अगस्त सुबह तक रहे। यहां इन्होंने लैंड माइंस बिछाईंं और 30 अगस्त को सुबह 7 बजे तक इंतजार किया। जब इन्हें तीन पाकिस्तानी जवान दिखे और सुनिश्चित किया कि एम्बुश वाली जगह की तरफ आ रहे हैं। तब तक कमांडो इंतजार करते रहे। लैंडमाइंस धमाके में वह चारों जख्मी हो गए। उसके बाद ग्रेनेड और गोलियां दागी गईं।
- रिपोर्ट के मुताबिक, एक पाकिस्तानी जवान भागने में सफल रहा। इंडियन कमांडो ने दौड़कर बचे तीन जवानों के सिर काट लिए। ये अपने साथ उनके हथियार और पर्सनल चीजें भी ले आए। इसके बाद जवानों की बॉडी के नीचे आईईडी बिछा दी। यह ऑपरेशन करीब 45 मिनट चला।
- रिपोर्ट के मुताबिक, ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद इंडियन आर्मी की पहली टुकड़ी सुबह 7.45 तक लौट आई। इसके बाद दूसरी टीम दोपहर 12 बजे और तीसरी टुकड़ी 2.30 बजे तक लौटी। इस हमले में कुल 8 पाकिस्तानी जवान मारे गए थे, जबकि दो या तीन गंभीर रूप से जख्मी हुए।

08/10/2016

सुशील चन्द्र :- 5 अक्टूबर, 2016 को भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सुशील चन्द्र को केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) का चेयरमैन नियुक्त किया गया |
वे 31 अक्टूबर, 2016 को सेवानिवृत हो रहीं रानी सिंह नायर का स्थान लेंगे |

08/10/2016

भारतीय वायु सेना के वीर जवानों को 84वीं वर्षगांठ की बधाई, आपके अदम्य साहस एवं वीरता से ही देश का आसमान सुरक्षित है।

#गर्व_है

03/10/2016

=>>सर्जिकल स्ट्राइक जैसे विशेष अभियानों के लिए भारत की स्पेशल फोर्सेज

सर्जिकल स्ट्राइक को पीओके में स्पेशल फोर्स (भारतीय सेना) ने अंजाम दिया था। हर देश के पास अपनी स्पेशल फोर्स है। ऐसे ऑपरेशंस के लिए भारत में आठ तरह की स्पेशल फोर्स हैं। हर स्पेशल फोर्स में औसतन 650 कमांडो हैं।

1.एनएसजी (ब्लैक कैट)
- सेना व सीआरपीएफ के जांबाज नेशनल सिक्योरिटी गार्ड चुने जाते हैं। इन्हें दुनिया के बेस्ट हथियार दिए जाते हैं। मुंबई, पठानकोठ में इन्होंने ही आतंकी ढेर किए।

2. मरीन कमांडोज
- समुद्री संघर्ष की एक्सपर्ट देश की सबसे घातक फोर्स। ट्रेनिंग ऐसी कि 20 फीसदी ही पास होते हैं।

3. पैरा कमांडोज
- मारकोस के बाद नंबर है पैरा कमांडोज का। ये सबसे ट्रेंड माने जाते हैं। बल और बुद्धि दोनों की परीक्षा पास करनी होती है।

4. स्पेशल फ्रंटीयर फोर्स
- पैरामिलिट्री फोर्स की स्पेशल यूनिट। बंधक छुड़ाने व गुप्त ऑपरेशन में महारत। गुरिल्ला युद्ध में माहिर।

5. फोर्स वन
- 26/11 हमले के बाद गठन। क्विक रिस्पांस फोर्स 15 मिनट में किसी ऑपरेशन को तैयार।

6.गरुड़ कमांडो
- वायु सेना की इस टुकड़ी में करीब 2 हजार कमांडो हैं। हवाई हमलों, दुश्मन की टोह लेने और रेस्क्यू ऑपरेशन्स के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित होते हैं।

7. कोबरा फोर्स
- घने जंगलों में छिपे नक्सल ऑपरेशन के लिए ट्रेंड। 150 नक्सली अब तक ढेर किए हैं।

8. घातक फोर्स
- सेना की स्पेशल कंपनी, जो मैन टू मैन असॉल्ट के वक्त बटालियन के आगे चलती है।

=>>मकसद: बलिदान

◆खासियत: शरीर बंधने की स्थिति में भी दुश्मनों को बिना हथियार के मात देने, दुश्मनों के कोडदस मिनट में ब्रेक करने कंधों से बंदूक चलाने की क्षमता। जूडो, कराटे और कंगु फू में महारथ।
◆उम्र: 21 से 28 साल
◆नियुक्ति: पैराशूट रेजीमेंट को प्राथमिकता।
◆ट्रेनिंग: जल, थल-नभ में तीन साल की ट्रेनिंग।
◆कहां दिखते हैं: गणतंत्र दिवस की परेड में। लोगों के बीच आने की अनुमति नहीं।

23/09/2016

♻ Women Special
Current affairs ♻

1. अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस किस तिथि को मनाया जाता है?— 8 मार्च

2. भारत रत्न से सम्मानित अब तक की पाँचों महिलाओं का नाम बताएं?— इंदिरा गांधी, मदर टेरेसा, अरूणा आसफ अली, एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी, लता मंगेशकर

3. 1884 में विश्व के प्रथम राष्ट्र के रूप में महिलाओं को वोट का अधिकार दिया?— न्यूजीलैण्ड

4. राष्ट्रीय बालिका दिवस प्रतिवर्ष किस तिथि को मनाया जाता है?— 24 जनवरी

5. राष्ट्रीय महिला आयोग की स्थापना कब की गई थी?— मार्च 1992 में

6. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किस वर्ष को अन्तर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में मनाया गया?— 1975 में

7. विश्व की वह प्रथम महिला खिलाड़ी जिसने 9 ( नौ ) बार विम्बलडन टेनिस चैमिपनशिप का एकल खिताब जीता?— मार्टिना नवरातिलोवा

8. भारत की महान सुपुत्री के नाम से कौन जानी जाती है?— मदर टेरेसा

9. किस देश में बेटी राष्ट्रपति और माँ प्रधानमंत्री थीं?— श्रीलंका

10. देश का पहला महिला रोजगार कार्यालय कहाँ खुला?— जयपुर में

11. स्त्री शिक्षा हेतु आधिकारिक प्रयास पहली बार कब हुए?— 1854 के चार्ल्सबुड डिस्पैच में

12. सुभाषचन्द्र बोस ने किस नाम से महिलाओं की एक सैन्य टुकड़ी का भी गठन किया था?— रानी झाँसी रेजीमेंट

13. भारत सरकार द्वारा ‘महिला अधिकारिता वर्ष’ कब मनाया गया?— वर्ष 2001 में

14. संसद में महिलाओं की भागीदारी के मामले में विश्व में किस देश का प्रथम स्थान हैं?— स्वीडन

15. विश्व सुन्दरी (Miss world) खिताब प्राप्त करने वाली भारतीय युवतियाँ हैं— रीता फॉरिया ( 1966 ), ऐश्वर्या राय ( 1994 ), डायना हेडेन, ( 1997 ), युक्तामुखी ( 1999 ), प्रियंका चौपड़ा ( 2000 )

16. ब्रह्माण्ड सुन्दरी ( Miss Universe) का ताज प्राप्त करने वाली भारतीय युवतियाँ हैं-— सुषिमता सेन ( 1994 ), लारा दत्ता ( 2000 )

17. महिलाओं को घरेलू हिंसा से संरक्षण प्रदान करने वाला बहुचर्चित घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 किस तिथि से प्रभावी हुआ?— 26 अक्टूबर, 2006 से

23/09/2016

♻ Complete list of Bharat Ratna awardees in Hindi. ♻

भारत रत्न से सम्मानित लोगों की पूरी सूची.

•1954: डॉ. सर्व पल्ली राधाकृष्णन, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ चन्द्रशेखर वेंकटरमण

•1955: डॉ. भगवान दास, डॉ. मोक्षगुढ़म विश्वेश्वरैया, पं.जवाहर लाल नेहरू

•1957: पं. गोविन्द वल्लभ पन्त

•1958: धुन्धोकेशव कर्वे

•1961: राजर्षि पुरूषोत्तम दस टंडन, विधान चंद्र राय

•1962: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

•1963: डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. पांडूरंग वामन काणे

•1966: लाल बहादूर शास्त्री (मरणोपरांत पुरस्कार पाने वालों में प्रथम)

•1971: इंदिरा गाँधी

•1975: वराह वेंकट गिरी

•1976: कुमार स्वामी कामराज (मरणोपरांत)

•1980: मदर टेरेसा

•1983: आचार्य विनोवा भावे (मरणोपरांत)

•1987: खान अब्दुला गफ्फार खान

•1988: मखदूम गोपालन रामचंद्रन (मरणोपरांत)

•1990: डॉ. भीमराव अम्बेडकर (मरणोपरांत), नेल्सन मंडेला

•1991: राजीव गाँधी (मरणोपरांत),सरदार वल्लभ भाई पटेल (मरणोपरांत), मोरारजी देसाई

•1992: जे.आर.डी. टाटा, मौलाना अबुल कलाम आजाद (मरणोपरांत), सत्यजित राय

•1997: अरूणा आसफ अली (मरणोपरांत), गुलजारी लाला नंदा (मरणोपरांत), ए.पी.जी.अब्दुल कलाम

•1998: एम. एस. सुब्बालक्षमी, सी. सूब्रह्मन्यम, जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत)

•1999: प्रो. अमर्त्य सेन, पंडित रविशंकर एवं गोपीनाथ बारदोलोई (मरणोपरांत)

•2001: लता मंगेशंकर, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां

•2008: भीमसेन जोशी

•2014: सचिन तेंदुलकर, सी. एन. राव

•2015: अटल बिहारी वाजपेयी, मदनमोहन मालवीय (मरणोपरांत)

23/09/2016

♻ Indian won Maan Bukar Prize♻

मान बुकर पुरस्कार प्राप्त भारतीय लेखक एवं उनकी पुस्तके.

Trick: बीस AKA (आका = मालिक)

बी - बी. एस. नायपल.(1971 - In a free state)
स - सलमान रश्दी (1981 - Midnight Children)
A - अरुंधती राय (1997 - The God of Small Things)
K - किरण देसाई (2006 - The inheritance of Loss)
A - अरबिंद आड़िगा (2008 - The White Tiger)

23/09/2016

♻ Delhi-based icons cemetery.

दिल्ली स्थित महापुरुषों के समाधि स्थल

राजघाट ~ महात्मा गाँधी
शांति वन ~ जवाहरलाल नेहरु
अभय घाट ~ मोरारजी देसाई
किसान घाट ~ चौधरी चरण सिंह
उदय भूमि ~ के॰आर॰नारायणन
वीर भूमि ~ राजीव गाँधी
महाप्रयाण घाट ~ राजेन्द्र प्रसाद
नारायण घाट ~ गुलजारी लाल नंदा
समता स्थल ~ जगजीवन राम
चैत्रा ~ बी॰आर॰अम्बेडकर
एकता स्थल ~ ज्ञानी जैल सिंह
कर्म भूमि ~ शंकर दयाल शार्मा
शक्ति स्थल ~ इंदिरा गाँधी
विजय घाट ~ लाल बहादुर शास्त्री

23/09/2016

♻ National Parks in India♻

भारत में NATIONAL PARKS

[1] अंशी राष्ट्रीय उद्यान ————- कर्नाटक
[2] बांदीपुर नेशनल पार्क —————- कर्नाटक
[3] बंनेर्घट्टा राष्ट्रीय उद्यान ————- कर्नाटक
[4] Balpakram राष्ट्रीय उद्यान ———- मेघालय
[5] बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान ————- मध्य प्रदेश
[6] बेतला राष्ट्रीय उद्यान ————- झारखंड
[7] भीतरकणिका राष्ट्रीय उद्यान ———- ओडिशा
[8] कृष्ण मृग राष्ट्रीय उद्यान ———— गुजरात
[9] बुक्सा टाइगर रिजर्व ———— पश्चिम बंगाल
[10] कैम्पबेल बे राष्ट्रीय उद्यान ————- अंडमान और निकोबार द्वीप
[11] Chandoli राष्ट्रीय उद्यान ———महाराष्ट्र
[12] दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान ———- जम्मू-कश्मीर
[13] दरा राष्ट्रीय उद्यान ———-राजस्थान
[14] डेजर्ट नेशनल पार्क ———-राजस्थान
[15] डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान ————असम
[16] दुधवा नेशनल पार्क ———-उत्तर प्रदेश
[17] Eravikulam नेशनल पार्क ———केरल
[18] गैलेथिआ राष्ट्रीय उद्यान अंडमान ————- और निकोबार द्वीप
[19] गंगोत्री नेशनल पार्क ———- उत्तराखंड
[20] गिर वन्यजीव अभ्यारण्य ————- गुजरात
[21] गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान————- पश्चिम बंगाल
[22] गोविंद पशु विहार ——— उत्तराखंड
[23] ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क ———- हिमाचल प्रदेश,
[24] Gugamal राष्ट्रीय उद्यान———- महाराष्ट्र
[25] गिंडी राष्ट्रीय उद्यान ———-तमिलनाडु
[26] समुद्री राष्ट्रीय उद्यान, मन्नार की खाड़ी ————तमिलनाडु
[27] हेमिस राष्ट्रीय उद्यान ————- जम्मू और कश्मीर
[28] हरिके वेटलैंड ———पंजाब
[29] हजारीबाग नेशनल पार्क ———— झारखंड
[30] इंदिरा गांधी वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय पार्क ———- तमिलनाडु
[31] इंद्रावती नेशनल पार्क ———- छत्तीसगढ़
[32] जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान ———— पश्चिम बंगाल
[33] जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान ———— उत्तराखंड
[34] कलेसर नेशनल पार्क ——— हरियाणा
[35] कान्हा राष्ट्रीय उद्यान———- मध्य प्रदेश
[36] कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान ———— छत्तीसगढ़
[37] कासू ब्रह्मानंद रेड्डी तेलंगाना राष्ट्रीय उद्यान ————
[38] काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान ——— असम
[39] केइबुल लामजाओ नेशनल पार्क ——— मणिपुर
[40] केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान ——— राजस्थान
[41] Khangchendzonga राष्ट्रीय उद्यान ———- सिक्किम
[42] किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान ————- जम्मू और कश्मीर
[43] कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान ——— कर्नाटक
[44] माधव राष्ट्रीय उद्यान ——— मध्य प्रदेश
[45] महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क ———- अंडमान और निकोबार द्वीप
[46] महावीर हरिण वनस्थली राष्ट्रीय उद्यान तेलंगाना ———-
[47] मानस राष्ट्रीय उद्यान ——— असम
[48] जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान ————मध्य प्रदेश
[49] मरीन नेशनल पार्क, कच्छ की खाड़ी ———- गुजरात
[50] मथिकेत्तन शोला राष्ट्रीय उद्यान———- केरल

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