Kangra, Lambagaon, Jaisinghpur ki awaj
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सालों से इस बोर्ड पर लोअर लम्बागाँव की जनसंख्या :1159 प्राणी।
स्थानीय लोगों के अनुसार काफ़ी सालों से सिर्फ़ कलर होता है, जनसंख्या नहीं बदली🤪
जय माता दी❤️
माता सिमसा मंदिर हिमाचल के मंडी जिले के सिमस गांव में है। मंदिर की दूरी बैजनाथ से 25 किलोमीटर और जोगिंदर नगर से लगभग 50 किलोमीटर है। ये एक अनोखा मंदिर है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में साक्षात विराजमान है मां सिमसा, जो महिलाओं को सूनी गोद भरने का वर देती हैं।
बैजनाथ मंदिर बैजनाथ में स्थित नागर शैली में बना हिंदू मंदिर है। इसे 1204 ईस्वी में अहुका और मन्युका नामक दो स्थानीय व्यापारियों ने बनवाया था।
यह वैद्यनाथ (चिकित्सकों के प्रभु) के रूप में भगवान शिव को समर्पित है।
शिलालेखों के अनुसार वर्तमान बैजनाथ मंदिर के निर्माण से पूर्व इसी स्थान पर भगवान शिव के पुराने मंदिर का अस्तित्व था। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग है। बाहरी दीवारों पर अनेकों चित्रों की नक्काशी हुई है।
लंबागांव के अंतर्गत ब्यास नदी के किनारे स्थित प्राचीन कुंजेश्वर मंदिर।।
कुज्ज्वा (51) स्थान से जाना जाता है भगवान शिव का कुंज्जेश्वर महादेव मंदिर।
आज से 500 साल पहले मंदिर के दोनों तरफ नदी बहती थी और बीच में एक पहाड़ी टापू था, जहा पर अब मंदिर स्थित है।
कौन कौन जानता है महादेव के इस मंदिर की महिमा???
यह है लम्बागाँव का महल जिसको सब (रानी के महल) से जानते है।
अब महल के पास मैरिज पैलेस भी खुला है।
बचपन से कई लोगों का सपना है अन्दर से महल देखने का
कौन कौन महल के अन्दर जाकर महल देखना चाहता है ?????
इस तरह का दिखता था पालमपुर का बाज़ार 1963 में।
लोअर लंबागांव स्थित 94 वर्ष पुराना सुन्दर स्कूल ! जिसमें कई लोगों की यादें जुड़ी है।