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Near Of Emmanual School, Gouri Road
Bharauli Road Mankabag Bhind-M. P
Barua Nagar
Usha Colony
477001
477001
B. T. i Road Vikrampura
Bheem Nagar
Byepass Road
Tapovan Colony
B.T.I Road Vikrampura Bhind (M.P)
Ater Road
Office of The Principal Government College Mau Bhind
Bhind ,India
9179604522
Admission open
A family is there for each other- Always!
Combinedstudy in a group is a
meeting with friends .
where all aspectsofthe
world arediscussed .
exceptstudies..
Agreefriends... ??
admin--kapil
Santa travelling by train to Mumbai and was
tearing bits out of a newspaper, rolling them into
small balls and then chucking them out of the
window.
Perplexed co-passenger: Why are you doing this?
Santa: To keep away the elephants.
Co-passenger: But there aren't any elephant
around!
Santa: I know. Very effective, isn't it!
Boy: Kl raat tum mere sapne me ayi thi
Girl: Sach me?
Boy: Ha!! Sach me
Girl: Hum dono kya kr rhe the?
Boy: Me dairy milk kha rha tha or tum mujhe
bikharin ki tarah dekh rhi thi or bol rhi thi
ki,chocolate nhi to chatne ke liye r***r hi de
dena.
लोग औरत को फकत एक जिस्म समझ लेते
हैं रूह भी होती है उसमें, ये कहाँ सोचते है ...
Happy International Women’s day.
admin pankaj
अपने घर की इज्ज़त सब को प्यारी लगती है
गैरों की बहन
बेटी क्यों अबला नारी लगती है,
दुसरो की बहन बेटी को छेड़ने में
बड़ा मजा आता है
खुद की बहन बेटी को कोई देखे
तो मिर्ची क्यों लगती है,
इज्ज़त हर घर की एक जैसी ही होती है
बहन बेटी सब
की बड़ी प्यारी सी होती है____
admin pankaj
एक दिन वह व्यक्ति टहलने गया हुआ
था कि अचानक जोरदार बारिश शरू हो गयी।
उसने एक पेड़ के नीचे शरण ली। पेड़ के नीचे उसने एक
सुअर और गाय को खड़ा पाया। सुअर और गाय के
मध्य बातचीत चल रही थी। वह व्यक्ति चुपचाप
उनकी बातें सुनने लगा।
सुअर, गाय से बोला - "ऐसा क्यों है
कि सभी लोग तुमसे प्रेम करते हैं और मुझसे नफरत?
जब मैं मरूंगा तो मेरे बाल, चमड़ी और मांस
लोगों के काम में आयेंगे। मेरी तीन-चार चीजें
काम की हैं जबकि तुम सिर्फ एक चीज
ही देती हो - दूध। तब भी सब लोग हर वक्त
तुम्हारी ही सराहना करते रहते हैं, मेरी नहीं।"
गाय ने उत्तर दिया - "तो सुनो, मैं
लोगों को जिंदा रहते दूध देती हूं। इस कारण
सभी लोग मुझे उदार समझते हैं। और तुम सिर्फ मरने
के बाद ही काम आते हो। लोग भविष्य में
नहीं वर्तमान में यकीन रखते हैं। सीधी सी बात
है, यदि तुम जिंदा रहने के दौरान ही लोग के
काम आओ तो लोग तुम्हारी भी तारीफ करेंगे।
संता एक डॉक्टर के पास गया और उस से पूछा;
संता: डॉक्टर साहब, घर जाकर चेक करने
की क्या फीस है?
डॉक्टर ने कुछ सोचा और बोला: 300 रुपये!
संता बोला ठीक है, तो चलिए!
इतना सुनते ही डॉक्टर ने अपनी बाइक
निकाली और संता के साथ उसके घर जा पहुंचा!
वहां पहुँच कर डॉक्टर ने पूछा: मरीज किधर है?
संता: अरे मरीज वरीज कोई
नहीं है पागल, टैक्सी वाला 500 रुपये मांग
रहा था और तू 300 में ले आया
एक बार पचास लोगों का ग्रुप किसी सेमीनार में
हिस्सा ले रहा था। सेमीनार शुरू हुए अभी कुछ
ही मिनट बीते थे कि स्पीकर अचानक ही रुका और
सभी पार्टिसिपेंट्स को गुब्बारे देते हुए बोला , ”आप
सभी को गुब्बारे पर इस मार्कर से अपना नाम
लिखना है। ”
सभी ने ऐसा ही किया। अब गुब्बारों को एक दुसरे कमरे
में रख दिया गया। स्पीकर ने अब सभी को एक साथ
कमरे में जाकर पांच मिनट के अंदर अपना नाम
वाला गुब्बारा ढूंढने के लिए कहा।
सारे पार्टिसिपेंट्स तेजी से रूम में घुसे और
पागलों की तरह अपना नाम वाला गुब्बारा ढूंढने लगे।
पर इस अफरा-तफरी में किसी को भी अपने नाम
वाला गुब्बारा नहीं मिल पा रहा था…
पांच मिनट बाद सभी को बाहर बुला लिया गया।
स्पीकर बोला , ” अरे! क्या हुआ , आप
सभी खाली हाथ क्यों हैं ? क्या किसी को अपने
नाम वाला गुब्बारा नहीं मिला ?”
” नहीं ! हमने बहुत ढूंढा पर हमेशा किसी और के नाम
का ही गुब्बारा हाथ आया…”, एक पार्टिसिपेंट कुछ
मायूस होते हुए बोला। “कोई बात नहीं , आप लोग एक
बार फिर कमरे में जाइये , पर इस बार जिसे
जो भी गुब्बारा मिले उसे अपने हाथ में ले और उस
व्यक्ति का नाम पुकारे जिसका नाम उसपर
लिखा हुआ है। “,
स्पीकर ने निर्दश दिया।
एक बार फिर सभी पार्टिसिपेंट्स कमरे में गए, पर इस
बार सब शांत थे , और कमरे में किसी तरह की अफरा-
तफरी नहीं मची हुई थी। सभी ने एक दुसरे को उनके नाम
के गुब्बारे दिए और तीन मिनट में ही बाहर निकले आये।
स्पीकर ने गम्भीर होते हुए कहा , ” बिलकुल यही चीज
हमारे जीवन में भी हो रही है। हर कोई अपने लिए
ही जी रहा है , उसे इससे कोई मतलब नहीं कि वह किस
तरह औरों की मदद कर सकता है , वह तो बस
पागलों की तरह अपनी ही खुशियां ढूंढ रहा है , पर
बहुत ढूंढने के बाद भी उसे कुछ नहीं मिलता ,
दोस्तों हमारी ख़ुशी दूसरों की ख़ुशी में छिपी हुई है।
जब तुम औरों को उनकी खुशियां देना सीख
जाओगे तो अपने आप ही तुम्हे तुम्हारी खुशियां मिल
जाएँगी।और यही मानव-जीवन का उद्देश्य है।”
••••••••••••••••••••••
True Lines..!!
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Jo insaan har waqt
sabki khushi chahta hai,
Sab ke bare main
acha sochta hai,
Sab ki care karta hai..
Wo insaan,
Zindagi main hamesha
akela rah jata hai... ;-(
गर्भपात करवाना गलत माना गया है,
कृपया इस लेख को अवश्य पढ़े और
अगर इसे पढ़ कर आपके
दिलकी धड़कने बढ़ जाये तो शेयर
अवश्य करे |
गर्भस्थ बच्ची की हत्या का आँखोँ देखा वि
अमेरिका मेँ सन 1984 मेँ एक
सम्मेलन हुआ था
'नेशनल राइट्स टू लाईफ कन्वैन्शन' ।
इस सम्मेलन के एक प्रतिनिधि ने
डॉ॰ बर्नार्ड नेथेनसन के द्वारा गर्भपात
की बनायी गयी एक
अल्ट्रासाउण्ड फिल्म 'साइलेण्ट
स्क्रीम' (गूँगी चीख)
का जो विवरण दिया था, वह इस
प्रकार है-
' गर्भ की वह मासूम बच्ची अभी दस सप्ताह की थी व
काफी चुस्त थी ।
हम उसे अपनी माँ की कोख मेँ खेलते,
करवट बदलते वअंगूठा चूसते हुए देख
रहे थे ।
उसके दिल की धड़कनोँ को भी हम
देख पा रहे थे और वह उस समय 120 की साधारण गति से
धड़क रहा था ।
सब कुछ बिलकुल सामान्य था;
किँतु जैसे ही पहले औजार (सक्सन
पम्प) ने गर्भाशय की दीवार
को छुआ, वह मासूम बच्ची डर से
एकदम घूमकर सिकुड़ गयी और उसके दिल की धड़कन
काफी बढ़
गयी ।
हलाँकिअभी तक किसी औजार ने
बच्ची को छुआ तकभी नहीँ था,
लेकिन उसे अनुभव
हो गया था कि कोई चीज उसके आरामगाह, उसके
सुरक्षित क्षेत्र
पर हमला करने का प्रयत्न कर रही है
।
हम दहशत से भरे यह देख रहे थे
कि किस तरह वह औजार उस
नन्हीँ- मुन्नी मासुम गुड़िया- सी बच्ची के टुकड़े-टुकड़े
कर रहा था ।
पहले कमर, फिर पैर आदि के टुकड़े
ऐसे काटे जा रहे थे जैसे वह जीवित
प्राणी न होकर कोई गाजर-
मूली हो और वह बच्ची दर्द से
छटपटाती हुई, सिकुड़कर घूम-घूमकर तड़पती हुई इस हत्यारे
औजार से
बचने का प्रयत्न कर रही थी ।
वह इस बुरी तरह डर
गयी थी कि एक समय उसके दिल
की धड़कन200 तक पहुँच गयी ! मैँने
स्वयं अपनी आँखोँ से उसको अपना सिर पीछे झटकते व
मुँह खोलकर चीखने का प्रयत्न करते
हुए देखा, जिसे डॉ॰ नेथेनसन ने
उचित ही 'गूँगी चीख' या 'मूक
पुकार' कहा है ।
अंत मेँ हमने वह नृशंस ववीभत्स दृश्य भी देखा, जब
सँडसी उसकी खोपड़ी को तोड़ने के
लिए तलाश रही थी और फिर
दबाकर उस कठोर खोपड़ी को तोड़
रही थी; क्योँकि सिर का वह भाग
बगैर तोड़े सक्शन ट्यूब के माध्यम से बाहर
नहीँ निकाला जा सकता था ।'
हत्या के इस वीभत्स
खेलको सम्पन्न करने मेँ करीब
पन्द्रह मिनट का समय लगा और
इसके दर्दनाक दृश्य का अनुमान इससे
अधिक और कैसे लगाया जा सकता है कि जिस डॉक्टर ने
यह गर्भपात
किया था और जिसने मात्र
कौतूहलवश इसकी फिल्म
बनवा ली थी, उसने जब स्वयं इस
फिल्म को देखा तो वह
अपना क्लीनिक छोड़कर चला गया और फिर वापस
नहीँ आया ! —
Boy: Mere liye kia ker sakti ho?
Girl Friend: Main Duniya bhula
dongi teri chahat main.
Boy:
Duniya rehne de facebook chor ke dikh.
Cute answer when a girl asked her Ex..
Girl - do u still love me??
Boy - pyar ka to pta nahi,
lekin mere dost aaj bhi mujhe teri kasam dete
hain..!!
1. DOG सड़क पे
उल्टा पड़ा था तो पादरी उसकी पूजा करने
लगे....
क्योँ??
क्योकि DOG उल्टा GOD होता हैँ...
2. मरे हुए व्यक्ति के मुँह मेँ
क्या डालना चाहिए??
बिड़ला सीमेन्ट....
''क्योकि इस सीमेन्ट मेँ जान है...,''
3. 13 का घनमूल क्या है??
सुरूर,
''क्योकि 13...13...13...=सुरूर...''
4. जो लड़की कभी नही हँसती उसे
क्या कहेगेँ??
"हसी-ना"
5. जिसका दिल टूट
जाता उसका GK
कमजोर होता है??
क्योकि,
''जब दिल ही टूट गया तो GK
क्या करेगा....''
6. अगर 2 पीपल के पेड़ को रस्सी से
बाँध दिया जाये तो उस
रस्सी को क्या कहेगेँ??
नोकिया - कनेक्टिगं पीपल...
पूरा पोस्ट झेलने के लिए आपका बहुत
बहुत आभार
शायद इसे पढ़ने सेआपकी जिंदगी मे कुछ अच्छे
बदलाव आ
जाए.
खरगोश अपनी जिंदगी से परेशान हो गये, उन्हें
लगा की वो दुनिया के सबसे कमजोर जानवर है।
सारे खरगोशो ने
अपना जीवन एक साथ समाप्त करने का सोचा।
खरगोश आत्महत्या करने के लिये झुण्ड बना के
तालाब की तरफ
बढ़े।
हजारो खरगोश जैसे तालाब के किनारे पहुँचे,
हजारो मेढ़क डर कर
तालाब मेँ कूद पड़े।
खरगोशो ने मेढ़को का डर देखा और उन्हे समझ आ
गया की दुनिया मेँ उनसे भी कमजोर जीव जी रहे
है और अपने
जीवन को खो देना मूर्खता ही है।
↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓
कभी अपने ऊपर घमंड हो तो अपने से ऊपर वाले
की तरफ देखिये,
सारा घमंड चूर हो जायेगा।
और कभी अपने पे हीनता महसूस हो तो अपने से
नीचे वाले
की तरफ देखिये, आत्मविश्वास आ जायेगा।।
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