ArjunBarkhe
I am a student and teacher.
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हैप्पी होली
भूख उम्र नहीं देखती साहब 😭😭😭
दोस्तों इस उम्र में भी कोई काम करता दिखाई दे तो उनके पास रुके और उनसे बात करें अक्सर ऐसे लोगों का कोई अपना नहीं होता है और जब हम अपनापन दिखाते हैं तो यह बहुत प्रसन्न होते हैं जब भी मिलो तो इनकी खुद्दारी को नमन करना और इनसे जरूर कुछ ना कुछ लेना ऐसे लोग बस दो वक्त की रोटी के लिए मेहनत करते हैं,😭😭😭 दोस्तों भूख उम्र नहीं देखते..!
Post : परिंदा
अहमदाबाद में सागौन की लकड़ी की इमारत के सामने डिब्बे बेचते शिल्पकार।
एडविन लॉर्ड वीक्स द्वारा पेंटिंग, लगभग 1885 इसवीं
कोरोना का समय.
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Tea...
सच ही सच
यूँही बे-सबब न फिरा करो कोई शाम घर में रहा करो,
वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है उसे चुपके चुपके पढ़ा करो!
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से,
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो!
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा,
तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो!
मुझे इश्तिहार सी लगती हैं ये मोहब्बतों की कहानियाँ,
जो कहा नहीं वो सुना करो जो सुना नहीं वो कहा करो!
कभी हुस्न-ए-पर्दा-नशीं भी हो ज़रा आशिक़ाना लिबास में,
जो मैं बन सँवर के कहीं चलूँ मिरे साथ तुम भी चला करो!
नहीं बे-हिजाब वो चाँद सा कि नज़र का कोई असर न हो,
उसे इतनी गर्मी-ए-शौक़ से बड़ी देर तक न तका करो!
ये ख़िज़ाँ की ज़र्द सी शाल में जो उदास पेड़ के पास है,
ये तुम्हारे घर की बहार है उसे आँसुओं से हरा करो!
----- जनाब बशीर बद्र साहेब ❣️
#मिजाज #कहानियां #मोहब्बत #चांद #घर #क़िताब #गजल #दिल #मौसम #उर्दू #आंसू #बहार
मोहल्ले का खाली पड़ा एकमात्र प्लॉट मोहल्ले के उस बेरोजगार व्यक्ति की तरह होता है, जहां पर हर कोई अपना कचरा फेंक जाता है। लेकिन जब उसी प्लॉट पर मकान बनता है तो वह मोहल्ले का सबसे आधुनिक और शानदार मकान बनकर तैयार होता है।
ज़िन्दगी में देरी भी कई बार अच्छे के लिए होती है
बेशक हर मुश्किल के बाद आसानी है,
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