Shashank kashyap
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Fafrana Road Brhamburi Gali 3 Modinagar Ghaziabad, Modinagar
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injoy and go ahead happy Life.
thanks for connecting with us .first of all you take a long happiness Breath i hope your life become to much miserable life to joyful way my life skill and my post, thoughts i serve your like a healthy food.
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21- मई 2019 #से 17जनवरी 2020
एक संन्यासी का के पहलू ,नियम कानून जेल से भी केवी गुना ज्यादा कठिनाई भरें होते हैं।
हालांकि मैं 10 दिन जेल में भी रहा लेकिन वहां का जीवन बहुत आसान है। और मेरे लिए वहां पहुंचने पर जो लोग मुझसे मिले बात की वो शायद ही दुःखी रहे होंगे।
हालांकि मुझे जेल में 1 जोड़ी कपड़े में रहना पड़ा ,सब लोगों के घर से कपड़े,पैसे,खाने के लिए फल , सब आता था, लेकिन मेरे घर से कोई नहीं आया।
20 रोज के हिसाब से दे दो ,या फिर झाड़ू-पोछा करो ।
मेरे पास केवल चप्पल, पेंट, और शर्ट जिसके 2 बटन दीपक गर्ग ने तोड़ दिये थे👍🤗।
तो 20 रुपए तो वहां मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी।
लेकिन हमें सब किया।
क्योंकि यह सब मेरे लिए बहुत आसान नहीं बहुत सरल था।
मैं NCC के दिन याद करें तो उसमें तो जेल से भी सख्त नियम है ।
जेल ने सब से पूछा क्या करते हो तो हमने कहा सर आप हमें अभी बस ये बगीचे को साफ रखने का काम दे दो।
क्योंकि हम पहले करता थे उससे कुछ फर्क नहीं पड़ता।
तो जेलर सर ने कह दिया टिक है गिनती कटने पर अपना नाम लिखवा देना काम में।
तो एक बगीचे में काम करने वाले ने पूछा तुम बगीचे ही काम क्यो करना चाहते हो तो मैंने कहा मुझे बीड़ी सिगरेट से प्रोब्लम है तो दिन में यदि बगीचे में रहूंगा तो ताज़ा हवा तो ले पाऊंगा।
5 बजे उठ देते थे तो सबसे आगे मैं ही होता था। और संडास के बाद नमाज़ पढ़ने वालीं जगह शान आंख बंद कर बैठ जाता और सच कहूं इतनी शान्ति मुझे कहीं नहीं मिलीं थीं।
और आंख बंद करके तो हम बस कल्पना करके कहीं भी हो सकतें हैं। तो उसके बाद फिर अंदर चलों 🤪 फिर 7 बजे फिर नाश्ता नाश्ता किया और फिर अपनी जगह पर बैठ जाता 😆।
कुछ लोग तो मुझे देखकर परेशान थे कि हम परेशान हैं लेकिन यह तुम्हें परेशान कर रहा है फिर भी उन्हें लगा किसके साथ बैठना सबसे बेहतर तरीका है।
तो रात को 11,12 बजे तक उनको कहानी सुनाता तो सुनकर अपने घर के टुकड़े सब भूल जाते। मैं वहां पर केवल जेल की रोटी खाता था हालांकि सबके घर से खाना पीना और पैसे आते थे तो अपनी अच्छी खाना खाते थे और मुझे भी खिलाने की कोशिश करते थे लेकिन मैं नहीं खाता।
सबको यह चीज बहुत अजीब लगती थी लेकिन मैं ऐसा ही नहीं हूं जो चीज जीवन का हिस्सा है उसे उसी तरीके से जीना चाहिए।
तो यह तो हमारे 9 से 10 दिन तहसील के जो कि गलती से हमारे घर वालों ने बेल करवा कर बाहर निकाल दिया।
उसके बाद 1 जून को हम घर आ गए।
5 दिन 6 जून को ईद के बाद दीपक गर्ग जी ने हमें 9:45 मिनट पर दीपक गर्ग जीने कस्बा रोड पर हमें रोका और कहां कि मेरे घर के आगे आज घर आज के बाद तो दिखा तो फिर से प्रेषित जेल में डाल दूंगा कि कभी भी नहीं निकलेगा या फिर उठवा दूंगा 🤗🤗🤗।
हम लोग की बात सुनो।
हमें यह सब अपने घर पर बताया और कहां की पांच आदमी मीठा कर बात कीजिए वरना तो कल को अगर इसमें दो बार कुछ किया तो फिर क्या होता है सभी को पता है कानून तो मुझे पहले ही फंस चुका है इन लोगों के लाये गये झूठे केस में।
तुम्हारे पिताजी ने हमारे घर वाले हमें घर से निकाल दिया।
तुम भी चले गए क्या फायदा जहां सच नहीं वहां हम नहीं।
क्योंकि मेरे घर वाले ही कहने लगे थे किस को फिर से जेल में डालो जबकि मेरी कोई गलती नहीं थी।
जिसके बाद हम पहले हरिद्वार उसके बाद गोल्डन टेंपल फिर दिल्ली उसके बाद इसी तरीके से 3 महीने हमारे व्यतीत हो गये।
लेकिन इस समय में मैंने हर चीज को इतना करीब से देखा कि जो मैं कभी नहीं देख सकता था।
गणेश पूजा के बाद मोदीनगर में रात को जागरण में किसी ने मेरी खबर दे दी कि मैं यहां पर हूं तू मेरे घर वाले आकर मुझे ले गए लेकिन फिर भी मैंने उससे कहा कि यदि आप सच के साथ हैं तो ही मुझे रखें वरना मुझे छोड़ सकते हैं।
मैं 1 महीने घर पर रहा हूं।
एक महीने बाद 11 अक्टूबर को रात को 10:30 बजे आलम नाम का लड़का है जोकि कुछ परेशान था तो उसने मुझसे कुछ बातों का समाधान लिया तो जब मैं वहां से आ रहा था तो मैंने देखा दीपक गर्ग अपने घर के बाहर घूम रहे हैं तो मैंने उसे कहा कि ऐसे ऐसे मैं भी बाहर नहीं जा रहा हूं कभी यह व्यक्ति कैसे कुछ दिक्कत करें क्योंकि ऐसा काम पहले भी कर चुका है तो मैं वहां से फिर कुछ समय बाद निकला अपने घर के पीछे वाली गली के रास्ते से मैं आ रहा था तो सामने से दीपक गर्ग को देखकर मैंने अपना टोपा कोटलिया ताकि इनको मैं ना दिखाओ फिर भी उन्होंने आमने-सामने जाने के बाद पीछे मुड़कर रुक कर मुझे देखना शुरू कर दो जिसके उपरांत में वहीं पास में रहने वाली एक माताजी जिनकी 60-70 उम्र है.तो मैंने उनको इस चीज की जानकारी दी तो उन्होंने मुझे 5 मिनट अपने घर पर ही रोक लिया उसके उपरांत जब मैं घर गया तो दीपक घर मेरे घर पर पहले ही धमकी देकर आ गए थे कि आपका लड़का हमारे घर के बाहर घूम रहा है अगर यह नहीं माना तो मैं इसकी रिपोर्ट कर दूंगा या फिर पुलिस के अलावा और भी कुछ कर सकता हूं जिसकी सूचना राकेश को मिल गई थी तो राकेश शास्त्री ने इसको कहा कि अगर कोई बात है तो दिन में आओ रात में आएगी तो तुम्हारी कोई हक नहीं है।
तो 5 मिनट बाद मैं घर पर आया तो मेरे घर वालों ने मुझे बैग और कपड़े देकर रात को 11:00 बजे ही घर से बाहर निकाल दिया जिसके बाद पूरी रात में उसी अम्मा के घर में सोया जिसने मुझे 5 मिनट रोका था रात को सोया उसके बाद मेरी माता जी ने 1500 रुपए मेरे बैग में रख दिए थे। कहा कि तू कहीं भी रहे लेकिन घर में मत रहे।
तुम्हें 12 तारीख को पहले दिल्ली गया और वहां से ऋषिकेश की ट्रेन से ऋषिकेश पहुंच गया यहां पर मैं जनवरी तक रहा।
जहां मेरे लिए हर दिन एक चुनौती भरा दिन तो था लेकिन हमेशा खुश रहने वाला भी था।
क्योंकि मेरे पास अब हर आने वाला 1 मिनट मेरे लिए बेहतर बनाने के लिए काम करना था।
मां पर आश्रम था जिनको मेरा रहन-सहन अच्छा लगता था कुछ समय बिताने के बाद तो उन्होंने मुझे वहां पर रहने के लिए बोला लेकिन मैंने उनको मना कर दिया।
लेकिन हमारे पास रहने की जो जगह थी वह शायद ही कभी किसी के पास रही होगी।
इतना बड़ा घर जहां कोई नहीं रोक सकता था हर दिन मेरी जगह सोने की अलग होती थी कभी गंगा के किनारे कभी पहाड़ी के ऊपर और सबसे अच्छी बात मां पर बहुत सारी गौ माता थी।
साथ में हमारे बांसुरी भी थी जो सबसे अच्छा हमारे लिए दोस्त बन गए फिर भी वहां पर सभी देशों के लोग आते थे।
हालांकि ऋषिकेश सबसे बेस्ट जगह है अध्यात्म और लोगों के अट्रैक्शन का हालांकि वहां पर जो लोग आते थे जो कि अकेले होते थे तू अपना आखरी समय मापन सोच के आते थे कम से कम मुझसे ऐसे बहुत सारे लोग मिले जो केवल वहां पर मरने आते थे किसी को किसी चीज की प्रॉब्लम होती थी किसी को किसी चीज की।
कई बंधुओं को मैंने आधे घंटे बात करके सीधा घर की ट्रेन पकड़ वाली थी।
जो 1 महीने से व्यक्ति यह सोच रहा हूं कि मैं इस गंगा में डूब के कैसे मारूंगा तो मैंने बस उससे आधा घंटा बात करी तो वह मरने की छोड़कर अपने घर की ट्रेन पकड़ घर चला गया वह क्या बात थी वह हम कभी और बताएंगे जब मैं उसको बताइए।
सबसे अच्छी चीज वहां की गुफाएं जोकि वशिष्ट गुफा थी और नीलकंठ महादेव झिलमिल गुफा यह सारी चीजें मैंने 15-20 किलों वज़न जो हमेशा मेरे साथ रहता था तू भी जहां में जाता था उसको वहीं पर अपने साथ ले जाता था।
जिसमें शुरू के 20 25 दिन मेरे पास दिल्ली से ले गए कुछ बदाम पिस्ता वगैरह थे।
तो 15 दिन मैंने उन्हीं को खाया।
लास्ट के 2 महीने में मैं कुछ नीचे दी गई वीडियो की तरह हो गया था।
सात्विक भोजन करना समय से खाना।
हर दिन नया जीवन सा लगता था। हर पल किसी और के लिए संघर्ष हो सकता था लेकिन हमने उसे अपने विकास में लगाया।
अब जनवरी में एक हमारे शामली के मित्र थे घर की छोटी सी प्रॉब्लम से तंग होकर ऋषिकेश आ गए थे तो उनको हमने 11 तारीख को घर भेज दिया था जनवरी में कोई भी नीचे वीडियो देख रहे हैं तो एक महाराज थे वहां पर उनका फोन उन्होंने हमें दिया और कहा इसको थोड़ा सा आप चला कर देखो क्योंकि उन्होंने नया फोन लिया था उनको चलाना नहीं आता था तो मैं गलती से उनके फोन में यह वीडियो बनाकर अपने फेसबुक पर मैंने डाल दी जिसको मेरी बहन ने देख ली और उसने मुझसे पूछा कि कहां पर है तो मैंने कभी यह नहीं चाहता कि मैं चुप कर रहा हूं मैं जा रहा हूं मुक्त रहूं क्योंकि झूठ बोलना मैंने नहीं सीखा अगले दिन सुबह 10:30 बजे मैं खाना लेने जा रहा था तभी मुझे एक आवाज आई इसमें मेरा नाम ले रहा था लेकिन मैंने मुड़कर देखा सभी जगह ऐसा कुछ नहीं था तो शाम के टाइम मैं परमार्थ निकेतन आश्रम के बाहर रोजाना घूमता था शिव जी की मूर्ति के पास वहां पर तब फिर दोबारा आवाज आई ।तो मैंने कहा कि यह तो सुबह भी आवाज आई थी तो मैंने देखा कि मेरी मम्मी और मेरी मौसी सामने बैठी है।
तुम्हें सामान्य रूप से उनके पास हो गया मेरी मम्मी की तबीयत खराब थी तो मैंने उनसे कुछ नहीं कहा और उनसे बोला कि घर चल हालांकि मेरा कभी मकसद यह नहीं था कि मैं अपना पूरा जीवन नहीं देता हूं लेकिन जो चल रहा था वह मेरे लिए 1 साल को भी एक महीने में बदल देता क्योंकि जब आप खुश रहते हैं तो आपका समय कब गुजर जाता है पता ही नहीं चलता है।
क्योंकि जब तक मैं वहां आ रहा था ना मेरे पास मोबाइल था और ना ही कुछ पैसों की व्यवस्था तो हमेशा मैं बाहर ही सोता था।
नौकरी भी मिल रही थी मुझे लेकिन जब मैंने नौकरी वालों को बताया कि मेरे पास एक क्रिमिनल केस लगा है तो उन्होंने मुझे नौकरी देने से मना कर दिया था।
जो कि ₹15000 की सैलरी वाली जॉब थी जिसमें इंसेंटिव ऐसा था जो मैं शैली से डबल काम आ सकता था लेकिन उस दिन मुझे थोड़ा अफसोस हुआ फिर भी मैंने उस चीज की दिक्कत नहीं मानी।
उस दिन से लेकर अभी तक हम अपने घर हैं।
हमारा मकसद अगर यहां पर रहना है तो सच का साथ देकर रहना है यह चीज मैंने सबसे पहले अपने आपको सिखाइए उसके बाद अपने साथ रहने वाले लोगों को जो कि मेरे परिवार है और यदि हुआ तो अपने समाज को भी सिखाने की कोशिश करूंगा।
हालांकि अभी हमें कुछ कर्तव्य मिल चुका है इसका में सत्य के साथ रहकर पूर्ण रूप से कर्तव्य का पालन करना है।
धन्यवाद
शशांक कश्यप (शंकर)
(धन्यवाद बोलते हैं हम हमारी महक गर्ग जी मिक्कू)
(मेरे परिवार का जिन्होंने मुझे यह समय दिया)
क्योंकि यही वह लोग हैं जिनकी वजह से मैं अपने बेहतर सोने को पहचान पाया हूं।
Today shoot .the First Meaning of life
% .
72% water
12% earth (Meance physical meterial)
6% air
6% space
4% fire.
Every flow water like as Ganga so give respect to Water.
Save Water save Ganga.
Save water save life.
So this is basics think Which is most important in that case you see 72% of Water so if get 72% purely water in Your human machanism everything is perfect balance.
Thanks
Shashank Kashyap
सच लिखना और बोलना ही काफी नहीं उसके लिए कर्म भी करना जरूरी होता है।
जब आप अपने कर्म को सही से करने लगोगे तो आप अपने आप को एक विशेष स्तर के लोग में पाऐंगे। इस सब की रफ्तार आपकी सत्यता पर निर्भर करती है ।
जितना पक्का सच्चाई और ईमानदारी का निर्णय, निश्चय होगा उतनी ही रफ्तार सफलताओं में होंगी।
शशांक कश्यप
#अपने_पैदा_होने_का_मतलब_समझ_नहीं_आया_हो_तो_कम_से_अपने_बच्चों_को_तो_जाने_का_मैका_दो।
शास्त्रीय संगीत सीखें भारत में जोकि भविष्य का सबसे लोकप्रिय संगीत के साथ साथ बेहतर सेहत के साथ साथ ख़ुशी का सबसे बड़ा स्रोत होने वाला है।
अधिक जानकारी हेतु । निःसंदेह बात कर सकते हैं।
बच्चों के भविष्य के लिए क्यो जरूरी है।
शास्त्रीय संगीत।
इस विषय पर मैं विस्तार से लिखुगा परन्तु अभी आपको दर्शनीयता के लिए मूलभूत जरूरतों के समाधान हेतु बता रहा हूं जिससे आप ज़्यादातर लोग खुद समझ जायेंगे।
जो समझ नहीं पाते हैं वो सम्पर्क कर सकते हैं।
या मेरे दूसरे लेख का धैर्य पूर्वक इन्तजार कर सकतें हैं।
शास्त्रीय संगीत हमारे मानव तंत्र से जुड़ा है।
जोकि शास्त्रों द्वारा ऋषि-मुनियों द्वार गहन अध्ययन व परिश्रम से मानव तंत्र (तंत्र मतलब शरीर होता है) पर पड़ने वाले चिकित्सक प्रभाव। जो की मानव जाति को बेहतर और विकासशील प्रक्रिया से जोडकर जीवन में प्रत्येक कार्य को गति देता है।
मतलब आपकी कार्य प्रकृति और क्षमताओं का विकास होता है।
जो कार्य आप पूरी क्षमता से करते थे। उसे आप बहुत आसानी से कर लेते हैं। जो सामान्य मानव से कहीं अलग कार्य लगता है।
यह प्रत्येक मानव के विभिन्न-2 कार्य शैली के लिए विश्वस्तरीय नियम की तरह कार्य करता है।
शिक्षा के सभी क्षेत्र में सबसे बेहतर क्योंकि शास्त्रीय संगीत का सबसे बेहतर असर दिमागी विकास की क्षमताओं को बढ़ाने में करता है।
जो आपके समस्त पढ़ाई-लिखाई की सभी दिक्कतों को दूर कर आपको लाखों करोड़ों लोगों में से एक बना सकती है।
पढ़ाई-लिखाई ही नहीं बल्की हर क्षेत्र में।
मैं शशांक हूं हालांकि मैं अपनी पहचान एक मानव जाति की विकास पूर्ण पीढ़ी में मानता हूं। जो हमारी संस्कृति को आज मतलब भविष्य निधि योजनाओं को यथार्थ (प्रेक्टिकली) रूप में लेकर चलने को हर समय बताती है ।
अपने मानव होने व पैदा होने के बाद , मरने से पहले सीखना जानने-समझने के साथ जरुरी कार्य में खुशी-2 लगा सके।
अधिक जानकारी हेतु।
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#निर्वाण_षडकम
#श्री_आदि_शंकराचार्य_द्वारा_विरचित
1-
मनो-बुद्धि-अहंकार चित्तादि नाहं ,
न च श्रोत्र-जिह्वे न च घ्राण-नेत्रे ।
न च व्योम-भूमी न तेजो न वायु ,
चिदानंद-रूपं शिवो-हं शिवो-हं ॥ १॥
हिन्दी अनुवाद-
मैं मन, बुद्धि, न चित्त अहंता, न मैं धरनि न व्योम अनंता.
मैं जिव्हा ना, श्रोत, न वयना, न ही नासिका ना मैं नयना .
मैं ना अनिल, न अनल सरूपा, मैं तो ब्रह्म रूप, तदरूपा .
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा ॥१॥
2-
न च प्राण-संज्ञो न वै पञ्च-वायु:,
न वा सप्त-धातुर्न वा पञ्च-कोष: ।
न वाक्-पाणी-पादौ न चोपस्थ पायु:
चिदानंद-रूपं शिवो-हं शिवो-हं ॥ २ ॥
हिन्दी अनुवाद:-
न गतिशील, न प्राण आधारा, न मैं वायु पांच प्रकारा.
सप्त धातु , पद, पाणि न संगा, अन्तरंग न ही पाँचों अंगा.
पंचकोष ना , वाणी रूपा, मैं तो ब्रह्म रूप, तदरूपा
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा ॥२॥
3-
न मे द्वेष-रागौ न मे लोभ-मोहौ,
मदे नैव मे नैव मात्सर्य-भाव: .
न धर्मो न चार्थो न कामो न मोक्ष:
चिदानंद-रूपं शिवो-हं शिवो-हं .. ॥ ३ ॥
हिन्दी अनुवाद:-
ना मैं राग, न द्वेष, न नेहा, ना मैं लोभ, मोह, मन मोहा.
मद-मत्सर ना अहम् विकारा, ना मैं, ना मेरो ममकारा
काम, धर्म, धन मोक्ष न रूपा, मैं तो ब्रह्म रूप तदरूपा,
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा ॥३॥
4-
न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खं ,
न मंत्रो न तीर्थं न वेदा न यज्ञा: ।
अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता,
चिदानंद-रूपं शिवो-हं शिवो-हं ॥ ४ ॥
हिन्दी अनुवाद:-
ना मैं पुण्य न पाप न कोई, ना मैं सुख-दुःख जड़ता जोई.
ना मैं तीर्थ, मन्त्र, श्रुति, यज्ञाः, ब्रह्म लीन मैं ब्रह्म की प्रज्ञा.
भोक्ता, भोजन, भोज्य न रूपा, मैं तो ब्रह्म रूप तदरूपा.
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा,, मैं शिव रूपा ॥४॥
5-
न मे मृत्यु न मे जातिभेद:,
पिता नैव मे नैव माता न जन्मो ।
न बन्धुर्न मित्र: गुरुर्नैव शिष्य:
चिदानंद-रूपं शिवो-हं शिवो-हं ॥ ५॥
हिन्दी अनुवाद:-
ना मैं मरण भीत भय भीता, ना मैं जनम लेत ना जीता.
मैं पितु, मातु, गुरु, ना मीता. ना मैं जाति-भेद कहूँ कीता.
ना मैं मित्र बन्धु अपि रूपा, मैं तो ब्रह्म रूप तदरूपा.
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा ॥५॥
6-
अहं निर्विकल्पो निराकार रूपो,
विभुत्त्वाच्च सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणां ।
सदा मे समत्त्वं न मुक्तिर्न बंध:
चिदानंद रूपं शिवो-हं शिवो-हं ..॥ ६॥
हिन्दी अनुवाद:-
निर्विकल्प आकार विहीना, मुक्ति, बंध- बंधन सों हीना.
मैं तो परमब्रह्म अविनाशी, परे, परात्पर परम प्रकाशी.
व्यापक विभु मैं ब्रह्म अरूपा, मैं तो ब्रह्म रूप तदरूपा.
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा ॥६॥
शिवोऽहम् हर-हर महादेव ।
जय शिव शंकर।
विश्वास की तीन महत्वपूर्ण भूमिका।
My composition .
Flute instrument music.
Powe by:- Shashank (shanu)
's
Find out you nature which is comes from your innerside not from another human behaviour which is you don't know is right or wrong for your persent or future development.
If you really want to enter your Real happiness come and learn.
Updated & morder Aadhyatm , lifetime happiness.
Shashank kashyap (shanu)
Mob-8279748929
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कृपया दान जरूर करें।
*सेवा में,
श्री मान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय,
जनपद- गाजियाबाद।
विष्य:- बदमाशों द्वारा जबरन अपहरण, माता-पिता की पीटाई, गाली गलोज, झूठें केश में पहले फंसा चुका है फिर प्रयास जारी हैं और बदमाशों की अपहरण करें का दोबारा निति।
महोदय,
निवेदन यह है कि प्रार्थी शशांक (शंकर) पुत्र श्री चुन्नीलाल कश्यप पता:- पटवारी वाला मोहल्ला बेगमाबाद बुलाना मोदीनगर,थाना- मोदीनगर,गा.बाद ने पुलिस को इन बदमाशों की सूचना और FIR क्या दी गयी थी।
15-07-2020 12:30 के करीब में मोदीनगर थाने में सूचना देकर आया हूं जिसकी संज्ञा देकर मुझे बताया गया शाम को कारवाही होगी।
लेकिन हमें हमारे गुरु और हमारे उत्तर प्रदेश के आदरनिय योगी आदित्यनाथ जी के गाजियाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व उच्च आयोग से निवेदन है
राकेश शास्त्री जो BJP भारतीय जनता पार्टी की छवी आपने सभासद पद व पुलिस विभाग में थाना भोजपुर में होमगार्ड पद पर पुलिस सहकर्मी भी है
जिसने दिनांक 16-07-2020 को मेरे FIR जो जिसमें मैंने पूरी वारदात की सुचना व रिपोर्ट 15-07-2020 में दोपहर लगभग 12:30 पर दी।
जिसका सबूत थाने में लगे CCTV विडियो फोटेज में आपको मेरी सुचना व सबूत मिलेगा।
सभी गाजियाबाद के IPC अधिकारियों को मैंने आधिकारिक ईमेल पर सम्पूर्ण सूचना दिनांक 15 वह 16-07-2020 शाम में भी वो आज भी की है।
लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।
अपराधी गण अभी भी अपराध करने व अगवाह करने की फिराक में गली के बाहर चक्कर काट कर है।
प्रार्थी का निवेदन है।
मेरे सह परिवार को
राकेश वर्मा ( राकेश शास्त्री) बदमाश (BJP)सभासद ,
राजेश वर्मा (सट्टे बाज) सभासद का भाई ,
कपिल भट्ट (जिसके पहले भी फायरिंग के केस दर्ज है)
ओमबीर s/o आत्माराम ( दारु बाज , सट्टे बाज, दारू तस्कर)
राजेन्द्र (पर्वसभासद, कमांड ओफिसर को अभद्र भाषा व माता को धमकीं)
मैं शशांक NCC कै.सं.- UPSD/11/188319 का पर्व कैडेट हूं।
प्रमाणपत्र -बी 2011
प्रमाणपत्र -सी 2013
हमें एकता और अनुशासन सीखाया गया है।
और आत्म रक्षा से लेकर देश की रक्षा के लिए तक पर खड़े हैं।
यदि पुलिस द्वारा कोई उचित दंड संहिता के तहद कारवाही नहीं हो पाते। तब
मैं और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य पर दबंग गुंडों की थोड़ी भी हरकत हुई तो ।
मुझे पूर्ण अधिकार है। मैं आत्म रक्षा कर किसी भी अपराधिक दंड संहिता का दोषी नहीं पाया जाउंगा।
मैं यह सूचना सोशल मिडिया के साथ साथ सभी गाजियाबाद के सभी आई.पी.सी अधिकारी महोदय को आधिकारिक ईमेल पर भेज दूंगा।
अतः श्रीमान जी से प्रार्थना है कि प्रार्थी के परिवार की सुरक्षा एवं इन लोगों के लाभ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश पारित करने की कृपा करें।
प्रार्थी
शशांक (शंकर) पुत्र श्री चुन्नीलाल कश्यप
निवासी- पटवारी वाला महौल्ला,
बेगमाबाद बुदाना, मोदीनगर, थाना-मोदीनगर,
ज़िला- गाजियाबाद,उत्तर प्रदेश ,
भारत ,201204
activities avidance YouTube video link*
*You can also click below here..*.
*part-1-* https://youtu.be/9Dihl_rjCQE
*Part 2-* https://youtu.be/wwdyvzTHENE
*Police_Fir_Copy_link-* https://documentcloud.adobe.com/link/track?uri=urn:aaid:scds:US:784ff639-2059-4685-a7e2-bc808583d0f0
*Other avidance like audio*
*Message Shashankkuku on WhatsApp.* https://wa.me/918279748929
मेरे पिता जी को बहुजन समाज पार्टी में 2013 में सभासद पद चुनाव #बहुजन_समाज_पार्टी की वोट बैंक की खबर सुनाकर डरा रहा है।
2013 मे मोदीनगर के (CO) कमांड ओफिसर को अभद्र टिप्पणी (साला) संबोधन करते हुवे।वोल रहा है ये पुलिस कर्मी हमारे आगे पीछे झुमते है।
इस व्यक्ति की खोज की जाये। इस ने घर में घुसकर दबंग पन से अंजाम भुगतने और अपहरण जैसी वारदात की घमकी और कौशिश की।
जिसमें दरबाजे तोड़ने का भी पूर्ण प्रयास किया।
Crime video 3
#विषय:-
उत्तर प्रदेश के मोदीनगर गांव बेगमाबाद में।
करोना वायरस त्रासदी के चलते दबंग बी.डी.सी मेम्बर होते हुवे भी, #होमगार्ड में भी कार्यरत जिसमें की वर्दी की आड़ में लोगों को झूठे केस व मुकबरी करने वालें राकेश वर्मा उर्फ राकेश शास्त्री जिसने गाय बांधने की जगह को दारू पीलाने वह सट्टा पूरे लोकडाउन चलाया जिसमें उसका बड़ा भाई एक गुंडा जो अपने छोटे भाई की पहुंच और ओहदे का पूर्ण फायदा उठाता है।
जिसकी कारवाही के लिए एफ.आई.आर दिनांक 15-07-2020 सुबह दोपहर 12:30 के अंतराल में दे चुका हूं जिसकी कारवाही हमें जल्द होने का कानून से पूर्ण आशा है।
#अपराधो_की_सूची
ा ,
#जबरन विडियो फिलिप करने का प्रयास,
#जबरन घर में घुसकर माता-पिता, से गंदी गालियां और माता पर मारपीट।
#माता-पिता को पुत्र (प्रार्थी)को जबरन उठाने की घमकी के साथ पूर्ण प्रयास।
#घर हमला कर दरवाज़ें तोड़े।
#गाय चोरी करने के फर्जी केस में फसा जेल करवाई।
#मोदीनगर थाने में सहयोग पुलिस कर्मी से जमानत पर जाते समय अपराधी रूप में हथकड़ी की जबरदस्ती पुलिस कर्मी ने फोटो लेकर सोशल मीडिया पर लगवाई। जिसमें आती जाती महिलाओं व लड़कियों को छेड़खानी ,का गलत विडियो व सूचना मेरठ की पब्लिक एप पर डलवाई, जिसको बीस हजार लोगों से अधिक लोगों ने देखा।
(न्यूज़ रिपोर्टर- आकाश चौधरी रिपोर्टर।)
#बाकी_की_जानकारी_नीचे_विस्तारपूर्वक_दी_गयी
लेकिन अपने अपराध की विडियो मुझसे मेरी जमानत पर आने पर डिलिड लगवाई।
धन्यवाद
प्रार्थी
शशांक पुत्र चुन्नी लाल
पता-पटवारी वाला महौल्ला, बेगमाबाद बुदाना,
मोदीनगर, जिला-गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश।
#सबूत_की_विडियो।
#विडियो_की_YouTube_link.
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1-https://youtu.be/9Dihl_rjCQE
2-https://youtu.be/wwdyvzTHENE
🙏 #क्या_आप_अनुमान_लगा_सकते_हैं_कि_यह_महिला_जो_जमीन_पर_बैठी_हजारों_लाठी_लिए_लोगों_के_सामने_हाथ_जोड़कर_भीख़ #माँग_रही_है_यह_कौन_है ?
यह महिला जिला मिदनापुर की एडिशनल डीएफओ पुरबी महतो हैं और जिन्होंने कर्त्तव्य पालन के लिए आदिवासियों के सामने हाथ जोड़कर बैठ गयी। मिदनापुर जिले के लालगंज आदिवासी क्षेत्र में एक परम्परा है जिसमें हाथों में डण्डे-लाठी खुखरी , नुकीले हथियार लिए हजारों आदिवासी शिकार के लिए जंगल में जाते हैं और हज़ारों बेगुनाह मार दिए जाते हैं , इस बार भी नियत दिन हजारों आदिवासियों को महा शिकार के लिए निकलना था लेकिन वन विभाग की पूरबी ने तय कर लिया था वह इसे रोकेंगी , उन्होंने पूरे प्रयास किये , महीनों पहले से जागरूकता अभियान चलाये , कानून का भय भी दिखाया लेकिन अंत दिन कुछ भी काम न आया , पांच हजार से अधिक आदिवासी हथियार लेकर जंगल की ओर बढे जा रहे थे , पूरबी महतो ने माहौल भांपते हुए जनजाति के बुजुर्गों से एक भावनात्मक अपील की , वह जमीन पर हाथ जोड़कर बैठ गयीं , और बहुत मार्मिक अपील की , उन्होंने कहा कि अपने हथियार उठाओ और मुझे भी मार दो , लेकिन जब तक मेरी सांस है , मैं आपको आगे नहीं जाने दूँगी
पूरबी महतो की यह भावनात्मक अपील काम कर गई , और बुजुर्गों के निर्णय पर सभी आदिवासी वापस लौट गए , दिल्ली से दूर इस नायिका को बहुत पहचान नहीं मिली , 29 मार्च के टेलीग्राफ अखवार में मुझे यह छोटी सी खबर दिखी तो मुझे लगा कि पूरबी महतो का यह कार्य एक महानायिका का कार्य है , आईये हम सब मिलकर उनको सलाम भेजें और इतना भेजें की उन तक पहुँच जाये
इस महानायिका पूरबी महतो को मेरा प्रणाम🙏🙇
िवाने_आपके_है_गुरु।
वीर भगत सिंह हमारे देश से राक्षस इन्सान को जिसमे सबसे गद्दार लोग भारतीय ही थे। जो अंग्रेजों के बढ़ते अपराध को हम भारतीयों पर अंग्रेजी सरकार के कहने पर करते थे।
#अंग्रेजो_ने_भारत_के_युवाओं_से_ही_देश_को_गुलाम_कैसे_बनाया?
मुग़ल साम्राज्य के बाद अंग्रेजों ने देखा मुग़ल इन भारतियों को इतने अत्याचार करने के बाद भी इनकी संस्कृति को नहीं खत्म कर पाये।
क्योंकि भारत की एकता-अखंडता भारत की संस्कृति ही है। जिसको कथाकारों, लेखाकारों ने हमारी संस्कृति में चरित्रहीन भेदभाव डालकर खराब कर दिया। जिसमे सबसे बेहतर काम अंग्रेजों ने किया।
शिक्षा व्यवस्था, को उन्होंने अहम कारण माना यदि भारत की शिक्षा व्यवस्था हमारे हाथ में आ जाये तो भारत को हमेशा गुलामी बना सकतें हैं।
और सही सब उन्होंने किया जो आज आजाद होने कीजो बात करते हैं हम वो बस वहम है हर युवा पीढ़ी का जिसस सपने को वो सोच रहे होते हैं।
वो उनका है ही नहीं बल्कि गुलाम बनाने की व्यवस्थित व्यवस्था है।
जिसको आज के युवा को सोचना तो दूर की बात है इस सब को पढ़ने के बाद भी 1% बदलाव नहीं ला सकते।
इस सब के लिए कभी और लिखुगा लेकिन आज हम 1% हमारे अमर शहीद वीर भगत सिंह के दृढ़ निश्चय और आत्मविश्वास के साथ भारत को आजादी करने की एक आग लगा उसको बताते हैं।
युवाओं में अमर शहीद भगत सिंह की शिक्षा बेशक गुलाम बनाने की शिक्षा व्यवस्था में हुई लेकिन हमारी संस्कृति ने और भारत में हर एक भारत का युवा दुनिया पर राज करने की क्षमता रखता है।
लेकिन हमारे अमर शहीद भगत सिंह ने सबसे अहम काम भारत को आजाद करने के लिए जेल जाकर जो खबर भारत के पड़ोसी देशों को जो शायद मित्र देश थे। उनको पता भी चलता था। चुकि भारत की संस्कृति से बहुत से देश भारत की संस्कृति को अपनाकर विकसित हो पाये है।
जिससे वह मित्र देश इंसानियत से भी ज्यादा भाई और परिवार जैसी भावना रखते हैं । भारत इसी वजह से विश्व गुरु बना रहा है और हमेशा रहेंगा।
यही कारण था अमर शहीद भगत सिंह ने एक मात्र जेल जाने का रास्ता पड़ा और भारत में हो रहे अत्याचार जिसमें खुद भारत के गद्दार युवाओं से भी समर्थन बहुत ख़तरनाक था।
अमर शहीद वीर भगत सिंह ने ही भारत के मित्र देशो को खबर भेजी जिसको पहुंचे में वो अमर हो गये।
इनके ये 22-23 साल के युवक थे। लेकिन इनकी पहली को सबसे बेहतर तरीके से अमर शहीद सुभाष चन्द्र बोस ने इंडियन सिविल सर्विस को लात मारकर अंग्रेजों की निति से आजाद हिंद फौज का गठन किया।
इस सब के सबुत आपको लालकिले में बनी म्यूजियम में देख में मुझे बहुत खुशी और गर्व महसूस हुआ।
मैं कसम आपने देश के प्रति और संस्कृति को फिर से लाने में अपने जीवन का हर समय व्यक्ति करना है।
जिसमें योग शिक्षक और विद्या मेरे काम से बेहतर सफाई दे रहा है।
और बाद में लिखुगा।
कुछ महत्वपूर्ण काम पर जाना है।
शशांक कश्यप
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#एतिहास_अकेले_रचना_पढ़ता_है।
कठिन से कठिन परिस्थितियां जीवन को बनाने का अवसर देती है।
हमें सत्य के मार्ग पर चलते रहना है। फिर चाहे कितनी भी कठिनाईयां, विकट मार्ग हो ,या चाहे मृत्यु ही क्यों ना आ जाते लेकिन हमें फिर से उठ खड़ा होना है।
पूरा विडियो देखें।
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Spacially to someone and all.
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#स्त्री_प्रकृति_को_सम्मान_और_सही_दिशा_देना_क्यो_जरूरी_है?
#स्त्री_प्रकृति_करता_है_इस_प्रथ्वी_पर?
स्त्री प्रकृति से मतलब इंसानी महिलाओं से ही नहीं बल्की इस प्रथ्वी की मोजूदगी भी है।
जिस प्रकार हमारी भूमी हमें पेड़- पौधे देती है जो हम सांस, छांव,फल , फूल,दवा सब देते हैं।
इसका मतलब यह है कि जो आपको हर प्रकार से कुछ ना कुछ दे रही है। जो आपको जीवन दे रही ।
इसी प्रकार महिला (स्त्री प्रकृति) को हम देखें तो।
जो भी भाई या बहन इसे पढ़ रहे हैं।
वो यह जरूर ध्यान दें।
एक #बेटी को भी मां ( महिला) पैदा करती है और एक #बेटे को भी।
एक घर को भी मां ख़ान जो पूरे परिवार को खाना देती है जो उनके स्वास्थ्य को बेहतर रख सकती है या ख़राब।
एक महिला (स्त्री प्रकृति) इंसानी परीवेश को सच्चाई के साथ चलकर सही करने की हिम्मत रखती है।
यदि स्त्री प्रकृति चाहे हमारी भूमी माता हो या जन्म देने वाली मां हो बहन हो , पत्नी हो उनको सही दिशा में चलना उनके खुद के फैसे जो पूर्ण रूप से उचित व सही हो।
तो हम इस समाज से लेकर प्रदेश से देश व सभी देशों का विकास सम्भव कर पायेंगे।
धन्यवाद।
शशांक कश्यप
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#इन्साफ_सत्य_का_है_और_रहेगा।
#दंड_असत्य_का_है_और_रहेगा।
चलना है हमें उस कदम पर जहां अपराध की पहचान झूठ, धोखा, जालसाजी, रिश्वतखोरी , भ्रष्टाचारियो की पहचान कर दंड देना। जो हमारी जन्मभूमि के सत्य से लेकर इस संसार के जीवन के लिए ईश्वर की कृपा निधान है।
हर हर महादेव।
प्रभु बोले नाथ की कृपा उनकी शिक्षा और विद्या के जरिए हमारे विकास क्रम से जुड़ी रहे।
शशांक कश्यप
Incredible Bharat 💞❤️💞
यदि कोई मोदीनगर और मेरठ के आसपास रहता है तो कृपया कर उन महिलाओं को शेयर करें जिन्हें सीलाई आती है।
ताकि 13 जुलाई से काम शुरू कर सकें जिसकी जानकारी मैंने ऊपर दी है।
अधिक जानकारी हेतु सम्पर्क करें
शशांक कश्यप
8279748929
क्या यह अन्याय नहीं हो रहा।
सभी की आंखें फुट गहरी है क्या ।
😡😡😡😡😡😡
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और जानकारी।
शारीरिक रूप से नपुंसक हो ना समाज की बुराई नहीं है
मानसिक रूप से नपुंसक होना समाज को ही नहीं दुनिया को बर्बाद कर देगी।
हरे भाई सभी को अवसर मिला है अपने आसपास की गंदगी खत्म करने का शाय़द पुलिस काम करने लगी है।
आसपास के सभी गलत लोगों को समझा दो ।
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शारीरिक रूप से नपुंसक हो ना समाज की बुराई नहीं है
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Contact- shashank kashyap
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जल्दी संपर्क कर सकते हैं।
जरूरतमंद को शेयर करें।
#श्वेता जड़ेजा ये औरत है,(अहमदाबाद की पुलिस अधिकारी है ये)
एक बलात्कारी से 35 लाख रुपए रिश्वत की मांग की और 20 लाख ले भी लिए थे.... सच कहा है- औरत ही औरत की सबसे बड़ी शत्रु होती है..... छी
आरोपी महिला सब-इंस्पेक्टर श्वेता जड़ेजा अहमदाबाद की महिला पुलिस स्टेशन की इंचार्ज थी।
इनके साथ क्या करना चाहिए आप अपनी अनुभव रखें?
*page*
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माफ करना लेकिन ऐसे लोग सभी धर्म में है हिंदू धर्म में भी ऐसे बख्तावर बैठे हैं लेकिन मुस्लिम धर्म के प्रचारको ने तो क्या फरमा दिया है खुद सुनो 🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗
रसूलुल्लाह को पेशाब लगा तो कटोरे में करके रख दिया, रात को बेगम को प्यास लगी तो बेगम ने कटोरा पी लिया, रसूलुल्लाह ने सुबह कटोरा खाली देखा तो सबसे पूछा, बेगम ने बताया कि प्यास लगी थी तो पी लिया !! अब रसूलुल्लाह बोले तेरे पेट में कभी दर्द नहीं होगा !!
लोग #पैगम्बर की नाक से निकले अपशेष को #फेयरलवली की तरह लगाते हैं और #पेशाब_को_कोकाकोला की तरह पी जाते हैं और कहते हैं कि #हिन्दू धर्म में पाखंड बहुत है
😊😍😃😝
भाइयो इस अद्भुत विचार को आगे तक अवश्य पहुँचाओ
Money comes to you but greed comes to another.
Money comes to another but greed comes to you
Shashank Kashyap
पैसा आपके पास आता है लेकिन लालच दूसरे के पास आता है।
पैसा दूसरे के पास आता है लेकिन लालच आपके पास आता है
शशांक कश्यप
Don't go with your wrong decision.
I am make sure you will come back quickly.
Becouse if you delay .
I thik you lost everything what you Earn up via money, education and all thik whatevery you done.
I hope you understand Asap.
भगवान सब के साथ इंसाफ करता है और वह सजा भी देता है।
हर इंसान के अंदर भगवान है।
बस उसको जगाने की जरूरत है।
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HELLO GUYS ye channel mene un sabhi bhai ko aage badhne m support ke liye banaya h aap muje m apko k
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पहल जो की नवीन हो साथ ही सार्थक भी !