Adv Aashiq Khan
I am a Lawyer and Business Development Analyst by working in E-commerce based firm and legal Adviser AAP party. A very effective social activist
मेरा कुछ दिन पहले एक बन्दे के घर जाना हुआ ,
जहाँ किसी की मैय्यत हुई थी ,
मै क्या देखता हूँ एक लड़का बहुत ज्यादा रो रहा है ,
मालूम करने पर ये पता चला कि जिनका इंतेकाल हुआ है वे इस लड़के के वालिदह थीं !
मैं हक्का बक्का एक तरफ खड़ा होकर सोचने लगा कि भरपूर जवानी के वक्त इतना बेरहम दुख इस नौजवान को आधा कर देगा ,
मुझे उसका रोना देखा ही नहीं जा रहा था , उसकी चीखें ऐसी लगती थी क्यामत ले आयेगी ,वह इकलौता बेटा था अपने मां बाप का , अचानक एक भाई साहब आगे आते हैं, वह उससे खाने का मेन्यू पूछते हैं ,
मै हैरान हो गया कि इस हालत में वह कैसे खाना खा सकता है ,उससे तो सही से बोला भी नहीं जा रहा है ,
बाद में पता चला कि वह उन लोगों के खाने की बात कर रहे थे जिन्हें इनके घर अफसोस करने आना था |
यह हो क्या रहा है यह चल क्या रहा है इनके घर शादी या सालगिरह का फंक्शन नहीं है बल्कि एक लड़के की जन्नत उसे छोड़कर चली गयी है,बजाये इस चीज के कि हम उस घर का हौसला बने उस घर के दुख में शरीक हों उल्टा वह लोग हमारी गंदी और कभी ना मिटने वाली भूक का इंतजाम करने में लगे हैं ,
मै सोचने लगा क्या हम इस कदर नीच और घटिया लोग है कि मैय्यत वाले के घर खाना पीना नहीं छोड़ते ,
और फिर जनाजे के बाद घिनावनग खेल शूरू हुआ एक ऐसा खेल जिसे देख के किसी गैरत मंद को मौत आ जाये लेकिन अफसोस ..…
वही लड़का जिसकी दुनिया लुट गयी बर्बाद हो गयी हां हां वही लड़का,रोती आंखो के साथ उन भूकी नंगी जिन्दा लाशों जिनके अक्लों पर मातम करना चाहिए उनको खाना दे रहा है ,क्या उन्को शर्म नहीं आती क्यों ये गैरत से मर नहीं जाते ,
फिर मेरे कानों ने सुना एक आदमी उस लड़के को आवाज देकर कहा कि भाई ये प्लेट में लेग पीस डालकर लाना ,
उफ्फ़फफफ़ मेरे खुदा ये कौन लोग हैं जिनके पेट नही भरते ,ऐसे लोग दुनिया में ही क्यों हैं ये मर क्यों नहीं जाते ,
शर्म नहीं आती उसी से लेग पीस मांगते जिसकी मां मर गयी है ||
बजाये इसके कि तुम्हारा हाथ उसके कंधो पर हो और हौसला दे रहा हो तुम्हारा हाथ लेग पीस को पड़ रहा है |
किसी दानी आदमी का कौल याद आ गया ,
सबसे गलीज तरीन खाना वह है जो हम मैय्यत वाले घर से खाते हैं !!
सायद हमें रहम या तरस नहीं आता ये देखकर भी कि लोग रोते हुये भी खाना बांट रहे हैं
मैने ऐसे लोग भी देखे हैं जो मैय्यत वाले घर से भी नाराज होकर चले जाते हैं कि हमे खाना नहीं दिया |
✍
शादी का बोझ हम अकेले ही क्यों झेले।
Now let's wait for the Degree
शादी समारोह
बा लालाओं तम खूब इन सरपंचन धसा लेओ कर्जा में या मुर्गा के चक्कर में, हमने तो स्वाद अपनी लाल चटनी में ही आरो है।
जमीदार की जंगल मे मौज।
सुबह सुबह #मियां_बीवी में झगड़ा हो गया l
बीवी गुस्से में बोली - बस, बहुत कर लिया बरदाश्त, अब एक मिनट भी तुम्हारे साथ नहीं रह सकती l
पति भी गुस्से में था, बोला "मैं भी तुम्हें झेलते झेलते तंग आ चुका हूँ l
पति गुस्से में ही दफ्तर चला गया पत्नी ने अपनी मां को फ़ोन किया और बताया कि वो सब छोड़ छाड़ कर बच्चों समेत मायके आ रही है, अब और ज़्यादा नही रह सकती इस जहन्नुम में l
मां ने कहा - बेटी! बहु बन के आराम से वहीं बैठ, तेरी बड़ी बहन भी अपने पति से लड़कर आई थी, और इसी ज़िद में तलाक़ लेकर बैठी है, अब तुमने भी वही ड्रामा शुरू कर दिया, ख़बरदार जो तुमने इधर कदम भी रखा तो... सुलह कर ले पति से, वो इतना बुरा भी नहीं है l
मां ने लाल झंडी दिखाई तो बेटी के होश ठिकाने आ गए और वो फूट फूट कर रो दी, जब रोकर थकी तो दिल हल्का हो चुका था,
पति के साथ लड़ाई का सीन सोचा तो अपनी खुद की भी काफ़ी गलतियां नज़र आईं l
मुहं हाथ धोकर फ्रेश हुई और पति के पसंद की डिश बनाना शुरू कर दी, और साथ स्पेशल खीर भी बना ली, सोचा कि शाम को पति से माफ़ी मांग लूंगी, अपना घर फिर भी अपना ही होता है पति शाम को जब घर आया तो पत्नी ने उसका अच्छे से स्वागत किया, जैसे सुबह कुछ हुआ ही ना हो, पति को भी हैरत हुई। खाना खाने के बाद पति जब खीर खा रहा था तो बोला :
डिअर, कभी कभार मैं भी ज़्यादती कर जाता हुं, तुम दिल पर मत लिया करो, इंसान हूँ, गुस्सा आ ही जाता है"।
पति पत्नी का शुक्रिया अदा कर रहा था, और पत्नी दिल ही दिल में अपनी माँ को दुआएं दे रही थी, जिसकी सख़्ती ने उसको अपना फैसला बदलने पर मजबूर किया था, वरना तो जज़्बाती फैसला घर तबाह कर देता।
अगर माँ-बाप अपनी शादीशुदा बेटी की हर जायज़ नाजायज़ बात को सपोर्ट करना बंद कर दे तो रिश्ते बच जाते हैं l
या सरपंची के मारे तो ढूंढ -ढूंढ़ कर 20 तरीके के कागज 2-3 दिन में पूरे करवा दिए वैसे इनपे इनके बच्चों की जन्मपत्री और आधार भी कार्ड नाहे।
हक़ बात कहने से मत डरो
ना कोई तुम्हें मौत दे सकता है
ना तुम्हें कोई रिज्क दे सकता है।
मेरी बात बन गयी है तेरी बात करते करते।
#मिलादुन्नबी
एकता में ही अनेकता है।
घर से निकलते ही छोटा शिमला आता है जिसको हम सोहना पहाड़ कहते है।
1990 में बनाया गए मात्र तीन कमरों में 300 बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर , मेवात गांव उदाका 1990 में बनाया गए मात्र तीन कमरों में 300 बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर , मेवात गांव उदाका
उदाका स्कूल के बच्चों का भविष्य 30 साल से अंधकार में था और आजतक भी है।
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Telephone
Website
Address
Gurugram
122103
Sector 14
Gurugram
This page operated from office and behalf of Mr. Nawab Satpal Tanwar (Bheem Sena Chief)
Rithoj Sohna
Gurugram
वरिष्ठ समाजसेवी गुरुग्राम हरियाणा, पूर्व प्रत्याशी विधानसभा सोहना-तावडू
Ward 12
Gurugram, 122001
The people have blessed me In his service, my life will always be dedicated. Your brother Naveen Dahiya Councilor Ward 12
Gurugram
Name Sabir Village Sarwarka Tehsil Pahadi Bharatpur (RJ) Contact Number 7240318155
Z-1, New Palam Vihar, Gurgaon-122017
Gurugram, 122017
I believe in philanthropy rather than charity. The establishment of Parivartan Sangh was the first s