ज़िन्दगी इतनी आसान कहाँ है ?

भूल गया हूँ मैं के जीना भी होता है
मैं अब बस एक देह लिए फिरता हूं |

03/07/2024

क्यूँ ?
पास आकर खड़ी हो जाती है रोज़
बहुत सी बातें, यादें और मुलाकतें
क्यूँ ?

02/07/2024

चित्त का आंगन

01/07/2024

ये जो हो रहा है
ये नहीं होना चाहिए था
मैंने भी नहीं चाहा ये हो
पर ये हुए जा रहा है रुकने का नाम नहीं ले रहा
कहीं भी कभी भी यूं बेमतलब आँखों का नम हो जाना

30/06/2024

मुमकिन है ! तेरा दुःख, मेरे दुःख से बड़ा हो
मगर ! मेरा दुःख मुँहफट है |

30/06/2024

जी भर के मखौल उड़ाईये मेरा
मैं अब चिढ़ता नहीं हूँ।

29/06/2024

डर रहा हूं ........

28/06/2024

तय करते है

27/06/2024

कुछ सब्र अधूरे छूट जाएंगे यहीं
कुछ सब्र करने कभी आएंगे नहीं

25/06/2024

मगर ! ..... रात

24/06/2024

अपने गम अपने अंदर ही पाले
इन्हें कभी बाहर ... ना निकाले
मरे तो साथ ............ ले जाएं
जीते जी कोई खलल ना डालें

23/06/2024

हमेशा तेरा मेरा साथ यूँ रहना ठीक नहीं
ये बात अलग है, तुझसे मेरा ये कहना
लगता मुझे भी ठीक नहीं

22/06/2024

फिर ............

20/06/2024

जिंदा है तो

19/06/2024

कैसे बताऊं मैं तुम्हे, तुम हो हर क्षण मुझमें
निर्जीव को सजीव रखे हुए

18/06/2024

मन तूं ऐसा क्यूं करता है ?

17/06/2024

उदासीनता के समंदर में टूटी सी कश्ती लिए
__ बिन पतवार मैं उतर गया

16/06/2024

मुमकिन नहीं उसे दर्द नहीं

14/06/2024

वंचित हर बात से
वंचित अपने आप से
वंचित खुद के साथ से

11/06/2024

जब मैं सज़ा संवरा बना हुआ था
जब लोगों को मैं खुश दिख रहा था
असल में मैं तब खुश था नहीं
और जब मैं तंग और परेशानियों में दिख रहा था,
और मैं था भी, तब मैं असल में इतना तंग था भी नहीं
क्योंकि जो जैसा दिखता है, वो वैसा मान लिया जाता है
तो जब-जब जैसा दिखता है, तब-तब वैसा होता नहीं है |
क्योंकि किसे पड़ी है, भीतर क्या है ?

Clicked by .corvaia

10/06/2024

दिखावे को सजा हुआ
मगर ! अंदर से सड़ा हुआ 👉 मैं

09/06/2024

पुरानी खिड़कियों की नए परदों से लड़ाई है
भीतर झांकने की मनाही है |

09/06/2024

जिंदा रहने का कोई एहसास नहीं रहा
और मसला ये है ! के अब कुछ खास नहीं रहा

06/06/2024

बड़ा मन है खुद से मिलने का
मुझे मेरी बोहत याद आती है |

04/06/2024

किस के लिए

03/06/2024

__सलीकें से सब हो
और फिर भी दम घुटे

02/06/2024

खुद पर दोष मढ़ दिए है मैंने सारे
खुद से नफ़रत करना मुझे मुनासिब लगा

30/05/2024

29/05/2024

जो रोज़ जमा हो रहा है भीतर
बता ! कैसे उसे खर्च करू....?

28/05/2024

कृपा कर ईश्वर 🙏

27/05/2024

ये झूठ रोज़ खुद से कह कर
मैं सो जाता हूं
मैं खुश हूं |

Want your public figure to be the top-listed Public Figure in Gurugram?
Click here to claim your Sponsored Listing.

Videos (show all)

कीमत कुछ भी नहीं किसी की बदलते दौर मेंयूंही नहीं ! चिरागों ने जुगनुओं को दफनाया होगा |@z_i_a_k_h
शाम क्या होगी ? ये तय भी नहींमुसाफ़िर इस राह के बहुत है यहां @z_i_a_k_h
गाँव भी अब जाने वालों को रोकता टोकता नहींरिवाज सीखने लग पड़ा है वो भी शायद शहर के
गुलाब सुख जाते है अक्सर उनके धधकते है चूल्हे जिनके कभी-कभी @z_i_a_k_h
लौट आओ अब वक्त कितना हो चला है रास्ते सुर्ख पड़ गए है तेरी राह तकते - तकते @z_i_a_k_h
बारिश ना जाने क्यूँ ?ये समझ नहीं रही हैबहुत से है बेमकाँ यहाँ

Category

Website

Address


Gurugram

Other Authors in Gurugram (show all)
Chief Mentor Hitesh Chandel Page Chief Mentor Hitesh Chandel Page
Gurugram

Chief Mentor Hitesh Chandel is on a mission to make the planet earth best place in the universe to l

Rajiv Ranjan Rajiv Ranjan
Gurugram

Second Innings. A new beginning of life as an Author.

Shim_gun_20 Shim_gun_20
Gurugram, 122051

TWIN WRITER PAGE��� we are writer and will provide you daily motivational quotes and shayri with music. �� like our page it's mean u like us� dm for any type of quotes�

ravan_bght ravan_bght
Gurugram

Creativesatyen Creativesatyen
Gurugram, 122001

मुझसे मिलकर जो मेरे हर स्वर का संगीत बने खूबसूरत दुनिया में हर साज़ सुनिश्चित करना है

Chandra Bhanu Satpathy Chandra Bhanu Satpathy
C-208, Sushant Lok, Phase/1
Gurugram, 122001

Dr. Chandra Bhanu Satpathy is a noted scholar, spiritual thinker, author and humanitarian.

Ehsase Zindagi Ehsase Zindagi
Gurugram
Gurugram, 122052

Ehsase Zindagi is the real life incident and share the experience of life through poem, shayri

alfaaz_m_ehsaas alfaaz_m_ehsaas
Gurugram, 122001

Hey.... Follow up � if you like my creation Share your valuable thoughts � In comments Happy to See you here. Please Do Share � and Like �

In a better place by Bornali Datta In a better place by Bornali Datta
Uniworld City
Gurugram, 122001

Pulmonologist. Painter on sunday afternoons. Dreams of a TB free India. Completed her first novel - In a better place.

Indu Jain Indu Jain
Gurugram

A mother,a teacher,an Author, a publisher and a spiritual learner. Doing research on emotional health

Kaavya Tales Magic Kaavya Tales Magic
Gurugram

Author's Introduction Kaavya Sirohi is a promising young author at the age of 6. "The Wishing Well" is the first of her series of short stories. Her love for writing short storie...

Pearl Vohra Bhatia Pearl Vohra Bhatia
Tulip Violet
Gurugram, 110008

Pearl Vohra Bhatia is a full time entrepreneur and mommy as well as part time blogger and writer.