Sukhbir Singh Parbhat Page
बृजभूषण सिंह को बचाने के लिए “हम बनाम वो” का जातिगत खेल? | न्यूज़क्लिक उनकी नज़र में अब वे खिलाड़ी नहीं हैं – अब वो जाट, फोगाट, मलिक और पुनिया हो गए हैं।
ानक_वे_जाट_हो_गईं
अपने यौन दुराचारी को बचाने
के लिए "संस्कारी" पार्टी का
ाम_वो का खेला
🔵 अब वे जाट हो गयी हैं ।
🔺 जब दो दो बार ओलम्पिक खेलने वाली विनेश फोगाट एशियन गेम्स और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतकर आ रही थीं तब वे भारत की बेटी थीं,
🔺 जब साक्षी मलिक ओलिंपिक खेलों के महिला कुश्ती मुकाबलों में भारत का पहला मैडल जीतकर लौटी थीं तब वे देश का गौरव थीं ।
🔺 उनकी उपलब्धियों की खीर में साझेदारी के लिए उतावले फोटूजीवी परिधानमंत्री दलबल सहित उन्हें दावत पर बुला रहे थे, उन्हें अपने परिवार का सदस्य बताकर उनके साथ फोटू उतरवा रहे थे, हार क्या और जीत क्या का ढेर ज्ञान बगरा रहे थे,
🔺 उनकी टेबल पर जाकर बतियाते हुए स्नेह और लाड़ बरसा रहे थे ।
🔺 अखबारों की सुर्ख़ियों में उनके साथ अपना नाम और तस्वीर चस्पा करके कुछ इस तरह नजदीकियां जता रहे थे कि जैसे मैडल के पीछे खिलाड़ियों का परिश्रम और खेल कौशल कम, मोदी नाम केवलम का पुण्यप्रताप ज्यादा था ।
🔵 मगर जैसे ही इनने आपबीती सुनाने के लिए मुंह खोला, अपनी पीड़ा सुनाने की कोशिश की और मोदी की पार्टी के एक सांसद, कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष द्वारा किये यौन उत्पीडन के जघन्य अपराधों को उजागर किया, जैसे ही इन्होने पुलिस में अपनी शिकायत लिखाई वैसे ही ये “भारत की बेटियाँ, देश का गौरव, परिवार की सदस्य” अचानक से जाट हो गयीं ।
🔵 अब वे खिलाडिने नहीं हैं – अब वे जाट हैं ; जैसे जाट होना कोई गुनाह हो । विनेश या साक्षी या बजरंग की बजाय इनके फोगाट, मलिक और पुनिया होने पर जोर देते हुए जाट भी कुछ इस अंदाज़ में कुछ इस तरह दांत भींचकर, नफरत में डुबोकर बोला जा रहा है जिस तरह इस कुनबे द्वारा मुसलमान बोला जाता रहा है ।
🔵 आईटी सैल पोषित इस अभियान में यहाँ तक लिखा जा रहा है कि “जाट एक कृतघ्न परजीवी कौम है, जो उनका भला करता है वे उन्ही को नुक्सान पहुंचाते है ।“ आव्हान किया जा रहा है कि “यह भी सबक मानवता की शेष जातियों को सीखना चाहिये ।“ मतलब यह कि जाटों के बारे सबको वही कहना और मानना चाहिये जो ब्रजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए इनका गिरोह कह रहा है ।
🔵 न्याय की गुहार करती जंतर मंतर पर बैठे खिलाड़ियों को जलील करने, अपमानित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गयी है । देश की शानदार खिलाडिनो को पैसा लेकर आंदोलन करने वाली आन्दोलनजीवी से लेकर न जाने क्या क्या नहीं कहा जा रहा है । संघ-भाजपा की पूरी आईटी सैल उन्हें गरियाने और उन पर कीचड़ उछालने में जुट गयी है ; मोदी मेहरबान तो ब्रजभूषण पहलवान को चरितार्थ करते हुए यौन उत्पीडन का वह आरोपी भी खुलेआम इन लड़कियों के बारे में बेहूदी बातें करने से लेकर उनके निजी जीवन तक पर हर संभव असंभव लांछन लगाने में भिड़ा हुआ है ।
🔵 गोदी में बैठे बैठे गटर में जा पहुंचा मीडिया राजा का साज सजाने से होते हुए अब बलात्कारियों और यौन अत्याचारियों का बाजा बजाने तक पहुँच गया है ।
🔵 क्या यह पहली बार हो रहा है ? नहीं । यह “हम बनाम वे” के आख्यान का नया सर्ग है । वे हर रोज इस आख्यान में कुछ को हम बनाकर – किसी को वे बता देते हैं, लगातार बताते जा रहे हैं । इस बार यह कुछ ज्यादा ही विद्रूप, और गलीज़, भौंड़ा और घिनौना युग्म है ।
🔺 “हम और वे” की एक निर्धारित क्रोनोलोजी ही नहीं होती एक निश्चित केमिस्ट्री भी होती है । यह चिन्हांकित “वे” के खिलाफ “हम” की लामबंदी से शुरू होती है और आर पार के मुकाबले और हमलों के इरादों तक जाती है । जिस के खिलाफ यौन अपराधों की एफ आई आर दर्ज है उसकी हिमायत के लिए कथित क्षत्रिय समागम, कथित राजपूतों की कथित पंचायते इसी का अगला चरण हैं ।
🔺 इनमे खुले आम चक्कू-छुरियाँ भांजी जा रही हैं, त्रिशूल तलवारें लहराई जा रही हैं । जंतर मंतर पहुँच कर धरना उखाड़ देने की धमकियां दी जा रही हैं – इशारों इशारों में ठिकाने लगाने के एलान किये जा रहे हैं ।
🔺 खुद यौन अपराधों के आरोपी ब्रजभूषण शरण सिंह ने कुछ कथित साधू संतों की मौजूदगी में हुयी कथित धर्मसभा से ठाकुरों के बीच उन्माद भड़काने का सिलसिला शुरू किया है ।
🔺 करणी सेना से लेकर बाकी स्वनामधारी जाति संगठन इसमें कूद पड़े हैं और ब्रजभूषण शरण सिंह को महाराणा प्रताप के बाद क्षत्रिय समाज का सबसे बड़ा मसीहा बताकर उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज कराने वाली लड़कियों के खिलाफ यलगार की जा रही है ।
🔵 कौन है यह ब्रजभूषण शरण सिंह जिस यौन दुराचारी के खिलाफ देश की गौरव बेटियाँ दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिए बैठी हैं, जिसे बचाने के लिए मोदी शाह की सरकार और उनकी पुलिस, संघी आई टी सैल पूरे प्राणपण से जुटी हुयी है, हर छोटी बड़ी बात पर बोलने वाला आर एस एस जिसके बारे सुट्ट मारे बैठा है, वह "संस्कारी पार्टी" भाजपा का "सदाचारी" सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह कौन है ? वैसे तो उनके किये धरे से बाबरी मस्जिद तोड़ने से लेकर दाऊद इब्राहीम से रिश्ता जोड़ने तक के आरोपों की पूरी हिस्ट्रीशीट भरी पड़ी हैं, फिर भी ताजे सन्दर्भ के लिए उनकी कुछ ख़ास ख़ास “योग्यतायें” इस प्रकार हैं :
🔺 1993 में उन पर माफिया दाउद इब्राहिम के चार सहयोगियों को अपने आधिकारिक आवास पर शरण देने का आरोप लगा। इस मामले में उन्हें टाडा के तहत गिरफ्तार किया गया। शर्मा-शर्मी में 1996 में संस्कारी पार्टी भाजपा ने उनका टिकिट काटा तो मगर उनकी पत्नी केतकी सिंह को प्रत्याशी बनाकर लोकसभा चुनाव जितवा दिया। ध्यान रहे तब यह अटल बिहारी वाजपेयी और अडवाणी के नेतृत्व की चाल चरित्र और चेहरे वाली भाजपा थी । उनके आपराधिक रिकॉर्ड की कुंडली खूब छप चुकी है । अभी हाल में ही उन्होंने टीवी इंटरव्यू में अपने हाथों से एक हत्या करने की बात कबूल की है ।
🔺 ठीक इन्ही योग्यताओं के चलते वे भाजपा के खर दूषण नहीं, आभूषण हैं ।
🔵 बहरहाल इनके लिए, इनके बहाने जाटों को “वे” और क्षत्रियों सहित बाकियों को “हम” बनाने का जो खेल खेला जा रहा है उसका मैदान सिर्फ जंतर मंतर तक नहीं है, चौबीस घंटा तीन सौ पैंसठ दिन जैसे भी हो वैसे चुनाव जीतने की तिकडम में लगे रहने वाले डिवाइडर इन चीफ और उनकी की डिवाईडिंग बटालियन का निशाना उससे आगे का है ।
🔵 हरियाणा विधानसभा चुनावों में 1 विरुद्ध 35, जाट बनाम बाकी सब के रूप में इसे पहले भी आजमाया जा चुका है । अब इसे हरियाणा के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान होते हुए कुछ और आगे तक बढ़ाना है । विभाजनो की श्रृंखला कहाँ तक जायेगी, देश का क्या करेगी, इसकी परवाह किये बिना खेला जारी है ।
🔵 इसे ही आगे बढ़ाते हुए जब जरूरत पड़ती है तब खुद हिन्दूराष्ट्र-ह्रदय-सम्राट ओबीसी हो जाते हैं, हिन्दू राष्ट्र बनाने को आतुर कथित भगवाधारी साधू साध्वी खुद को कुर्मी, लोधी बताते कुर्मी, लोधी और अपनी अपनी जातियों में विचरण करने लगते हैं ।
🔵 राजनीति, अंतर्विरोधों के प्रबन्धन का नाम है, की कहावत को भाजपा और संघ परिवार ने और ज्यादा सांघातिक रूप देकर राजनीति आतंरिक विरोधों को बढाने, खाईयां खोद कर उन्हें चौड़ा कर वोट जुटाने भर का काम बना दिया है । इसके नतीजे में देश और उसके अवाम को भले ही विग्रह और विघटन की आशंकाओं से क्यों न जूझना पड़े ।
🔵 मणिपुर में यही आजमाया जा रहा है, वहां जाट नहीं हैं – वहां यह विभाजन मैतेई बनाम बाकी जनजातियों के नाम पर किया जा रहा है । सदियों से जनजातियों के साथ रह रहे मैतेई समुदाय को आदिवासियों की जमीन हथियाने का लालच दिखाकर इस छोटे किन्तु अत्यंत संवेदनशील इतिहास वाले प्रदेश को धधकती भट्टी में बदल दिया गया है ।
🔵 छत्तीसगढ़ से झारखंड तक आदिवासियों के ही बीच धर्म के नाम पर जो आज तक कभी नहीं हुआ वह कराया जा रहा है । कर्नाटक विधानसभा के हाल में हुए चुनावों में ऐसी कोई दरार नहीं जिसे बड़ा या गहरा करने की साजिश, खुद इनके सबसे बड़े नेताओं ने नहीं की हो । शैव बाहुल्य दक्षिण में राम की सीमित स्वीकार्यता दिखी तो हनुमान की पूँछ पकड़ वैतरणी पार करने की असफल कोशिश इसी का एक उदाहरण है ।
🔵 बंदे विभाजनी, विग्रही मानसिकता के इतने लती हो गए हैं कि भारत से बाहर भी इस तरह के कारनामे अंजाम देने और देश की नाक कटाने से बाज नहीं आते । ब्रिटेन के लेस्टर शहर में पिछली साल हुए दंगों की लन्दन के अखबारों में छपी रिपोर्ट के अनुसार “इन नस्लीय झड़पों को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिन्दू राष्ट्र वादी पार्टी (भाजपा) द्वारा भड़काया गया था ।“ इस रिपोर्ट के अनुसार इंग्लॅण्ड के सुरक्षा बल के स्रोतों अनुसार “ऐसे सबूत मिले हैं कि भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने क्लोज्ड व्हाट्सएप्प ग्रुपों द्वारा हिन्दुओ को सड़क पर उतरने के लिए उकसाया गया था ।“
🔵 ध्यान रहे कि विदेशी धरती पर यह धतकरम उस ब्रिटेन में किया गया जहां का प्रधानमंत्री खुद को हिन्दू कहता है ।
🔵 इसमें कोई शक नहीं कि जंतर मंतर पर बैठे खिलाड़ियों के समर्थन में पूरा देश एकजुट हो रहा है । जनता के तकरीबन सभी संगठन, किसानो का संयुक्त मोर्चा, ट्रेड यूनियनों का साझा मंच, महिला, युवा, छात्र, प्राध्यापक, बाकी खिलाड़ी, संस्कृति कर्मी, फिल्म शख्सियते मोर्चे पर पहुँच रही हैं । अन्तर्रष्ट्रीय ओलम्पिक एशोसियेशन भी कदम उठा चुकी है ; आधी से ज्यादा लड़ाई जीती जा चुकी है, बाकी भी जीती ही जायेगी । कर्नाटक विधानसभा चुनावों का जनादेश भी आ चुका है और वहां की जनता ने निर्णायक रूप से फूटपरस्त, नफरती, उन्मादी प्रचार को ठुकरा दिया है ।
🔵 मगर इतने पर संतुष्ट नहीं हुआ जा सकता क्योंकि मामला इतना सहज नहीं है । विभाजन और विग्रह की लगातार चौड़ी की जा रही खाईयां कुछ जीतों या कुछ सीटों से नहीं पाटी जायेगी ।
🔴 इस संक्रामक बीमारी को महामारी बनने से रोकना है तो सिर्फ एक या दो दरारों को जनता की फौरी और भावनात्मक एकता से पाटने से काम नहीं चलेगा – हर तरह के “हम और वे” से लड़ना होगा । इसमें अंतर्निहित खतरों को सबको समझाना और खुद भी समझना होगा ; नफरती विघटन के लिए खुर पटक रहे सांड को पूँछ से नहीं सींग से पकड़ना होगा ।
🔴 फिलहाल ऐसा करना – कुछ लोगों को – कठिन लग सकता है, किन्तु असंभव नहीं है ।
सलाम कामरेड पी० सुन्दरैया
नशा मुक्त करने के बड़े बड़े भाषण देने वाली सरकार
बारिस व ओलावृष्टि रोहतक
हरियाणा के मुख्यमंत्री का जनसंवाद
या जन के साथ दगा
सिरसा जिले में तथा कथित जनसंवाद के दौरान मुख्यमंत्री खट्टर पहले दो दिन एक तानाशाह की तरह व्यवहार करते हुए दिखे हैं। कुछ घटनाओं पर गौर कीजिए....
∆ नशे के कारण अपने बेटे को खो चुकी विधवा महिला द्वारा सवाल पूछने पर CM खट्टर द्वारा उस औरत को भरी जनसभा में अपमानित किया गया।
∆ एक बुजुर्ग को बात करने से रोकने के लिए उसका मूंह भींचने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है।
∆ कई सरपंचों और किसान नेताओं को घर में नजरबंद करवाया।
∆डबवाली में किसानों और मजदूरों पर लाठीचार्ज किया गया।
∆आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप सिंह गदराना को डबवाली में जनसंवाद के दौरान कार्यक्रम स्थल से उठाकर बाहर फेंकने और पीटने का आदेश मुख्यमंत्री ने शरेआम दिया।
∆ कौन सवाल पूछेगा और क्या सवाल पूछेगा, यह सब पूर्व निर्धारित है ।
आज का दिन अभी बाकी है ,देखते हैं क्या रहता हैं.?
- हमजिंदर सिद्धू
शहीद क्रांतिकारी सुखदेव की जयंती पर हार्दिक श्रद्धांजलि!
सिरसा में गिरफ्तार किए गए मजदूर किसानों को रिहा करवाने को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
#मुख्यमंत्री_जनसंवाद_का_ढकोसला_करने_की_बजाए
लोगो की समस्या का हल करें
मुख्यमंत्री से संवाद करने गए सीटू जिला प्रधान नत्थू राम, मिड डे मील नेता राजरानी, आंगनबाड़ी नेता बीरो देवी को सरसा में मजदूर ,किसानों सहित लाठीचार्ज कर पुलिस ने किया गिरफ्तार,
#मुख्यमंत्री_जनसंवाद_का_ढकोसला_करने_की_बजाए, #जनता_की_समस्याओ_को_हल_करे।
सिरसा में हुई गिरफ्तारी के विरोध में हिसार में मजदूरों ने मुख्यमंत्री का किसान चौक पुतला जलाया।
इस अवसर पर मजदूर नेताओ ने बताया कि आज सिरसा में मजदूर किसान कर्मचारी मुख्यमंत्री से संवाद करने पहुंचे पुलिस ने लाठीचार्ज कर किया गिरफ्तार जिसका खंडन करते हैं और हरियाणा के मुख्यमंत्री को बताना चाहते हैं संवाद के नाम पर लोगों को मूर्ख बनाना बंद करें और लोगों की समस्याओं का निदान करें । आपने 4 वर्ष तक किसी गांव में जाकर संवाद नहीं किया आज जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं आप संवाद का ढिंढोरा पीट रहे हो जहां भी आप संवाद करने पहुंचेंगे लोग आपसे हर गांव हर शहर के अंदर सवाल यूं ही करते रहेंगे आप की तानाशाही नहीं चलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मजदूर फेमली आई डी के नाम पर प्रताड़ित हो रहे है, सरकार संवाद के नाम पर अपने गुणगान करवाना चाहती है। पात्र लोगो के गुलाबी पीले कार्ड कट रहे है, मनरेगा में काम नही मिल रहा है, निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड में भ्रष्टाचार चर्म सीमा पर है, किसी पर कार्यवाही नही हो रही, इसके विपरीत लाभपात्रों को ही लिस्ट से बाहर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी ।
इस मौके पर सीटू राज्य कोषाध्यक्ष विनोद कुमार, उपाध्यक्ष सुखबीर सिंह, जिला सचिव मनोज सोनी, इंटक के अध्यक्ष धर्मबीर लोहान, कृष्ण नैन, सहित राजेश चौबारा, आज़ाद मिरान, एटक के विनोद दड़ौली, विक्रम सिंह, सफाई कर्मचारी नेता राकेश बालसमन्द सहित अनेको साथी मौजूद रहे।
मिस्टर मोदी बोले बजरंग बली कर्नाटक में है।
हमने बोला दिल्ली में धरने पर है बजरंग।
मिलो जरा उनसे
तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा! (ब) पीयूष मिश्रा के बारे में तो और भी नहीं कर सकते क्योंकि एक तो वे उन कुछ एक्टर्स में से हैं जिनका नाम देखकर हम फिल्म ....
सलाम कामरेड हसरत मोहानी
दिल्ली में धरनारत पहलवानों के आंदोलन को समर्थन करते माकपा राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह
किफायत
💧💧💧💧
महिलाओं ने आप को पैदा किया
बिना डॉक्टर, बिना दवाई,
आधे भोजन के साथ
बहुत ही किफायत के साथ।
पाला पोसा किफायत के साथ
यह काम आया सॉरी आया महिला नहीं पुरुष होता तो बहुत महंगा पड़ता
आप को भोजन खिलाया बहुत ही किफायती दर पर
एक सैफ होता तो बहुत महंगा पड़ता
आपके कपड़े धोए बहुत ही किफायती दर पर
एक धोबी होता तो बहुत ही महंगा पड़ता
रेल चलाई, जहाज चलाएं, सड़क बनाई
सब कुछ किफायती दर पर
अब महिलाएं स्पेस में जाएंगी
कम पानी के साथ,
कम खाने के साथ, कम वेतन के साथ
किफायती दर पर।
महिलाएं होती ही किफायती हैं
किफायत लेकर ही पैदा होती हैं
क्योंकि वह मर भी जाएं तो
किसी का कुछ खास नुकसान नहीं होता।
"केराला स्टोरी सिनेमा पूरी तरह से झूठ है,यह लोग जान गए हैं।केराला स्टोरी दिखाते हुए गुजरात स्टोरी सामने आ गयी है।40 हजार महिलाएँ गुजरात से गायब हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने केराला स्टोरी को प्रतिबंधित किया है। काश्मीर फाइल्स को क्यों नहीं प्रतिबंधित किया?"
सुजन चक्रवर्ती,सी पी आई (एम) की केन्द्रीय कमेटी के सदस्य
आज ही के दिन 1945 में समाजवादी सोवियत संघ के नेतृत्व ने तानाशाह हिटलर की हार सुनिश्चित की थी। स्टालिन के नेतृत्व में लाल सेना द्वारा फासीवादी ताकतों की हार इतिहास का अमिट सत्य है। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सोवियत संघ के उन नायकों, लोगों और हजारों शहीदों को सलाम करती है जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर फासीवाद की हार पर मोहर लगाई।
फासीवादी ताकतों के खिलाफ सबसे मजबूत दीवार समाजवाद जिंदाबाद।
बजरंग दल पर रोक मतलब बजरंग बली पर रोक
और जब बजरंग पुनिया धरने पर बैठा हो तो सीधा मतलब धरने पर भी बजरंग बली है।
इस पर तो भाजपा नही बोली
क्या हिंदुओ को बजरंग दल का समर्थन करना चाहिए।
क्योंकि बजरंग दल ना किसान के लिए बोला, ना जवान के लिए, ना मजदूर के लिए।
बोला है सिर्फ एक पार्टी को चुनाव में खतरा होने पर।
सभी कमेन्ट करे।
अपनी राय बताए
खिलाड़ियों के आंदोलन के समर्थन में उमड़ा हजूम
जंतर मंतर
द रियल केरल स्टोरी: केरल के कासरगोड के अब्दुल्ला व उनकी पत्नी खदीजा ने 10 साल की एक हिंदू लड़की को गोद लिया था जिस लड़की ने अपने माता-पिता को खो दिया था, वह अभी 22 साल की है।
अब्दुल्ला व उनकी पत्नी खदीजा ने पूरे हिंदू रीति-रिवाजों के साथ उसकी शादी एक हिंदू लड़के से कर दी।
विवेक अग्निहोत्री इसपर फ़िल्म बनाने की औकात है क्या?
Meenakshi Sharma
निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड में करोड़ो का घोटाला, नही हुई अभी तक किसी की गिरफ्तारी
मंत्री संदीप सिंह
यानी यौन शोषण का आरोपी
लाई डिटेक्टर टेस्ट से मना कर रहा है।
मतलब
झूठ पकड़े जाने का डर है।
आज नरवाना में संयुक्त किसान मोर्चे के धरने के साथियों ने बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए और हमारी पहलवान बेटियों के समर्थन में पूरे नरवाना शहर में प्रदर्शन किया ।
कार्ल मार्क्स: सिर्फ आस्था और अंधश्रद्धा या विज्ञान प्रमाणित प्रासंगिकता 5 मई 2023 को मार्क्स की 205 वीं सालगिरह है। 1848 में एंगेल्स के साथ मिलकर लिखे उनके कम्युनिस्ट घोषणापत्र को 175 और इन दोनों की...
"इस दुनिया की व्याख्या तो अनेक दार्शनिकों ने की है, सवाल यह है कि इसे बदला कैसे जाए ? "
महान दार्शनिक कार्ल मार्क्स के 206 वें जन्मदिन पर
श्रद्धांजलि!
गर्मी के महीने सर्दी का अहसास
कुदरत के करिश्मे
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Telephone
Website
Address
125004
2nd Floor 131, Lajpat Nagar , Near Lazeez Hotel , Old Court Complex, Hisar (India)
Hisar, 125001
Best Immigration consultant ... Singapore🇸🇬 , schengen🇪🇺Australia🇦🇺
Hisar, 125001
Founder of Educational App : Liso Social Activist Haryana GK Teacher YouTube -Gk Parveen Udaan