SUN Temple, Kandaha
भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र सांब के द्वारा मेष राशि में स्थापित द्वापरयुगीन सूर्य मंदिर
मिथिलान्तार्गत कोशी एवं धर्ममूला नदी के बीच अवस्थित एक छोटा सा गाँव कन्दाहा की पुण्यमयी धराधाम धराधाम में अवस्थित संपूर्ण विश्व की अद्वितीय सुर्यमूर्ती जो कि द्वापर युगीन है, की एक अनोखी गाथा है | सर्वप्रथम इस प्राचीन धरोहर को संजोकर रखनेवाला कन्दाहा गाँव का प्राचीन नाम कंदर्पदहा था, जिसका शाब्दिक अर्थ है- कंदर्प (कामदेव) का जहां दहन हुआ हो| पुराणों के अनुसार श्री शिवजी के द्वारा कामदेव का दहन इस
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Clipping of Prabhat Khabar - SAHRSA Dated 03 Feb 2024
माननीय न्यायाधीश श्री आलोक कुमार पांडेय , पटना उच्च न्यायालय (निरीक्षी न्यायाधीश) एवं श्री रवि रंजन , अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सहरसा द्वारा आज दिनांक 02 फरवरी 2024 को भगवान भाष्कर की विधिवत पूजा अर्चना की गई। पुजारी प्रोफेसर रुद्रानंद झा एवं बाबूकांत झा द्वारा वैदिक विधि विधान एवं मंत्रोच्चार से इनकी पूजा संपन्न करवाई गई।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) के न्यायाधीश , न्यायमूर्ति श्री संजय करोल जी (भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश - पटना हाई कोर्ट एवम् त्रिपुरा हाई कोर्ट) द्वारा भगवान् भाष्कर की पूजा अर्चना आज दिनांक २५ दिसंबर २०२३ को सूर्य मंदिर कन्दाहा में की गईI
जय दिनकर 🙏🙏
मैं बिहार हूँ SUN Temple, Kandaha Kandaha Krishnanand Jha Rahul Raj Saharsa Group SAHARSA जिला Department of Tourism, Government of Bihar Bihar Doordarshan Bihar
बिहार के इस जिले में है भगवान सूर्य का प्राचीन मंदिर, मिथिला के शासक ने करवाया था निर्माण बिहार के प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस में से एक सहरसा स्थित सूर्य मंदिर भी है। इसका निर्माण मिथिला के शासक राजा नरसिंह क...
विशेष पूजा (सायंकालीन अर्घ)
कार्तिक शुक्ल, षष्ठी,
रविवार 19 नवंबर 2023
सम्पूर्ण संसार के एकमात्र दैदीप्यमान प्रत्यक्ष देव, भगवान भाष्कर आप सभी के सभी मनोकामना पूर्ण करें।
जय दिनकर🙏
जय दिनकर 🙏
सहरसा का कन्दाहा सूर्य मंदिर, छठ व्रतियों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है, जहाँ श्रद्धालु भगवान भास्कर की पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस पौराणिक मंदिर में सूर्यदेव की सात घोड़ों के रथ पर सवार, एक अद्भुत मूर्ति स्थापित है।
Tejashwi Yadav Ministry of Tourism, Government of India Incredible India
जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित सूर्य मंदिर कन्दाहा में सूर्योपासना से भक्तों को मनोवांछित फल मिलता है। कहा जाता है कि मिथिला के ओइनवर (ओनिहरा) वंश के राजा हरिसिंह देव के द्वारा चौदहवीं शताब्दी में इस मंदिर को स्थापित किया गया था।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मूर्ति के माथे के ऊपर मेष राशि का चित्र अंकित रहने की वजह से यह भी कहा जाता है कि द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र साम्भ के द्वारा यह स्थापित किया गया है। काले पत्थर के सूर्य की अनुपम व अदभुत मूर्ति और चौखट पर उत्कृष्ट लिपि पर्यटकों व पुरातत्वविदों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इस स्थल पर जब-तब खुदाई से मिली देवी देवताओं की दुर्लभ प्रतिमाओं के बाद पुरातात्विक महत्व को लेकर इस मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अपने संरक्षण में ले लिया। इस इलाके के प्रसिद्ध उग्रतारा मंदिर, कारू खिरहरि मंदिर, मठेश्वर धाम, नाकुचेश्वर महादेव, संत बाबा लक्ष्मीनाथ गोसाई आदि मंदिर पूजा करने आने वाले श्रद्धालु, सूर्य मंदिर कन्दाहा जरूर आते हैं। खासकर छठ पर्व के मौक पर एवं प्रत्येक रविवार को सूर्योपासक यहां आकर भगवान भाष्कर की उपासना करते हैं।
छठ में इस स्थान की रहती महिमा सूर्योपासना का महापर्व छठ के मौके पर इस मंदिर व स्थल का महत्व काफी बढ़ जाता है। लोक आस्था का पर्व छठ पर इस मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा खास कार्यक्रम व विशेष पूजा की जाती है। इस जगह चैत्री छठ भी मनाया जाता है।
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Hamara Saharsa
Video Courtesy : मैं बिहार हूँ
भवादित्य बारंबार प्रणाम। सूर्य भजन। अमरेंद्र वर्मा।
Amarendra Verma
⚜️ कलश यात्रा⚜️
🙏जय दिनकर 🙏
आप सभी क्षेत्रवासियों को सूचित करते हुए अपार हर्ष उत्पन्न हो रहा है कि आज दिनांक ११ जून २०२३ से १७ जून २०२३ तक श्री श्री १०९ भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का आयोजन सूर्य मंदिर के समस्त पुजारियों एवम ग्रामीणों के द्वारा मंदिर प्रांगण में किया जा रहा है।
कार्यक्रम निम्नवत है :
1. प्रथम दिन _ कलश यात्रा प्रातः 7 बजे
2. भंडारा _ प्रतिदिन 9 बजे से
3. प्रतिदिन अपराह्न 2:30 से 6:30 _ श्री भागवत कथा प्रवचन एवं पूजा आरती
4.कथा समापन एवं पूर्णाहूति
अतः आप सभी श्रद्धालुओं से आग्रह निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में यज्ञ में पधारें एवं इस पुण्य गंगा में स्नान कर मोक्ष के भागी बनें।
जय दिनकर
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।।
आप सभी श्रद्धालुओं को चैती छठ महापर्व की मंगलमय शुभकामनाएं।
भगवान भाष्कर आप सभी को निरोग रखते हुए मनवांछित कामना पूर्ण करें।
जय दिनकर 🙏
कंदाहा में ऊपर बिजली नीचे होगा मछली उत्पादन कंदाहा में ऊपर बिजली नीचे होगा मछली उत्पादन सहरसा। जिले के महिषी प्रखंड क्षेत्र...
जय दिनकर 🙏
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Clipping of Prabhat Khabar - SAHRSA Dated 02 Nov 2022
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अंचल क्षेत्र के सूर्य मंदिर कन्दाहा में सोमवार की देर शाम सूर्य महोत्सव का उद्घाटन करते महिषी के विधायक गुंजेश्वर साह ने कहा कि राज्यस्तरीय सूर्य महोत्सव के लिए वे लगातार प्रयास करते रहेंगे। छठ पर्व के अवसर पर आयोजित सूर्य महोत्सव उदघाटन के बाद अपने संबोधन में विधायक गुंजेश्वर साह ने कहा कि कन्दाहा स्थित प्राचीन सूर्य मंदिर के विकास को लेकर उनके द्वारा प्रयास जारी है। ग्रामीण प्रो. रूद्रानन्द झा ने कन्दाहा सूर्य मंदिर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर अपने सम्बोधन में सूर्य देव को द्वापरकालीन बताया। ग्रामीणों द्वारा इस स्थल की विकास पर प्रकाश डाला गया, जिसमें विधायक का ध्यान आकृष्ट करते लोगों ने समुचित विकास की मांग की गयी।
बाल कलाकारों ने संगीत और नृत्य की दी प्रस्तुति
महिषी | सोमवार को प्राचीन सूर्यमंदिर कन्दाहा में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय शशी सरोजनी रंगमंच सेवा संस्थान एवं बाल रंग मंच बेगूसराय के कलाकारों के द्वारा संगीत और नृत्य की प्रस्तुति की गई। शशी सरोजनी रंग मंच के कलाकारों द्वारा कुन्दन वर्मा के संचालन में हरिशंकर परसाई द्वारा रचित नाटक इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर का मंचन ऋषिकेश कुमार के निर्देश पर किया गया। बच्चों द्वारा किए गए इस नाटक के मंचन पर दर्शकों ने भरपुर आनंद उठाया।
Rahul Raj
... महिषी में सूर्य महोत्सव का विधायक ने किया...
सहरसा: कंदाहा में सूर्य महोत्सव का विधायक ने किया उद्घाटन
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Report: Nazrul Haque
Raj
सूर्य महोत्सव 2022
ॐ सूर्याय नमः🙏
छठ ना केवल हमारा प्रमुख त्योहार है , हमारी भावनाएं जुड़ी हुई होती है इस महोत्सव से।
जो कभी किसी कारणवश घर में किसी साल छठ ना हो तो ऐसा लगता है मानों जीवन के रंग सारे बेरंग हो गए हों।
इन सब से ऊपर , अल्पाहार, सात्विकता, निर्जला, शुद्धता, आराधना, प्रेम और आस्था का महासंगम है ये .. छठ केवल त्योहार नही वरन, सौहार्द, स्वच्छता और साधना का महापर्व है हमारा।
चाहे दुनिया के किसी भी कोने में रह रहे हों, छठ का मौसम आते ही हर बिहारी के कान में Sharda Sinha जी के वो अमर गीत गूंजने लगते हैं जिसे सुनने मात्र से उनके पांव अपने गांव आने को बेताब हो उठते हैं। वो पूजा घर से आ रही ठेकुआ की सोंधी सोंधी खुशबू, घर में सजाए जा रहे सूप, कोनिया और दौरा और छठ घाट के सारे दृश्य याद आने लगते हैं । ऐसा लगता है कि मन में और कुछ अटक ही नही रहा है, बस घर जाने की जिद मन में ठन जाती है।
सब कुछ की तैयारी हो चुकी है, बस अब आपके आने की देर है। तो देर किस बात की, उठाइए बैग और सीधा घर की तरफ निकल पड़िए।
वो छठ घाट, वो पूजा का दौड़ा, वो गांव की सौहार्दता, वो आपके सारे दोस्त जो सिर्फ छठ में मिल पाते हैं, सब आपको बुला रहे हैं।
अब बस अपने घर आइए और इस महापर्व के आनंद का रसास्वादन कीजिए।
जय दिनकर 🙏
जय छठि मैया 🙏
Saharsa Group Saharsa Saharsa Jn.
Video Courtesy: Bihar
ॐ श्री सूर्याय नमः 🙏
जय दिनकर 🙏🙏
जय दिनकर 🙏
छठ पूजा दूरदर्शन पर
धन्यवाद दूरदर्शन ❤️
Doordarshan National (DD1)
Doordarshan Bihar
आप सभी को छठ महापर्व की मंगलमय शुभकामनाएं।
भगवान भाष्कर आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।
जय दिनकर 🙏🙏
सूर्य मंदिर की चाहरदीवारी हुई धराशायी I
अत्यधिक बारिश के कारण प्रसिद्द सूर्य मंदिर के उत्तर पूर्ब दिशा की लगभग 25-30 फुट की चाहरदीवारी जमींदोज़ हो गई I फिलहाल ग्रामीणों द्वारा मलबे को हटा कर सड़क बहाल कर दी गई है एवं तत्काल जिलाधिकारी और धार्मिक न्यास परिसद को सूचना दे दी गई हैI ज्ञातव्य हो कि इस मंदिर के व्यवस्था के लिए बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा एक कमिटी की भी स्थापना की गई है जिसके पदेन अध्यक्ष सी ओ महिषी हैं I न्यास समिति के अध्यक्ष होने के नाते माननीय सी ओ साहब का ये कर्तब्य बनता था कि वो तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर उचित कारवाई करते परन्तु खबर लिखने तक माननीय सी ओ साहब ने कोई खोज खबर नहीं ली है एवं स्थिति यथावत है I
अगर इस घटना पर तत्काल कारवाई नहीं की गई तो इससे मंदिर के अमूल्य धरोहर खतरे में पड़ सकता है I
अतः सभी पदासीनों से अनुरोध है कि इस घटना का संज्ञान लेते हुए त्वरित कारवाई करें जिससे की स्थिति पूर्ववत बहाल हो सके I
निवेदक : संपूर्ण कन्दाहा ग्रामवासी
Prabhat Khabar Hindustan दैनिक जागरण सहरसा Dainik Jagran Kundan Mishra Gyan Murti Department of Tourism, Government of Bihar Alok Ranjan Alok Ranjan Amit Anand Tejashwi Thakur Pramil Kumar Mishra Saharsa District Administration Bihar Tourism Gunjeshwar Sah Gunjeshwar Sah Rahul Raj
Clipping of Prabhat Khabar - SAHARSA Dated 23 Oct 2021
शुभ रविवार I
भगवन भाष्कर आप सभी पर कृपादृष्टि बनायें रखें I
जय दिनकर
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एक ऐतिहासिक प्राचीन धरोहर : सूर्य मंदिर कन्दाहा
मिथिलान्तार्गत कोशी एवं धर्ममूला नदी के बीच अवस्थित एक छोटा सा गाँव कन्दाहा की पुण्यमयी धराधाम धराधाम में अवस्थित संपूर्ण विश्व की अद्वितीय सुर्यमूर्ती जो कि द्वापर युगीन है, की एक अनोखी गाथा है | सर्वप्रथम इस प्राचीन धरोहर को संजोकर रखनेवाला कन्दाहा गाँव का प्राचीन नाम कंदर्पदहा था, जिसका शाब्दिक अर्थ है- कंदर्प (कामदेव) का जहां दहन हुआ हो| पुराणों के अनुसार श्री शिवजी के द्वारा कामदेव का दहन इसी कन्दाहा की धरती पर किया गया था ,अतः इस जगह का नाम कंदर्पदहा पड़ा जो कालांतर में कन्दाहा में परिणत हो गया |
मूर्तिपरिचय:-
कन्दाहा की सूर्यमूर्ति प्रथम राशि मेष की है, जिसका प्रमाण सिंहाशन पर मेष का चिन्ह होना है | पांच फीट की सूर्यमूर्ति आठ फीट के सिंहाशन में सात घोड़ों के रथ पर अपनी दोनों पत्नियाँ , संज्ञा एवं छाया, जिनको विभिन्न पुरानों में विभिन्न नाम दिया गया है , के साथ विराजमान हैं, जिसका संचालन सारथी अरुण कर रहें हैं , साथ hi बाएं भाग में संवत्सर चक्र भी विद्यमान है | भगवन सूर्य के दो हाथ हैं ,जिसमें कमल का फूल दृष्टिगोचर होता है ,जिसमे बायाँ हाथ मुग़ल आतताइयों द्वारा खंडित कर दिया गया था | सिंहाशन की अद्भुत कलाकृति तो देखते ही बनता है | सूर्यमूर्ति के दायें भाग में अष्टभुज गणेश एवं बाएं भाग में शिवलिंग और सामने श्री सुर्ययंत्र रखा हुआ है | गर्भगृह के द्वार पर चौखट पर उत्कीर्ण कलाकृति एवं लिपि भी अपने आप में बेमिशाल है |लेकिन दुर्भाग्यवश सभी मूर्तियों को मुगलों द्वारा कुछ न कुछ क्षति पहुचाई गयी है |
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Mahishi, 852216
संत बाबा कारू मंदिर:-Situated on the bank of Kosi River, there is a
KANDAHA
Mahishi, 852216
ITS A DEVINE VILLAGE HAVING A UNIQUE SUN TEMPLE .......................