Indian seller Organisation ISO 2.0
Lets Grow yourself With us....
कलयुगी दुनिया
मीठे बोल सबको भाये
कड़वा सच रास ना आए
एक चेहरे में कितने रावण?
एक चेहरे में कितने राम?
एक व्यक्तित्व के कितने नाम?
हर घर में बैठा संत है
ऐसा यहाँ बताते लोग ।
मैं बलशाली तू कमजोर
काग़ज़ी गांधी से तोलते मोल
ए मुसाफ़िर चल अकेला
इस दुनिया का छोड़ दे मोह
अंत में ईश्वर को बस सत्य ही पाये
कड़वे बोल किसे है भाए।।
हमारे बुजर्ग हम से वैज्ञानिक रूप से बहुत आगे थे। थक हार कर वापिश उनकी ही राह पर वापिश आना पड़ रहा है।
1. मिट्टी के बर्तनों से स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों तक और फिर कैंसर के खौफ से दोबारा मिट्टी के बर्तनों तक आ जाना।
2. अंगूठाछाप से दस्तखतों (Signatures) पर और फिर अंगूठाछाप (Thumb Scanning) पर आ जाना।
3. फटे हुए सादा कपड़ों से साफ सुथरे और प्रेस किए कपड़ों पर और फिर फैशन के नाम पर अपनी पैंटें फाड़ लेना।
4. सूती से टैरीलीन, टैरीकॉट और फिर वापस सूती पर आ जाना ।
5. जयादा मशक़्क़त वाली ज़िंदगी से घबरा कर पढ़ना लिखना और फिर IIM MBA करके आर्गेनिक खेती पर पसीने बहाना।
6. क़ुदरती से प्रोसेसफ़ूड (Canned Food & packed juices) पर और फिर बीमारियों से बचने के लिए दोबारा क़ुदरती खानों पर आ जाना।
7. पुरानी और सादा चीज़ें इस्तेमाल ना करके ब्रांडेड (Branded) पर और फिर आखिरकार जी भर जाने पर पुरानी (Antiques) पर उतरना।
8. बच्चों को इंफेक्शन से डराकर मिट्टी में खेलने से रोकना और फिर घर में बंद करके फिसड्डी बनाना और होश आने पर दोबारा Immunity बढ़ाने के नाम पर मिट्टी से खिलाना....
9. गाँव, जंगल, से डिस्को पब और चकाचौंध की और भागती हुई दुनियाँ की और से फिर मन की शाँति एवं स्वास्थ के लिये शहर से जँगल गाँव की ओर आना।
इससे ये निष्कर्ष निकलता है कि टेक्नॉलॉजी ने जो दिया उससे बेहतर तो प्रकृति ने पहले से दे रखा था।
🚩जय हिंद जय भारत🚩
like it will move
epic😂😂share share share
Rubina Dilaik and Abhinav Shukla have been blessed with twin girls🩷
dear sellers welcome on this page keep promoting keep growing…
booking no 9024440949
apni apni city ka nam btaiye or waha kya famous h…??
Coming live at at 4:30 pm with all hair accessories article join n support guys dnt miss today live sharing gift n vewiergift too
Aamir collection
use best timing to post your products and get better response in your business share with your seller friends
free live krna h ap me se kisi ko?
Batao???
पहले *भटूरे* को फुलाने के लिये उसमें *ENO* डालिये
फिर *भटूरे* से फूले पेट को पिचकाने के लिये *ENO* पीजिये
*जीवन के कुछ गूढ़ रहस्य आप कभी नहीं समझ पायेंगे*
*पांचवीं* तक *स्लेट* की बत्ती को *जीभ* से चाटकर *कैल्शियम* की कमी पूरी करना हमारी स्थाई आदत थी
*लेकिन*
इसमें *पापबोध* भी था कि कहीं *विद्यामाता* नाराज न हो जायें ...!!!☺️
*पढ़ाई* के *तनाव* हमने *पेन्सिल* का पिछला हिस्सा चबाकर मिटाया था ...!!!😀
*पुस्तक* के बीच *पौधे की पत्ती* और *मोरपंख* रखने से हम *होशियार* हो जाएंगे ... ऐसा हमारा *दृढ विश्वास* था😀
*कपड़े* के *थैले* में *किताब-कॉपियां* जमाने का *विन्यास* हमारा *रचनात्मक कौशल* था ...!!!☺️🙏🏻
हर साल जब नई *कक्षा* के *बस्ते बंधते* तब *कॉपी किताबों* पर *जिल्द* चढ़ाना हमारे जीवन का *वार्षिक उत्सव* मानते थे ...!!!☺️
*माता - पिता* को हमारी *पढ़ाई* की कोई *फ़िक्र* नहीं थी, न हमारी *पढ़ाई* उनकी *जेब* पर *बोझा* थी ...☺️💕
*सालों साल* बीत जाते पर *माता - पिता* के *कदम* हमारे *स्कूल* में न पड़ते थे ...!!!😀
एक *दोस्त* को *साईकिल* के बिच वाले *डंडे* पर और *दूसरे* को *पीछे कैरियर* पर *बिठा* हमने कितने रास्ते *नापें* हैं, यह अब याद नहीं बस कुछ *धुंधली* सी *स्मृतियां* हैं ...!!!💕
*स्कूल* में *पिटते* हुए और *मुर्गा* बनते हमारा *ईगो* हमें कभी *परेशान* नहीं करता था दरअसल हम जानते ही नही थे कि, *ईगो* होता क्या है❓️💕
*पिटाई* हमारे *दैनिक जीवन* की *सहज सामान्य प्रक्रिया* थी😰😀
*पीटने वाला* और *पिटने वाला* दोनो *खुश* थे,
*पिटने वाला* इसलिए कि हमे *कम पिटे* *पीटने वाला* इसलिए *खुश* होता था कि *हाथ साफ़* हुवा ...!!!😀
हम अपने *माता - पिता* को कभी नहीं बता पाए कि हम उन्हें कितना *प्यार* करते हैं, क्योंकि हमें *"आई लव यू"* कहना आता ही नहीं था ...!!!
😰😀💕
आज हम *गिरते - सम्भलते*, *संघर्ष* करते दुनियां का हिस्सा बन चुके हैं, कुछ *मंजिल* पा गये हैं तो कुछ न जाने *कहां खो* गए हैं ...!!!😰
हम दुनिया में कहीं भी हों लेकिन यह सच है, हमे *हकीकतों* ने *पाला* है, हम सच की दुनियां में थे ...!!!
😰
*कपड़ों* को *सिलवटों* से बचाए रखना और *रिश्तों* को *औपचारिकता* से बनाए रखना हमें कभी आया ही नहीं ... इस मामले में हम सदा *मूर्ख* ही रहे ...!!!
😰
अपना अपना *प्रारब्ध* झेलते हुए हम आज भी *ख्वाब* बुन रहे हैं, शायद *ख्वाब बुनना* ही हमें *जिन्दा* रखे है वरना जो *जीवन* हम *जीकर* आये हैं उसके सामने यह *वर्तमान* कुछ भी नहीं ...!!!
😰
हम *अच्छे* थे या *बुरे* थे पर हम सब साथ थे *काश* वो समय फिर लौट आए ...!!!
😰😰
"एक बार फिर अपने *बचपन* के *पन्नो* को पलटिये, सच में फिर से जी उठेंगे”...💕
और अंत में ...
हमारे *पिताजी* के समय में *दादाजी* गाते थे ...
*मेरा नाम करेगा रोशन जग में मेरा राज दुलारा*💕
हमारे *ज़माने* में हमने गाया ...
*पापा कहते है बड़ा नाम करेगा*💕
अब *हमारे बच्चे* गा रहे हैं …
*बापू सेहत के लिए ... तू तो हानिकारक है*😰😰
*सही / वास्तव* में हम *कहाँ से कहाँ* आ गए ...???😰
*एक बार मुड़ कर तो देखिये ... दोस्त
Sale articall book fast
शादी विवाह के (buffet) खाने, में वो आनंद नहीं...जो उनदिनों पंगत में आता था जैसे......
फटाफट पहले जगह छेकना..
बिना फटे पत्तल का सिलेक्शन...
उतारे हुयें चप्पल जूतें पर आधा ध्यान रखना...
फिर पत्तल पे ग्लास रखकर उड़ने से रोकना..
नमक रखने वाले को जगह बताना...
यहां रख नमक...
सब्जी देने वाले को गाइड करना..
हिला मिला के दे या थोड़ा थोड़ा देना..
उँगलियों के इशारे से मिठाई और गुलाब जामुन लेना...
पूरी छाँट छाँट के और गरम गरम लेना...
पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया...
अपने इधर और क्या बाकी है..
जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना...
पास वाले रिश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूरी रखवाना..
रायते वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते लेना...
पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी.. उसके हिसाब से बैठने की पोजीसन बनाना...और आखिर में पानी वाले को खोजना...आज भी कई जगह थोड़ी बहुत जीवित है यह व्यवस्था पर धीरे धीरे विलुप्त होती जा रही है..
क्यों सही कहा न ??
ये था प्रेम भाव
Copied 😊🙏
https://www.facebook.com/profile.php?id=100084093275943&mibextid=ZbWKwL
Follow kre dosto mere page ko
Negi collection all product avable .. any questions booking no 9888945388 plzz follow my page do sharing my live..
Biba w
No return no exchange open video mast booking number 9955542100
Helo everyon join fast 430 pm premium backless choker
Today live 11:00 am plzz join fast
Videos (show all)
Telephone
Website
Address
Noida
201304