Sandhesh Homeo
A homeopathic clinic where you can get solution to defeat to chronical disease and enjoy a healthy
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=229296303477068&id=100091900999090&mibextid=CDWPTG
Enhance your beauty routine with our Rose water
कमर दर्द ,घुटनो के दर्द का होम्योपैथीक मेडिसिन जो दर्द से निजात दिलाए
Hair loss ??
24स्किन समस्याओं का एक निदान 24 CRAT
I gained 2 followers, created 3 posts and received 1 reaction from March to June! Thank you all for your continued support. I could not have done it without you. 🙏🤗🎉
Piles, fistulas and fissures
To Cure only Homeo pathic medicine can ............
Piles are mainly the swollen blood vessels while fissures are kind of cracks and fistulas are an opening of a cavity. Piles are mostly painless and unnoticeable. Fissures cause a lot of pain. In the case of fistulas, pus is discharged out of the a**l area.
5000 साल पहले ब्राह्मणों ने हमारा बहुत शोषण किया, ब्राह्मणों ने हमें पढ़ने से रोका। यह बात बताने वाले महान इतिहासकार यह नहीं बताते कि,100 साल पहले अंग्रेजों ने हमारे साथ क्या किया। 500 साल पहले मुगल बादशाहों ने क्या किया।।
हमारे देश में शिक्षा नहीं थी लेकिन 1897 में शिवकर बापूजी तलपड़े ने हवाई जहाज बनाकर उड़ाया था मुंबई में, जिसको देखने के लिए उस टाइम के हाई कोर्ट के जज महा गोविंद रानाडे और मुंबई के एक राजा महाराज गायकवाड के साथ-साथ हजारों लोग मौजूद थे जहाज देखने के लिए।
उसके बाद एक डेली ब्रदर नाम की इंग्लैंड की कंपनी ने शिवकर बापूजी तलपड़े के साथ समझौता किया और बाद में बापू जी की मृत्यु हो गई यह मृत्यु भी एक षड्यंत्र रही है, हत्या कर दी गई और फिर बाद में 1903 में राइट बंधु ने जहाज बनाया।
आप लोगों को बताते चलें कि आज से हजारों साल पहले की किताब है महर्षि भारद्वाज की विमान शास्त्र जिसमें 500 जहाज 500 प्रकार से बनाने की विधि है उसी को पढ़कर शिवकर बापूजी तलपड़े ने जहाज बनाई थी।
लेकिन यह तथाकथित नास्तिक लंपट ईसाइयों के दलाल जो है तो हम सबके ही बीच से, लेकिन हमें बताते हैं कि भारत में तो कोई शिक्षा ही नहीं थी, कोई रोजगार नहीं था।
अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन 14 दिसंबर 1799 को आये थे। सर्दी और बुखार की वजह से उनके पास बुखार की दवा नहीं थी। उस टाइम भारत में प्लास्टिक सर्जरी होती थी और अंग्रेज प्लास्टिक सर्जरी सीख रहे थे हमारे गुरुकुल में। अब कुछ वामपंथी लंपट बोलेंगे यह सरासर झूठ है।
तो वामपंथी लंपट गिरोह देख सकते हैं कि ऑस्ट्रेलियन कॉलेज ऑफ सर्जन, मेलबर्न में ऋषि सुश्रुत की प्रतिमा "फादर ऑफ सर्जरी" टाइटल के साथ स्थापित है।
महर्षि सुश्रुत: ये शल्य चिकित्सा विज्ञान यानी सर्जरी के जनक व दुनिया के पहले शल्यचिकित्सक (सर्जन) माने जाते हैं। वे शल्य-कर्म या ऑपरेशन में दक्ष थे। महर्षि सुश्रुत द्वारा लिखी गई ‘सुश्रुतसंहिता’ ग्रंथ में शल्य चिकित्सा के बारे में कई अहम ज्ञान विस्तार से बताया है। इनमें सुई, चाकू व चिमटे जैसे तकरीबन 125 से भी ज्यादा शल्यचिकित्सा में जरूरी औजारों के नाम और 300 तरह की शल्यक्रियाओं व उसके पहले की जाने वाली तैयारियों, जैसे उपकरण उबालना आदि के बारे में पूरी जानकारी बताई गई है।
जबकि आधुनिक विज्ञान ने शल्य क्रिया की खोज तकरीबन चार सदी पहले ही की है। माना जाता है कि महर्षि सुश्रुत मोतियाबिंद, पथरी, हड्डी टूटना जैसी पीड़ाओं के उपचार के लिए शल्यकर्म यानी ऑपरेशन करने में माहिर थे। यही नहीं वे त्वचा बदलने की शल्यचिकित्सा भी करते थे।
भास्कराचार्य: आधुनिक युग में धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति (पदार्थों को अपनी ओर खींचने की शक्ति) की खोज का श्रेय न्यूटन को दिया जाता है। किंतु बहुत कम लोग जानते हैं कि गुरुत्वाकर्षण का रहस्य न्यूटन से भी सदियों पहले भास्कराचार्य जी ने उजागर किया। भास्कराचार्यजी ने अपने ‘सिद्धांतशिरोमणि’ ग्रंथ में पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के बारे में लिखा है कि ‘पृथ्वी आकाशीय पदार्थों को विशिष्ट शक्ति से अपनी ओर खींचती है। इस वजह से आसमानी पदार्थ पृथ्वी पर गिरता है’।
आचार्य कणाद: कणाद परमाणु की अवधारणा के जनक माने जाते हैं। आधुनिक दौर में अणु विज्ञानी जॉन डाल्टन के भी हजारों साल पहले महर्षि कणाद ने यह रहस्य उजागर किया कि द्रव्य के परमाणु होते हैं।
उनके अनासक्त जीवन के बारे में यह रोचक मान्यता भी है कि किसी काम से बाहर जाते तो घर लौटते वक्त रास्तों में पड़ी चीजों या अन्न के कणों को बटोरकर अपना जीवनयापन करते थे। इसीलिए उनका नाम कणाद भी प्रसिद्ध हुआ।
गर्गमुनि: गर्ग मुनि नक्षत्रों के खोजकर्ता माने जाते हैं। यानी सितारों की दुनिया के जानकार। ये गर्गमुनि ही थे, जिन्होंने श्रीकृष्ण एवं अर्जुन के बारे में नक्षत्र विज्ञान के आधार पर जो कुछ भी बताया, वह पूरी तरह सही साबित हुआ। कौरव-पांडवों के बीच महाभारत युद्ध विनाशक रहा। इसके पीछे वजह यह थी कि युद्ध के पहले पक्ष में तिथि क्षय होने के तेरहवें दिन अमावस थी। इसके दूसरे पक्ष में भी तिथि क्षय थी। पूर्णिमा चौदहवें दिन आ गई और उसी दिन चंद्रग्रहण था। तिथि-नक्षत्रों की यही स्थिति व नतीजे गर्ग मुनिजी ने पहले बता दिए थे।
आचार्य चरक: ‘चरकसंहिता’ जैसा महत्वपूर्ण आयुर्वेद ग्रंथ रचने वाले आचार्य चरक आयुर्वेद विशेषज्ञ व ‘त्वचा चिकित्सक’ भी बताए गए हैं। आचार्य चरक ने शरीर विज्ञान, गर्भविज्ञान, औषधि विज्ञान के बारे में गहन खोज की। आज के दौर में सबसे ज्यादा होने वाली बीमारियों जैसे डायबिटीज, हृदय रोग व क्षय रोग के निदान व उपचार की जानकारी बरसों पहले ही उजागर कर दी।
पतंजलि: आधुनिक दौर में जानलेवा बीमारियों में एक कैंसर या कर्करोग का आज उपचार संभव है। किंतु कई सदियों पहले ही ऋषि पतंजलि ने कैंसर को भी रोकने वाला योगशास्त्र रचकर बताया कि योग से कैंसर का भी उपचार संभव है।
बौद्धयन: भारतीय त्रिकोणमितिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं। कई सदियों पहले ही तरह-तरह के आकार-प्रकार की यज्ञवेदियां बनाने की त्रिकोणमितिय रचना-पद्धति बौद्धयन ने खोजी। दो समकोण समभुज चौकोन के क्षेत्रफलों का योग करने पर जो संख्या आएगी, उतने क्षेत्रफल का ‘समकोण’ समभुज चौकोन बनाना और उस आकृति का उसके क्षेत्रफल के समान के वृत्त में बदलना, इस तरह के कई मुश्किल सवालों का जवाब बौद्धयन ने आसान बनाया।
15 सौ साल पहले का 2000 साल पहले के मंदिर मिलते हैं जिसको आज के वैज्ञानिक और इंजीनियर देखकर हैरान हो जाते हैं कि मंदिर बना कैसे होगा अब हमें इन वामपंथी लंपट लोगों से पूछना चाहिए कि मंदिर बनाया किसने
ब्राह्मणों ने हमें पढ़ने नहीं दिया यह बात बताने वाले महान इतिहासकार हमें यह नहीं बताते कि सन 1835 तक भारत में 700000 ( सात लाख ) गुरुकुल थे इसका पूरा डॉक्यूमेंट Indian house में मिलेगा।
भारत गरीब देश था कहते हैं, तो फिर दुनिया के तमाम आक्रमणकारी भारत ही क्यों आए!! हमें अमीर बनाने के लिए!!!
Happy New year
Happy Dipawali
Subho Mahalya
झढते बालो की परेशानी का समपुणँ समाधान
Vichar Karen
जहर पे
सब्सिडी हजारों करोड़--!
और
बिना जहर उगाने वालों को मिल रहा है.....घंटा
सही भी है
क्योंकि उसके बिना
मेडिकल व कैमिकल इण्डस्ट्री ही खत्म हो जायेगा।
जहर_खायेगा_इण्डिया
तभी_तो_अस्पताल_जायेगा_इण्डिया_??
Power of yoga
Chemical Free product
कमर ,घुटनो के दर्द के जकड़न से मुक्ति .....
Hair fall no tension
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Contact the practice
Telephone
Website
Address
Varanasi
221010
Opening Hours
Monday | 9:30am - 1pm |
5pm - 9pm | |
Tuesday | 9:30am - 1pm |
5pm - 9pm | |
Wednesday | 9:30am - 1pm |
5pm - 9pm | |
Thursday | 9:30am - 1pm |
5pm - 9pm | |
Friday | 9am - 1am |
Saturday | 9:30am - 1pm |
5pm - 9pm |
Sunderpur, (Mahamana Cancer Hospital), Front Of Simaya Mall, BHU Road
Varanasi, 221005
Our goal at Modern Hg is to assist each patient to improve his/her quality of life through better Hg
Chetganj
Varanasi, 221001
Prarambh 11- 12 class free biology batch
N10/72 D 14 New Colony Kakarmatta Varanasi
Varanasi
Physiotherapist
Varanasi, 221005
Sports-Exercise Medicine & Sciences (SEMS); Performance, Environmental - Functional & Lifestyle Medicine (PE-FLM) Lab., Department of Physiology, Institute of Medical Sciences (IMS...
S-2/294-D-1K, Sai Katra, Tahsil Road, Bhojubir
Varanasi, 221002
The goal is to cleanse the body and to restore balance to the body, mind, and spirit.
Shivaji Nagar Colony Lane No. 2 Murari Chowk Samneghat Lanka Varanasi
Varanasi
Dr. Manish Kumar Singh ( Bds, Ccad ,mida ,pgdcc)