Anand Ayurveda Clinic & Panchkarma-Naturopathy Centre
Anand Ayurveda Hospital & Panchkarma-Naturopathy Centre,
Street No.7,
Namdev Marg or Street No.6-Jag
Happy soothing, lovely, day with senior Rajyogni usha didi.Thanks Baba
All panchkarma therapies available in Anand ayurveda clinic panchkarma naturopathy center.
नमस्कार।
*आप सभी को 75 वें अमृतोत्सव) महापर्व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं।*
*आपका दिन मंगलमय हो। आप स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें। खुश रहें।*
*सदैव प्रसन्न रहिये!!*
*जो प्राप्त है-पर्याप्त है!!*
🌹🕉️🙏🇮🇳
जयहिंद। भारत माता की जय।
सादर।
Wish u happy lohri
Anand Ayurveda Clinic & Panchkarma-Naturopathy Centre
Shirodhara
I have reached 300 followers! Thank you for your continued support. I could not have done it without each of you. 🙏🤗🎉
*पुराने समय की कहावत है - - -*
चैते गुड़, वैसाखे तेल । जेठ के पंथ¹, अषाढ़े बेल ।।
सावन साग, भादौ दही²। कुवांर करेला, कार्तिक मही³ ।।
अगहन जीरा, पूसै धना। माघे मिश्री, फागुन चना।।
जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहीं धरै।।।।
*किस माह में क्या न खाएँ*
_*आवश्यक निर्देश*
चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं (15 march-15april)
बैसाख माह में नया तेल न लगाएं (16April-15may)
जेठ माह में दोपहर में नहीं चलना चाहिए (16May-15june)
अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं (16june-15july)
सावन माह में साग न खाएं (16july-15August)
भादों माह में दही न खाएं (16august-15september)
क्वार माह में करेला न खाएं (16september-15october)
कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं (16October-15november)
अगहन माह में जीरा न खाएं (16 November -15 December)
पूस माह में धनिया न खाएं (16 Dec- 15 jan)
माघ माह में मिश्री न खाएं (16jan-15feb)
फागुन माह में चना न खाएं (16 feb- 14march )
*आयुर्वेदामृतम्*
*औषधियों में विराजती है नवदुर्गा इन ९ औषधियों में विराजती है नवदुर्गा*
मां दुर्गा नौ रूपों में अपने भक्तों का कल्याण कर उनके सारे संकट हर लेती हैं। इस बात का जीता जागता प्रमाण है, संसार में उपलब्ध वे औषधियां,
जिन्हें मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों के रूप में जाना जाता है।
नवदुर्गा के नौ औषधि स्वरूपों को सर्वप्रथम मार्कण्डेय चिकित्सा पद्धति के रूप में दर्शाया गया और चिकित्सा प्रणाली के इस रहस्य को ब्रह्माजी
द्वारा उपदेश में दुर्गाकवच कहा गया है।
ऐसा माना जाता है कि यह औषधियां समस्त प्राणियों के रोगों को हरने वाली और और उनसे बचा रखने के लिए एक कवच का कार्य करती हैं, इसलिए इसे दुर्गाकवच कहा गया। इनके प्रयोग से
मनुष्य अकाल मृत्यु से बचकर सौ वर्ष जीवन जी सकता है।
आइए जानते हैं दिव्य गुणों वाली नौ औषधियों को जिन्हें नवदुर्गा कहा गया है।
*१ प्रथम शैलपुत्री यानि हरड़ -*
नवदुर्गा का प्रथम रूप शैलपुत्री माना गया है। कई
प्रकारकी समस्याओं में काम आने वाली औषधि हरड़, हिमावती है जो देवी शैलपुत्री का ही एक रूप हैं। यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है, जो सात प्रकार
की होती है। इसमें हरीतिका (हरी) भय को हरने वाली है।
पथया - जो हित करने वाली है।
कायस्थ - जो शरीर को बनाए रखने वाली है।
अमृता - अमृत के समान
हेमवती - हिमालय पर होने वाली।
चेतकी -चित्त को प्रसन्न करने वाली है।
श्रेयसी (यशदाता)- शिवा कल्याण करने वाली।
*२ द्वितीय ब्रह्मचारिणी यानि ब्राह्मी -*
ब्राह्मी, नवदुर्गा का दूसरा रूप ब्रह्मचारिणी है। यह आयु और स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाली, रूधिर विकारों का नाश करने वालीऔर स्वर को मधुर करने वाली है। इसलिए ब्राह्मी को सरस्वती भी कहा
जाता है। यह मन एवं मस्तिष्क में शक्ति प्रदान करती है और गैस व मूत्र संबंधी रोगों की प्रमुख दवा है। यह मूत्र द्वारा रक्त विकारों को बाहर निकालने में समर्थ
औषधि है। अत: इन रोगों से पीड़ित व्यक्ति को ब्रह्मचारिणी कीआराधना करना चाहिए।
*३ तृतीय चंद्रघंटा यानि चन्दुसूर-*
नवदुर्गा का तीसरा रूप है चंद्रघंटा, इसे चन्दुसूर या चमसूर कहा गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो धनिये के समान है। इस पौधे की पत्तियों की सब्जी बनाई जाती है, जो लाभदायक होती है।
यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है, इसलिए इसे चर्महन्ती भी कहते हैं। शक्ति को बढ़ाने वाली, हृदय रोग को ठीक करने वाली चंद्रिका औषधि है।
अत: इस बीमारी से संबंधित रोगी को चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए।
*४ चतुर्थ कुष्माण्डा यानि पेठा -*
नवदुर्गा का चौथा रूप कुष्माण्डा है। इस औषधि से पेठा मिठाई बनती है, इसलिए इस रूप को पेठा कहते हैं। इसे कुम्हड़ा भी कहते हैं जो पुष्टिकारक, वीर्यवर्धक व रक्त के विकार को ठीक कर पेट को साफ करने में सहायक है। मानसिकरूप से कमजोर व्यक्ति के लिए यह अमृत समान है। यह शरीर के समस्त दोषों को दूर कर हृदय रोग को ठीक करता है।
कुम्हड़ा रक्त पित्त एवं गैस को दूर करता है। इन बीमारी से पीड़ितव्यक्ति को पेठा का उपयोग के साथ कुष्माण्डादेवी की आराधना करना चाहिए।
*५ पंचम स्कंदमाता यानि अलसी -*
नवदुर्गा का पांचवा रूप स्कंदमाता है जिन्हें पार्वती एवं उमा भी कहते हैं। यह औषधि के रूप में अलसी में विद्यमान हैं। यह वात, पित्त, कफ, रोगों की नाशक
औषधि है।
अलसी नीलपुष्पी पावर्तती स्यादुमा क्षुमा।
अलसी मधुरा तिक्ता स्त्रिग्धापाके कदुर्गरु:।।
उष्णा दृष शुकवातन्धी कफ पित्त विनाशिनी।
इस रोग से पीड़ित व्यक्ति ने स्कंदमाउता की
आराधना करना चाहिए।
*६ षष्ठम कात्यायनी यानि मोइया -*
नवदुर्गा काछठा रूप कात्यायनी है। इसे आयुर्वेद में कई नामों से जाना जाता है जैसे अम्बा, अम्बालिका, अम्बिका। इसके अलावा इसे मोइया अर्थात माचिका भी कहते हैं। यह कफ, पित्त, अधिक विकार एवं कंठ के रोग का नाश करती है।
इससे पीड़ित रोगी को इसका सेवन व कात्यायनी की आराधना करना चाहिए।
सप्तमं कालरात्री ति महागौरीति चाष्टम।
*७ सप्तम कालरात्रि यानि नागदौन-*
दुर्गा का सप्तम रूप कालरात्रि है जिसे
महायोगिनी, महायोगीश्वरी कहा गया है। यह नागदौन औषधि केरूप में जानी जाती है। सभी प्रकार के रोगों की नाशक सर्वत्र विजय दिलाने वाली मन एवं मस्तिष्क के समस्त विकारों को दूर
करने वालीऔषधि है।
इस पौधे को व्यक्ति अपने घर में लगाने पर घर के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। यह सुख देने वाली एवं सभी विषों का नाश करने वाली औषधि है। इस कालरात्रि की आराधना प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को करना चाहिए।
*८ अष्टम महागौरी यानि तुलसी -*
नवदुर्गा का अष्टम रूप महागौरी है, जिसे प्रत्येक व्यक्ति औषधि के रूप में जानता है क्योंकि इसका औषधि नाम तुलसी है जो प्रत्येक घर में लगाई जाती है। तुलसी सात प्रकार की होती है- सफेद तुलसी,
काली तुलसी, मरुता, दवना, कुढेरक, अर्जक और षटपत्र। ये सभी प्रकार की तुलसी रक्त को साफ करती है एवं हृदय रोग का नाश करती है।
तुलसी सुरसा ग्राम्या सुलभा बहुमंजरी।
अपेतराक्षसी महागौरी शूलघ्नी देवदुन्दुभि: तुलसी कटुका तिक्ता हुध उष्णाहाहपित्तकृत् ।
मरुदनिप्रदो हध तीक्षणाष्ण: पित्तलो लघु:।
इस देवी की आराधना हर सामान्य एवं रोगी व्यक्ति को करना चाहिए।
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिता
*९ नवम सिद्धिदात्री यानि शतावरी -*
नवदुर्गा का नवम रूप सिद्धिदात्री है, जिसे
नारायणी याशतावरी कहते हैं। शतावरी बुद्धि बल एवं वीर्य के लिए उत्तम औषधि है। यह रक्त विकार एवं वात पित्त शोध नाशक और हृदय को बल देने वाली महाऔषधि है। सिद्धिदात्री का जो मनुष्य
नियमपूर्वक सेवन करता है। उसके सभी कष्ट स्वयं ही दूर हो जाते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को सिद्धिदात्री देवी की आराधना करना चाहिए।
इस प्रकार प्रत्येक देवी आयुर्वेद की भाषा में मार्कण्डेय पुराण के अनुसार नौ औषधि के रूप में मनुष्य की प्रत्येक बीमारी को ठीक कर रक्त का संचालन
उचित एवं साफ कर मनुष्य को स्वस्थ करती है।
अत: मनुष्य को इनकी आराधना एवं सेवन करना चाहिए।
सेवा, आराधना और समर्पण का यह पर्व आपके लिए मंगलमय हो।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
#वसंतऋतुचर्या
आज यानि 8 मार्च 2023 से #वसंत मास के आरम्भ के साथ #वसंतऋतु भी प्रारम्भ भी प्रारम्भ हो रही है, जिसमे भारतीय मास के अनुसार #चैत्र व #वैशाख मास आते है।
आओ जाने आयुर्वेद के अनुसार इस ऋतु के लक्षण, संभावित बीमारियां, पथ्य, अपथ्य, आसन, रोगप्रतिरोधकता आदि के बारे में...
➤ चैत्र ( मार्च-अप्रैल) – इस महीने में गुड का सेवन करे क्योकि गुड आपके रक्संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है | चैत्र के महीने में नित्य नीम की 4 – 5 कोमल पतियों का उपयोग भी करना चाहिए इससे आप इस महीने के सभी दोषों से बच सकते है | नीम की पतियों को चबाने से शरीर में स्थित दोष शरीर से हटते है |
➤ वैशाख ( अप्रैल – मई )- वैशाख महीने में गर्मी की शुरुआत हो जाती है | बेल पत्र का इस्तेमाल इस महीने में अवश्य करना चाहिए जो आपको स्वस्थ रखेगा | वैशाख के महीने में तेल का इस्तेमाल बिल्कुल न करे क्योकि इससे आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है |
Diet according to month's
Pinterest Discover recipes, home ideas, style inspiration and other ideas to try.
Today is the day that reminds us that in the end, evil always ends and goodness triumphs. Let’s remember it always. May this Dussehra burn all the gloom and misery on Earth and bring you happiness and prosperity. Happy Vijayadashami!
Good Morning 💐💐
Health is Wealth 💐💐
“Just by washing your hair with tsp of Amla Powder and enough rose water for 2 times in a week helps to grow hair 2 times faster, treats dandruff and naturally convert grey hair into black.”💐💐
Happy Navratri to all.
Health Is Wealth💐💐
“If there are worms in the stomach, chewing a leaf of guava kills stomach worms.”💐💐
*पीपल*
💚अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है
💛पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा
💛पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है
💛पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है
💛पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलाये,1- 2 बार मे ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है
💛पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है
💛पीपल की छाल को खांड (चीनी )मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसे, कोई भी नशा छूट जाता है
💛पीपल के पत्तों का काढ़ा पिये, फेफड़ो, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है
💛पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिये, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है
💛किंतना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए डिप्रेशन खत्म कर देता है
💛पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है
💛पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चो का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है
💛जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है
💛किंतना भी पुराना घुटनो का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठे 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा
💛शरीर मे कही से भी खून आये, महिलाओ को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर,छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है
💛शरीर मे कही भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे
Click here to claim your Sponsored Listing.
Videos (show all)
Category
Contact the business
Telephone
Address
Bathinda
151001
629B, Street No. 25 Opp SSD Girls Colege, Amrik Singh Road
Bathinda, 151001
Eat Herbs and Remove Health Problems. We are using spices and Herbs.... Charitable Work on No Profit No lose basis
FPHC Slimming Centre, NAMDEV MARG, 40 FEET Road
Bathinda, 151001
FPHC has been working to lose weight from 2003, In a month you can lose 3-6 kg of weight very easily
The Mall Road, Near Co-operative Bank, Goniana Mandi
Bathinda, 151201
abdominal/pelvic ultrasound: pain abdomen, pain radiating to back, alcoholics, pain radiating to shoulders, pain in epigastrium, pain lower abdomen ultrasound breast ultrasound nec...
Bathinda, 151001
Reiki is a life force energy. That works on mind, body and soul. It is an alternative therapy for
Bathinda, 151001
We treat Paralysis, Cervical,Back,Lower back pain,Migraine, Shoulder Pain,Numbness in Fingers,Sciat
#545, Model Town, Phase III
Bathinda, 151001
German and Indian Homoeopathic Medicines Dilutions, MT's, Biochemics, Triturations, Cosmetics, and P
Mobile No 07838475938 Mansa Road Near Jassi Chowk Sushant City 2 Gmail Satnamsigh71@gmail. Com
Bathinda, 151001(PB)
Neurotherapy alternative therapy medicine less therapy ..NO pain , Side effect ,