Akshat Ashesh

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04/10/2023

इस शहर में किस तरह जीने की तैयारी करें,
किसकी हम निंदा करें किसकी तरफ़दारी करें

इसलिए खुलकर किसी से हम नहीं मिलते यहां
लोग जाने क्या समझकर क्या अदाकारी करें।

13/06/2023

एक पुरानी वीडियो

Photos from Akshat Ashesh's post 10/10/2022

श्रद्धेय नेता जी के दुखद निधन पर दुखी हूं, द्रवित हूं। ऐसा लग रहा है कि हमारे परिवार के संरक्षक का साया आज हमारे साथ नहीं रहा। आपका आशीष और प्रेम रुपी संबल के लिए हमारा परिवार सदैव आपका ऋणी रहेगा। ईश्वर आपको अपने चरणों में स्थान दें। आपको अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
नमन🙏

#मुलायमसिंहयादव

15/08/2022

श्रद्धांजलि का एक पुष्प शहीदों के सम्मान में
हमारा व्यर्थ गया बलिदान.................
#अमृतमहोत्सव

11/07/2022

❤❤❤

26/04/2022

बहुत दिनों बाद

#वंदेमातरम

भाजपा प्रशिक्षण वर्ग के कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओं की मांग पर, पापा जी की यह कालजयी रचना पडने की कोशिश की ।

22/04/2022

#पृथ्वीदिवस की सभी प्रकृति प्रेमियों के लिए बधाई

खुशबुओं के परस्तार ये पेड़ हैं
ज़िन्दगी के सरोकार ये पेड़ हैं
सिर्फ लकड़ी समझकर न काटो इन्हें
आदमी का ही अवतार ये पेड़ हैं

आप हुलसें तो ये भी हुलसते दिखे
आप झुलसें तो ये भी झुलसते दिखे
कोई मौसम हो इनको परखिये ज़रा
आप हंसते हैं तों ये भी हंसते दिखें

भू, गगन, जल, हवा, आग देते हुए
पंच तत्वों का हर भाग देते हुए
पेड़ ही हैं जो जीवन हमें बख़्शते
बनके त्यागी हमें त्याग देते हुए

इनकी कलमें लिए आज भी हाथ हैं
हर हवन-यज्ञ में ये ही नतमाथ हैं
और कोई नहीं और कोई नहीं
पेड़ ही बस चिता तक रहे साथ हैं

जाति क्या धर्म क्या जानते ये नहीं
ऊंच क्या नीच क्या मानते ये नहीं
धर्म इनका है बस ज़िन्दगी बांटना
और क्या धर्म पहचानते ये नहीं

जो भी पौध लगाकर ही फल पायेगा
उनको सीचेंगा श्रम का वो फल पायेगा
स्वार्थ के वास्ते इनको काटेगा जो
वो कसाई भला कैसे कल पायेगा

डॉ. अक्षत ‘उर्मिलेश’

10/04/2022

श्री राम नवमी की मंगलकामनाएं

भगवान राम कोटि कोटि आपको प्रणाम,
वर दें कि कंठ में सदैव राम नाम हो।
गुरुओं की, पूर्वजों की सेवा दिन-रात करूं,
अह्म का भाव मन में न आठों याम हो ।।
शक्ति दें समाज, परिवार, देश-सेवा हेतु,
पर-हित में लगा ये जीवन तमाम हो।
शत्रुता का भाव कभी भूले से भी आए नहीं,
सुख शांति भरा मेरा पूर्ण हर काम हो ।।

डा. अक्षत 'उर्मिलेश'

09/04/2022

आदि शक्ति मां दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि की मंगलकामना

आदि शक्ति मातु नव रुप लिए जीवन में
आप नित्य भक्ति-अनुरक्ति भरती रहें।
मन हो पवित्र शुद्ध जिससे चरित्र रहे,
मन के आंगन में चरण धरती रहें ।
सिंह पे सवार होके शत्रुओं का नाश कर,
सारे दुख - दैन्य और दोष हरती रहें,
आपका मैं पुत्र आप मेरी अम्ब अबिलम्ब,
मेरी हर भूल मातु क्षमा करती रहें।

डा. अक्षत "उर्मिलेश"

21/03/2022

पापा जी स्व डा उर्मिलेश की एक सुप्रसिद्ध ग़ज़ल जो मेरी भी पसंदीदा ग़ज़ल है, उसे गाने की एक कोशिश

17/03/2022

#रंगपर्व
#शुभकामनायें

10/02/2022

मेरे द्वारा लिखित मतदाता जागरुकता गीत

25/01/2022

73वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!🇮🇳
गणतंत्र हो जाने का अर्थ है अपने देश का भविष्य अपने हाथों में होना। हममें से हर कोई एक बटे सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तान है। यदि हम सब अपना अपना काम ईमानदारी और मेहनत से करें तो हमारी आन-बान-शान, हमारी मुहब्बत, हमारा प्यारा तिरंगा विश्व में सबसे ऊपर लहराएगा। आइए, गणतंत्र दिवस को कर्त्तव्य दिवस के रूप में मनाएं और प्रार्थना करें,
जय हिन्द! जय भारत! वन्दे मातरम! 🇮🇳

24/01/2022

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुभकामना
‘यस आई विल वोट’’

गांव गली हर नगर-नगर में गूँजी बनकर तान।
युवक युवतियां कह रहें, करें खूब मतदान।।

गांव-गांव मतदान हो, बढ़-बढ़ इस बार।
सबका यह कर्तव्य है, सबका ये अधिकार।।

आओ मिलकर आप हम, सफल करें अभियान।
‘अक्षत’ अब की बार हो, शत-प्रतिशत मतदान।।

मांगे से मिलती नहीं, सम्मानों की भीख।
वोट डाल तू साथ चल, दुनियादारी सीख।।

सोमवार, इतवार तक हर दिन एक समान।
एक दिवस व्रत मान कर, करें आप मतदान।।

आवश्यक है आपके, जीवन में मतदान।
वोट के प्रति हो जाइए, जागरुक श्रीमान।।

आओ सब मिलकर करें, ये अभियान सपोर्ट।
बार-बार मिल कर कहें, यस आई विल वोट।।

- डॉ. अक्षत ‘उर्मिलेश’
#मतदातादिवस

22/01/2022

नमन्

#सुभाषजयंती
आज़ादी का बुनियादी उद्घोष कर गये
दे गये जो जोश-होश क्रान्तियों के कोष को
बंगाल के लाल, अंगरेजो का बने जो काल
दूर किया दासता से भरे हर दोष को
ऊंची नौकरी को त्याग, छेड़ा देश प्रेम राम
ठोस प्रेरणा दी हिन्दुस्तानियों के रोष को
मद्होश शासकों के जिन्होंने उड़ाये होश
मेरा है प्रणाम उन सुभाष चन्द्र बोस को

डॉ. अक्षत ‘उर्मिलेश’

12/01/2022

इस देश की जनता...........

लोकतंत्र का महापर्व और फिर एक बार परीक्षा जनता की







Vedio recorded and edited by Harvansh Mohan Singh

31/12/2021

शुभ रहे जिन्दगानी नये वर्ष में......❤
शुभकामनाएं 2022

Photos from Akshat Ashesh's post 02/10/2021

आज गांधी जी एवं शास्त्री जी की जयंती पर विविध आयोजनों में रहना हुआ।
#लाल_बहादुर_शास्त्री
#गांधी_जयन्ती

02/10/2021

देश के पूर्व प्रधानमंत्री जय जवान जय किसान के उद्घघोषक श्री #लाल_बहादुर_शास्त्री के जन्मदिन पर उन्हें नमन्
शास्त्री तुम्हें ठीक ठीक कौन-सा विशेषण दूं,
चाह है कि सत्य का प्रतीक तुम्हें लिख दूं,
धरती का लाल बहादुर बेमिसाल लिखूं,
अथवा निपट निर्भीक तुम्हें लिख दूं,
सादगी का जन्मदाता, दलितों का त्राता लिखूं,
उद्घरण त्याग का सटीक तुम्हें लिख दूं,
मेरी चाह है कि राजनीति - पंक में प्रतीत,
नीति का पुनीत पुण्डरीक तुम्हें लिख दूं।।
#अक्षत_उर्मिलेश

02/10/2021

#गांधी_जयन्ती
अपने विचारों और मानसिक दृढता से हम सब में आज भी जीवित महात्मा गांधी जी आप के शब्द रुपी विचार शायद ऐसा ही चाहते होंगे.............
*एक आह्वाहन* ◆◆◆◆◆◆

आओ फिर आज प्रतिज्ञा लें, नूतन विश्वास उगायें हम।
बापू के राम राज्य वाले सपने फिर जगायें हम।।

कुछ देर सो लेने से सच्चा आराम नहीं मिलता।
कर्मों के बिना किसी को भी कोई परिणाम नहीं मिलता।।

इसलिए कर्म की खेती से, खुशियों के फल खिलायें हम।
जो बिछुड़ गये संकल्प कहीं, उनको फिर आज मिलायें हम।।

घर-घर में श्रम का प्रकाश, आशा के दीप जलायें हम।
भारत को आभारत कर दें, सुख शान्ति आज सरसायें हम।।

सच्चाई का सम्बल लेकर अंधियारा दूर भगायें हम।
फिर प्रेम-अहिंसा के उजड़े पौधों को यहाँ लगायें हम।।

हम जाति-भेद को दूर करें सब छोटे-बड़े समान बनें।
हिन्दू-मुस्लिम से पहले हम आओ सच्चे इन्सान बनें।।

नफ़रत को दूर करें मन से हर दीन दुखी को प्यार करें।
जो छुआछूत से हुए त्रस्त आओ उनका उपचार करें।।

गांधी की गंध विखेरें हम, निर्गन्ध हुए उद्यानों में।
समता की किरणें बांटें हम, दुनिया भर के इन्सानों में।।

आओ सब एक साथ मिलकर जन-गण-मन का उत्थान करें।
गांधी के आदर्शों से हम आलोकित हिन्दुस्तान करें।।
◆◆◆◆ *अक्षत_उर्मिलेश*

24/07/2021
21/07/2021

ईद उल अज़हा की दिली मुबारकबाद सभी दोस्तों ❤

Photos from Akshat Ashesh's post 07/07/2021

आज बदायूं क्लब प्रांगण में पापा जी राष्ट्रीय गीतकार स्व. डॉ. उर्मिलेश की 70वीं जयंती के अवसर पर उनकी स्मृति में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में 41 पौधों के पौधारोपण द्वारा जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं समाजसेवियों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। प्रातः प्रारंभ हुये आयोजन में कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रीमती दीपा रंजन ने डॉ. उर्मिलेश की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर शुभारंभ किया। उन्होंने ने क्लब प्रांगण में डॉ. उर्मिलेश को श्रद्धांजलि दी और पौधारोपण किया, आयोजन की सराहना करते हुये जिलाधिकारी ने क्लब की गतिविधियों की जानकारी ली, और पौधारोपण को वर्तमान की आवश्यकता समझते हुए पौधौं के संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने डॉ. उर्मिलेश को बदायूं का गौरव बताते हुये इन कार्यों को उनकी स्मृति में श्रेष्ठ कार्य बताया। आज का यह आयोजन समय की मांग है और क्लब के इस प्रयास से निश्चित रुप से अन्य लोग भी पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित होंगे। आज हुये ४१ पौधों के पौधारोपण को आने वाले दिनों में पूर्णतया सफल बनाया जायेगा, यह पौधे जीवित रहें और बढ़े इस लिए ट्री गार्ड सहित सुरक्षा की विशेष व्यवस्था रखी गई है। आयोजन में सहयोग एवं समय देने के लिए सभी समाजसेवियों का आभार । पौधारोपण में शिखर इन्सटीट्यूट आफ फार्मेसी एवं एक गिलहरी संस्था के सुनील गुप्ता संवाद एवं उनकी पत्नी श्रीमती सौनिक गुप्ता का विशेष सहयोग के लिए हृदय से आभार। पौधारोपण में सहयोगी रहे सहसचिव अनूप रस्तोगी, सांस्कृतिक सचिव रविन्द्र मोहन सक्सेना, क्रीडा सचिव कुलदीप रस्तोगी, जनसम्पर्क सचिव मनीष सिंघल, अंकेक्षक संजय रस्तोगी, शरद रस्तोगी, विक्रांत मेंहदीरत्ता, करन थरेजा, राजेश वर्मा, सुनील गुप्ता, सोनिका गुप्ता, सतीश चंद्र मिश्रा, विजय मेंहदीरत्ता, रुपेंदर सिंह लाम्बा, क्षितिज शंखधार, अरविंद गुप्ता, नरेश चंद्र शंखधार, प्रिंस मेंहदीरत्ता, राजीव रायजादा, अतुल गुप्ता, डॉ. सौरभ शंखधार, ओ पी भारद्वाज, हिमांशु यजुर्वेदी, आयुष भारद्वाज, नितेश वाष्र्णेय, अब्बासी पेंटर, आसिम पेंटर सभी का आभार और शुभकामनाएं।

07/07/2021

विनम्र श्रद्धांजलि
आज़ाद भारत के सार्वकालिक महान अभिनेता, उर्दू अदब के जानकार संरक्षक, संजीदा-शालीन आज हम सब से जुदा हो गये। फिल्म की दुनिया में बहुत नायक आएँगे-जाएँगे पर दिलीप साहब जैसा गाम्भीर्य व सहज महानता दोबारा न दीखेगी 😢🇮🇳🙏

30/05/2021

हिंदी पत्रकारिता दिवस की सभी सम्मानित पत्रकार बन्धुओं को हार्दिक शुभकामनाएं । राष्ट्रीय गीतकार डा. उर्मिलेश की ये सुप्रसिद्ध रचना आज के दिवस पर प्रासंगिक है। समर्पण सहित उनकी इस रचना को अपने स्वर में कहने की एक कोशिश की है।
#पत्रकारितादिवस

16/05/2021

#पुण्य_स्मरण
एक दिन की है ये हंसी दुनिया
जाने कब इसकी शाम हो जाये
बाद मुद्दत के लोग याद करें
एक ऐसा भी काम हो जाये

आपकी यह पंक्तियां जो आप पर ही चरितार्थ होती हैं। आपने जो अपनी जिंदगी में किया, वो आज 16 वर्षों बाद भी लोगों को याद है। इन पंक्तियों से प्रेरणा लेकर कुछ आप जैसा करने की कोशिश कर रहा हूँ । आपकी बहुत सारी स्मृतियों को हर दिन, हर पल याद कर आपको हर पल अपने साथ महसूस करता हूँ।
I love u papa❤
Miss u

#डा_उर्मिलेश
(आभार प्रिय रुपेंदर शाक्य सुंदर डिज़ाइन के लिए)

20/04/2021

🚩🚩जय श्री राम 🚩🚩
कोरोना की महामारी फैली आज द्वार द्वार,
बन के सुषेण उपचार कर डालिए
सुरक्षा के सेतुबन्ध के सही प्रबंध हेतु,
जमकर पानियों में पत्थर उछालिए
किसी बलवान हनुमान को तुरंत भेज,
कोरोना की लंका को ही फूंक-फाँक डालिए,
चाहे ऐसे, चाहे वैसे चाहें जैसे भी हो राम!
आज इस बीमारी से देश को संभालिए।।

कृपा करें प्रभु श्री राम👏

25/01/2021

जिंदगी को आज कर्म का नया सितार दो
सुप्त स्वर को शौर्य-स्वाभिमान की पुकार दो
भारती का भाल झुक ना जाये इसलिए
देश प्रेम वाले गीत आज द्वार - द्वार दो

गणतंत्र दिवस की समस्त भारतवासियों को शुमकामनाएं
#डा_अक्षत_अशेष

14/11/2020

#दीपोत्सव_2020
मन की सद्भावना लीजिए
यानी हर प्राथना लीजिए
आपको शुभ हो दीपावली
मेरी शुभकामना लीजिए।।

समृद्धि और प्रसिद्धि के नये द्वार खोलती यह दीपावली आपको सपरिवार शुभ हो

सादर - साभिवादन
#डॉ_अक्षत_उर्मिलेश

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