बिजनेस सलाह एवम ट्रेनिंग
सबसे पहले हम भारतवासी हैं
आइंस्टीन के जो ड्राइवर थे, उन्होंने एक दिन आइंस्टीन से कहा- " सर,आप हर सभा में जो भाषण देते हैं, वह मैंने याद कर लिया है।''
-आइंस्टीन हैरान रह गये!
फिर उन्होंने कहा, "ठीक है, मैं अगली बैठक में जहां जा रहा हूं, वे मुझे नहीं जानते, आप मेरे स्थान पर भाषण दीजिए और मैं ड्राइवर बनूंगा।"
- ऐसे ही हुआ अगले दिन बैठक में ड्राइवर मंच पर चढ़ गई और ड्राइवर ने हूबहू आइंस्टीन की भाषण देने लगा....
दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं. फिर वे यह सोचकर गाड़ी के पास आए कि ड्राइवर आइंस्टीन है।
- तभी एक प्रोफेसर ने ड्राइवर से पूछा, ''सर, रिश्तेदार ने क्या कहा, क्या आप एक बार फिर संक्षेप में बताएंगे?''
- असली आइंस्टीन ने देखा बड़ा खतरा !!
इस बार ड्राइवर पकड़ा जाएगा। लेकिन ड्राइवर का जवाब सुनकर वह हैरान रह गये....
ड्राइवर ने उत्तर दिया. -"क्या यह साधारण बात आपके दिमाग में नहीं आई?
मेरे ड्राइवर से पूछिए वह आपको समझाएंगे "
नोट : "यदि आप बुद्धिमान लोगों के साथ चलते हैं, तो आप भी बुद्धिमान बनेंगे और मूर्खों के साथ ही सदा उठेंगे-बैठेंगे तो आपका मानसिक तथा बुद्धिमता का स्तर और सोच भी उन्हीं की भांति हो जाएगी..!!
एक सूखा पेड़ पड़ा है अकेला आंगन में,,,
कौन कहता है सिर्फ बच्चे #अनाथ होते है....!😔
इंसानियत टैक्स फ्री होती है
अगर कहीं इंसानियत दिखाने का मौका मिले
तो
मौका मत छोड़ना...!!
दुःख हमेशा पीछे देखता है,चिंता इधर उधर देखती है लेकिन विश्वास हमेशा आगे देखता है।
समय यूं ही जाया न करें दिखावे में
वर्ना,,,
जिन्दगी गुजर जाएगी पछतावे में
चांद में दाग है
सूरज में आग है
सब एक दूसरे में कमी निकाल रहे हैं
लेकिन स्वयं में को नहीं देखते
कि हम कितने पाक साफ है
ये मुँह फैलाये पड़ा है हुस्न, शबाब, जवानी, गुरूर, नफ़रत, धर्म, समाज, दौलत, शोहरत, छल, द्वेष, लड़ाई, झगड़े, नफा, नुकसान, ज़िन्दगी गुज़र जाती है और हम लगे रहते हैं एक अघोषित दौड़ में पता ही नहीं चलता कब पहुँच गए अंतिम पड़ाव पर सबको अपना समझ कर चलिए और सब मिलकर खुश रहिये।
🙏
🎉 Facebook ने मुझे इस हफ़्ते का टॉप वायरल क्रिएटर माना है!
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विवाह एक भरोसा है तारीफ उस औरत की जिसने खुद का घर छोड़ दिया
धन्य है वो पुरुष जिसने अंजान औरत को घर सौंप दिया
सम्राट विपिनकुमार
पुराने जमाने में इसे लाइट के लिए उपयोग किया जाता था
आज कल के बच्चो को तो इसका नाम भी नहीं मालूम होगा
पिछले 30 दिनों में मुझे अपनी पोस्ट पर 2,000 रिएक्शन रिएक्शन मिले हैं. आपके सपोर्ट के लिए, आप सभी का धन्यवाद. 🙏🤗🎉
Folwo me
मशरूम की खेती एक आसान और कृषि व्यापार का रूप है। इसके लिए निवेश की जरूरत 3,000 से 4,000 रुपये होती है, जो किसी अन्य किसानी काम की तुलना में बहुत कम है। एक छोटे से 10 गुना 10 फ़ुट के कमरे की ज़रूरत है, जिसे आप मशरूम उगाने के लिए सजा सकते हैं। आप बादाम की खेती के लिए सरकारी कृषि संस्थान से निःशुल्क प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको मशरूम ऑनलाइन की पूरी तकनीक और विज्ञान का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें आपको सिखाया जाता है कि किस से मशरूम को उगाना है, उनकी देखभाल कैसे करनी है और कहां रहना है। इसके अलावा, सरकारी संस्थान आपको विभिन्न स्काइक्स और कीमतों के लिए भी दिशानिर्देश प्रदान करते हैं, जिससे आपकी खेती में और भी अधिक की खोज हो सकती है।
मशरूम की खेती एक आवश्यक प्राकृतिक संसाधन के रूप में प्रसिद्ध हो रही है, विशेष रूप से उन लोगों के बीच जो देश या शहर के निकट हैं, अपने छोटे से पौधे में खेती करने की इच्छा रखते हैं और छोटे उद्यमियों के साथ एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। ।। इसकी कीमत प्रति 150 से 500 रुपये के बीच है। यदि आप छोटे 10 गुना 10 फीट के कमरे में मशरूम की खेती करने का विचार बना रहे हैं, तो आपको लगभग 5000 रुपये की निवेश की आवश्यकता होगी, जिसमें लकड़ी, मिट्टी और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल होगी। आप 10 से 15 हजार रुपये तक कमा सकते हैं, जो एक सामान्य छोटे व्यवसाय के रूप में महत्वपूर्ण हो सकता है। हालाँकि, यदि आप अधिक रिवाइवल कमाना चाहते हैं, तो विचार करें कि आप मशरूम से बनने वाले उत्पाद कैसे खत्म कर सकते हैं। आप चंदन के अचार, पाउडर, पापड़ और अन्य उपयोगी उत्पाद तैयार करके उन्हें बाजार में पेश कर सकते हैं, जिससे आपकी आय को लाखों में भी बढ़ावा मिल सकता है।
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आपकी जिंदगी के नौकरी की भाग दौड़ में लोग अक्षर गांव से शहरों की ओर आ रहे हैं क्योंकि गांव में शहर के मुकाबले काम की समस्या ज्यादा है इसलिए लोग गांव से शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं इसका मुख्य कारण है कि शहरों में काम आसानी से मिल जाता है इसलिए लोग गांव से शहरों की ओर आ रहे हैं।
हालांकि यह सही बात नहीं है क्योंकि शहरों में नौकरी तो मिल जाती है लेकिन महंगाई के कारण गरीब आदमी वहां मार खा जाता है। इसलिए हम आज गांव में रहने वाले लोगों के लिए यह आइडिया लेकर आए हैं जो कम लागत में शुरू करके महीने के अच्छे खासे पैसे बना सकते हैं।
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जिसने पढा ही नहीं बाबा साहब
को वो माने कैसे ।
जिसने पढ लिया बाबा साहब को वो दिल से निकाले कैसे ।
🙏🏻 #जयभीम 🙏🏻
इस अफसोस के साथ न उठो की
आप कल क्या नहीं कर पाए,
बल्कि इस सोच के साथ उठो की आज आप क्या कर सकते हो....
#जयभीम सभी दोस्तों को
गांधी जी और शास्त्री जी की जयंती पर एक बार फिर से सत्य, अहिंसा और सादगी का संकल्प दोहराना है और देश को घृणा-वैमनस्य के वातावरण से स्वतंत्र कराने के लिए ‘नये स्वतंत्रता आंदोलन’ को सफल बनाना है।
तुम्हारे पैरों में जूते भले न हो, लेकिन तुम्हारे हाँथों में किताबें होनी चाहिए।
- बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर
देश की स्वतंत्रता व आने वाली पीढ़ियों के सुनहले भविष्य के लिए, हँसते-हँसते फाँसी के फंदे को चूमने वाले अमर क्रांतिकारी व सच्चे देशभक्त, शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
#किसान
*📮 यह कैसा मृत्युभोज है ???❓*
जिस भोजन को रोते हुए बनाया जाता है,
जिस भोजन को खाने के लिए रोते हुए
बुलाया जाता हैं,
जिस भोजन को आँसू बहाते हुए
खाया जाता हैं,
उस भोजन को
मृत्युभोज कहा जाता है,
😩😩😩😭😭
जिस परिवार मे विपदा आई हो उसके साथ इस संकट की घड़ी मे जरूर खडे़ हो और तन,मन,और धन से सहयोग करे और मृतक भोज का बहिस्कार करे ।
भोजन तभी करना चाहिए जब खिलाने वाले का मन प्रसन्न हो, खाने वाले का मन प्रसन्न हो, लेकिन जब खिलाने वाले एवं खाने वालों दोनो के दिल में दर्द हो, वेदना हो,
तो ऐसी स्थिति में कदापि भोजन नहीं करना चाहिए।
मृत्यु भोज हमारे ऊपर एक कलंक है इसे हम सबको मिलकर खत्म कर देना चाहिये ।।।
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किसानों, युवाओं व शोषित समाज के अधिकारों के लिए संघर्षरत एक साधारण युवा।