History Department YDPG. College Lakhimpur
पढ़ाकू बच्चों और उत्साही शिक्षकों का ?
हर्ष का विषय है कि प्रेम सागर ,इतिहास चतुर्थ सेमेस्टर (सत्र - 2022-23 ) , युवराज दत्त महाविद्यालय के छात्र रहे हैं | आप प्रो० एम के जुत्शी मेमोरियल गोल्ड मेडल हेतु चुने गए हैं।
यह अवार्ड MIH चतुर्थ सेमेस्टर में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को लखनऊ विश्व विद्यालय द्वारा प्रदान किया जाता है ।
👏👏
एमए III सेमेस्टर की होनहार छात्रा मानसी के KVS TGT सोशल स्टडीज़ में चयन पर बधाई ।
आप नई ऊँचाईयों को छुएँ । यही कामना है ।
इतिहास छात्र परिषद , युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी , ‘संवाद’ कार्यक्रम की श्रृंखला में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं हेतु ‘पत्रकारिता एवं जनसंचार माध्यमों में करियर की संभावनायें ‘ विषय पर एक संवाद का आयोजन कर रहा है।
इतिहास छात्र परिषद , युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी द्वारा गांधी पर केंद्रित एवं आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ उनके प्रिय भजन ‘ वैष्णव जन को तेने कहिए जे पीड़ पराई जाने रे ‘ से हुआ प्रस्तुति छात्रा दिव्यांशी की ।
शाम तक updates मिलेंगे । हम क्या क्या करेंगे देखियेगा
‘ इतिहास छात्र परिषद ‘ युवराज दत्त महाविद्यालय, लखीमपुर- खीरी के द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन दिनांक 19.10.2023 को महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में समय 11 बजे पूर्वाह्न
आयोजित किया जा रहा है।
1-’ गांधी एवं स्वतंत्रता आंदोलन ‘विषय पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता
*इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के इच्छुक छात्र छात्राएँ अपना स्मार्ट फ़ोन अवश्य लायें ।*
2-कैलिओग्राफी प्रतियोगिता
*इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग के इच्छुक छात्र छात्राओं को ए4 size के पेपर पार्ट कोई भी सूक्ति वाक्य को किसी भी भाषा में सुंदर तरीक़े से सजावट के साथ लिखना है*
3-पोस्टर प्रतियोगिता -
*विषय ‘गाँधी के quotes एवं रंगीन चित्र या स्केच , हाफ़ साइज के चार्ट पेपर पर आपको बनाना है*
4-स्वरचित काव्य पाठ ( विषय गांधी )
कार्यक्रम में महाविद्यालय का साइंस आर्ट्स कॉमर्स किसी भी विषय का विद्यार्थी प्रतिभाग कर सकता है । इच्छुक छात्र - छात्राएं में रजिस्ट्रेशन हेतु गोल्डन जुबली हॉल में 11 बजे उपस्थित रहें ।
त्रि - दिवसीय गाँधी अध्ययन कार्यशाला के दौरान जो आपने सीखा उन अनुभवों को भी साझा करेंगे।
इतिहास छात्र परिषद, युवराजदत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी
अपने महाविद्यालय के छात्र - छात्राओं हेतु त्रि-दिवसीय ‘गांधी अध्ययनशाला ‘ का आयोजन कर रहा है ।
आज दूसरे दिन की झलकियाँ
#वाईडीसी की किताबशाला
इतिहास छात्र परिषद, युवराजदत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी
अपने महाविद्यालय के छात्र - छात्राओं हेतु त्रि-दिवसीय ‘गांधी अध्ययनशाला ‘ का आयोजन कर रहा है ।
आज प्रथम दिन की झलकियाँ
#वाईडीसी की किताबशाला
इतिहास छात्र परिषद , युवराजदत्त महाविद्यालय, लखीमपुर खीरी ने बिरसा मुंडा की स्मृति में सफलता पूर्वक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया ।
रुचि ,जैनब , रौनक़, शैफ़ाली शिवांगी श्रुति का विशेष योगदान रहा ।
इतिहास छात्र परिषद के छात्र बधाई के पात्र हैं ।
सत्तावनी क्रांति की याद में इतिहास छात्र परिषद द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
सफ़िया, सुशील और शिवांगी ने अपने विचार प्रस्तुत किए ।
महाविद्यालय के शिक्षकों में देशराज जी विभागाध्यक्ष तथा मानवेन्द्र जी असिस्टेंट प्रोफ़ेसर , हिन्दी विभाग तथा रचित कुमार असिस्टेंट प्रोफ़ेसर इतिहास ने क्रांति के स्वरूप पर प्रकाश डाला ।
विभागाध्यक्ष डा० नूतन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
पोस्टर रौनक़ सचान द्वारा बनाया गया , सबकी उपस्थिति रजिस्टर करने की जिम्मेदारी दिव्या ने सँभाली , फोटो खींचने का दायित्व राहुल ने निभाया ।
कार्यक्रम की झलकियाँ
इतिहास विभाग से हमारे दो छात्रों
आशीष एमए पास आउट और हरपाल एमए II सेमेस्टर ने दिसंबर 2022 यूजीसी नेट परीक्षा में क्रमशः नेट और जेआरएफ़ पास किया ।
आज ही एक अच्छी खबर मिली कि एमए II सेमेस्टर के छात्र मोहम्मद अकबर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट जूनियर असिस्टेंट के रूप
में चयन हो गया है ।
इतिहास विभाग आप सभी की इस अकादमिक सफलता पर गदगद है । भविष्य में आप उत्तरोत्तर उन्नति करें ।
छोटे छोटे शहरों से बड़ी बड़ी खबरें आने लगी हैं
लखीमपुर शहर के युवराज दत्त महाविद्यालय के कई छात्रों ने अपने दम पर NET JRF में सफलता पायी है ।
आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में आज दिनांक 30 जनवरी 2023 को ‘ शहीद दिवस ‘ के अवसर पर युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी के ‘इतिहास छात्र परिषद’ द्वारा ‘गांधी की याद में’ विषय पर डा ० नूतन सिंह विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग तथा असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रचित कुमार के संयोजन में एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए डा ० नूतन सिंह ने कहा कि ऐसे समय में जब गांधी बनाम गोडसे के विवाद को तेज किया जा रहा हो , हमें मानवता के पुजारी सत्य अहिंसा जैसे शस्त्र को अपनाकर देश को आज़ादी दिलाने वाले गांधी और उनके विचारों को बार बार समझने की आवश्यकता है ।
कार्यक्रम की शुरुआत इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रचित कुमार ने विषय का प्रवर्तन करते हुए गांधी जी के राष्ट्रीय आंदोलन में उनका योगदान पर चर्चा की।
शिक्षकों में राजनीति विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर विजय प्रताप सिंह ने गांधी एक विचार है पर अपनी बात रखते हुए कहा कि गांधी मर सकते हैं परंतु गांधीवाद नहीं । तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष डा.संजय कुमार ने गांधी जी की हिंद स्वराज पुस्तक के बारे में चर्चा करते हुए उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला ।
वनस्पतिविज्ञान विभाग के डा. डी.के. सिंह ने गांधी जी के जीवन से विविध आयामों की चर्चा करते हुए उसको अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
विचार संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर हेमंत पाल ने भारत की स्वतंत्रता में गांधी जी की उल्लेखनीय भूमिका के बारे में चर्चा करते हुए वैश्विक राजनीति में गांधी के योगदान पर अपने विचारों से लोगों को अवगत कराया तथा इस बात पर जोर दिया की छात्र छात्राएं गांधी जी के जीवन से सत्य अहिंसा जैसे विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए कैसे अपने जीवन को सफल बनाते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं।अपने वक्तव्य में उन्होंने इतिहास छात्र परिषद को इस संगोष्ठी के सफलता पूर्वक आयोजन हेतु बधाई दी ।
भारी संख्या में छात्र छात्राओं की उपस्थिति के बीच कुछ छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए । इस क्रम में एम.ए.प्रथम सेमेस्टर की छात्रा जैनब ने गांधी जी के जीवन के कुछ रोचक प्रसंगों की चर्चा की।इसी क्रम में छात्र आशीष ने गांधी की आत्मकथा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रा प्रज्ञा वर्मा ने गांधी की समाजवादी विचारधारा के बारे में लोगों को अवगत कराया । अंत में परास्नातक इतिहास के छात्र जावेद अहमद ने गांधी और वर्तमान राजनीति में उनके विचारों की प्रासंगिकता पर चर्चा की। प्राचार्य द्वारा इन्हें सहभागिता प्रमाणपत्र प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया ।
संगोष्ठी में पंडित वंशीधर शुक्ल के लिखे गीत
‘ मेरे चरखे का टूटे न तार ,
चरखवा चालू रहे
का ज़िक्र भी किया गया ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, ,डा० ज्योति पंत , डा० एस० के ० पांडे , डॉ इष्ट विभु, डा.विशाल द्विवेदी,मनोज कुमार , डा.विनोद सिंह,डा.अमित सिंह, डा.सुभाष चंद्रा,डा.ओ.पी. सिंह,धर्म नारायण ,सौरभ वर्मा,सत्येंद्र पाल सिंह की सक्रिय उपस्थिति बनी रही।
‘इतिहास छात्र परिषद ‘ युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी
ने आज स्नातक परास्नातक के छात्र - छात्राओं की सामूहिक गोष्ठी का आयोजन किया , एक अनौपचारिक कार्यशाला ।
स्थान - वही , कमरा नंबर 20. इस कमरे ने कई बच्चों की थरथराती आवाज़ और काँपते पाँवों को मज़बूती दी है ।
आज न केवल गुमनाम नायक को याद किया अपितु इस प्रकार के कार्यक्रम व्यक्तित्व के विकास में किस प्रकार सहायक हो सकते हैं यह फीडबैक भी दिया । यह फीडबैक दिया छात्रा सफ़िया ने ।
वक्ता रहे - जावेद , अनिल, सुनीता , रेशमा
अवसर था हमारे गुमनाम नायक ‘ ज़तींद्र नाथ मुखर्जी की जन्म तिथि पर उन्हें याद करने का .
आज़ादी का अमृत महोत्सव के बहाने , इस गुमनाम नायक, जिसे बाघा मुखर्जी के नाम से भी जाना जाता है , याद किया गया ।
आप भी गूगल करें ।
हम ऐसे ही कार्यक्रमों के मार्फ़त इतिहास विभाग द्वारा की जा रही सह शैक्षणिक गतिविधियों को आपको बताते रहेंगे ।
आप जानेगे इस विभाग के स्पंदन को ।
झलक देखें
फोटो क्रेडिट
सतीश कनौजिया
Dhananjay Rai’s (Visiting Fellow at CSDS) article ‘Cinema as Inherent Transgression’ in the Seminar. https://india-seminar.com/semframe.html
इतिहास छात्र परिषद हमारे महाविद्यालय की छात्रों की गतिविधियों क़ा आइना है ।
‘इतिहास छात्र परिषद’ युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी ने विभागाध्यक्ष डा० नूतन सिंह एवं असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रचित कुमार के निर्देशन में सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर 2022 को एक विचार गोष्ठी क़ा आयोजन किया ।
शिक्षकों में सौरभ वर्मा , विजय प्रताप सिंह एवं प्राचार्य हेमंत पाल मुख्य वक्ता रहे ।
छात्रों में प्रेम सागर व अनुराग पटेल ने भाषण एवं कविता पाठ किया ।
जहां छात्र जावेद ने प्रेस नोट बनाया वहीं अरीबा ब्रजेश एवं अनुराग ने फ़ोटो ग्राफ़ी की ज़िम्मेदारी सम्भाली ।
इस तरह से हमने भारत के निर्माता बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धापूर्वक याद किया।
हमारे छात्र
प्रेम सागर का
भारत छोड़ो आंदोलन पर वक्तव्य
आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में
प्रेम सागर, और विनय चतुर्वेदी इतिहास के छात्र
भारत छोड़ो आंदोलन और अरुणा आसिफ़ अली पर पर अपने विचारों की प्रस्तुति करते हुए
मंच पर बोलते अपने छात्रों को देख हम पुलकित रहते हैं
“शहीदों की मज़ारों पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पर मरने वालों का यही बाक़ी निशाँ होगा
कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज देखेंगे
जब अपनी ही ज़मीं होगी और अपना आसमाँ होगा”
आज ऐसा ही मेला लगाया युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी के हमारे इतिहास परिषद के छात्रों और छात्राओं ने ।
उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन और काकोरी के शहीदों की स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन किया ।
झलकियाँ हम टुकड़ों में कई दिन दिखाएँगे ।
तैयार रहिए ।
ये श्वेतांक दीक्षित है तीन साल पहले ये हमसे मिले । गांधी के बारे में सुनी सुनाई बातों पर इनके विचार बिल्कुल अलग थे । हमने एक
महीने गांधी अध्ययन कार्यशाला चलायी । गांधी की आत्मकथा पढ़ा गांधी फ़िल्म देखी और उसके बाद श्वेतांक के मन में गांधी की प्रति पूर्वाग्रह में बदलाव आया ।
और कवि हृदय श्वेतांक ने गांधी पर कुछेक कविताएँ लिख डाली ।
आज इन्होंने स्वरचित कविता का पाठ किया
भारत छोड़ो आंदोलन - १
इतिहास छात्र परिषद युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी द्वारा आयोजित मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत “1857 की क्रांति में रानी अवंतीबाई का योगदान” विषय पर वक्तव्य देते परास्नातक इतिहास के छात्र जावेद अहमद
छात्रा बोलती हुई
programme at Y DPG College Lakhimpur kheri
voice of students
4/03/2022 को अपनी स्थापना के पाँचवें वर्ष में “इतिहास छात्र परिषद” ,युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर ने महाविद्यालय के नेट जे॰आर॰एफ़॰ उत्तीर्ण छात्रों के अभिनंदन में “Success Story “ कार्यक्रम का आयोजन किया । सफल छात्रों ने अपने अनुभव बाँटे। सभा में उपस्थित छात्र छात्राएँ लगातार प्रेरक भाव से मंत्रमुग्ध से बैठे रहे ।
छात्रों से मिले फ़ीडबैक इस बात की पुष्टि करते हैं कि
आयोजन अपने उद्देश्य में पूर्णत: सफल रहा
और यही बात निकल कर आयी कि “ कड़ी मेहनत, दूर दृष्टि , पक्का इरादा और अनुशासन ही सफलता का मूल मंत्र है ।
विभाग के लिए अत्यंत हर्ष की बात है कि इतिहास की पूर्व छात्राएँ
रवनीत ने JRF क्लीयर किया है और अनामिका ने NET क्लीयर किया ।
बहुत बहुत बधाइयाँ
अच्छी खबरों का सिलसिला चल पड़ा है । ख़ुशी और गर्व के पल हमें ऊर्ज़ा से भर देते हैं ।
खबर ये है कि -
युवराजदत्त महाविद्यालय लखीमपुर की इतिहास की छात्रा रवनीत , जो इस समय एम॰ए॰ फ़ाइनल में हैं , उसने अपने पहले प्रयास में नेट की परीक्षा पास कर ली है।
ये हमारी वो छात्रा है जिसने बी॰एच॰यू॰ की प्रवेश परीक्षा में टाप रैंक हासिल किया लेकिन घरेलू कारणों से प्रवेश नहीं लिया ।
रवनीत को ढेरों शुभकामनाएँ!!!
हमारी इतिहास की तीन और छात्राओं काजल दीक्षा अनामिका ने भी UGC NET परीक्षा में बेहतर प्रयास किया है ।
दो अन्य विद्यार्थी जो मेरे विषय के नहीं लेकिन मेरे दिल के क़रीब हैं , और हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थी है। इन दोनों ने अपने अपने विषय में JRF निकाला है।
एक हैं -शुभदा जो अपने महाविद्यालय में अर्थशास्त्र की छात्रा है और दूसरे शोभित जो अभी बी॰ एड ० के छात्र हैं, उन्होंने इतिहास विषय में जेआरएफ़ क्लीयर किया ।
हमारे सभी बच्चों को इस सफलता के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएँ ।
मन गदगद है।
इन सबने अपने दम पर सफलता पायी है।
नूतन सिंह
शाबाश Ruchi
इतिहास विभाग के लिए ख़ुशी और गर्व के पल हैं,
जब दुनिया कोरोना से लड़ाई में लगी थी ये लड़की मछली की आँख पर निशाना लगाने की तैयारी में थी, और निशाना भी एक बार में ही लगा लिया।
तमाम घरेलू रोक टोक, समाजिक पारिवारिक बाधाओं के बीच उसने इधर बीए पास किया और तुरंत बी एड में दाख़िला भी हो गया । मज़े की बात है वो भी युवराजदत्त महाविद्यालय में।
पुरानी तस्वीर आँखों के सामने घूम गई जब कुछ समझ नहीं आ रहा था तो हमने बी एड करने का सोचा लेकिन हमारे गुरुजी ने सीधे हमें मना किया कि बी॰एड नहीं करना है ।और क़िस्मत मेरी, हम अपनी पसंद की सेवा में आए ।
ये लड़की इतनी पढ़ाकू है कि हमारा बार बार ये मानना है कि इसे उच्च शिक्षा विभाग में आना है।
हमारा ये सपना पूरा हो , इसी शुभकामना के साथ उपलब्धि की यह सीढ़ी खूब मुबारक हो।
नूतन
कोरोना के प्रकोप ने पूरे विश्व को हिला के रख दिया। ऐसे में हम अछूते कैसे रह सकते थे।
बच्चे अपने घरों में । कोई एक्टिविटी हो तो कैसे !!
दूसरों की देखा देखी रास्ता निकाला गया।
इसी का परिणाम था आज 08/11/2020 का वेबिनार।
इतिहास छात्र परिषद द्वारा इस सत्र में पहला आयोजन ।
विषय था- अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020।
इस समसामयिक विषय पर विचार विमर्श व प्रश्न उत्तर के माध्यम से बच्चों ने अमेरिका के राष्ट्रपति की चुनावी प्रक्रिया, मतदान पद्धति, मतगणना प्रक्रिया , इलेक्टोरल कालेज , काकस , प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन , कोरोना महामारी का चुनाव पर प्रभाव , बढ़े हुए वोट प्रतिशत जैसे तमाम मुद्दों पर जानकारी हासिल की। हमारे वक्ताओं ने छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों पर रोचक एवं तथ्यात्मक जानकारी दी ।
गूगल मीट के माध्यम से हमारे विशिष्ट वक्ता विजय प्रताप सिंह युवराज दत्त कालेज लखीमपुर से एवं मुख्य वक्ता जे सुशील सेंट लुईस, मिज़ूरी से और छात्र छात्राएँ अपने अपने घरों से इस वेबिनार में जुड़े।
कोरोना की तालाबंदी पूरी तरह ख़त्म नहीं हुई । ख़ासकर छात्रों के लिए। ऐसे में जिनके पास मोबाइल लैपटोप है वे ही बच्चे वेबिनार में सम्मिलित हो सके।
कार्यक्रम की झलकियाँ
विभागीय पुस्तकालय में आज ये शामिल हुई । बच्चे खुद पढ़ेंगे और समझ विकसित करेंगे।
एक सफल आयोजन किसी में ऊर्जा का संचार करने का मंतर है और वह ऊर्जा हमने खींच कर अपने अंदर भर ली।
उत्तर प्रदेश सरकार के ‘मिशन शक्ति ‘अभियान के तहत आज युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी द्वारा स्त्री सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों लैंगिक समानता, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, हेल्पलाइन नम्बर की उपयोगिता एवं आर्थिक स्वावलम्बन , पाक़्सो ऐक्ट इत्यादि पर एक वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस आयोजन के पश्चात यदि समाज में रत्ती भर , बूँद भर भी जागरूकता फैलती है तो आयोजन सफल माना जाना चाहिए।
आयोजन की झलक—
कोरोना महामारी के इस दौर में बीती शताब्दियों में आयी महामारियों एवं उनसे निपटने के तरीक़ों को जानने की तलब से जब हमने प्लेग पर लिखी “ प्लेग” नामक किताब जो ‘आल्बेयर कामू’ ने लिखा उसे पढ़ा
(मूल रूप से La peste नाम से प्रकाशित)
25 August 1962
Raajkamal prakashan
7/-रुपए मूल्य
हिंदी अनुवाद शिवदान सिंह चौहान व विजय चौहान ने किया है ।
भारत के संदर्भ में प्राचीन काल में किसी महामारी को प्लेग कहते थे। भारत में 1835 के आसपास प्लेग सबसे पहले गुजरात के कच्छ और काठियावाड़ बाद में हैदराबाद सिंध और अहमदाबाद में फैला और कुछ कुछ साल बाद प्लेग फैलता रहा । सैकड़ों लोगों की प्लेग से जान जाती रही। ब्रिटिश काल में सूरत में फैली प्लेग और उससे निबटने की तैयारियों के बीच प्रशासन के ग़लत रूख ने कई बार आंदोलनकारियों को उद्वेलित किया ।इसके लिए 1853में जाँच कमीशन की नियुक्ति हुई। प्लेग सबसे अधिक उस समय के मुंबई और बंगाल प्रांत में फैला।
नई औषधियों के आने से पूर्व प्लेग का एक ही इलाज था चूहों का विनाश और दूसरा चूहे गिरने के स्थानों को छोड़ देना। बाद में इसके टीके उपलब्ध हो गए।
प्लेग की सवारी जीवाणु चूहे और पिस्सू के त्रिकोण से चलती है।
उपन्यास में अफ़्रीका में अलजीरिया के ओरान शहर की बीसवीं सदी के पचासवें दशक की कहानी है जो फ्रांस का एक उपनिवेश था। वहाँ जब प्लेग की शुरुआत हुई तब बीसवीं सदी के अप्रैल का महीना था। चूहों के अचानक मरने के साथ इस महामारी की शुरुआत हुई। अचानक बहुत भारी संख्या में चूहे मरने लगे । सभी लोग आश्चर्य करने लगे और म्यूनिसिपैलिटी को आरोपित करने लगे । साफ़ सफ़ाई पर ध्यान दिया जाने लगा।
जब तक चूहे मर रहे थे तब तक तो बात आश्चर्य की ज़रूर थी किंतु बहुत अधिक चिंताजनक नहीं थी ।
किंतु जब मनुष्य उसी तरह मरने लगे जैसे चूहे तब इस बीमारी ने सभी प्रमुख अधिकारियों को इस महामारी पर गम्भीरता पूर्वक सोचने पर मजबूर किया।
धीरे धीरे पूरा शहर चपेट में आ गया फिर शहर के फाटक बंद किए गए । कोई बिना विशेष कारण के शहर के अंदर बाहर नहीं जा सकता था। आज की तरह उस समय भी कुछ लोगों के क़रीबी कुछ इधर रह गए और कुछ उधर
प्लेग चूहों और उनपर पलने वाले पिस्सुओं से फैलता था जिसके लक्षण थे- तेज़ बुखार, बदन दर्द , अकड़न, ख़ून की उलटी, बग़ल व जाँघों में ख़ून मवाद से भरी बदबूदार गिलटियाँ नाड़ी का फड़फड़ाना और फिर मौत।
आज की तरह ही कई अख़बार छपने कम हो गए या फिर बंद हो गए।
दवा बचाव के लिए एक ही तरीक़ा सबको पता था-पिपरमेंट की गोलियों को चबाना।
प्लेग समाचार नाम से एक लोकल नअख़बार निकलने लगा जिसमें सिर्फ़ प्लेग की ख़बरें होती थीं।
धीरे धीरे प्लेग न्यूमोनिक हो गई और हवा एवं साँस के माध्यम से फैलने लगी । चूँकि इसकी दवा अभी तक इजाद नहीं हुई थी इसलिए डाक्टर अन्दाज़ से इलाज कर रहे थे।
धीरे धीरे सरकार पर ही आश्रित न रहकर लोग ‘सेनेटरी स्कवैड ‘ वालंटियर्स के बनाने लगे ।साफ़ सफ़ाई , प्लेग पीड़ितों की मदद में सहयोग करने लगे।
अधिक संख्या में लोगों के मरने के कारण क़ब्रों की गहराई बढ़ा दी गई और सामूहिक रूप से दफ़न किया जाने लगा और लाश पर चूना डाल दिया जाता था ताकि जल्दी से लाशें जल जाँय । इसी तरह के और भी नए नए उपाय भी किए जा रहे थे।
लगभग नौ माह चली इस महामारी में धीरे धीरे लोगों में अवसाद फैल गया और वे किसी की मौत पर तटस्थ रहने लगे।
अंधविश्वास ने धर्म का स्थान ले लिया ।
हालाँकि लोग मन बहलाने के साधन भी अख़्तियार करते थे।
Nutan
क्रमशः
B. Ed. में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी अवगत हों
https://youtu.be/S4mkjcHmaioदूरदर्शन धन्यवाद
National Seminar in YD College (DD News Coverage) Interdisciplinary National Seminar "Role of Women in Making History of Modern India"
Farewell 2020
राष्ट्रीय सहारा. राष्ट्रीय संगोष्ठी की मीडिया कवरेज के लिए धन्यवाद.
धन्यवाद Hyme yoga
24 जनवरी 2020 को युवराजदत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का लाइव प्रसारण आप फ़ेस्बुक पर देख सकेंगे।
हमारे सहयोगी के रूप में प्रसारण करने की सहर्ष स्वीकृति दी है Hymn Yoga ने।
Countdownseminar
सिर्फ़ और सिर्फ़ एक हफ़्ते ।
सेमिनार में मात्र 12 दिन शेष.........
उन अध्येता साथियों के लिए यह मैसेज है जिन्होंने अभी तक शोधपत्र/ सारांश नहीं भेजे हैं ।
-आप कृपया 20 जनवरी तक निम्नलिखित पते पर ईमेल कर दें
[email protected] पर प्रेषित कर दें।
-जो साथी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। वे Whatsapp पर details भेज दें ताकि मैं बैंक से मिला लूँ।
-जो साथी 24 जनवरी को आयोजन स्थल पर ही पंजीकरण करवाएँगे ,उनसे आग्रह है कि अपने आने की पूर्व सूचना दें।इससे हमें आयोजन में सुविधा रहेगी।
आभार सहित
नूतन सिंह
(संगोष्ठीआयोजन सचिव)
निःसंकोच पूछताछ करें-
9415148714
सूचना
20 दिन बाद सेमिनार । सहभागिता की तैयारी कर लें
सेमिनार में सारांश/पूर्ण शोधपत्र( abstract / fullResearch paper ) भेजने और ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन की अंतिम समय सीमा बढ़ा कर 20 January 2020 कर दी गई है।
साथियों से अनुरोध है कि
-ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करने के बाद यदि दूसरे किसी के अकाउंट के माध्यम से धनराशि NEFT कर रहे हों तो अपने नाम के उसके नाम का उल्लेख अवश्य कर दें और हमें मैसेज कर दें फ़ोन Whatsapp या मेल से ,जिससे हमें मिलान करने में असुविधा न हो ।
साथ ही ब्रोशर में दिए नम्बर पर भी रजिस्ट्रेशन स्लिप की डिटेल Whatsapp से भेज दें । या [email protected] पर मेल कर दें।
ताकि आप को भी हम एक रजिस्ट्रेशन नम्बर आवंटित कर सकें। और भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा से बच सकें।
सूचना
सेमिनार में सारांश/पूर्ण शोधपत्र( abstract / fullResearch paper ) भेजने और ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन की अंतिम समय सीमा बढ़ा कर 20 January 2020 कर दी गई है।
साथियों से अनुरोध है कि
-ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करने के बाद यदि दूसरे किसी के अकाउंट के माध्यम से धनराशि NEFT कर रहे हों तो उसके नाम का उल्लेख अवश्य कर दें जिससे हमें मिलान करने में असुविधा न हो ।
साथ ही ब्रोशर में दिए नम्बर पर भी रजिस्ट्रेशन स्लिप की डिटेल Whatsapp से भेज दें । या [email protected] पर मेल कर दें।
ताकि आप को भी हम एक रजिस्ट्रेशन नम्बर आवंटित कर सकें। और भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा से बच सकें।
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महोदय,Shikshamishan पेज पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद l NEWSPAPER,GK, UPSC, All Exam,JION NOW
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Lakhimpur, 262727
Hello my friends welcome to my page army , comedy video dekhane ko milege ?