Shree Mahakal lok ujjain
जय श्री महाकाल , जय मां हरसिद्धि
महाकाल लोक की हिस्ट्री: हजार साल पहले इल्तुतमिश ने तोड़ा, अब फिर 190 मूर्तियों की स्थापना से हुआ गुलजार
कहा जाता है कि महाकाल मंदिर का निर्माण द्वापर युग से भी पहले हुआ था. कई पौराणिक और काव्य कथाओं में महाकाल मंदिर का उल्लेख मिलता है. इतिहास बताता है कि महाकाल मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ. 11वीं सदी में इल्तुतमिश ने मंदिर को नष्ट कर दिया था. बाद में हिंदू राजाओं ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था.

Har har mahadev 🚩🚩🚩
कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने गुरूवार को हरिफाटक ब्रिज के समीप स्थित निर्माणरत मेघदूत वन पार्किंग स्थल और श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने सर्वप्रथम मेघदूत वन पार्किंग स्थल पहुंचकर वहां चल रहे निर्माण कार्य की जानकारी प्राप्त की।गौरतलब है कि शीघ्र ही उक्त दोनों स्थलों का लोकार्पण किया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर ने पार्किंग स्थल के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये कि समय-सीमा में स्थल का निर्माण कार्य पूरा किया जाये। पार्किंग स्थल का नाम बड़े अक्षरों में लिखवाया जाये। इस दौरान निगमायुक्त (कार्यकारी निदेशक, युएससीएल) श्री रोशन कुमार सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, मंदिर प्रशासक श्री संदीप सोनी, स्मार्ट सिटी अधीक्षण अभियंता श्री नीरज पांडे एवं स्मार्ट सिटी की पूरी टीम मौजूद रहीं।
...अशोक जाट +918319087965
शाही सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर बैठक सम्पन्न
उज्जैन 09 सितम्बर। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा ने शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम के सभाकक्ष में सोमवार को भगवान महाकालेश्वर की निकलने वाली शाही सवारी की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बैठक की।
बैठक में पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से शाही सवारी के मार्ग, शाही सवारी व्यवस्था के क्रम, सवारी में शामिल होने वाली भजन मण्डली, स्थापित किये जाने वाले स्वागत मंच तथा बैण्ड की जानकारी दी गई।
बैठक में सुझाव दिये गये कि शाही सवारी में छोटे बच्चे प्रतीकात्मक स्वरूप पालकी लेकर न आये। सवारी के दौरान भगवान की पालकी पर पुष्पवर्षा की जाये, परन्तु आर्टिफिशियल कागज और पॉलीथीन के रंग-बिरंगे फूलों को उड़ाने से रोका जाये।
कलेक्टर ने बैठक में एमपीईबी के अधिकारियों को सवारी के दौरान विद्युत सम्बन्धी आवश्यक व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिये। पीडब्ल्यूडी को प्रॉपर बेरिकेटिंग करने के लिये कहा। पालकी के आसपास सुरक्षा की दृष्टि से लगाये जाने वाले रस्से की डिजाईन दो लेयर में की जाने पर विचार-विमर्श किया गया। कलेक्टर ने कहा कि शाही सवारी बहुत बड़ा आयोजन है। इसकी तैयारी अच्छे-से करें। सभी अधिकारी सवारी के एक दिन पूर्व कागज पर खाका तैयार करें। प्रयास किया जाये कि रात्रि 10.30 बजे तक पालकी मन्दिर में पहुंच जाये। अधिकारी तैयारी में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें।
पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा ने निर्देश दिये कि सवारी के पूर्व सभी स्वागत मंचों की चेकिंग की जाये। इस बार सवारी में चलने वाली भजन मण्डलियों में से हर सात मण्डलियों पर एक अधिकारी तैनात किया जायेगा। कमजोर और जर्जर मकानों की छतों और छज्जों पर लोगों को एकत्रित न होने दिया जाये।
बैठक में एडीएम श्री अनुकूल जैन, प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति श्री संदीप सोनी, नगर निगम आयुक्त श्री रोशन कुमार सिंह एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
अशोक जाट उज्जैन +918319087965
मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि आवंटन आदेश जारी
उज्जैन 6 सितम्बर । उज्जैन में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज की भूमि के आवंटन आदेश कलेक्टर द्वारा जारी कर दिये गये है । तहसीलदार नजूल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तहसील कोठी महल के ग्राम मालनवासा सर्वे क्रमांक 80/2 रकबा 1.097 हे0 में से 0.334 हे0, सर्वे नं. 81 रकबा 5.299 हे0 में से रकबा 0.783 हे0, सर्वे क्र. 82/2/1 रकबा 2.372 हे0, सर्वे क्र. 112/1 रकबा 1.369 हे0 सर्वे नं. 113 रकबा 0.167 हे0, सर्वे नं. 114 रकबा 0.084 हे0 सर्वे नं. 115/1, 115/2 रकबा 1.682 हे0 में से 1.640 हे0 सर्वे नं. 124/1 रकबा 4.651 हे0. में से 0.606 हे0, सर्वे नं. 125 रकबा 0.146 हे0 सर्वे नं. 127 रकबा 3.125 हे0 में से 2.090 हे0, सर्वे नं. 129/1 रकबा 0.010 हे0 कुल किता 12 कुल रकबा 9.601 हे0 भूमि चिकित्सा शिक्षा विभाग को चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना हेतु आवंटित की गई है।
अशोक जाट +918319087965
*____ सिर्फ 2 साल बाद धर्म नगरी उज्जैन का स्वरूप कुछ अलग होगा,,,
*___ ,एक शानदार यूनिट मॉल की भव्य इमारत दिखाई देगी,,,
*_____ ,महाकाल लोक के साथ महाकाल लोक -2 अलग नजारा दिखाई देगा,,,,
*_____ विक्रम नगर उद्योगपुरी में इंडस्ट्री का जाल दिखाई देगा,,,
____ लाखों लोगों को इन इंडस्ट्री में रोजगार के अवसर पैदा होते दिखाई देंगे,,,,
आगर रोड की जमीनों पर शानदार इमारत की श्रृंखला दिखाई देगी,,,,
*____ विक्रम नगर में आधुनिक शैली का उपनगर दिखाई देगा,,
*_____ वन स्टार फाइव स्टार होटल तक की इमारतें खड़ी दिखाई देगी,,,
*_____ पुराने शहर की सड़कों का चौड़ीकरण एवं सर्व सुविधा युक्त ट्रैफिक की व्यवस्था दिखाई देगी
,*____ मेरा शहर बदल रहा है भारतीय संस्कृति के साथ-साथ आधुनिकता सर्व सुविधाओं के साथ महानगरों सा दृश्य शहर में दिखाई देगा।
#अशोक_जाट_उज्जैन_मोबाइल_ +918319087965
नागपंचमी पर्व 2023 के उपलक्ष्य पर आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाएं
श्री महाकालेश्वर मन्दिर में दिनांक 21 अगस्त 2023 को नागपंचमी पर्व मनाया जाएगा, साथ ही श्रावण मास का सप्तम सोमवार होने से बाबा महाकाल की सवारी का नगर भ्रमण पर निकलना भी निर्धारित है। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट दिनांक 20 अगस्त 2023 को रात्रि 12ः00 बजे खुलकर दिनांक 21 अगस्त 2023 को रात्रि 12ः00 बजे तक खुले रहेंगेे। इस उपलक्ष्य पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में पधारे समस्त श्रद्धालुओं का श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति हार्दिक अभिनंदन करती है।
दर्शन समय (नागचन्द्रेश्वर)- दिनांक 20 अगस्त 2023 को मध्य रात्रि 12ः00 बजे से 21 अगस्त 2023 की रात्रि 12ः00 बजे तक।
श्रद्धालु 21 अगस्त 2023 को रात्रि 10ः00 बजे तक कतार में लग सकेंगे।
नागचन्द्रेश्वर भगवान के दर्शन हेतु निर्धारित मार्ग -
आगंतुक समस्त श्रद्धालु भील समाज धर्मशाला से प्रवेश कर - गंगा गार्डन के समीप से - चारधाम मंदिर पार्किंग स्थल जिगजेग- हरसिद्धी चैराहा - रूद्रसागर के समीप से - बड़ा गणेश मंदिर - द्वार नम्बर 04 अथवा 05 के रास्ते - विश्रामधाम - एरोब्रिज से होकर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन करेंगे। दर्शन उपरांत एरोब्रिज के द्वितीय ओर से- रेम्प- मार्बल गलियारा - नवनिर्मित मार्ग से - प्रिपेड बूथ चैराहा पहुंचेंगे - द्वार नंबर 04 अथवा 05 के सम्मुख से - बड़ा गणेश मंदिर - हरसिद्धि चैराहा - नृसिंह घाट तिराहा होते हुए पुनः भील समाज धर्मशाला पहुंचेंगे।
भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु निर्धारित मार्ग - आगंतुक समस्त श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय के समीप - सरफेस पार्किंग से प्रवेश कर - नंदीद्वार - श्री महाकाल महालोक - मानसरोवर भवन में प्रवेश कर - फेसेलिटी सेंटर-01 - मंदिर परिसर - कार्तिक मण्डपम् में प्रवेश कर, कार्तिक मण्डपम् - गणेश मण्डपम् से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन उपरांत आपातकालीन द्वार से - अनादिकल्पेश्वर महादेव मंदिर के समीप से - निर्माल्य द्वार - श्री महाकाल महालोक में प्रवेश कर - पिनाकी द्वार से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
पार्किंग व्यवस्था -
नागपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु आगंतुक श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उज्जैन शहर में चारो ओर से आने वाले मार्गो के चयनित स्थानों पर अस्थाई रूप से वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिनका विवरण निम्नानुसार है:-
मुख्य पार्किंग व्यवस्था:-
कर्कराज पार्किंग (समस्त वाहनो के लिए) कलोता समाज धर्मशाला (दुपहिया/प्रशानिक वाहनो हेतु)
इंदौर रोड़ से आने वाहनों की
पार्किंग व्यवस्था:-
शासकीय इंजिनीयरिंग महाविद्यालय तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड का मैदान हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार मन्नत गार्डन (नगर निगम)
देवास, मक्सी, आगर रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग व्यवस्था:-
शासकीय इंजिनीयरिंग
महाविद्यालय का मैदान प्रशांति धाम पार्किंग बड़नगर, नागदा रोड़ से आने वाहनों की पार्किंग व्यवस्था:-
मुल्लापुरा पार्किंग (धान उपार्जन केन्द्र)
कार्तिक मेला मैदान पार्किंग
आदिनाथ जैन पार्किंग (बड़नगर रोड़
उदासिन अखाड़ा/निर्मोही अखाड़ा (बड़नगर रोड़)
वाहन पार्किंग से मंदिर प्रवेश द्वार तक श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए निःशुल्क बस चालन की व्यवस्था -
उक्त स्थापित की गई वाहन पार्किंग से श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पर सरलता से आवागमन कर सके, इस हेतु 50 बसे स्थापित वाहन पार्किंग से मंदिर के प्रवेश द्वार तक निःशुल्क चलाई जावेगी, जिससे श्रद्धालु पार्किंग स्थल से मंदिर के प्रवेश स्थल तक सरलता से आवागमन कर सकेंगे।
जूता स्टेण्ड -
आगंतुक श्रद्धालुओं की चरण पादुकाएं सुव्यवस्थित रूप से रखने के लिए मंदिर की ओर आने वाले मार्गो के चयनित स्थल पर जूता स्टेण्ड स्थापित किए गए है। जिनका विवरण निम्नानुसार है:-
भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे आगन्तुक समस्त श्रद्धालुओ के लिए भील समाज धर्मशाला में वृहद स्तर का जुता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।
भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे शहर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओ की लिए हरसिद्वी पाल पर जुता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।
भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु पधारे समस्त श्रद्धालुओं के लिये सरफेस पार्किंग में जूता स्टेण्ड स्थापित किया गया है।
उक्त स्थापित किए गए जूता स्टेण्ड पर श्रद्धालु अपनी चरण पादुकाएं सुव्यवस्थित रूप से रखकर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन हेतु प्रवेश कर सकेंगे एवं दर्शन उपरांत पुनः चरण पादुकाएं प्राप्त कर सकेंगे। जूता स्टेण्ड के कुशल संचालन हेतु श्रद्धालुओं की चरण पादुकाएं रखने के लिए कपड़ों की थैलियां बनवाई जाकर पृथक-पृथक कलर के टोकन बनवाये गये है जिनका विवरण निम्नानुसार है
भील समाज पार्किंग स्थल में स्थापित जूता स्टेण्ड के लिए काला कलर
हरसिद्वी पाल पर स्थापित जूता स्टेण्ड के लिए नीला कलर
सरफेस पार्किंग में स्थापित जूता स्टेण्ड के लिये लाल कलर उक्त टोकन के पीछे जूता स्टेण्ड का पता लिखवाया गया है जिससे श्रद्धालु सरलता से दर्शन उपरांत जूता स्टेण्ड पर पहुंच कर अपनी चरण पादुकाएं प्राप्त कर सकेंगे।
पेयजल व्यवस्था - आगंतुक श्रद्धालुओं को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर में प्रवेश हेतु निर्धारित द्वार से प्रति 200 मीटर पर पेयजल की व्यवस्था की गई है। साथ ही पार्किंग स्थल पर पेयजल व्यवस्था हेतु श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार पीने के पानी के टैंकर खड़े किए जावेंगे।
मेटिंग व्यवस्था - श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित प्रवेश द्वार से लेकर निर्गम द्वार तक, निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड तक सम्पूर्ण मार्ग पर मैटिंग बिछाई गयी है। जिससे श्रद्धालु पूर्ण समय मेटिंग पर चलकर भगवान नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
लड्डू प्रसाद काउण्टर - आगंतुक श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र में श्रद्धालुओं के आवागमन वाले मार्ग पर (भील समाज धर्मशाला एवं नृसिंह घाट तिराहे) लड्डू प्रसाद काउण्टर 24×7 स्थापित किए गए है, जहां से श्रद्धालु आसानी से लड्डू प्रसाद प्राप्त कर सकें।
प्राथमिक उपचार की सुविधा - आगंतुक श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप स्थापित पार्किंग एवं चयनित स्थानों पर प्राथमिक उपचार केन्द्र स्थापित किए गए है। उक्त प्राथमिक उपचार केन्द्रो पर चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाॅफ केा 24×7 पाबंद किया गया है, साथ ही एम्बुलेंस भी खड़ी की गई है, जिससे विशेष परिस्थितियों में श्रद्धालुओं केा अस्पताल पहुंचाया जा सके।
फायर स्टेशन -
नागपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर आगन्तुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु मंदिर के चयनित स्थानों पर अस्थाई रूप से 24×7 फायर स्टेशन नगर पालिक निगम उज्जैन के माध्यम से स्थापित किए गए है।
पी.ए. सिस्टम, सहायता केन्द्र खोया-पाया केन्द्र -
आगंतुक श्रद्धालुओं को समय-समय पर अन्य आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करने के उद्देश्य से सेक्टर अनुसार पी.ए. सिस्टम सहायता केन्द्र एवं खोया-पाया केन्द्र स्थापित किए जाकर उक्त पी.ए. सिस्टम व खोया-पाया केन्द्र पर पुलिस बल, कर्मचारी एवं स्काउड गाईड के कर्मचारियों को पाबंद किया गया है।
भजन मण्डली की व्यवस्था -
आगंतुक श्रद्धालुओं के मध्य धार्मिक सौहार्द निर्मित करने अथवा श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था को दृष्टिगत रखते हुए दर्शन मार्ग के अंतर्गत चयनित मार्ग पर आवश्यकतानुसार मंच बनाए गए है। उक्त स्थापित मंचों से भजन मण्डलियां भगवान के भजन गायन की प्रस्तुति देंगी जिससे श्रद्धालुओं के मध्य धार्मिक वातावरण निर्मित किया जा सके।
एल.ई.डी. एवं सी.सी.टी.वी. कैमरे की व्यवस्था -
आगंतुक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर 700 सी.सी.टी.वी कैमरे लगाए जाकर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है उक्त स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में सी.सी.टी.वी सर्विलेंस एवं एल.ई.डी. के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियेां द्वारा सतत् निरीक्षण किया जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी, साथ ही श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के सजीव दर्शन कराने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, स्थापित पार्किंग एवं मंदिर परिक्षेत्र के चयनित स्थानों पर बड़ी आउटडोर एल.ई.डी. स्थापित की गई है जिससे श्रद्धालु भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सजीव दर्शन कर सकेंगे।
व्हील चेयर व ई-कार्ट की व्यवस्था-
आगंतुक वृद्धजन एवं निःशक्तजन श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचन्दे्रश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से मंदिर परिक्षेत्र के समीप निर्धारित पार्किंग स्थल पर ई-कार्ट इत्यादि खड़ी की गई है जिसमें बैठकर श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पहुंच कर व्हील चेयर के माध्यम से भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर जी के दर्शन कर सकेंगे।
फ्लेक्स बोर्ड दिशा-सूचक की व्यवस्था - श्रद्धालुओं सरलता से भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर तथा अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं वाले स्थल तक आवागमन कर सके इस हेतु शहर के प्रमुख मार्गो पर दिशा-सूचक बोर्ड स्थापित किए गए है, साथ ही सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिक्षेत्र एवं निर्गम द्वार से जूता स्टेण्ड, वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउण्टर, प्राथमिक उपचार सुविधा पेयजल वितरण स्थल इत्यादि तक पहुंचने के लिए फ्लेक्स लगाए गए है।
बैरिकेटिंग की व्यवस्था - आगंतुक श्रद्धालुओं को सरल-सुलभ दर्शन कराए जाने के उद्देश्य से सम्पूर्ण दर्शन मार्ग में बैरिकेटिंग की गई है, जिसके अंदर प्रवेश कर श्रद्धालु सीधे मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन उपरांत निर्गम द्वार के रास्ते बाहर निकलकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सकेंगे।
शांति एवं कानून व्यवस्था -
नागचपंचमी पर्व पर आगंतुक श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या केा दृष्टिगत रखते हुए शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु मंदिर परिक्षेत्र में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जिला उज्जैन के माध्यम से कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को पाबंद किया गया है, साथ ही पुलिस अधीक्षक द्वारा अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
विद्युत व्यवस्था -
नागचपंचमी पर्व के उपलक्ष्य पर निर्बाध विद्युत आपुर्ति दो फेस महाकाल एवं चारधाम के माध्यम से की जावेगी। निर्बाध विद्युत आपुर्ति हेतु दायित्व अधीक्षण यंत्री प.क्षे.वि.वि.कं.लि. को सौंपा गया है, एवं आवश्यकतानुसार मंदिर परिक्षेत्र में जनरेटर इत्यादि स्थापित किए जाकर पर्याप्त विद्युत व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओ के दिशा निर्देश
श्रद्वालु अपने वाहन निर्धारित वाहन पार्किंग में ही खड़े करें।
श्रद्धालु अपने साथ कीमती सामान लेकर न आवे।
मोबाईल का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
श्रद्धालु अपनी चरण पादुकाएं जूता स्टेण्ड पर उतारकर टोकन अवश्य प्राप्त करें, टोकन के पीछे जूता स्टेण्ड का पता लिखा गया हैं। दर्शन उपरांत सम्पूर्ण मार्ग पर लगे फ्लेक्स बोर्ड के माध्यम से उक्त पते पर पहुंचकर पुनः अपनी चरण पादुकाएं प्राप्त करे।
श्रद्धालुओं के पेयजल हेतु सम्पूर्ण मार्ग पर निःशुल्क पानी की बाॅटल की व्यवस्था की गई है, इसका उपयोग करे।
श्रद्धालु के लिए सहायता केन्द्र एवं शौचालय स्थापित किए गए है, श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार उपयोग करे।
श्रद्धालु जय श्री महाकाल अथवा बाबा महाकाल का के नाम का उच्चारण करते हुए कतारबद्ध होकर भगवान महाकाल के दर्शन करे। कर्तव्यरत कर्मचारियों को सहयोग प्रदान करे।
समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करे। लड्डू प्रसाद की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है, श्रद्धालु कतारबद्ध होकर लड्डू प्रसाद काउण्टर से लड्डू प्रसाद प्राप्त करे।
किसी भी प्रकार की सहायता के लिए श्रद्धालु टोल फ्री नंबर- 1800 233 1008 पर 24×7 संपर्क कर सकते है।
विक्रम उद्योगपुरी में आकार ले रहे हैं 4028 करोड़ के नवीन उद्योग, 35 इकाईयों को 331.856 एकड़ जमीन आवंटित, अमूल दुग्ध उद्योग 400 करोड़ का निवेश कर रहा है, आगामी एक माह में काम शुरू होगा, कर्नाटक बायोटेक 300 करोड़ की लागत से दवा उद्योग में बनने वाले कच्चे माल (एपीआई) का उत्पादन करेगा
उज्जैन 12 अगस्त। उज्जैन शहर से मात्र 15 किलो मीटर दूर विक्रम उद्योगपुरी में नवीन उद्योगों की 35 इकाईयां स्थापित होने जा रही है। 4028 करोड़ के निवेश से एक बड़ा औद्योगिक शहर विकसित होगा, जिससे लगभग 15 हजार व्यक्तियों को सीधा व इससे तीन गुना व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। चार से पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश आगामी समय में यहां पर होगा, जिससे उज्जैन के आर्थिक विकास को पंख लगेंगे। एक तरफ महाकाल लोक और दूसरी ओर विक्रम उद्योगपुरी मिलकर उज्जैन शहर के आर्थिक परिदृश्य को बदल देंगे। आज विक्रम उद्योगपुरी का उज्जैन शहर के प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को अवलोकन कराया गया। अवलोकन के दौरान कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, मप्र औद्योगिक विकास निगम इन्दौर के कार्यपालक निदेशक श्री राजेश राठौर, एकेवीएन के कार्यपालन यंत्री श्री एसके जैन, श्री दुर्गेश चौहान, महाप्रबंधक श्री एसके विजयवर्गीय मौजूद थे।
इस अवसर पर कलेकटर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि वर्ष 2017 में एकेवीएन में जब विक्रम उद्योगपुरी का कार्य प्रारम्भ किया तब वे निगम के प्रबंध संचालक थे। वर्ष 2019 में यहां के इस प्रोजेक्ट पर काम प्रारम्भ हुआ और आज यहां ठीक वैसा ही इण्डस्ट्रीयल पार्क बन गया है, जैसी की कल्पना की थी। प्रोजेक्ट की विशेषता है कि यहां पर कमर्शियल पार्क व हाउसिंग के लिये भी जमीन आरक्षित की गई है। उन्होंने कहा कि विक्रम उद्योगपुरी में लगने वाले उद्योगों में कर्नाटक बायोटेक का उल्लेख करना इसलिये आवश्यक है कि यह आत्म निर्भर भारत अभियान में दवा बनाने के लिये लगने वाले कच्चे माल (एपीआई) का प्रोडक्शन करेगी। इससे चीन पर निर्भरता कम होगी। कलेक्टर ने कहा कि यहां पर 10 से 15 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और उज्जैन की इकोनॉमी बूस्ट होगी। कलेक्टर ने कहा कि मध्य प्रदेश एक ऐसा स्टेट है जहां पर बहुत आसानी से उद्योगपतियोयं को जमीन मिलती है, यही प्रदेश की ताकत है। इस ताकत को और बढ़ाने में मीडिया को सहयोग करना चाहिये।
औद्योगिक विकास निगम इन्दौर के कार्यपालक निदेशक श्री राजेन्द्र राठौर ने कहा कि यहां पर कुल चार हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट लगाये जा रहे हैं। मेडिकल डिवाइस के लिये 16 युनिट ने अपने लिये जमीन अलॉट करवा ली है। यहां पर बाहर से बड़ी तादाद में इन्वेस्टर आ रहे हैं। पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा ने कहा कि जिस स्थान पर औद्योगिक क्रान्ति होती है, वहीं पर सर्वाधिक इसके लाभ पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने से यहां के बच्चों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यहां पर जो भी सुरक्षा की आवश्यकता होगी, वह उपलब्ध करवाई जायेगी।
एकेवीएन के कार्यपालन यंत्री श्री एसके जैन ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विक्रम उद्योगपुरी में 35 इकाईयों को 331.856 एकड़ भूमि औद्योगिक प्रयोजन हेतु आवंटित की जा चुकी है, जिनमें प्रस्तावित निवेश 4028 करोड़ का है। औद्योगिक क्षेत्र में जमीन आवंटित करवाने वाली कंपनियां हैं गुजरात पंचमहल की अमूल, मेसर्स निवास फार्मा प्रा.लि.उज्जैन, जेके लाईफ केयर सेन्टर, मेसर्स सुधाकर पीवीसी प्रोडक्ट तेलंगाना, मेसर्स सीपी पेन्ट्स कर्नाटक बायोटेक, आरएसएल, फेना प्रा.लि., सिम बायोटेक लाईफ साइंसेस, आशिर्वाद पाइप्स एवं पेप्सिको लिमिटेड प्रमुख है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कॉरिडोर देश के छह प्रान्तों व कई जिलों से गुजर रहा है। इनमें से विक्रम उद्योगपुरी एक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय व औषध विभाग के निर्देश अनुसार विक्रम उद्योगपुरी में 360 एकड़ के क्षेत्रफल में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना हेतु प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
श्रावण मास में श्रद्धालुओं के उज्जैन आगमन का आंकड़ा एक करोड़ पार
उज्जैन 8 अगस्त .बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रावण मास में श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड आगमन हो रहा है .श्री महाकाल महालोक बनने के बाद श्रावण मास में 4 जुलाई से लेकर अब तक 1 करोड़ श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर चुके हैं ।कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति श्री कुमार पुरुषोत्तम बताया कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं की गणना करने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि विगत एक माह में ही उज्जैन शहर में 1 करोड से अधिक श्रद्धालुओं का आगमन हो चुका है. उल्लेखनीय है कि इस बार अधिक मास होने के कारण बाबा महाकाल की कुल 10 सवारियां निकलेगी अंतिम सवारी 11 सितंबर को निकाली जाएगी ।इस दौरान आने वाले 1 माह में और अधिक श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे ।श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सामान्य दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है लगभग 20 से 25 मिनट के बीच सामान्य दर्शनार्थियों को दर्शन हो रहे हैं .
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उज्जैन
Update : श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण भादौ माह में निकलने वाले सवारी इस दौरान दर्शन के लिए आने वाले लाखों भक्तों के सुगम दर्शन और व्यवस्था को लेकर बुधवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियो की बैठक रखी गई। जिसमे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस बार अधिक मास होने के कारण भगवान महाकालेश्वर की 10 सवारियाँ निकाली जायेंगी । आगामी 10 जुलाई को श्रावण मास की प्रथम सवारी निकलेगी। 21 अगस्त सोमवार को नागपंचमी पर्व भी रहेगा तथा सवारी भी निकाली जायेगी और 11 सितम्बर को शाही सवारी निकाली जायेगी। बैठक में जानकारी दी गई कि श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकालेश्वर की भस्मार्ती 4 जुलाई 2023 से 11 सितम्बर 2023 तक प्रात: कालीन पट खुलने का समय प्रातः 3 बजे होगा तथा प्रत्येक सोमवार प्रातः 2.30 बजे होगा। भस्मार्ती के दौरान कार्तिकेय मण्डपम् की अंतिम 3 पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिये चलित भस्मार्ती दर्शन व्यवस्था की जायेगी ताकि अधिक से अधिक लोगों को दर्शन हो सके।
वीआईपी यहाँ से करेंगे प्रवेश -
बैठक में कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम ने निर्देश दिये कि श्रावण-भादौ मास में सोमवार को वीआईपी का प्रवेश बेगमबाग से रखा जाये और मंदिर में प्रवेश गेट क्रमांक 1 से कराया जाये। बैठक में सवारी के मार्ग और शाही सवारी के मार्ग पर की जाने वाली व्यस्थाओं की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि नागपंचमी पर्व पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगंतुक श्रद्धालुओं के त्वरित उपचार की सुविधा कराने हेतु जैसी व्यवस्था विगत महाशिवरात्रि पर्व पर की गई थी वैसी ही व्यवस्था की जाये। जूता स्टैण्ड जहाँ भी बनाये उसे स्थायी तौर पर बनाया जाये। महाकाल लोक में 10 एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में नए पुलिस SP सचिन जी शर्मा जी का हार्दिक अभिनंदन
हर महीने करोड़ों की आय,,,
2021-22 में हुई 46.51 करोड़ रुपये की आय
कलेक्टर ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के आय-व्यय की जानकारी भी बैठक में दी। वर्ष 2020-21 में मंदिर में कुल 22 करोड़ रुपये की आय हुई थी। वर्ष 2021-22 में 46.51 करोड़ रुपये की आय हुई है। जब से महाकाल लोक का लोकार्पण हुआ है, तब से लेकर अब तक प्रतिमाह 7.74 करोड़ की आय हो रही है। उन्होंने बताया कि महाकाल लोक स्थित दुकानों से भी 65 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि महाकाल लोक में आने वाले श्रद्धालुओं व सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर ट्रैफिक प्लान पर भी काम हो रहा है। कलेक्टर ने बताया कि 16 हेक्टेयर जमीन पर भक्त निवास निर्माण की भी योजना है, जहां पर 2250 कमरे, दो हजार कार व सौ बसों की पार्किंग हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में जाकर द्वितीय चरण के तहत किये जा रहे कोटि तीर्थ विकास के कार्य का निरीक्षण किया एवं दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस कार्य के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
मां हरसिद्धि के दर्शन किए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन प्रवास के दौरान चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा पर शक्तिपीठ मां हरसिद्धि के मंदिर पहुंचकर मां हरसिद्धि के दर्शन किए तथा पूजन-अर्चन कर माता का आशीर्वाद लिया।
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उज्जैन मध्यप्रदेश
18 लाख 82 हजार 229 दीये जलाकर उज्जैन बना नम्बर वन, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में हुआ नाम दर्ज, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जन-भागीदारी से विश्व रिकार्ड बनाने पर अवंतिकावासियों को दी बधाई
उज्जैन 18 फरवरी। उज्जैन शहर के लिये आज का दिन गौरव का दिन साबित हुआ। उज्जैन की जनता ने रामघाट, दत्त अखाड़ा, नृसिंह घाट, गुरूनानक घाट, सुनहरी घाट, भूखीमाता घाट पर एकसाथ 18 लाख 82 हजार 229 दीये जलाकर गत वर्ष अयोध्या में बनाये गये 15 लाख 76 हजार के दीप प्रज्वलन के रिकार्ड को तोड़कर नया विश्व रिकार्ड स्थापित कर दिया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर भोपाल से अपने साथ लाये दीयों को रामघाट पर पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ प्रज्वलित कर शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम की शुरूआत की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि अवंतिका नगरी को महाकाल महाराज की कृपा और आम जनता की भक्ति, श्रद्धा व तपस्या से आज महाशिवरात्रि पर आज एक अनोखा रिकार्ड स्थापित करने का सौभाग्य मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवंतिकावासियों ने जन-भागीदारी का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। जन-भागीदारी से यह विश्व रिकार्ड बना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल उज्जैन नगरी पर कृपा की वर्षा करें, सभी सुखी हों, सभी निरोग हों और सबका कल्याण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वैभवशाली, सम्पन्न व शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करने में संलग्न हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक शक्तिशाली एवं गौरवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश भी शक्तिशाली प्रदेश बनेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जयिनी की छटा अनुपम, अदभुत और अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि उज्जयिनी को स्वच्छता में नम्बर वन जिला बनायेंगे। उन्होंने बताया कि गरीब बहनों के सशक्तिकरण के लिये लाड़ली बहना योजना शुरू की जा रही है। लाड़ली बहना योजना में गरीब बहनों को एक हजार रुपये महीना दिया जायेगा। साल में उन्हें 12 हजार रुपये दिये जायेंगे, जिससे उन गरीब बहनों का एक मजबूत सशक्तिकरण होगा।
शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम में आज रामघाट पर दीप प्रज्वलन का कार्य शाम 7 बजे से प्रारम्भ हुआ। एकसाथ 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित हो उठे। रात्रि 8 बजे ड्रोन कैमरे से दीयों की गिनती की गई। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की तरफ से आये श्री स्वप्निल डंगरीकर एवं निश्चल बारोट ने मंच से घोषणा की कि आज उज्जैन में विभिन्न घाटों पर 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित हुए। उन्होंने विश्व रिकार्ड का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ नौका पर बैठकर रामघाट से भूखीमाता तक लगाये गये दीपों की अदभुत छटा का अवलोकन किया।
घाटों की रोशनी बन्द कर दी गई और दीपों की रोशनी से शिप्रा तट नहा उठा। इस अवसर पर लेजर शो का भी प्रदर्शन किया गया। इसके पूर्व शिव ज्योति अर्पणम का टाइटल सांग लांच किया गया, जिसे शुभांगी दवे ने स्वर दिया था।
रामघाट पर आयोजित कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.सत्यनारायण जटिया, पूर्व सांसद श्री चिन्तामणि मालवीय, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती व श्री सतीश मालवीय, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री विशाल राजौरिया, श्री सत्यनारायण खोईवाल, श्री जगदीश अग्रवाल, श्री शिवेंद्र तिवारी, श्री रजत मेहता, सुश्री योगेश्वरी राठौर, श्री गब्बर भाटी, श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री संजय अग्रवाल, श्री इकबालसिंह गांधी, संभागायुक्त श्री संदीप यादव, आईजी श्री संतोष कुमार सिंह, डीआईजी श्री अनिल कुशवाह, कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, नगर निगम आयुक्त श्री रोशन सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, अशोक जाट ( टि.आर.सी.सी. ग्रुप ) और अन्य गणमान्य नागरिक, बड़ी संख्या में वॉलेंटियर्स, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधिगण मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में महापौर श्री मुकेश टटवाल ने आभार प्रकट किया।
Lok: भक्तों के लिए खुले श्री महाकाल लोक के द्वार,
जानिये क्या है विशेषता
Mahakal Lok: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था लोकार्पण। श्री महाकाल लोक को देखने के लिए दुनिया भर से लोग जुटेंगे। उज्जैन में अब धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इंतजार अब दूसरे चरण के शेष कार्य पूर्ण होने का है।
: उज्जैन के महाकाल मंदिर में फुलझड़ियों से आरती कर सबसे पहले मनाई गई दीपावली
Mahakal Lok: उज्जैन,। ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर मंदिर के नव विस्तार क्षेत्र श्री महाकाल लोक का प्रवेश द्वार बुधवार को भगवान महाकाल के भक्तों के लिए खुल गया। सुबह से ही महाकाल लोक को देखने लोगों की भीड़ जुटी। लोगों ने प्रांगण में स्थापित भगवान शिव सहित विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों और 25 फीट ऊंची एवं 500 फीट लंबी दीवार पर बनाए शैल चित्रों के साथ मोबाइल से तस्वीरें खिंचवाई। शिल्पकारों के कार्य की प्रशंसा की। कुछ मूर्तियों की भाव, भंगिमाओं को सुधारने की बात भी की।
भक्तों ने कहा कि श्री महाकाल लोक अद्भुत है। यहां आकर आनंद और उत्साह की अनुभूति हो रही है। निश्चित ही श्री महाकाल लोक को देखने के लिए दुनिया भर से लोग जुटेंगे। उज्जैन में अब धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इंतजार अब दूसरे चरण के शेष कार्य पूर्ण होने का है
मालूम हो कि एक दिन पहले मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। उन्होंने मंच से उद्बोधन में उज्जैन और मंदिरों का महत्व बताया था। उन्होंने कहा था कि हमारे तीर्थ स्थल ज्ञान, दर्शन और कला की राजधानी रहे हैं। हमारे तीर्थों ने हमें ज्ञान, दर्शन और कला का संदेश दिया हैं, सामर्थय दिया है। ये एस्ट्रोनॉमी के शीष केंद्र रहे हैं। हमारे आध्यात्मिक केंद्र, तीर्थ स्थल आस्था के साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को पुनर्जीवित कर रहे हैं।
नंदी द्वार से प्रवेश करते ही दिखते हैं ये नजारें
महाकाल पथ :- महाकाल मंदिर में प्रवेश के लिए त्रिवेणी संग्रहालय के पीछे रूद्रसागर के किनारे 26 फीट ऊंचा लाल पत्थर से नंदी द्वार बनाया है। 920 मीटर लंबा महाकाल पथ बनाया है, जिसके एक ओर 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी लाल पत्थर की दीवार बनाई है। दीवार पर शिव महापुराण में उल्लेखित घटनाओं के शैल चित्र उकेरे गए हैं। घटनाओं का संस्कृत में संदर्भ लिखा है। इसके ठीक सामने 108 शिव स्तंभ हैं। इन स्तंभों पर भगवान शिव एवं उनके गणों की विभिन्न मुद्राएं बनाई हैं।
मूर्तियाें की स्थापना : कमल सरोवर बनाया हैं, जिसके बीच आदि योगी शिव की विशाल मूर्ति स्थापित की है। इसी ओर सप्त ऋषियों की विग्रह स्वरूप में मूर्ति, नवग्रहों की विग्रह स्वरूप मूर्तियां, 25 फीट ऊंचा शिव स्तंभ, भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर के संहार को दर्शाती 70 फीट लंबी मूर्ति, भगवान गणेश, कार्तिकेय और माता पार्वती की मूर्ति, वीरभद्र द्वारा दक्ष के शिरच्छेदन की मूर्ति स्थापित की है। इसी तरह प्रसाद एवं टिकट काउंटर बनाया गया है। यहीं त्रिवेणी मंडपम (कमर्शियल प्लाजा) है। रूद्रसागर किनारे 111 फीट लंबी दीवार पर शिव विवाह के शैल चित्र बनाए गए हैं।
इसी तरफ भगवान शिव भगवान शिव और अन्य देवी देवताओं की 75 विशाल मूर्तियां स्थापित हैं। नंदी द्वार से करीब 400 मीटर दूर मध्यांचल भवन (मीड वे जोन) जहां दुकानें बनाई हैं। मध्यांचल भवन (फैसिलिटी सेंटर) बनाया है, जिसके भीतर महाकाल मंदिर जाने को रास्ता है और प्रथम फ्लोर पर रेस्टोरेंट। इसके आगे जाए तो संध्या वाटिका (नाइट गार्डन) बनाया है, जहां वासुकी नाग की कुंडली में बैठे योगी शिव की मूर्ति है। इसके आगे भगवान श्री गणेश, शिव, श्रीकृष्ण की मूर्ति है।
खूबसूरत रूद्रसागर :- कायाकल्प किया गया है। रूद्रसागर से पांच लाख क्यूबिक मीटर गाद निकालकर उसमें नर्मदा, शिप्रा, गंभीर नदियों का स्वच्छ जल भरा गया है। सागर के चारों ओर मिट्टी का कटाव रोकने को काले पत्थर की दीवार यानी गेबियन वाल बनाई गई है।
प्राचीन महाकाल :- महाकाल थाने के समीप प्राचीन महाकाल द्वार का जीर्णोद्धार किया गया है।
सुरक्षा एवं सुंदरता के इंतजाम :- महाकाल लोक परिसर में 400 कैमरे लगाए, तकरीबन इतनी ही आराम कुर्सी, अग्निशमन यंत्र और भगवान शिव को अर्पित किए जाने वाले फल-फूल, लता-पत्रों के 52 हजार पौधे रोपे गए हैं।
सरफेस पार्किंग और सोलर प्लांट : त्रिवेणी संग्रहालय के सामने 400 से अधिक वाहनों को पार्क करने के लिए सरफेस पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग की छत पर सोलर पैनल लगाए हैं। कहा है कि इन सोलर पैनल की मदद से महाकाल लोक में जलाई जाने वाली 90 फीसद बिजली यहीं उत्पादित कर ली जाएगी।
योजना के दूसरे चरण में ये काम होंगे
- महाकाल मंदिर के समीप हेरिटज धर्मशाला और त्रिवेणी संग्रहालय के सामने महाकाल धर्मशाला का निर्माण
- चारधाम मंदिर पहुंच मार्ग से महाकाल मंदिर के पिछले हिस्से तक रूद्रसागर पर 210 मीटर लंबे पैदल पुल का निर्माण
- महाकाल मैदान वाली जगह पर सरफेस पार्किंग, सांस्कृतिक हाट बाजार का निर्माण
- रामघाट सुंदरीकरण एवं सिंहस्थ थीम पर यहां सिंहस्थ थीम आधारित डायनामिक लाइटिंग शो।
- बड़ा गणेश मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर, महाकालपुरम् तरफ के महाकाल मंदिर पहुंच मार्गों का चौड़ीकरण।
- बैगमबाग मार्ग और चारधाम मंदिर पहुंच मार्ग विकास एवं सुंदरीकरण।
- शिखर दर्शन परियोजना अंतर्गत महाराजवाड़ा भवन और बड़ा गणेश मंदिर के सामने उद्यान का निर्माण।
- महाकाल मंदिर के पूर्वी हिस्से में फैसिलिटी सेंटर का निर्माण।
- रूद्रसागर में लेजर शो और फ्रंट लेक व्यू का निर्माण।
वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
- 856 करोड़ रुपये की है महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना
- 351 करोड़ के काम योजना के पहले चरण में पूर्ण हुए हैं, जिनका लोकार्पण मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।
- 505 करोड़ रुपये के काम दूसरे चरण में मार्च- 2023 तक पूरे होने का दावा स्मार्ट सिटी कंपनी ने किया है।
- महाकाल मंदिर परिसर का क्षेत्र 2.82 हेक्टेयर से बढ़कर 47 हेक्टेयर हो गया है। इसमें 17 हेक्टेयर क्षेत्र रूद्र सागर तालाब का सम्मिलित है।
- महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद शहर में पर्यटकों की सालाना संख्या डेढ़ करोड़ से बढ़कर तीन करोड़ होने का अनुमान है।
- श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार योजना के प्रथम चरण के काम की शुरुआत 7 मार्च 2019 को 97 करोड़ रुपये की महाकाल-रूद्रसागर एकीकृत विकास दृष्टिकोण परियोजना नाम से हुई थीं, जिसके पूर्ण होने पर इस क्षेत्र को नाम ‘श्री महाकाल लोक’ दिया गया है।
- श्री महाकाल लोक में जितनी बिजली खर्च होगी, उसकी 90 फीसद बिजली यहीं सोलर प्लांट में बनेगी।
- श्री महाकाल लोक में अब लगभग दो लाख लोग एक साथ दर्शन कर सकेंगे।
- श्री महाकाल लोक भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां स्थापित हैं। इसमें 18 फीट की 8, 15 फीट की 23, 11 फीट की 17, 10 फीट की 8, 9 फीट की 19 मूर्तियां शामिल हैं।
- श्री महाकाल लोक में 26 फीट ऊंचा नंदी द्वार बनाया गया है।
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