Unionist Sikhs
A non profit organization for Sikhs and the entire Jatt kom to bring together
गुरु पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्म दिहाड़े की बहुत बहुत बधाइयां 🙏
आज चमकौर की लड़ाई में दशमेश पिता धन सिरी गोबिंद सिंघ जी महाराज जी के दो साहेबजादों बाबा अजीत सिंघ और बाबा जुझार सिंघ जी की शहीदी हुई थी । नमन ।
श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान में
शेर ए पंजाब महाराजा रंजीत सिंह जी का स्टेच्यू स्थापित किया गया। 🙏💕
#बाबाहनुमानसिंह
अकाली फूला सिंह नौशेरा (वजीरिस्तान) की जंग में शहीदी के बाद अकाली हनुमान सिंह अकाल तख्त के जत्थेदार बने। 1845 तक महाराजा रणजीत सिंह की मौत के बाद राज्य में बहुत राजनीतिक कत्ल हुए । 7 साल के बच्चे को गद्दी पर बिठाया गया। सेना में भी राजनीतिक असंतोष फैल गया । राज्य को खतरे में देख महारानी जिंद कौर ने बाबा हनुमान सिंह मदद के लिए चिट्ठी लिखी। चिट्ठी पढ़ते ही बाबा हनुमान सिंह जत्थेदार अकाल तख्त अपने साथ 5000 निहंग सिंह के साथ सतलुज को लांग कर फिरोजपुर, लुधियाना, पटियाला, की अंगरेज छावनियों को तहस नहस करते हुए अंबाला पहुंच गए यहां सोहना के पास अंग्रेजो व रियासती सेनाओं के बीच जंग के दौरान तोप का गोला लगने से 90 वर्ष की आयु में प्राण त्याग दिया।। आज बाबा हनुमान सिंह जी की जयंती है नमन
साउथ वालो ने फिर साबित कर दिया
की वोह पड़े लिखे है, काम देखकर वोट देते है,
न की 🍾 बॉटल के पीछे, राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार।
बाबा जोरावर सिंह जी के जन्म दिहाड़े की बहुत बहुत शुभकामनाए 🙏🙏
बाबा नानक जी के 554 में जन्म उत्सव पर बहुत बहुत बधाई,
एक फकीर जिसने दुनिया में एकता का संदेश दिया,
जगह जगह लोगो को एक रहने के लिए प्रेरित किया,
सिखिज्म की नीव रखने वाले श्री गुरु नानक देव जी,
20 रूपी का लंगर चलाने वाले बाबा नानक,
जी के जन्म पर बहुत बहुत बधाइयां🙏
इस तरह हुई थी संसार में लंगर प्रथा की शुरुआत
दोस्तो, लंगर प्रथा सिख कौम की एक ऐसी परंपरा है जो श्री गुरु नानक देव जी के समय से निरंतर चली आ रही है। आज के समय में जहां भी सिख सेवादार हो वहां गुरु का लंगर चलना आम बात बन गई है। इसलिए आज हम गुरु के लंगर का इतिहास जानने का प्रयास करेंगे।
लंगर का अर्थ है ईश्वर का दिया हुआ वह भोजन जहां सभी लोग बिना किसी भेदभाव के एक साथ एक ही कतार में बैठकर भोजन करते हैं।
इस प्रथा की शुरुआत सिखों के पहले गुरू श्री गुरू नानक देव जी ने की थी। अपने समय में श्री गुरू नानक देव जी ने ऊंच-नीच, जात पात तथा अंधविश्वास को खत्म करने के लिए लंगर को शुरु किया। लंगर के दौरान सभी श्राद्धालु एक साथ जमीन पर बैठ कर भोजन छकते है तथा उस रब का शुकराना करते हैं।
कहते हैं कि गुरू जी को एक बार उनके पिता ने व्यापार के लिए कुछ पैसे दिए थे, लेकिन उन्होंने व्यापार ना करके भूखे साधु और संतों को भोजन करवा दिया था। तब से अब तक गुरु जी के सिख जरूरतमंदों तथा मजबूरों को लंगर खिला रहें है। आज के समय में गुरु जी की यह परंपरा प्रत्येक गुरुद्वारा साहिब में चल रही है।
दोस्तो, यदि आपने गुरु जी का लंगर प्रसाद ग्रहण किया है तो अपने अनुभवों को हमारे साथ ज़रूर सांझा करें।
झंडे गाड़ देना
राजस्थान वालो
सिख धर्म के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर जी को उनकी शहादत दिवस पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध उनका संघर्ष; उनका साहस एवं सिद्धांतों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अनुकरणीय हैं।
भारतीय परंपरा में उन्हें 'हिंद दी चादर' कहा जाता है।
उनकी शिक्षाएँ हमें सदा प्रेरित करती रहेंगी।
हर बड़े टूर्नामेंट में सभी मैच जीतकर
नॉकआउट में हारने की परंपरा जारी रही आज भी 🌚
वेल डॉन ऑस्ट्रेलिया
कैलाश से काबुल तक परचम लहराने वाले सिख साम्राज्य के संस्थापक, 'शेर-ए-पंजाब' महाराजा रणजीत सिंह जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।
बोले सो निहाल, सत श्री अकाल 🙏
क्या आप जानते हैं 'बंदी छोड़ दिवस' का यह दिव्य इतिहास
दोस्तो, आज हम आपको सिख पंथ के ऐतिहासिक दिवस ‘बंदी छोड़ दिवस’ के बारे में बताने जा रहे हैं।
बता दें कि मुगलों ने जब मध्य प्रदेश के ग्वालियर के किले को अपने कब्जे में लिया तो इसे कारावास में तबदील कर दिया था। जब गुरु हरगोबिंद जी के नेतृत्व में सिखों ने मुगलों की क्रूरता के खिलाफ बगावत करना शुरू किया तो बादशाह जहांगीर ने उनके साथ अन्य 52 राजाओं को किले में कैद में कर दिया।
जिसके बाद जहांगीर मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। इसी दौरान पहुंचे हुए फकीर साईं ने बादशाह को सलाह दी कि वह गुरु जी को तत्काल ही रिहा कर दें, नही तो परिणाम और बुरे हो जायेगें। ऐसे में जब गुरु जी को रिहा करने के आदेश दिए गए तो गुरु जी ने अन्य 52 हिन्दू राजाओं को भी रिहा करने के लिए कहा।
लेकिन जहांगीर एकसाथ 52 राजाओं को रिहा नहीं करना चाहता था। इसलिए उसने एक कूटनीति बनाई और हुक्म दिया कि जितने राजा अपने गुरु जी का दामन थाम कर बाहर आ सकेंगे, केवल वो ही रिहा किए जाएंगे। ऐसे में गुरु जी ने सभी राजाओं की पुकार सुन एक ऐसी युक्ति निकाली जिससे बादशाह की बात भी रह गई और तमाम राजा भी आजाद हो गए।
कहते है कि गुरुजी ने जेल से रिहा होने पर नया कपड़ा पहनने के नाम पर 52 कलियों का अंगरखा सिलवाया। गुरु जी ने उस अंगरखे को पहना, और उसकी हर कली के छोर को एक एक करके सभी 52 राजाओं ने थाम लिया। जब बादशाह ने यह दृश्य देखा तो वह हक्का बक्का रह गया। लेकिन अब वह क्या कर सकता था, इसलिए अपनी बात को पूरा करते हुए उसने मजबूरी में सभी राजाओं को रिहा कर दिया। इस तरह सब राजा रिहा हो गए। कहते है कि इस घटना के बाद गुरुजी को 'दाता बंदी छोड़’ के नाम से बुलाया गया।
बाद में गुरु जी के इस कारनामे को यादगार बनाए रखने के लिए उस जगह पर एक भव्य गुरूद्वारा साहिब का निर्माण किया गया, जहां गुरु जी को कैद किया गया था।
उनकी याद के रूप में बना यह गुरुद्वारा ‘गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़’ के नाम से जाना जाता है, जो आज ग्वालियर में बसा है।
दोस्तो, आप सभी को कलगीधर ट्रस्ट के परिवार की ओर से इस महान दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। हमारी गुरू साहिब जी से प्रार्थना है कि वह आप सभी के घर पर खुशियों की बरसात करते रहें।
बंदी छोड़ दिवस की बहुत बहुत बधाइयां 💕✌️
कैसी आजादी?
जहां आज भी अपने हक मांगने के लिए
सड़को पर उतरना पड़े, पुलिस केस करवाने पड़े,
कैसी हुकूमत होगी वोह, जो अपने ही पंजाब सूबे में
पंजाबी के हक के लिए बोलने वालो के खिलाफ केस बनाए? शर्म आनी चाहिए ऐसी गवर्नमेंट को, मैने तब भी कहा था जब ये भगवंत मान एमपी था, की अगर कहीं गलती से ये सीएम बन गया पंजाब का तो बहुत बुरे परनाम देखने पड़ेंगे पंजाबी लोगो को, दीप सिद्धू के मर्डर के पीछे भी आप पार्टी का हाथ था, सिद्धू मूसे वाला, की हत्या के पीछे यही कुता था, और राजा वरिंग था, जिसने सिद्धू को यूज किया, सिर्फ इस लिए की उसका बसों वाला केस न खुल जाए मान सरकार में, ये सब एक दूसरे के साथ मिलजुल कर चल रहे है, और अब इनकी नजर लखे सिधाने पर है, जो की सिर्फ इकलौता बचा है जो पंजाब के हकों की बात करता है,
माता साहिब कौर जी 🙏🙏
Assassination ✌️✌️
छोटे साहिबजादो की तरफ से हा का नारा मारने वाले नवाब मलेरकोटला की पीढ़ी की अखरी औरत बेगम मुनावर उल निसा को 102 साल की उमर में इस जहान से रुकसत 🙏🙏🙏
सिख राज का अखरी योद्धा 💐💐
जिस तरह पंजाबी सिंगर शुभ का बायकॉट किया है लिंडुओ द्वारा,
वैसे ही किसानी कोम बोट कंपनी का बायकॉट करे ✌️✅
हमारे पहलवान💝💝🙏🙏
पहलवान देश की शान है,
उनका जितना हो सके साथ देवे 💝🙏
जट ऑन टॉप
Jat on top
#200
हैप्पी लोहड़ी 💝💝💝
जहाज में वृद्ध महिला के ऊपर मूतने वाले का नाम शेखर मिश्रा की जगह सलीम खान होता तो!
गोदी मीडिया महीने भर मूत जेहाद के नाम पर मुजरा करती .!
सरबंस दानी दशेम पिता गुरु गोविंद सिंघ जी महाराज के जन्म दिहाड़े की सभी को लख लख बधाइयां।
याद है न,
हमे बीमारी से लड़ना है
बीमार से नही,
खैर है तो हमारी ही बिगड़ी हुई उलाद।
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हमारा एकमात्र उद्देश्य चौधरी साहब को उस कुर्सी पर सुशोभित करना है जहां से खुशहाल हो हरियाणा 🤝💪💚